कल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर काली पट्टी लगाकर मौन प्रतिरोध करेंगे शिक्षक
पटना : शिक्षक दिवस के अवसर पर 5 सितंबर 2023 को बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ, बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के साथ मिलकर शिक्षा विभाग द्वारा छुट्टी में कटौती संबंधी दिए गए आदेश के विरोध में काली पट्टी बांधकर मौन प्रतिरोध दिवस मनाएंगे।
संघ के महासचिव डॉ. भोला पासवान ने बताया कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम का हवाला देकर छुट्टी की कटौती करना, मनमानी का प्रतीक है तथा इसका मकसद लोगों को गुमराह करना है। शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत प्राथमिक विद्यालयों में 200 दिन तथा मध्य विद्यालयों में 220 दिन की पढ़ाई का प्रावधान है। जबकि विद्यालय 253 दिन खुल रहे थे। जो कि ज्यादा है, फिर इसमें शिक्षा के अधिकार अधिनियम बीच में कहां से आ गया।
उन्होंने बताया कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम का उल्लंघन विभिन्न पदाधिकारीगण द्वारा ही किया जाता है तथा प्रारंभिक विद्यालय के शिक्षकों को जाति गणना, बीएलओ कार्य, मैट्रिक, इंटर, आईटीआई, बीपीएससी, नीट, फोकानिया सहित अन्य परीक्षाओं, एम पी पी डाटा एंट्री कार्य, मध्याह्न भोजन योजना से संबंधित कार्य आदि में लगाया जाता है। जबकि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षकों को मात्र 10 वर्षीय जनगणना, लोकसभा, विधानसभा एवं स्थानीय प्राधिकार का मतदान कार्य एवं आपदा कार्य में ही लगाया जाना है।
रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, तीज, जितिया, विश्वकर्मा पूजा, दुर्गा पूजा, दीपावली, छठ हमारी सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत है। इससे छात्र-छात्राओं में सामाजिकता एवं नैतिक विकास होता है। सरकार के पदाधिकारी इसके साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
उन्होंने सरकार से अविलंब छुट्टी की कटौती करने संबंधी आदेश को वापस लेने, सभी नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने तथा 11 जुलाई के शांतिपूर्ण धरना में शामिल होने वाले शिक्षकों पर किए गए कार्रवाई को वापस लेने की मांग की है।
कल शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी शिक्षक काली पट्टी लगाकर मौन प्रतिरोध करेंगे।
Sep 07 2023, 18:04