कार्तिक पूर्णिमा पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवकों ने किया शाही स्नान, जयकारों से गूंजा रामबाग घाट
रमेश दूबे
संतकबीरनगर। कार्तिक पूर्णिमा पर सोमवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक के कार्यकर्ताओं ने सरयू नदी के रामबाग घाट पर स्नान किया। वहीं, पानी में खड़े होकर हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ा गया। इसके बाद घाट पर ही स्वयं सेवकों ने भगवा ध्वज लगाकर संघ की प्रार्थना की।
इस दौरान वंदे मातरम, भारत माता की जय के साथ ही मां सरयू के भी जयकारे गूंजते रहे।
जिला प्रचारक राजीव नयन ने कहा कि हम सभी स्वयं सेवक सनातन धर्म के अनुयायी हैं।
मातृभूमि की रक्षा के लिए हम अपने प्राणों तक को न्योछावर करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि हम अपनी संस्कृति व सनातन सभ्यता को बचाए रखने के लिए समाज में जागरण का कार्य करते हैं। इसलिए समाज को सामूहिक स्नान कराकर एक सूत्र में पिरोने के लिए ऐसे महत्वपूर्ण पर्व के अवसरों पर हम सभी को ऐसे कार्य करते रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारे काम का धर्म ही आधार है। जिस दिन हम धर्म से भटकते हैं उसी समय मन में विकृतियां आनी शुरू हो जाती हैं।
उन्होंने कहा कि जैसा कि हमारी संस्कृति में आज की तिथि के दिन स्नान के पश्चात दान करने की प्रथा है। आज देवोत्थान एकादशी का भी सनातन धर्म में खास महत्व माना गया है। उन्होंने कहा कि हमें इस देश को ऊंचाई पर ले जाने और एकबार फिर अखंड भारत बनाने के लिए और कठिन परिश्रम करना होगा। बालू की रेत पर भी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवकों ने भगवा ध्वज लगाकर संघ की प्रार्थना भी की।
इसके बाद हैंसर के कोचरी समय माता मंदिर पर सामूहिक सहभोज का भी आयोजन किया गया। इस दौरान जिला कार्यवाह महेंद्र नारायण, जिला प्रचारक प्रमुख दिग्विजय नाथ, जिला शारीरिक प्रमुख शैलेश, सौरभ, केशी पांडेय, शशिकेश, हैंसर खंड संघ चालक राजेंद्र, खंड कार्यवाह शत्रुघ्न, अजय नारायण, खंड प्रचार प्रमुख अनुभव, सत्येंद्र राय, अशोक यादव, शुभम, नरेंद्र, संदीप, मुक्तिनाथ, अनिल, अमरपाल, मुरली मनोहर, आलोक आदि स्वयं सेवक मौजूद रहे।
Dec 05 2023, 12:38