पूर्व सांसद ने सोनारचक में डूबने से पांच बच्चों की मौत मामले में नीतीश सरकार को कहा धृतराष्ट्र
औरंगाबाद: गौरतलब है कि पूर्व सांसद डॉ. अरूण कुमार एलजेपीआर सुप्रीमो चिराग पासवान द्वारा औरंगाबाद के मदनपुर के सोनारचक में पांच बच्चों की डूबने से हुई मौत और रफीगंज के भदवा में अपराधियों द्वारा चार दुकानों को फूंके जाने की घटना की जांच के लिए गठित सात सदस्यीय जांच टीम लेकर शनिवार को औरंगाबाद आए थे। दोनों जगहों पर टीम के साथ जाकर परिजनों और पीड़ितों से मुलाकात के बाद पूर्व सांसद ने यहां प्रेसवार्ता की। प्रेसवार्ता में उन्होने नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया और जमकर भड़ास निकाली। कहा कि नीतीश कुमार धृतराष्ट्र है और वें धृतराष्ट्रों की टीम स घिरे है।
इसी वजह से राज्य में हो रहे अपराध उन्हे नजर नही आ रहे है। उन्होने कहा कि सोनारचक में पोखर में पांच बच्चों की डूबकर हुई मौत के लिए औरंगाबाद का शासन-प्रशासन दोषी है। यह हादसा नही बल्कि हत्या है क्योकि वहां मनरेगा के तहत पोखर नही बल्कि पोखर में गहरा कुआं खोद दिया गया। पोखर की गहराई तो मात्र दो फीट ही थी लेकिन कुआंनुमा खड्ढ़ा काफी गहरा था।
इतना ही नही इसकी खुदाई में मानव श्रम का इस्तेमाल नही किया गया बल्कि जेसीबी से खुदाई की गई, जो सरासर गलत है। यदि श्रमिकों से पोखर की खुदाई होती तो पोखर में कुआं नही होता और न ही बच्चों की मौत होती। पूर्व सांसद ने भदवा की घटना पर कहा कि जिनके दुकान फूंके गए है, वें सभी महादलित है। इस मामले में रफीगंज के अंचल अधिकारी का बयान बेहद शर्मनाक है। कहा कि अंचल अधिकारी का यह कहना कि यदि घर जल जाता तो मुआवजा मिलता लेकिन दुकान जलने का मुआवजा नही दे सकते, बेहद शर्मनाक और संवेदनहीन है।
सरकार और उसके अधिकारी दोनों ही संवेदनहीन है। कहा कि सोनारचक के पीड़ित परिवारों के लिए चार-चार लाख का मुआवजा काफी नही है और उन्हे 20-20 लाख का मुआवजा सरकार दे। साथ ही भदवां के पीड़ितों को भी उचित मुआवजा मिले। पार्टी दोनों मामलों में अपनी ओर से भी मदद करेगी और दोनों घटनाओं के पीड़ितो को मुआवजा नही मिला तो पार्टी इसे लेकर आंदोलन करेगी।
Sep 02 2023, 22:07