राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया
बलरामपुर।राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बलरामपुर के तत्ववाधान में आज अनिल कुमार झा माननीय अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/जनपद न्यायाधीश बलरामपुर की अध्यक्षता में दीवानी न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।
विमल प्रकाश आर्य, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण / अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश बलरामपुर द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में फौजदारी, राजस्व, उत्तराधिकार प्रमाण पत्र के अलावा वैवाहिक व भरण पोषण वादों आदि के निस्तारित वादों का निस्तारण किया गया।
अनिल कुमार झा, जनपद एवं सत्र न्यायाधीश बलरामपुर द्वारा फौजदारी के कुल 01 वाद का निस्तारण कर 500/-रु० का जुर्माना वसूल किया गया। श्री राम मिलन सिंह पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, बलरामपुर द्वारा कुल 14 वाद का निस्तारण कर 4917615/- रूपये का प्रतिकर धनराशि जारी करने का आदेश दिया गया।
विनोद कुमार बरनवाल, प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय बलरामपुर द्वारा पारिवारिक मामलों से संबंधित कुल 36 वादों का निस्तारण किया गया। श्री इफ्तेखार अहमद, अपर जनपद एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम बलरामपुर द्वारा फौजदारी के कुल 04 बाद का निस्तारण कर 4000/-रु० का जुर्माना वसूल किया गया तथा 110 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।
ज्ञानेन्द्र कुमार ।। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बलरामपुर द्वारा कुल 3285 फौजदारी वादों का निस्तारण किया गया एवं रु० 359300/- का जुर्माना वसूल किया गया। रत्नेश दीप कमल आनन्द, अपर सिविल जज (प्रवर खण्ड) बलरामपुर द्वारा सिविल के कुल 05 वादों का निस्तारण किया गया। अतुल कुमार नायक, सिविल जज (सी० डि०) / ए०सी० जे०एम० न्यायालय, बलरामपुर द्वारा 1000 फौजदारी तथा 05 सिविल वादों का निस्तारण कर 5820 रु० का जुर्माना वसूल किया गया तथा रु० 5674159.4 का उत्तराधिकार का प्रमाणपत्र जारी किया गया।
योगेश कुमार चैधरी, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम बलरामपुर द्वारा फौजदारी के कुल 2198 वादों तथा एन०आई० एक्ट से संबंधित 01 बाद का निस्तारण कर 19960/-रु० का जुर्माना वसूल किया गया।
तहसील विधिक सेवा समितियाँ, बलरामपुर द्वारा फौजदारी के 356 वाद, राजस्व न्यायालयों द्वारा 580 वाद, प्रीलिटिगेशन स्तर पर 26431 वाद व श्रम विभाग के 281 वाद एवं 596 बैंक वाद का निस्तारण सुलह-समझौता के आधार पर किया गया है।
इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 35302 वादों का निस्तारण किया गया एवं रु० 392080/- जुर्माना वसूल किया गया।
Dec 11 2023, 16:37