बीजेपी ने राज्य सरकार से किया सवाल, हिंदुओं का पर्व त्योहार शुरू हुआ तभी छुट्टी कटौती की याद क्यों आई
पटना - बिहार के सरकारी स्कूलों में हिंदुओं के पर्व त्योहारों की छुट्टियों में कटौती पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा ऐतराज जताया है। विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने शुक्रवार को कहा कि सरकार के इस आदेश से हिंदुओं की सांस्कृतिक और धार्मिक भावना आहत हुई है।
प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री यादव ने साफ लहजे में सरकार से कहा कि भाजपा को यह फरमान स्वीकार्य नहीं है। भाजपा इस मुद्दों को लेकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मिलकर एक ज्ञापन देकर इस आदेश को वापस लेने की मांग करने वाली थी।
लेकिन, इन सभी की उपलब्धता नहीं होने के कारण शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपने का निर्णय किया गया। उनकी उपलब्धता की जानकारी भी नहीं हुई, जिस कारण इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया।
उन्होंने सरकार से इस कटौती को वापस लेने का आग्रह करते हुए कहा कि यह कटौती हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि दिवाली, जितिया, दुर्गा पूजा, छठ जैसे पर्व हमारी संस्कृति और धार्मिक पर्व है। उन्होंने सरकार के इस आदेश को स्थगित करने की मांग की।
इधर, विधानसभा में विरोधी दल के मुख्य सचेतक जनक सिंह ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पहले से तय छुट्टी में कटौती नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यह सनातन धर्मावलंबियों का अपमान है।
उन्होंने कहा कि सरकार तत्काल यह आदेश वापस ले। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर जब हिंदुओं के पर्व त्योहार के सीजन की शुरूआत हुई तभी सरकार को छुट्टी कटौती की याद कहां से आ गई। उन्होंने कहा कि यह तुष्टिकरण नहीं तो और क्या है?
इस प्रेस वार्ता में भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधान पार्षद अनिल शर्मा, विधान पार्षद जीवन कुमार, एमएलए लखींद्र पासवान, एमएलसी अशोक अग्रवाल, एमएलए संजय सिंह, हरिभूषण ठाकुर बचौल , अरुण शंकर प्रसाद, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अमित प्रकाश बबलू भी उपस्थित रहे।
Sep 01 2023, 20:12