चार राज्यों में आए विधानसभा चुनाव के नतीजों पर ममता बनर्जी का बड़ा बयान, कहा- यह जनता की हार नहीं, कांग्रेस की हार है
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बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी अपनी बेबाकी के लिए जानी जाती है। तीन राज्यों में कांग्रेस की करारी हार के बाद ममता बनर्जी ने बड़ी बयान दिया है। बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने इस हार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह जनता की हार नहीं है, बल्कि कांग्रेस की हार है।उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि अगर सीट शेयरिंग कर ली गई होगी तो नतीजे ऐसे नहीं होते।
गठबंधन दल ने कांग्रेस का 12 फीसदी वोट काट दिया-ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह ‘कांग्रेस की हार है, लोगों की नहीं। कांग्रेस ने तेलंगाना जीत लिया है। वे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जीत सकते थे। कुछ वोट विपक्षी गठबंधन इंडिया की पार्टियों ने काटे। यह सच है, हमने सीट-बंटवारे की व्यवस्था का सुझाव दिया था। वोटों के बंटवारे के कारण कांग्रेस हार गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि गठबंधन दल ने कांग्रेस का 12 फीसदी वोट काट दिया है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि चुनाव में लोकतंत्र ध्वस्त हो गया।
हम गलतियों से सीखेंगे- ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने कहा कि विचारधारा के साथ-साथ आपको एक रणनीति की भी जरूरत है। अगर सीट-बंटवारे की व्यवस्था बनेगी, तो बीजेपी 2024 में सत्ता में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन अगले साल आम चुनाव से पहले मिलकर काम करेगा और गलतियों को सुधारेगा। उन्होंने कहा, हम गलतियों से सीखेंगे।
इंडिया गुट की पार्टियों ने कांग्रेस की आलोचना की
ममता बनर्जी ने ही नहीं, विपक्षी गठबंधन इंडिया गुट के कई सहयोगियों ने चुनावों से पहले खुद को दूर करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की। जनता दल-यूनाइटेड के केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस ने गठबंधन की अन्य पार्टियों को नजरअंदाज किया, लेकिन वह अपने दम पर जीतने में असमर्थ रही। केरल के मुख्यमंत्री और सीपीएम नेता पिनाराई विजयन ने कहा कि हिंदी पट्टी में बीजेपी से मुकाबला करते समय साथ मिलकर लड़ना जरूरी है।
बता दें कि केवल मध्य प्रदेश में ही समाजवादी पार्टी ने 69 सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, इन सीटों पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार जीत नहीं पाए, लेकिन किसी न किसी रूप में उसने कांग्रेस उम्मीदवार को नुकसान पहुंचाया और बीजेपी को फायदा। जिस तरह से चुनाव के पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच बयानबाजी हुई थी। उससे भी बीजेपी विरोधी पार्टियों की साख पर नुकसान पहुंचा।
Dec 04 2023, 18:59