थानाध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता को रिश्वत लेते रंगेहाथ निगरानी द्वारा की गई गिरफ्तारी में सस्पेंस और थ्रिल, जानिए पूरा मामला
औरंगाबाद : बिहार के निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना की टीम द्वारा औरंगाबाद के गोह प्रखंड के उपहारा थानाध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गुरुवार को की गई गिरफ्तारी में सस्पेंस और थ्रिल भी है। जानकारों की माने तो थानेदार की गिरफ्तारी के वक्त जमकर नौटंकी हुई है। हालांकि निगरानी के अधिकारी ऐसा कुछ होने से इंकार कर रहे है।
थानेदार की पत्नी ने खिड़की से फेंक दी रिश्वत की रकम, फिर भी हुई गिरफ्तारी
माने या न माने लेकिन भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार थानेदार ने रिश्वत दाता सनोज को थाने के पास ही पैसे लेकर बुलाया था। सनोज से पैसे लेकर थानेदार, जैसे ही अपने सरकारी आवास में गए कि पीछे से विजिलेंस की टीम के एक सदस्य कमरे में पहुंच गए। इस पर थानेदार की पत्नी को तुरंत शक हो गया, पत्नी ने तत्काल रुपये के बंडल को खिड़की से बाहर फेंक दिया और वह शोर मचाने लगी।
शोर को सुनकर सभी पुलिस वाले इकट्ठा हो गए। इससे पहले कि बात और बढ़ती विजिलेंस की टीम के अन्य सदस्य भी थाना परिसर में आ धमके। इसके बावजूद पुलिस की टीम थानेदार को विजिलेंस के हवाले नहीं सौंप रही थी। इसे लेकर काफी मशक्कत हुई। इसके बाद विजिलेंस की टीम द्वारा परिचय दिए जाने के बाद मामला शांत हुआ। तब जाकर निगरानी की टीम थानेदार को अपनी गिरफ्त में ले सकी।
यह है गिरफ्तारी की निगरानी की थ्योरी
इधर निगरानी की टीम के पुलिस उपाधीक्षक अभय कुमार रंजन ने इस पूरे वाकये को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस अवर निरीक्षक सह उपाहारा थानाध्यक्ष, आनन्द कुमार गुप्ता को 20,000/- की नगद रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। उन्होने कहा कि निगरानी अन्वेषण ब्यूरो मुख्यालय, पटना की टीम द्वारा 23 अगस्त को दर्ज निगरानी थाना कांड सं.-30/2023 में पुलिस अवर निरीक्षक सह उपहारा थानाध्यक्ष आनन्द कुमार गुप्ता को 20,000/- (बीस हजार) रुपये की रिश्वत लेते उपहारा थाना परिसर स्थित उनके सरकारी आवास से रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है।
मामले के परिवादी उपहारा थाना के हमीदनगर निवासी सनोज कुमार ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में 16 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा था कि उपहारा थानाध्यक्ष आनन्द कुमार गुप्ता द्वारा उपहारा थाना कांड सं.-51/23 में मदद करने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही है। मामले का ब्यूरो द्वारा सत्यापन कराया गया।
सत्यापन के क्रम में थानाध्यक्ष द्वारा 20,000/- (बीस हजार) रुपये की रिश्वत मांगे जाने का प्रमाण पाया गया। आरोप सही पाये जाने के बाद मामले में कांड अंकित कर अनुसंधानकर्त्ता निगरानी के डीएसपी अभय कुमार रंजन के नेतृत्व में एक धावा दल का गठन किया गया। धावा दल द्वारा कार्रवाई करते हुए उपहारा थानाध्यक्ष आनन्द कुमार गुप्ता को 20,000/-रुपये की रिश्वत लेते उपहारा थाना परिसर स्थित सरकारी आवास से रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है।
मामले में थानाध्यक्ष को पूछताछ के बाद पटना स्थित निगरानी की अदालत में उपस्थापित किया जाएगा। इसके बाद अदालती आदेश पर थानाध्यक्ष को जेल भेजा जाएंगा।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Aug 27 2023, 16:28