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विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ मतदान केंद्रो के भवन व स्थल परिवर्तन प्रस्ताव से संबंधित हुई बैठक


हजारीबाग: जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त नैंसी सहाय के निर्देशानुसार समाहरणालय सभा कक्ष में सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी तथा सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ मतदान केन्द्रों का पुनर्वव्यस्वीकरण एवं स्थल परिवर्तन के संदर्भ में बैठक का आयोजन किया गया। 

इस दौरान बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र में 4, बरही विधानसभा क्षेत्र में 9, मांडू विधानसभा क्षेत्र में 11, हजारीबाग विधानसभा क्षेत्र में 4 सहित कुल 28 मतदान केंद्रों के भवन या स्थल परिवर्तन प्रस्ताव पर चर्चा के उपरांत सहमति जताई गई। विदित हो कि सहायक निर्वाचन निर्वाचक पदाधिकारी की ओर से मतदान केंद्रों की वर्तमान भौतिक स्थिति यथा भवन की जर्जरता, मतदाताओं को अधिक दूरी तय करने तथा मूलभूत सुविधाओं के आभाव आदि के मापदंडों के सन्दर्भ में मतदान केंद्रों की वर्तमान उपलब्ध सुविधाओं का सत्यापन कराया गया था।

बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र के जयनगर प्रखंड के बूथ संख्या 75 को नवनिर्मित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सरमाटांड़, बूथ संख्या 41 को पंचायत सचिवालय करियावां, चलकुशा प्रखंड के बूथ संख्या 287 को राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय मस्केडीह, बूथ संख्या 311 को उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय महतोड़ीह,चौबे में परिवर्तित किया गया है।

  

बरही विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बरही प्रखण्ड के बूथ संख्या 304 को मध्य विद्यालय बेंदगी पूर्वी भाग,बूथ संख्या 305 को मदरसा अजीजया जियाउल उलूम रसोईया धमना में, बूथ संख्या 306 को उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय लसकरी में, बूथ संख्या 323 को प्लस टू उच्च विद्यालय बरही के कमरा संख्या 1 में, बूथ संख्या 330 को प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय बरही के कमरा संख्या 1 एवं बूथ संख्या 331 प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय बरही के कमरा संख्या 2 में, बूथ संख्या 401 को नव प्राथमिक विद्यालय अलगडीहा में,चंदवारा प्रखण्ड अन्तर्गत बूथ संख्या 223 को आंगनवाड़ी केंद्र पथलगड़ा में, बूथ संख्या 224 को उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय पथलगड़ा में परिवर्तित किए जाने का प्रस्ताव दिया गया है। 

    

मांडू विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत डाडी प्रखंड के बूथ संख्या 71 को राजकीयकृत मध्य विद्यालय बलसगरा के उत्तरी भाग के भवन संख्या 2, बूथ संख्या 111 को नव प्राथमिक विद्यालय डोकाबेड़ा में, बूथ संख्या 113 को राजकीयकृत मध्य विद्यालय की गिद्दी सी के भवन संख्या 2 में,मांडू प्रखण्ड अंतर्गत बूथ संख्या 144,145,146,147 को श्री गुरु नानक पब्लिक स्कूल अमर नगर घाटो के कमरा संख्या क्रमशः 1,2,3,4 में, बूथ संख्या 184 को नव प्राथमिक विद्यालय गायत्री नगर झारखंड 15 नंबर में, बूथ संख्या 185 को विवाह भवन सीसीएल झारखंड 15 नंबर में, बूथ संख्या 243, 244 को वन विभाग कार्यालय नया भवन कूजू पश्चिमी भाग एवं उतरी भाग में परिवर्तित करने का प्रस्ताव दिया गया।

   

हजारीबाग विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत नगर निगम के बूथ संख्या 244 को आनंदा उच्च विद्यालय हजारीबाग में, सदर प्रखंड अंतर्गत बूथ संख्या 396 को मॉडल आंगनबाड़ी नर्सरी स्कूल केंद्र केसुरा 2 में, बूथ संख्या 381 को पंचायत भवन बहेरी के हॉल में, बूथ संख्या 383 को पंचायत भवन बहेरी के कमरा संख्या एक में परिवर्तित करने का प्रस्ताव दिया गया।

इस प्रकार आज कुल 28 मतदान केंद्रों के स्थल परिवर्तन हेतु प्रस्ताव पर चर्चा की गई।

इस बैठक में निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सह अनुमण्डल पदाधिकारी, सदर, निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी-सह-अनुमण्डल पदाधिकारी, बरही, निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सह-भूमि सुधार उप समाहर्त्ता, बरही, उप निर्वाचन पदाधिकारी, हजारीबाग एवं सभी प्रखण्डों के सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी तथा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि यथा-आम आदमी पार्टी से देव चौहान, बहुजन समाज पार्टी से शीला देवी, भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी से गणेश कुमार सीटू इंडियन नेशनल काँग्रेस से कृष्णा प्रसाद सिंह एवं मनोज नारायण भगत इत्यादि उपस्थित थे।

आरोग्यम हॉस्पिटल द्वारा लगाया गया निःशुल्क हड्डी एवं नस रोग का मेगा चिकित्सा कैंप, करीब 350 मरीजों ने उठाया लाभ

हजारीबाग: - हजारीबाग के एकलौते सुपरस्पेशलिटी निजी हॉस्पिटल एचजेडबी आरोग्यम सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा सोमवार को हॉस्पिटल परिसर में एकदिवसीय निःशुल्क मेगा हड्डी एवं नस रोग कैम्प का आयोजन किया गया। जिसमें हड्डी एवं नस रोग से संबंधित करीब 350 मरीजों ने इस कैम्प का लाभ उठाया। 

कैम्प में हॉस्पिटल के हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ और अनुभवी चिकित्सक डॉ.सुनील कुमार और डॉ.मयंक प्रताप सिंह ने सभी को उचित चिकित्सीय परामर्श दिया एवं इलाज किया। कैम्प में शारीरिक दर्द, रीढ़ की हड्डी, साइटिका, लकवा और फैक्टर के ऑपरेशन के बाद समस्या से संबंधित मरीज अधिक तर पहुंचे। कैम्प के दौरान हॉस्पिटल द्वारा मुफ़्त में बी.एम.डी., ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और पल्स की जांच भी की गई और कई दवाई भी मुफ़्त में उपलब्ध कराया गया ।

कैम्प के बाबत दोनों हड्डी और नस रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया की हजारीबाग और आसपास के लोग अपनी बीमारी की समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं। उन्होंने बताया की कैम्प में इतनी बड़ी संख्या में लोगों का पहुंचना इस बात की पुष्टि करती है। 

कैम्प के सफल संचालन पर आरोग्यम हॉस्पिटल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने बताया की सामाजिक दायित्व निर्वहन अंतर्गत हम हमेशा ऐसे मेडिकल कैम्प का आयोजन करते रहें हैं। उन्होंने कहा की हमारे प्रयास का प्रतिफल है की लोग स्वास्थ्य के प्रति हजारीबाग में लगातार जागरूक हो रहें है। शॉर्ट नोटिस में इस कैम्प में करीब 350 लोगों का पहुंचना इसे स्पष्ट रूप से दर्शाता है। उन्होंने बताया की आरोग्यम हॉस्पिटल समाज हित में ऐसे कैंप का लगातर आयोजन करता रहेगा ।

कैम्प को सफल बनाने में हॉस्पिटल प्रसाशक जया सिंह, रवि सिंह, रुकसाना, वंदना, निधि, सुमन सहित अन्य लोगों का सराहनीय योगदान रहा ।

हज़ारीबाग: उतरी शिवपुरी कृष्णा नगर से सातवें सोमवरी को निकला भव्य कलश यात्रा

हज़ारीबाग़ के उत्तरी शिवपुरी, कृष्णा नगर शिव मंदिर से रुद्रभिषेक पूजा को लेकर सावन के सातवें सोमवरी को सैकड़ों महिलाओं ने पिला व गेरुवा वस्त्र पहन माथे पर कलश लेकर ढोल- तासे के साथ शिवपुरी से बडम बाजार व झंडा चौक होते हुए हजारीबाग स्थित बुढ़वा महादेव तालाब तक भव्य कलश यात्रा निकाला। 

आचार्य विजय कुमार पांडेय ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच कलश में जल भरा और पुनः वापस झूमते- गाते हुए महिलाओं ने हर-हर महादेव ,बम-बम भोले का जयकारा लगाते हुए कृष्णा नगर शिवालय पहुंचकर जलाभिषेक कर पूजा- अर्चना किया। 

इस क्रम में या धार्मिक जात्रा जैसे ही सदर विधायक सेवा कार्यालय पहुंचा तो विधायक मनीष जायसवाल ने हाथ जोड़कर यात्रा का अभिनंदन किया। मंगलवार को यहां भंडारा का आयोजन किया जायगा।

मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष सुनील सिंह, सचिव पवन वर्मा,कोषाध्यक्ष धीरज कुमार,रणवीर कुमार,संयोजक वीरेंद्र कुमार वीरू,दीपक वर्णवाल ,रमेश राम,राजेन्द्र साव,कैलास राम,सोनू वर्मा,राजा कुमार,पिन्टू वर्मा,पारसमणि रविदास, रामस्वरूप रविदास, अखलेश कुमार,रवि,कुमार,अजय साव,विष्णुदत्त पांडेय सहित अन्य लोगों ने सामूहिक रूप से विधायक मनीष जायसवाल को चुनरी ओढ़ाकर सम्मानित किया एवं उन्हें भंडारा के लिए आमंत्रित भी किया ।

शारदा मेडिकल में स्वास्तिक डेंटल क्लिनिक का सदर विधायक ने किया उद्घाटन

हजारीबाग शहर के में रोड स्थित शारदा मेडिकल में डॉ.अंबिका गोयल के नवीन स्वास्तिक डेंटल क्लिनिक का उद्घाटन हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल और विशिष्ट अतिथि समाजसेवी श्रद्धानन्द सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।

यहां पहुंचने पर विधायक मनीष जायसवाल और श्रद्धानंद सिंह का डॉ.अंबिका गोयल के द्वारा पुष्पगुच्छ भेंटकर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत व सम्मान किया गया। उद्घाटन के बाद विधायक मनीष जायसवाल और श्रद्धानंद सिंह ने डॉ. गोयल के उज्जवल भविष्य की ईश्वर से कामना की ।

डॉ.अंबिका गोयल ने बताया कि स्वास्तिक डेंटल क्लीनिक में दांत संबंधित सभी समस्याओं तथा बीमारियों का उपचार उचित दर पर अनुभवी डॉक्टर एवं नवीन आधुनिक पद्धति से किया जाएगा।

मौके पर विशेष रूप से मारवाड़ी समाज के पूर्व अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, मारवाड़ी समाज के जिला अध्यक्ष सुमेर सेठी सेठी, चंद्रप्रकाश जैन, विधायक प्रतिनिधि दिनेश सिंह राठौर सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें ।

खास महाल जमीन पर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण संबंधी मामले पर जिला प्रशासन गंभीर


उपायुक्त ने जांच कमिटी गठित कर उक्त मामलें की जांच रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर उपलब्ध कराने का दिया निर्देश

हजारीबाग जिलान्तर्गत खास महाल भूमि से संबंधित लीज भूमि का नवीकरण, नामान्तरण, हस्तानान्तरण आदि कार्यों का निष्पादन किया जा रहा है। इसके साथ-साथ खास महाल पुनग्रहित सरकारी भूमि का संरक्षण पर भी प्रशासन गंभीर है।

 उपायुक्त नैंसी सहाय ने आदेश जारी कर निर्देश देते हुए कहा है कि उपरोक्त विषय पर जनता दरबार एवं विभिन्न श्रोतों द्वारा ज्यादातर मामलें खास महाल जमीन पर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण किये जाने की सूचना जिला प्रशासन को प्राप्त हो रही है। साथ ही कुछ मामलों में लीजधारियों / पूर्व लीजधारियों की अनुपस्थिति में वैध दस्तावेज के नहीं रहने के बावजूद भी गैर लीजधारियों द्वारा भूमि पर अवैध निर्माण किये जाने की जानकारी निरंतर प्राप्त हो रही है। 

उक्त परिप्रेक्ष्य में खास महाल पुनग्रहित सरकारी भूमि का संरक्षण तथा लीज पर धारित भूमि पर अवैध कब्जा / अवैध निर्माण को रोके जाने के निर्देश उपायुक्त ने दिए है।

उन्होंने हजारीबाग जिलान्तर्गत खास महाल भूमि पर अतिक्रमण, अवैध कब्जा, अवैध निर्माण आदि की जांच हेतु भूमि सुधार उप समाहर्ता, सदर हजारीबाग की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया है। इस गठित टीम को भूमि से संबंधित उक्त प्रकार के मामले की जांच कर जाँच प्रतिवेदन 15 दिनों के अंदर उपायुक्त को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी, सदर हजारीबाग को गठित कमिटि द्वारा किये जाने वाले कार्यों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए है।

दुनियाभर में फिल्म 'जेलर' का जलवा, यूपी पहुंचे मेगास्टार रजनीकांत, सीएम योगी के साथ देखेंगे अपनी मूवी


मेगास्टार रजनीकांत की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'जेलर' पूरी दुनिया में अपना जलवा देखा जा रहा है। उनकी फिल्म दुनियाभर में जबरदस्त कमाई कर रही है। फिल्म के साथ सनी देओल की गदर 2 और अक्षय कुमार की OMG 2 रिलीज हुई है। लेकिन जेलर की कमाई पर इन दोनों फिल्मों का कोई निगेटिव इम्पैक्ट पड़ता नजर नहीं आ रहा है। रजनीकांत भी अपनी इस फिल्म के प्रमोशन में बिजी हैं। अब वे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ फिल्म देखेंगे।

फिल्म अभिनेता रजनीकांत शुक्रवार की शाम लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे। यहां पत्रकारों ने जब सीएम योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वो मुख्यमंत्री के साथ फिल्म देखेंगे।वहीं जब पत्रकारों ने उनकी फिल्म जेलर की सफलता को लेकर सवाल किया तो उन्होंने ईश्वर की ओर इशारा करते हुए कहा कि सब भगवान की कृपा है।

बता दें कि अभिनेता रजनीकांत तीन दिवसीय यूपी दौरे पर हैं। वो 18 अगस्त से 20 अगस्त तक यूपी में रहेंगे। इस दौरान अभिनेता अयोध्या, मथुरा और काशी के मंदिरों में जा सकते हैं और पूजा अर्चना कर सकते हैं। रजनीकांत इससे पहले साल 2021 में भी उत्तर प्रदेश आए थे, इस दौरान उन्होंने प्रदेश की कुछ लोकेशन पर अपनी फिल्म की शूटिंग भी की थी।

सीएम योगी आदित्यनाथ और रजनीकांत दोनों आज मिलकर फिल्म जेलर देख सकते हैं। ये मौका बेहद अलग होगा, क्योंकि मुख्यमंत्री अक्सर फिल्म नहीं देखते है, ऐसे बहुत कम ही मौके हुए हैं जब योगी आदित्यनाथ फिल्म देखने गए हैं। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी पूरी कैबिनेट के साथ फिल्म द केरल स्टोरी देखने पहुंचे थे। इसके लिए लोकभवन में स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। इस दौरान सीएम योगी ने कहा था कि 'लव जिहाद मानवता के खिलाफ अघोषित आतंकवाद का एजेंडा है। यह फिल्म लव जेहाद के प्रति पूरे देश का ध्यान आकर्षित करती है। हर सभ्य नागरिक और समाज को इस विकृति के प्रति जागरूक होना होगा।

फिल्म जेलर की बात करें तो ये 10 अगस्त को दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज की गई। इस फिल्म को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। फिल्म ने 8 दिनों में दुनियाभर में 470 करोड़ की कमाई कर ली है। ये आंकड़े अपने आप में ही रजनीकांत की लोकप्रियता और उनकी सक्सेस को बयां कर रहे हैं। भारत में भी ये फिल्म अच्छा कर रही है और 235 करोड़ की कमाई कर चुकी है।

नए वेरिएंट के साथ कोरोना ने दी फिर दस्तक, BA.2.86 को लेकर WHO का अलर्ट


क्या आपने ये मान लिया है कि कोविड खत्म हो गया है, तो आप बिल्कुल गलत हैं। दरअसल कोरोना ने नए वेरिएंट के साथ एक बार फिर दस्तक दी है। कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन बीए.2.86 को लेकर 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' ने चिंता जताई है।यूके में देखे गए एरिस के बाद अब अमेरिका सहित कुछ देशों में नए बीए.2.86 वेरिएंट के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। प्रारंभिक अध्ययनों में दोनों को ही ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक रूप माना जा रहा है, हालांकि इनमें जिस प्रकार के म्यूटेशन देखे गए हैं, वह इनकी अधिक संक्रामकता को लेकर अलर्ट करते हैं।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन(WHO) ने कहा है कि यह कोरोना के बाकी दूसरे वेरिएंट से ज्याद म्यूट है। बीए.2.86 ओमिक्रॉन के बीए से है। इसका पहला केस इज़राइल में पाया गया था। अब तक यह केवल पांच देशों में पाया गया है - डेनमार्क (2), इज़राइल (1), अमेरिका (1), और यूके (1) में और वेरिएंट के खतरनाक लक्षण दिखाई दिए हैं। जिससे ताजा कोविड की आशंका बढ़ गई है। WHO ने शुक्रवार को कहा कि वे इस समय 3 वेरिएंट्स ऑफ इंटरेस्ट और 7 वेरिएंट्स को निगरानी में ट्रैक कर रहे हैं। 

WHO ने 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, "डब्ल्यूएचओ ने बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन के कारण आज कोविड-19 वेरिएंट बीए.2.86 को 'निगरानी के तहत वेरिएंट' के रूप में नामित किया है। डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 प्रतिक्रिया के लिए तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने एक पोस्ट में कहा, "अभी इसके बारे में बहुत सीमित जानकारी उपलब्ध है, लेकिन बड़े उत्परिवर्तन। वेरिएंट को ट्रैक करने/नए वेरिएंट का पता लगाने के लिए कड़ी निगरानी, अनुक्रमण और कोविड-19 रिपोर्टिंग की आवश्यकता है। भले ही कोविड वायरस का प्रसार और विकास जारी है, डब्ल्यूएचओ ने भी बेहतर निगरानी, अनुक्रमण और रिपोर्टिंग करेगी। ऐसा लगता है कि BA.2.86 असली चीज़ है - अब लंदन, इंग्लैंड से भी पता चला है। कुल मिलाकर 5वां मामला।

दुनियाभर में फिल्म 'जेलर' का जलवा, यूपी पहुंचे मेगास्टार रजनीकांत, सीएम योगी के साथ देखेंगे अपनी मूवी


मेगास्टार रजनीकांत की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'जेलर' पूरी दुनिया में अपना जलवा देखा जा रहा है। उनकी फिल्म दुनियाभर में जबरदस्त कमाई कर रही है। फिल्म के साथ सनी देओल की गदर 2 और अक्षय कुमार की OMG 2 रिलीज हुई है। लेकिन जेलर की कमाई पर इन दोनों फिल्मों का कोई निगेटिव इम्पैक्ट पड़ता नजर नहीं आ रहा है। रजनीकांत भी अपनी इस फिल्म के प्रमोशन में बिजी हैं। अब वे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ फिल्म देखेंगे।

फिल्म अभिनेता रजनीकांत शुक्रवार की शाम लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे। यहां पत्रकारों ने जब सीएम योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वो मुख्यमंत्री के साथ फिल्म देखेंगे।वहीं जब पत्रकारों ने उनकी फिल्म जेलर की सफलता को लेकर सवाल किया तो उन्होंने ईश्वर की ओर इशारा करते हुए कहा कि सब भगवान की कृपा है।

बता दें कि अभिनेता रजनीकांत तीन दिवसीय यूपी दौरे पर हैं। वो 18 अगस्त से 20 अगस्त तक यूपी में रहेंगे। इस दौरान अभिनेता अयोध्या, मथुरा और काशी के मंदिरों में जा सकते हैं और पूजा अर्चना कर सकते हैं। रजनीकांत इससे पहले साल 2021 में भी उत्तर प्रदेश आए थे, इस दौरान उन्होंने प्रदेश की कुछ लोकेशन पर अपनी फिल्म की शूटिंग भी की थी।

सीएम योगी आदित्यनाथ और रजनीकांत दोनों आज मिलकर फिल्म जेलर देख सकते हैं। ये मौका बेहद अलग होगा, क्योंकि मुख्यमंत्री अक्सर फिल्म नहीं देखते है, ऐसे बहुत कम ही मौके हुए हैं जब योगी आदित्यनाथ फिल्म देखने गए हैं। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी पूरी कैबिनेट के साथ फिल्म द केरल स्टोरी देखने पहुंचे थे। इसके लिए लोकभवन में स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। इस दौरान सीएम योगी ने कहा था कि 'लव जिहाद मानवता के खिलाफ अघोषित आतंकवाद का एजेंडा है। यह फिल्म लव जेहाद के प्रति पूरे देश का ध्यान आकर्षित करती है। हर सभ्य नागरिक और समाज को इस विकृति के प्रति जागरूक होना होगा।

फिल्म जेलर की बात करें तो ये 10 अगस्त को दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज की गई। इस फिल्म को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। फिल्म ने 8 दिनों में दुनियाभर में 470 करोड़ की कमाई कर ली है। ये आंकड़े अपने आप में ही रजनीकांत की लोकप्रियता और उनकी सक्सेस को बयां कर रहे हैं। भारत में भी ये फिल्म अच्छा कर रही है और 235 करोड़ की कमाई कर चुकी है।

अगर आप बदहजमी से है परेशान तो न खाएं ये खाना! बढ़ सकती है अपच की परेशानी...


दिल्ली:आजकल के टाइम में गलत खानपान के कारण हमें पेट से जुड़ी कई तरह के परेशानी से गुजरना पड़ता है। पेट से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या हमें परेशान करती है. इससे हमें दस्त, ऐंठन, अपच, पेट दर्द जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं. ये तब होता है, जब हमारा पाचन तंत्र खराब हो, या फिर आपको पेट से जुड़ी किसी तरह की परेशानी हो. भले ही ये समस्या बेहद ही आम है, लेकिन इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है. देखा जाए तो इसके लिए हमारा खान-पान बहुत ज्यादा जिम्मेदार है।

गलत खान-पान से सूजन, दर्द और सीने में जलन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है... तो आइये आपको इस तरह की परेशानी से हमेशा-हमेशा के लिए सुरक्षित रखने के लिए आपको बताएं, आखिर किस तरह के खाने से ये होता है... 

इनसे रहें दूर...

1. मसालेदार भोजन- भले ही स्वाद इसका कितना भी लाजवाब हो, मगर ये शरीर के लिए हानिकारक होता है. इससे आपके शरीर को पाचन तंत्रों से जुड़ी कई परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि मसालेदार भोजन में कैप्साइसिन जैसे यौगिक होते हैं, जो पाचन तंत्र में जलन पैदा करते हैं, जिससे आपके पेट में अपच के लक्षण पैदा होते हैं. ऐसे में कोशिश करें कि आप मसालेदार खाना कम ही खाएं...

2. तले हुए भोजन- तला हुआ भोजन भी बहुत खतरनाक साबित हो सकता है. खासतौर पर अगर आप अपच के शिकार हैं, तला हुआ भोजन पेट के लिए काफी भारी हो सकता है. ऐसे में तला हुआ खाना अपच की समस्या खड़ी कर सकता है. तला हुआ खाना पचने में भी काफी लंबा समय लेता है. इससे सीने में जलन सहित अन्य परेशानी बरकार रहती है. 

3. खट्टे फल- खट्टे फल भी अपच की समस्या में इजाफा करते हैं. दरअसल खट्टे फल का रस पेस से जुड़ी समस्या का कारक बनता है. इससे आपके शरीर में दर्द होता है, साथ ही हल्की-फुल्की जलन भी महसूस होती है, जिससे आपको परेशानी होगी.

आस्था: आईए जानते है झारखंड के कुछ ऐसे धार्मिक स्थल जहां होती है हर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी...

झारखंड:-भारत 64 करोड़ देवी-देवताओं की भूमि है ,जो अपने प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। भारत में कई राज्यों में कुछ ऐसे धार्मिक स्थल हैं जो आज भी रहस्मयी है। आज हम आपको झारखंड के कुछ रहसमयी मंदिरों के बारे में बताएंगे जहा भक्तों की होती हर मनोकामनाएं पूरी।

झारखंड तो ऐसे पर्यटन स्थल और मंदिरों के लिए चर्चा में रहा है।झारखंड में कई ऐसे रहस्यमय मंदिर जहा लोग पूजा कर मन्नत मांगते और उनकी मनोकामनाएं भी पूरी होती है| 

झारखंड के इन्हीं धार्मिक स्थल और इन्हीं मंदिरों में से कई ऐसे रहस्य में मंदिर है, जिनका इतिहास काफी पुराना है।

आज हम ऐसे ही झारखंड के कई रहस्यमयी और अदभूत मंदिरों के बारे में जानेंगे जिसकी चर्चा झारखंड में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में होती है।

धर्म और रहस्य में दृष्टि से देखा जाए तो भारत में कई ऐसे मंदिर है, जिनमें कई राज छुपे है। ऐसे ही कुछ मंदिर झारखंड में भी स्थित है| जिनका पुराना इतिहास रहा है। जिसे जानकर आपको हैरानी होगी. तो चलिए जानते है, झारखंड के इन मंदिरों के बारे में..!

झारखण्ड का प्रसिद्ध मंदिर बैद्यनाथ मंदिर

झारखण्ड के 5 सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिर में से एक बैद्यनाथ मंदिर है. भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक पवित्र शिवलिंग झारखंड के देवघर में स्थित है| ऐसा माना जाता है, कि यहाँ आने वाले हर भक्तों की मनोकामना भोलेनाथ पूरी करते है, यही कारन है की भक्तगण यहां के शिवलिंग को कामना-शिवलिंग भी कहते है| यह भारत के 12 शिव ज्योतिर्लिंग में से एक है।

आमतौर पर भारत के सभी मंदिरों पर मंदिरों के शीर्ष पर देखेंगे तो आपको त्रिशूल लगा दिखता है| लेकिन यहां के बैजनाथ परिसर के सभी मंदिरों पर त्रिशूल के बदले पंचशील लगे है|

हिंदू धर्म में पंचशील को सुरक्षा कवच भी कहा जाता है| ऐसा माना जाता है, कि इसी पंचशील के कारण आज तक मंदिर पर किसी भी प्रकार के प्राकृतिक आपदा का प्रभाव नहीं पड़ा है।

यहां के मंदिर में 72 फीट ऊंचे शिव मंदिर के अलावा 22 मंदिरों की स्थापन भी की गई है| हिंदू धर्म और पुराणों के अनुसार ऐसा कहा जाता है, कि माता सती का ह्रदय इसी स्थान पर गिरा था. यह भारत का एकमात्र ऐसा स्थान है। जहां ज्योतिर्लिंग के साथ शक्तिपीठ भी है| यही कारण है, कि इस स्थान की महिमा और भी ज्यादा बढ़ जाती है| यहाँ हर वर्ष श्रद्धालु अपनी श्रद्धा दिखाने के लिए उमड़ पड़ते है। शायद इन्ही कारणों से इसे भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में एक भी कह सकते है.

श्रद्धा का केंद्र झारखण्ड का प्रसिद्ध माँ छिन्नमस्तिका मंदिर

रामगढ़ स्थित छिन्नमस्तिका मंदिर झारखंड की राजधानी रांची से 80 किलोमीटर दूर है| यह मंदिर अपने आप में कई संस्कृति और श्रद्धा को समेटे हुए है|  

मां छिन्नमस्तिका मंदिर को कामनाओं का मंदिर माना जाता है| ऐसा कहा जाता है, कि इस मंदिर का इतिहास 600 वर्ष पुराना है| यह मंदिर जितना अद्भुत है, उतना ही विस्मयकारी भी है| यहां बिना सिर वाली मां की पूजा होती है| इनके अगल बगल में डाकिनी और शकिणी खड़ी है। जिन्हें वे अपना रक्त पान करा रही है। और स्वयं भी रक्तदान कर रही है| उनकी प्रतिमा में देखें तो इनके कटे हुए सर से तीन रक्त की धाराएं निकल रही है।

इतना ही नहीं इनके मंदिर के सामने बली स्थान भी है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यहां हर दिन 150-200 बकरों की बलि चढ़ती है| सबसे अद्भुत बात यह है की, बलि चढ़ने के स्थान पर एक भी मक्खी देखने को नहीं मिलती है| यह एक ऐसा चमत्कार है जिसे जानकर लोग हैरान हो जाते है।

ऐसा कहा जाता है, मां छिन्नमस्तिका मंदिर महाभारत के काल से भी ज्यादा पुरानी है।और यह मंदिर भी झारखंड पांच प्रमुख मंदिरों में शामिल है।

झारखंड के प्रमुख मंदिर देवड़ी मंदिर के बारे में जानकारी

झारखंड के धार्मिक स्थल में से प्रमुख देवड़ी मंदिर भी है, यह मंदिर झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की आस्था इस मंदिर पर काफी हद तक है| वे जब भी अपने पिछले समय में क्रिकेट खेलने जाते थे, या क्रिकेट खेल कर आते थे, तब वह इस मंदिर में दर्शन करने अवश्य ही आते थे. धोनी के इस मंदिर में बार बार दर्शन करने आने के कारण इस मंदिर को काफी प्रसिद्धि मिली है। वर्ष 2011 में संपन्न हुए वर्ल्ड कप जीतने के बाद महेंद्र सिंह धोनी सबसे पहले देवड़ी मंदिर के दर्शन करने आए थे

इस मंदिर के निर्माण को लेकर यह कहा जाता है, कि मंदिर का निर्माण युद्ध से हार कर लौटते समय केरा नाम के एक मुंडा राजा ने करवाई थी ऐसा कहा जाता है| कि केरा नाम के उस मुंडा राजा ने जब इस मंदिर का निर्माण करवाया तब उसे अपना खोया हुआ राज्य वापस मिल गया था. भारत के अन्य दूसरे मंदिरों की तुलना में देवड़ी मंदिर की अलग ही विशेषता और खासियत है। 

इस मंदिर की पूजा आदिवासी पुजारियों के द्वारा किया जाता है| इस मंदिर की प्रतिमा की सबसे विचित्र बात यह है| कि अन्य मंदिरों में मां दुर्गा के 8 भुजा वाले मूर्ति देखने को मिलती है।लेकिन इस मंदिर में 16 भुजाओं वाली माता का मूर्ति है| इस मूर्ति की ऊंचाई साढ़े तीन फीट की है।

राष्ट्रीय ध्वज फ़हराया जाने वाला रांची का प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर

रांची का प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है यह मंदिर समुंद्र तल से 2140 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. पहाड़ी मंदिर को पहले फांसी टोंगरी के नाम से जाना जाता था, भारत के स्वतंत्रता के पहले इस मंदिर के क्षेत्र पर अंग्रेजों का अधिकार था. अंग्रेज इस स्थान पर स्वतंत्रता सेनानी को फांसी दिया करते थे, इसलिए इस पहाड़ी को फांसी टोंगरी के नाम से जाना जाता था, आपको यह बात जानकर हैरानी होगी की, यह भारत का पहला ऐसा मंदिर है, जहां भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है। इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन के लिए आपको 468 सीढ़ियां चढ़ने पड़ती है| और जब आप इस मंदिर के ऊपर जाएंगे तो रांची का पूरा नजारा देख सकते है|

हजारो वर्ष पुराना मां उग्रतारा नगर मंदिर झारखण्ड

मां उग्रतारा नगर मंदिर झारखंड के लातेहार जिले में स्थित है. इस मंदिर का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है| शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध इस मंदिर में देवियों की मूर्तियां है| ऐसा कहा जाता है, कि जब कोई भक्त इस मंदिर में आकर अपनी मन्नत मांगता है| और उसकी मन्नत पूरी हो जाती है| तो वह भक्त इस मंदिर के परिसर में पांच झंडे गाड़ता है| यह मंदिर हजारों और लाखों श्रद्धालुओं की श्रद्धा और आस्था का केंद्र है| लेकिन इसकी मान्यता सभी मंदिरों से अलग है।यह देश का पहला ऐसा मंदिर है, जहां नवरात्र की पूजा 16 दिनों तक होती है।मां उग्रतारा के इस मंदिर की पूजा पद्धति कालिका मार्कण्डेय पुराण से ली गई है।

इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना भी है, इतिहास के अनुसार इस मंदिर का निर्माण 18 वीं शताब्दी में टोरी राज्य के तत्कालीन शासक पीतांबर नाथ शाही ने अपने महल के परिसर में कराया था।

झारखण्ड के प्रसिद्ध मंदिरों में हर वर्ष लाखो श्रद्धालु आते है, इन मंदिरों में इतनी आस्था है की बाहरी राज्य के लोग भी अपनी मनोकामनाए लेकर आते है।