हरित क्रान्ति के जनक स्वामीनाथन किए गए याद
रामगढ़: राधा गोविन्द विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग, कम्प्यूटर साइन्स एंड टेक्नालजी एवं कृषि विभाग के द्वारा संयुक्त सहयोग से समसामयिक व्याख्यानमाला के तहत 21वीं सदी में कृषि लोग, भोजन और प्रकृति के लिए नए परिदृश्य विषय पर व्याख्यान आयोजन किया गया। व्याख्यान का आयोजन हरित क्रांति के जनक डाॅ. एम एस स्वामीनाथन को याद किया गया। जिसमें इन तीनों विभाग के छात्र एवं छात्रों ने अपने अपने परिदृश्य से विचार रखे।माननीय कुलाधिपति बी.एन साह ने हरित क्रांति के उपलक्ष्य में कहा कि हरित क्रांति 1960 के दशक में शुरु हुई एक अवधि थी, जिसके दौरान कृषि को आधुनिक औद्योगिक प्रणाली में परिवर्तित कर दिया गया था। कुलपति प्रोफेसर (डाॅ.) शुक्ला महन्ती ने कहा उच्च उपज वाली किस्म (HYV) के बीज, मशीनीकृत कृषि उपकरण, सिंचाई सुविधाओं, कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग करके आधुनिक प्रणाली में परिवर्तित किया गया था।
इस मौके पर कुलसचिव डाॅ. निर्मल कुमार मण्डल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की मिट्टी ही पौधे का पेट है। जिसके तहत दूसरे विश्वयुद्ध के बाद जापान में कृषि एवं औद्योगिक क्षेत्र में हुई उल्लेखनीय खोजों जैसे सोलोमन नाम के एक जीव विज्ञानी, नोरीन एक्सपेरिमेन्ट स्टेशन में गोंजिरो इनाजुका द्वारा विकसित गेहूँ, जिसमें प्रति हेक्टयर 10 टन से ज्यादा पैदावार की क्षमता थी, इसी से प्रेरित होकर भारत सरकार ने 1967 में गेहूँ, धान, मक्का, बाजरा और ज्वार में उच्च उपज वाली किस्मों का कार्यक्रम शुरु किया। इसकी सफलता देख अक्टूबर, 1968 में अमेरिका के विलियम गुआड ने खाद्य फसलों की पैदावार में हमारी इस क्रांतिकारी प्रगति को हरित क्रांति का नाम दिया।
अन्य वक्ताओं मेें कृषि विभाग के विभागाध्यक्ष बिरेन्द्र कुमार ने भारत सरकार द्वारा मिल्लेट फूड्स के 21वी सदी मे महत्ता, कम्प्युटर साइन्स एंड टेक्नोलजी के विभागाघ्यक्ष डाॅ. संजय में ड्रोन, जीआईएस एवंआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित आधुनिक स्वचालित तकनीक पे अपने विचार रखे। प्रबंधन विभाग की और से व्याख्याता पिंकी कुमारी सिंह ने किसानों की उपज को फूड प्रोसेसिंग कर होने वाले व्यापार एवं फायदे व इसके मार्केटिंग पे अपनी विचार रखी।
इस कार्यक्रम में राधा गोविन्द शिक्षा स्वास्थ्य ट्रस्ट की सचिव सुश्री प्रियंका कुमारी, परीक्षा नियंत्रक डाॅ. अशोक कुमार, वित एवं लेखापदाधिकारी डाॅ. संजय कुमार, समिति के सदस्य श्री अजय कुमार, सहायक परीक्षा नियंत्रक डाॅ. रश्मि एवं प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. राजू कुमार महतो, श्री अमित सौरभ, विपुल कुमार एवं विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, व्याख्यातागण एवं छात्र - छात्राएँ उपस्थित थे।
Oct 05 2023, 11:53