महारानी दुर्गावती जी के 500 वी जयंती के अवसर पर एबीवीपी द्वारा कार्यक्रम का किया गया आयोजन
जहानाबाद - रानी दुर्गावती एक महान भारतीय महिला शासक थीं, जिनका जीवन हम सभी के लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरणा स्रोत है। उनकी जयंती को अभाविप जहानाबाद नगर इकाई एवं एस एन सिंन्हा महाविद्यालय इकाई के द्वारा मनाना एक महत्वपूर्ण और समर्थनीय पहल है, जो हमारे युवा वर्ग को उनके महानता और साहस के प्रति प्रोत्साहित करने का एक माध्यम है।
नगर मंत्री शुभांकर कुमार एवं नगर सह मंत्री विष्णु शंकर ने बताया कि रानी दुर्गावती का जीवन एक उदाहरण है कि किसी का लिंग उनके साहस और नेतृत्व को प्रतिबद्ध नहीं कर सकता है। वे एक ऐसी महिला थीं जिन्होंने अपने जीवन को अपने देश और लोगों की सेवा में समर्पित किया और उनके राज्य की सुरक्षा के लिए अपने जीवन की आहुति दी।
अभाविप के कार्यकर्ताओं ने, इस मौके पर रानी दुर्गावती के उपकारों को याद करने और उनके विचारों को प्रमोट करने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। हमारे युवा वर्ग को उनके जीवन से मिलने वाले महत्वपूर्ण सिख सिखाने के लिए यह एक अद्वितीय मौका है।
जिला संयोजक गोपाल शर्मा एवं जिला प्रमुख प्रो प्रकाश चंद्र ने बताया कि रानी दुर्गावती एक विद्वान, नैतिकता और साहस की प्रतीक थीं। उन्होंने अपने राज्य में न्याय, समाजिक न्याय, और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करने का काम किया। उन्होंने गरीबों, असहायों, और वंचितों के लिए नई योजनाओं को प्रोत्साहित किया और सुनिश्चित किया कि उनके राज्य में समाज में न्याय और समर्पण बने रहे।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरजीत कुमार ने बताया कि रानी दुर्गावती की महान वीरता और साहस का सबसे प्रसिद्ध पल उनके मुघल सम्राट अकबर के खिलाफ लड़ा गया 'नरराई की लड़ाई' था। उन्होंने मुघल सेना के प्रति अद्वितीय साहस और संघर्ष प्रदर्शित किया और अपने सैन्य को निर्धारण की बजाय निर्दोष निर्वाचन का चयन किया। उनकी यह आत्मा समर्पण की उच्च बलिदान का प्रतीक बनी, जिसमें वे अपने मर्जी की अज्ञातता के बजाय अपने गरिमा और अतल स्पर्श को बनाए रखती हैं। आभविप के हुलासगंज इकाई में भी महारानी दुर्गावती जी 500वी जयंती को एक संगोष्ठी के रूप में मनाया गया
नेतृत्व नगर मंत्री बिट्टू कुमार ने किया उन्होंने ने बताया कि रानी दुर्गावती की महान जीवनक्रियाओं के बारे में जानकर, एवं उनके स्मृति को याद करने के साथ-साथ उनके जीवन से प्राप्त सिखों का पालन करने का प्रतिबद्ध रहते हैं। वे न केवल हमारी इतिहास के महत्वपूर्ण व्यक्तित्व थीं, बल्कि वे एक महिला के रूप में उन्नति और बलिदान की मिसाल भी थीं।
कार्यक्रम में शिवम कुमार कश्यप , शुभम कुमार ,सोहित कुमार लोग उपस्थित थे।
जहानाबाद से वरुण कुमार
Oct 08 2023, 17:37