नए चीनी नक्शे पर मचे बवाल के बीच विदेश मंत्री जयशंकर बोले- कोई नई बात नहीं, वही बेतुकी चाल, थरूर ने भी मिलाई ताल
#china_new_map_jaishankar_said_nothing_new_tharoor_echoes
दो साल पहले जब गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष हुआ था उसके बाद भारत चीन के संबंध अभी तक सामान्य नहीं हो पाए हैं। चीन भले ही शांति और बातचीत के जरिये मामले का समाधान निकालने की बात करे लेकिन उसकी मंशा साफ नहीं है। इस बीच चीन ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन पर दावा किया है। चीन ने सोमवार को अपना ऑफिशियल मैप जारी किया, जिसमें भारत के अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चीन को अपने क्षेत्र में दिखाया। चीन के इस दावे के बाद देश की सियासत में एक बार फिर उबाल आ गया है। विपक्ष खासकर कांग्रेस सरकार पर निसाने साध रही है। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन के दावे को कारिज किया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन पर दावा जताने वाले चीन के तथाकथित ‘मानक मानचित्र’ को खारिज करते हुए कहा कि सिर्फ बेतुके दावे करने से अन्य लोगों के क्षेत्र आपके नहीं हो जाते।
यह चीन की पुरानी आदत-जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि बीजिंग ने पहले भी उन क्षेत्रों पर दावा करते हुए ऐसे नक्शे जारी किए थे, जो उसके नहीं हैं और यह चीन की पुरानी आदत है। विदेश मंत्री ने एक न्यूज चैनल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मानचित्र पर एक सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की। जयशंकर ने कहा, इसकी शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी, इसलिए भारत के कुछ क्षेत्रों पर अपना दावा करने वाला मानचित्र पेश करने से मुझे लगता है कि इससे कुछ नहीं बदलता। ये भारत का हिस्सा हैं।
अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए क्या करने की जरूरत ये साफ है-जयशंकर
जयशंकर ने कहा, हम बहुत स्पष्ट हैं कि हमारे क्षेत्र कहां तक हैं। यह सरकार इस बारे में बहुत स्पष्ट है कि हमें अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए क्या करने की जरूरत है। आप इसे हमारी सीमाओं पर देख सकते हैं। मुझे लगता है कि इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
थरूर ने जयशंकर को दी ये सलाह
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने विदेश मंत्री एस.जयशंकर के सुर में सुर मिलाए हैं। उन्होंने कहा, मैं विदेश मंत्री की इस बात का समर्थन करता हूं कि दूसरे की सीमा को अपना बताना चीन की पुरानी आदत रही है। उसकी ये भी आदत है कि वह हमारे विरोध प्रदर्शन को नजरअंदाज करता है तो क्या हमें इस बात को यहीं छोड़ देना चाहिए?'
थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 'क्या हम अपनी नाराजगी दिखाने के लिए कुछ नहीं कर सकते? क्यों ना हमें भी चीनी पासपोर्ट धारक तिब्बत के लोगों के लिए भी स्टेपल वीजा जारी करने शुरू कर देने चाहिए? साथ ही हमें वन चाइना पॉलिसी को समर्थन देना भी बंद कर देना चाहिए।'
भारत सरकार ने जताया कड़ा विरोध
इससे पहले भारत ने मंगलवार को मानचित्र मुद्दे पर चीन के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया और कहा कि चीनी पक्ष के ऐसे कदम सीमा से जुड़े विषय को केवल जटिल ही बनायेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने चीन के तथाकथित ‘मानक मानचित्र’ के 2023 के संस्करण के बारे में पूछे गये सवालों पर अपने बयान में कहा, हमने चीन के तथाकथित ‘मानक मानचित्र’ के 2023 के संस्करण पर राजनयिक माध्यमों के जरिये आज कड़ा विरोध दर्ज कराया है, जो भारतीय क्षेत्र पर दावा करता है। बागची ने कहा, हम इन दावों को खारिज करते हैं जिसका कोई आधार नहीं है। चीनी पक्ष के ऐसे कदम सीमा से जुड़े विषय को केवल जटिल ही बनायेंगे।
Aug 30 2023, 11:36