विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही मध्यप्रदेश भाजपा में बढ़ी बेचैनी, टूट सकती है शिवराज सेना! इस बार सीधे दिल्ली से तय हो रहे MP के प्रत्याशी
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों के नजदीक आने के साथ ही बीजेपी के अंदर बैचेनी बढ़ रही है। कुछ सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित होने के पश्चात् बाकी सीटों के लिए नेताओं की उम्मीदें और प्रयास भी बढ़े हैं, किन्तु मामला केंद्रीय नेतृत्व के हाथ में होने से राज्य के प्रमुख नेता भी किसी को आश्वस्त नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में कुछ नेताओं ने पार्टी भी छोड़ी है तथा कुछ दूसरे विकल्पों की ओर देख रहे हैं।
मध्य प्रदेश में बीजेपी ने सबसे पहले प्रत्याशी घोषित करना तो आरम्भ कर दिया, किन्तु इससे चुनाव अभियान को गति मिलने के साथ अंदरूनी परेशानियां भी बढ़ी हैं। बाकी बची सीटों को लेकर कयासबाजी आरम्भ होने के साथ दावेदारों में असमंजस भी बढ़ा है। इसमें मौजूदा विधायक भी सम्मिलित हैं। दरअसल टिकटों का काम केंद्रीय नेतृत्व द्वारा सीधा संभाल लेने से प्रदेश के प्रमुख नेताओं ने भी हाथ खड़े करना आरम्भ कर दिया है। आम तौर पर प्रत्याशी तय करने के लिए पहले राज्य की चुनाव समिति में चर्चा होती है तथा उसके पश्चात् केंदीय चुनाव समिति फैसला करती है, मगर इस बार मध्य प्रदेश के लिए 39 प्रत्याशियों की जो सूची आई है, उसके लिए राज्य चुनाव समिति की बैठक ही नहीं हुई। प्रदेश के प्रमुख नेताओं से चर्चा के बाद केंद्रीय चुनाव समिति ने पहली सूची जारी कर दी। तत्पश्चात, अभी यह असमंजस भी है कि राज्य चुनाव समिति बनेगी भी या नहीं। सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश के प्रमुख नेताओं ने भी दावेदारों से सपष्ट कर दिया है कि बहुत सारी चीजें केंद्रीय नेतृत्व के स्तर पर तय हो रही है। ऐसे में राज्य के तमाम नेता राज्य के लिए तय केंद्रीय चुनाव प्रभारियों तक पहुंच बनाने में जुटे हैं।
हालांकि वहां से कोई सीधा जवाब या आश्वासन नहीं मिल रहा है। उहापोह में प्रदेश में पहले से चल रही अंदरूनी गुटबाजी भी उभर आई है। ऐसे में कई बड़े नेताओं ने अपनी नाराजगी भी जतानी आरम्भ कर दी है। प्रदेश के पूर्व सीएम स्वर्गीय कैलाश जोशी के बेटे पूर्व मंत्री दीपक जोशी पहले ही कांग्रेस में जा चुके थे। वरिष्ठ नेता भंवर सिंह शेखावत व MLA वीरेंद्र रघुवंशी ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है। पूर्व मंत्री नारायण कुशवाहा व अनूप मिश्रा उहापोह की स्थिति में हैं। अन्य कई नेता भी अगली सूची की प्रतीक्षा कर रहे हैं। अक्सर विवादों में रहने वाले नारायण त्रिपाठी के सीएम शिवराज सिंह चौहान व कांग्रेस नेता कमलनाथ का एक साथ एक ही पोस्टर में आभार व्यक्त करने का मामला भी ख़बरों में है। प्रदेश में हो रही बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्राओं को लेकर भी नाराजगी सामने आई है। पूर्व सीएम उमा भारती व पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी अपनी उपेक्षा पर नाराजगी व्यक्त की है।
Sep 07 2023, 16:40