सप्तमी को मां का पट्ट खुलते ही पंडालों में दर्शन को उमड़ी भीड़, मां दुर्गा को तरह-तरह के पकवानों के लगाए गए भोग
डेस्क : बीते शनिवार को सप्तमी को मां दुर्गा का पट्ट खुला। जिसके बाद माता के दर्शन को श्रद्लाओं का पूजा पांडालो में पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया और देर रात तक जारी रहा। सप्तमी के दिन माता को तरह-तरह के पकवानों के भोग अर्पित किए गए। रामकृष्ण मिशन आश्रम में माता को 56 से ज्यादा व्यंजनों का भोग लगाया गया। पटना कालीबाड़ी में सप्तमी पूजा के बाद खिचड़ी का भोग लगाया गया।
डाकबंगला चौराहा और शेखपुरा दुर्गाश्रम स्थित पूजा पंडाल में पट खुलने के बाद शुद्ध घी के हलवा का भोग लगा। महावीर नगर बेऊर पूजा पंडाल के बलेन्द्र शर्मा ने बताया कि मां का पट खुलने के बाद पूजा पंडाल में खिचड़ी का भोग लगा। वहीं राजेन्द्र नगर बमबम स्थान में खीर का भोग लगाकर भक्तों के बीच बांटा गया। मछुआटोली पूजा पंडाल में माता रानी को काजू बर्फी का भोग लगाया गया। शंख, ढोल और ढाक की थाप के बीच बंगाली अखाड़ा, गर्दनीबाग कालीबाड़ी में महासप्तमी की पूजा शनिवार सुबह में हुई। पूजा के बाद नवपत्रिका प्रवेश की पूजा के लिए भक्त केला का थंब लेकर गंगा स्नान के लिए गए।
गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी में सप्तमी की पूजा के बाद भोग प्रसाद का वितरण हुआ। रामकृष्ण मिशन आश्रम से जुड़े स्वामी सर्वविद्यानंद बताया कि माता रानी को केवल 56 प्रकार का पकवान अर्पित करना है, यह तय नहीं है। कई बार इसकी संख्या इससे कहीं ज्यादा हो जाती है। खिचड़ी, खीर, दही, कढ़ी, दही शाक की कढ़ी, शरबत, घेवर, मालपुआ, चोला, जलेबी, बालका, इक्षु, बटक, मठरी, फेनी, पूड़ी, ठेकुआ, सौंफ का भोग लगाया गया।
Oct 22 2023, 10:32