विश्व पर्यटन दिवस पर आईएचएम रांची ने 52 मिनट्स में मड़ुआ आधारित 54 कूकीज बना कर "इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स 2023" में कीर्तिमान स्थापित किया
रांची: पर्यटन विभाग, झारखंड सरकार द्वारा स्थापित एवं नेशनल कौंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) राँची में दिनांक 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस एवं "इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ मिल्लेट्स" के रूप में मनाया गया।
झारखंड के स्थानीय मिलेट "मड़ुआ" जो झारखंड राज्य के लोगों और जनजातियों के बीच प्रसिद्ध है। उसे अंतराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए संस्थान की स्पेशल 26 टीम द्वारा 52 मिनट्स में 54 प्रकार के मड़ुआ कूकीज बना कर "इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स 2023" में नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
आईएचएम रांची द्वारा मड़ुआ" आधारित जागरी कूकीज, रागी पिनव्हील, क्रैनबेरी कूकीज, रागी फ्लैक्ससीड्स कूकीज, रागी पिस्ताचिओ बिस्कोटी, बैचलर बटन्स, स्ट्रॉबेरी एंड ब्लूबेरी, क्रिंकले, रागी हॉर्न्स, मैडेलीन, रागी फ्रूट कूकीज, ब्लोंडी, चॉकलेट मेल्टिंग मोममेंट्स, रागी डार्क चॉकलेट एंड कॉफी, रागी ट्रफल दौघ कूकीज, स्पिकेड रागी कूकीज, रागी शोर्टब्रेड विथ क्रैनबेरी एंड पिस्ताचिओ, रागी हनी कूकीज, मिलेट तुईले, रागी, लेमन एंड राइसिन स्कोनस, रागी वनीला, रागी कोको, रागी कोकोनट एवं रागी आलमंड शोर्टब्रेड जैसे विभिन्न प्रकार के 54 कूकीज बनाए गए।
मड़ुआ से न केवल अपार स्वास्थ्य लाभ हैं बल्कि यह अपने उच्च पोषण के लिए भी जाना जाता है।
इस कार्यक्रम में झारखंड की कला-संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए नृत्य प्रस्तुति से किया गयाl साथ हीं मडुआ फ़्लोर आधारित व्यंजन पुस्तक का विमोचन भी किया गया। संस्थान के प्राचार्य डॉ. भूपेश कुमार ने बताया की मड़ुआ जो की झारखण्ड का एक विशेष अनाज है, जिसे पहले गरीबों का अनाज समझा जाता था। अब इस प्रयास से सभी वर्ग के लोगों तक पहुंच पायेगा। मड़ुआ के लाभ को साझा करते हुए बताया की इस अनाज में इरोम मैग्नीशियम एवं फाइबर बहुत ही अधिक मात्रा में पाया जाता है
इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स के प्रतिनिधि के रूप में आए प्राकृत कुमार सिंह ने प्राचार्य डॉ. भूपेश कुमार एवं उनके टीम को इस सफलता हेतु बधाई दी तथा सर्टिफिकेट और मैडल से नवाज़ा।
Sep 29 2023, 11:54