/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1634646094398612.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1634646094398612.png StreetBuzz बदल गया नेहरू मेमोरियल का नाम, अब पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के नाम से होगी पहचान, जानें क्या है कांग्रेस की प्रतिक्रिया Giridih
बदल गया नेहरू मेमोरियल का नाम, अब पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के नाम से होगी पहचान, जानें क्या है कांग्रेस की प्रतिक्रिया

#nehru_memorial_renamed_as_pm_museum_and_library

दिल्ली में स्थित नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय का नाम बदल दिया गया है। अब से यह प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड सोसाइटी के नाम से जाना जाएगा।इसे लेकर पहले ही फैसला लिया जा चुका था, लेकिन स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इसे बदल दिया गया।जाहिर सी बात है कांग्रेस की इस पर जोरदार प्रतिक्रिया होगी।कांग्रेस महासचिव और पार्टी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलने पर मोदी सरकार पर नेहरू की विरासत को नष्ट करने का आरोप लगाया है। 

बता दें कि जून महीने में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी की एक विशेष बैठक में इसका नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी करने का फैसला किया गया था।स्वतंत्रता दिवस पर नाम परिवर्तन को औपचारिक रूप दे दिया गया।पीएमएमएल के उपाध्यक्ष ए सूर्य प्रकाश ने एक्स (ट्विटर) पर नाम बदलने की पुष्टि की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) अब 14 अगस्त, 2023 से प्रधान मंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (पीएमएमएल) सोसायटी है, जो समाज के दायरे के लोकतंत्रीकरण और विविधीकरण के अनुरूप है। 

पीएम मोदी के पास डर और असुरक्षा का एक बड़ा पिटारा-जयराम रमेश

अब इसे लेकर कांग्रेस की तरफ से रिएक्शन सामने आया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसे लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है।नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने को लेकर जयराम रमेश ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, आज से एक प्रतिष्ठित संस्थान को नया नाम मिल गया है, विश्व प्रसिद्ध नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) प्रधानमंत्री स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय बन गया है। पीएम मोदी के पास डर और असुरक्षा का एक बड़ा पिटारा है। 

उनका एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को नकारना-जयराम रमेश

खासतौर पर जब हमारे पहले और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री की आती है, उनका एकमात्र एजेंडा नेहरू और नेहरूवादी विरासत को नकारना, विकृत करना, बदनाम करना और नष्ट करना है। उन्होंने N को मिटाकर उसकी जगह P डाल दिया है। वह पी वास्तव में संकीर्णता और अपमानित करने के लिए है।कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, वैज्ञानिक और उदारवादी नींव रखने में नेहरू की योगदान को हम नहीं भूलने देंगे। नेहरू ने देश की आजादी के लिए अहम योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि अब सब मोदी और उनके साथ काम करने वालों के हाथ में है। इन सब के बावजूद जवाहरलाल नेहरू की विरासत दुनिया के देखने के लिए जीवित रहेगी और आने वाली पीढ़ियों को वह प्ररित करते रहेंगे। 

बता दें कि 1948 में तीन मूर्ति भवन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का आधिकारिक आवास बन गया। वे यहां करीब 16 सालों तक रहें और यहीं उन्होंने अपनी आखिरी सांस भी ली थी। उनके निधन के बाद इस तीन मूर्ति भवन को उनकी याद में समर्पित कर दिया गया। इसके बाद से ही इसे पंडित नेहरू मेमोरियल के नाम से जाना जाने लगा। 15 जून को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंहकी अध्यक्षता में एक विशेष बैठक हुई थी, जिसमें नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने के फैसले पर मुहर लगी थी। बता दें राजनाथ सिंह नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के उपाध्यक्ष हैं वहीं, प्रधानमंत्री इसके अध्यक्ष हैं। अब केंद्र सरकार ने इसका नाम नेहरू मेमोरियल से बदलकर पीएम म्यूजियम एंड सोसाइटी कर दिया है।

गिरिडीह:बेखौफ अपराधियों ने बिजली मिस्त्री के गले में लोहे की रॉड घुसाकर कर दी नृसंशतापूर्वक हत्या,लोगों में आक्रोश,6 लोग हिरासत में ,पुलिस जुटी

गिरिडीह:जिले में इन दिनों अपराधी बेखौफ होकर अपराध को अंजाम देने लग गए हैं।चोरी,छिनतई,लूट तो आम बात होकर रह गई है।इस क्रम में अपराधियों ने नृशंस्तापूर्वक एक प्राइवेट बिजली मिस्त्री को जघन्य रूप से मौत के घाट उतार दिया।

मिली जानकारी अनुसार जिले में धनवार में एक प्राइवेट बिजली मिस्त्री के गले में रॉड घुसाकर अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी। घटना मंगलवार की देर शाम करीब 9 बजे की बताई जा रही है। मृतक 48 वर्षीय प्रकाश कसेरा का शव धनवार के सिरसाय रोड के नकतीटांड़ में पड़ा मिला। 

जबकि मृतक प्रकाश कसेरा धनवार बाजार का निवासी था। देर शाम को ही मृतक के पिता राजेंद्र कसेरा को बेटे का शव नक्तिटांड़ में पड़े होने की सूचना मिली। 

जानकारी मिलने के बाद पिता समेत काफी संख्या में स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे। बेटे का शव देख कर पिता समेत अन्य परिजनों में कोहराम मच गया। इस दौरान जानकारी मिलने पर धनवार थाना पुलिस घटनास्थल पहुंच कर जांच में जुट गई।

घटना को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है और आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे है। हालांकि पुलिस ने संदेह के आधार पर छह लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है। वहीं दूसरी तरफ मृतक के पिता ने भी बेटे की हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। 

जानकारी के अनुसार मृतक प्रकाश कसेरा एक बिजली मिस्त्री था, और लोगो के घरों में वायरिंग करने का काम किया करता था। 

मंगलवार की शाम एक व्यक्ति मृतक प्रकाश कसेरा के घर आया, और घर में वायरिंग कराने की बात कहकर उसे ले गया। वहीं कुछ घंटे बाद देर शाम को उसका शव धनवार के सिरसाय रोड स्थित नकतीटांड़ में पड़ा मिला।

इधर एसडीपीओ मुकेश महतो का कहना है कि प्रकाश कसेरा की हत्या हुई है और मामले की जांच की जा रही है।इस संबंध में पुलिस द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है।

चांद के और करीब पहुंचा चंद्रयान-3, आखिरी ऑर्बिट में ली एंट्री, अब 23 अगस्त का इंतजार

#chandrayaan_3_successfully_completes_fifth_and_final_maneuver_to_reach_moon

चंद्रयान-3 चांद के और करीब पहुंच गया है।चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने की पांचवीं और अंतिम कवायद सफलतापूर्वक पूरी कर ली है।जी हां, चंद्रयान-3 आज चंद्रमा के आखिरी ऑर्बिट में पहुंच गया है। इसरो ने इसकी जानकारी दी है।इसरो ने ट्वीट कर बताया कि रफ्तार बढ़ाने के लिए की गई आज की सफल फायरिंग थोड़े समय के लिए आवश्यक थी। इस फायरिंग ने चंद्रयान-3 को अपनी मंशा के अनुरूप 153 किलोमीटर से 163 किलोमीटर की कक्षा में स्थापित कर दिया है।यह वो पल है जहां से चंद्रयान की यात्रा में महत्वपूर्ण लेकिन निर्णायक बदलाव होने हैं। 

इसरो के मुताबिक, इस ऑर्बिट में पहुंचने के बाद वह लैंडर को अलग करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे।इसरो ने बताया कि अब तैयारियों का समय आ गया है क्योंकि प्रोपल्शन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल अपनी अलग-अलग यात्राओं के लिए तैयार हो रहे हैं। लैंडर मॉड्यूल को प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग करने की योजना 17 अगस्त, 2023 को बनाई गई है।

इसरो ने ट्वीट में कहा गया है कि आज इंजन को सफलतापूर्वक ऑन करने के बाद उसने चांद की तरफ जाने वाली एक ऑर्बिट को पूरा कर लिया है। अब उसकी दूरी 153 km x 163 km रह गई है। यहां से लैंडर को अलग किया जाएगा और इस मिशन का कैरियर 17 अगस्त से एक और राउंड पूरा करने के बाद अपनी अलग-अलग यात्रा शुरू करेंगे। अगर सब ठीक रहता है तो लैंडर 23 अगस्त को अपने तय समय के मुताबिक चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर जाएगा।

लैंडर के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने और 100 किमी x 30 किमी की कक्षा में प्रवेश करने के बाद सॉफ्ट लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लगभग 30 किमी की ऊंचाई पर लैंडर चंद्रमा की सतह तक नीचे जाने के लिए अपने थ्रस्टर्स का उपयोग करेगा। सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए इस नाजुक ऑपरेशन के लिए सटीक नियंत्रण और नेविगेशन की आवश्यकता होती है। चंद्रयान-3 का मिशन न सिर्फ अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की बढ़ती तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन है बल्कि इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोजें करना भी है।

‘चंद्रयान-3' का प्रक्षेपण 14 जुलाई को किया गया था और पांच अगस्त को इसने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था।चंद्रयान-3 ने जब पहली बार चंद्रमा की कक्षा में एंट्री की थी तो उसकी ऑर्बिट 164 Km x 18,074 Km थी।ऑर्बिट में प्रवेश करते समय उसके ऑनबोर्ड कैमरों ने चांद की तस्वीरें भी कैप्चर की थीं। इसरो में ने अपनी वेबसाइट पर इसका एक वीडियो बनाकर शेयर किया था।पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने के बाद छह और नौ अगस्त को चंद्रयान को कक्षा में नीचे लाए जाने की दो प्रक्रियाओं को अंजाम दिया गया।

मिजोरम को लेकर बीजेपी नेता के दावे का सचिन पायलट ने दिया करारा जवाब, कहा- मेरे पिता ने बम जरूर गिराए थे, लेकिन...

मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार और विपक्ष आमने सामने हैं। विपक्ष द्वारा हाल ही में मणिपुर के मसले पर संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इस बीच मिजोरम को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में जुबानी जंग छिड़ गई है।इस बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने उनके पिता राजेश पायलट को लेकर किए किए गए भारतीय जनता पार्टी के दावे का करारा जवाब दिया है। अमित मालवीय ने ये दावा करते हुए ट्वीट किया था कि राजेश पायलट ने मार्च 1966 में बतौर भारतीय वायुसेना पायलट मिजोरम में बम गिराए थे। इस पर सचिन पायलट ने कहा कि आपके तथ्य और दिनांक दोनों ही गलत हैं।

सचिन पायलट ने अमित मालवीय के ही ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने लिखा, 'स्व. राजेश पायलट दिनांक 29 अक्टूबर, 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे। यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिज़ोरम में बमबारी करी थी- काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है। हां, 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिजोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थाई शांति संधि स्थापित करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका जरूर निभाई थी। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ, जय हिन्द।'

इसके साथ ही सचिन पायलट ने पिता राजेश पायलट के वायुसेना में कमीशन होने का सर्टिफिकेट भी अटैच किया है।

दरअसल, अमित मालवीय ने 13 अगस्त को एक ट्वीट किया था। मालवीय ने ट्वीट में लिखा था, "राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिज़ोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए। बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने। साफ है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया।"

बता दें कि मिजोरम का यह मसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अविश्वास प्रस्ताव के दौरान दिए भाषण के बाद उठा है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि मिजोरम में कांग्रेस ने अपने ही नागरिकों पर वायुसेना से हमला करवाया था, क्या मिजोरम के लोग हमारे देश के नागरिक नहीं थे। आज भी 5 मार्च को मिजोरम में शोक दिवस मनाया जाता है. मणिपुर पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने यह हमला किया था, जिसके बाद से ही बीजेपी-कांग्रेस के बीच तकरार चल रही है।

गिरिडीह:स्वतंत्रता दिवस पर आन बान और शान से फहरा राष्ट्रीय तिरंगा झंडा,उपायुक्त ने किया ध्वजारोहण


गिरिडीह:- राष्ट्र के 77वें स्वंत्रता दिवस पर आज मंगलवार को देश भर में आजादी का जश्न मनाया गया। वहीं गिरिडीह के जिला मुख्यालय समेत सभी प्रखण्डों व ग्रामीण इलाकों में लोगों ने राष्ट्रीय झंडा फहराया।

इधर शहर के झंडा मैदान सहित विभिन्न प्रशासनिक कार्यालय, शैक्षणिक संस्थानों सहित विभिन्न क्लब व सामाजिक संस्थानों के कार्यालय में आन बान और शान से राष्ट्रीय तिरंगा लहराया। 

मौके पर आज सुबह स्कूली बच्चों द्वारा भारत माता और बंदे मातरम के जयकारे के साथ प्रभात फेरी निकाली गई। वहीं देशभक्ति गीतों से पूरा शहर गुंजायमान हो रहा था। स्वतंत्रता दिवस को लेकर प्रशासनिक स्तर पर मुख्य कार्यक्रम यहां के झंडा मैदान मे आयोजित की गई। जहां उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दी। मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीना मिश्रा समेत कई न्यायिक अधिकारी, प्रोबेशनल आईएएस दीपेश कुमारी, अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा,जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी,उपाध्यक्ष छोटेलाल यादव समेत कई अधिकारी शामिल हुए।

ध्वजारोहण से पूर्व जिले के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा और एसपी दीपक कुमार शर्मा ने सबसे पहले खुले जीप से पैरेड में शामिल 14 प्लाटून का निरीक्षण किया। 14 प्लाटून में सीआरपीएफ, जिला पुलिस बल, आईआरबी,महिला जिला पुलिस बल,कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राएं बैंड पाइपर के साथ शामिल हुई। वहीं कार्मेल स्कूल तथा अन्य स्कूल के छात्रों के प्लाटून भी पैरेड में थे। पैरेड निरीक्षण के बाद डीसी और एसपी ने झंडोत्तोलन कर राष्ट्रगान के साथ राष्ट्रीय ध्वज को सम्मानपूर्वक सलामी दी।

 मौके पर उपायुक्त श्री लकड़ा ने जिले में चल रहे केंद्र और राज्य सरकार के योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि पहले से गिरिडीह जिला पहले से अब ओर बेहतर कर रहा है। कहा कि विकासशील योजनाओं के जरिए गरीबी उन्मूलन की दिशा में कार्य करना है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झारखंड हाईकोर्ट साथ विधानसभा में किया गया झंडोत्तोलन


राँची: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झारखंड हाईकोर्ट में न्यायाधीश संजय मिश्रा के द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। हाईकोर्ट परिसर को स्वतंत्रता दिवस के 1 दिन पूर्व ही काफी मनोरम तरीके से लाइटिंग के माध्यम से सजा दिया गया था। 

 स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हाईकोर्ट के अधिवक्ता और कार्यरत कर्मचारियों सहित अन्य लोग पर उपस्थित रहे। 

न्यायाधीश सहित उपस्थित लोगों ने राष्ट्रगान गाकर तिरंगे को सलामी दी और देश को आजादी दिलाने के लिए अपना सर्वस्व निछावर कर देने वाले शहीदों को भी सच्चे हृदय से याद किया। 

वही चीफ जस्टिस ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडोत्तोलन के बाद स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी।

वहीं विधानसभा परिसर में भी विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने झंडोतोलन किया। राज्य के वीर सपूतों को याद किया।

रांची के मोरहाबादी मैदान में सीएम हेमंत सोरेन ने किया झंडोत्तोलन, अपने संबोधन में सरकार की योजनाओं को बताया


सीएम हेमंत सोरेन ने रांची के मोरहाबादी मैदान में झंडोतोलन किया। सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम के बीच भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।राजकीय समारोह में उन्होंने परेड का निरीक्षण भी किया।

झंडोत्तोलन के बाद मुख्यंमत्री राज्य की जनता को संबोधित किये। मुख्यंमत्री हेमंत सोरेन ने अपनें संबोधन की शुरुआत भगवान बिरसा मुंडा और सिद्धो कान्हू को याद करते हुए झारखंड के लोगों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा लाखों देशभक्तों की शहादत की बदौलत हमे आजादी मिली है।

 अपने संबोधन में हेमंत सोरेन ने कई योजनाओं का जिक्र किया और बताया कि राज्य सरकार कैसे सरकारी नौकरी और प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए नये अवसर ला रही है। साशन और प्रशासन सच्ची निष्ठा के साथ जनता की सेवा में लगा है। लाखों जरूरत मंदों के द्वार तक सरकार पहुंची है। जनता से किए वादे को संजीदगी से निभाने का प्रयास कर रहे हैं।

मुख्य्मंत्री ने कहा, 38 हजार पदों पर नियुक्ति के लिए अधियाचना झारखंड कर्मचारी आयोग को भेज दी गई है। शीघ्र ही इन पदों पर नियुक्ति होगी। नियुक्तियों में झारखंड के लोगों को उनका उचित हक मिले, इसे सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्य्मंत्री ने अपने अभिभाषण में कहा कि झारखंडवासियों की उन्नति, खुशहाली और सशक्तिकरण के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस अवसर पर अबुआ आवास योजना की घोषणा की। इस योजना के तहत आगामी दो वर्षों में 15 हजार करोड़ करोड़ से ज्यादा खर्च कर जरूरतमंद लोगों को आवास उपलब्ध कराएगी। सभी को तीन कमरे का आवास उपलब्ध कराया जाएगा।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर परेड में मेहमान के रूप में यूपी पुलिस भी शामिल हुए। उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से अवर निरीक्षक महेंद्र सिंह यादव ने नेतृत्व कर रहे थे। मुख्य्मंत्री ने इस अवसर पर राज्य के 44 पुलिस पदाधिकारियों-कर्मियों को राष्ट्रपति के हाथों दिए गए पदक को प्रदान किया। ये सभी पदक पूर्व में राष्ट्रपति के हाथों गणतंत्रता दिवस समारोहों के मौके पर प्रदान किया गया था।

हेल्थ टिप्स:अगर आप डिप्रेशन या उदासी को दूर भगाना चाहते है तो ट्राई करें ये स्पेशल फूड आइए जानते अवसाद को दूर करने वाले आहार के बारे में ...


डिप्रेशन एक ऐसी अवस्था जब व्यक्ति का मन और दिमाग नैगेटिविटी,चिंता , तनाव और उदासी से घिर जाता है। 

कभी-कभी हमारी लाइफ में कुछ चीजें ऐसी हो जाती है जिन्हें हैंडिल करना मुश्किल हो जाता है जिसकी वजह से इंसान डिप्रेशन का शिकार हो जाता है या फिर उस पर टेंशन हावी होने लगती है। ऐसे में इंसान अकेले रहना ही पसंद करता है या यूं कहे कि लोगों के बीच होकर भी खुद में खोया रहता है।

तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे food items के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें खाकर आप अपने डिप्रेशन या फिर टेंशन से छुटकारा पा सकते हैं।

डार्क चॉकलेट

चॉकलेट खाना किसे पसंद नहीं होता लेकिन अगर आप किसी से लड़ाई करने के बाद खाए तो ये आपकी टेंशन को दूर भगा देती है। इसमें cocoa और कम चीनी के साथ serotonin नाम का पदार्थ पाया जाता है। ये anti-oxidants आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं जिस वजह से आपका गुस्सा और स्ट्रेस modulate हो जाता है।  

 

दही

क्या आपको पता है कि दही में पाए जाने वाले बैक्टीरिया भी आपके मूड को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। दही में प्रोटीन और कैल्शियम अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जो कि आपके डिप्रेशन और गुस्से को कम करने में मदद करते हैं।

अखरोट

टेंशन और डिप्रेशन को छूमंतर करने के लिए अखरोट को सबसे अच्छा और प्राकृतिक तरीका माना गया है। अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। ये एसिड आपके दिमाग में मूड को रिफ्रेश करने वाले रयायन पैदा करता है। यही रसायन मूड को ठीक करने में सहायता करते हैं।

 

केला

डिप्रेशन न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन की मात्रा कम होने पर होता है और केले में सेरोटोनिन की मात्रा सबसे अधिक पाई जाती है। इसे खाने से आपका गुस्सा और डिप्रेशन दोनों ही दूर हो जाते हैं।

देश आज मना रहा 77वां स्वतंत्रता दिवस, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वीं बार लाल किले पर फहराया तिरंगा

आज पूरा भारत 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया। पीएम मोदी ने आज 10वीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराया है। इस दौरान ध्वज को 21 तोपों की सलामी दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से देशवासियों को आजादी के पर्व की शुभकामनाएं दी। पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज देश की आजादी के जश्न में योगदान और बलिदान देने वालों को नमन करता हूं और उनका अभिनंदन करता हूं। 

लाल किले से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विभिन्न मुद्दों पर बात की।पीएम मोदी ने कहा कि देश त्याग और तपस्या के बाद आजाद हुआ। यह अमृतकाल का पहला साल है। अमृतकाल में सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय को लेकर सरकार आगे बढ़ रही है।अब देश नए संकल्पों से जुड़ रहा है।पंच प्राण के साथ देश आगे बढ़ रहा है।

देश आसमान से उतरने के अवसर देने का सामार्थ्य रखता है-पीएम मोदी

लालकिले के प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा, जैसा सौभाग्य आज देश के नौजवानों को मिला है, ऐसा सौभाग्य शायद ही किसी को मिलता है। हमें इसे गंवाना नहीं चाहिए। आने वाला समय टेक्नोलॉजी से प्रभावित रहने वाला है। हमारे छोटे-छोटे शहर और कस्बे आबादी में छोटे हो सकते हैं। लेकिन उनका सामार्थ्य किसी से कम नहीं है। देश में अवसरों की कमी नहीं है, आप जितने अवसर चाहेंगे ये देश आसमान से उतरने के अवसर देने का सामार्थ्य रखता है।

भारत की क्षमता-संभावनाएं भरोसे की नई ऊंचाइयों को पार करने वाली हैं-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, यह निश्चित है कि भारत की क्षमता और संभावनाएं भरोसे की नई ऊंचाइयों को पार करने वाली हैं। विश्वास की ये नई ऊंचाईयां, नई क्षमताओं के साथ आगे बढ़ेंगी। आज भारत को G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का अवसर मिला है। बीते वर्ष में जिस प्रकार भारत के कोने-कोने में G20 के अनेक आयोजन हुए, उससे दुनिया को भारत के सामान्य जन के सामर्थ्य, भारत की विविधता का परिचय हुआ है।

देश एक नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि हमें याद है जब हमारे देश पर आक्रमण हुआ, लेकिन तब पता तक नहीं था कि एक घटना भारत को हजार साल की गुलामी में फंसा देगी। हम गुलामी में जकड़ते गए, जो आया लूटता गया। पीएम मोदी ने कहा कि गुलामी की मानसिकता से बाहर निकला हुआ देश एक नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। मां भारती एक बार फिर जागृत हो चुकी है। 

आज के फैसलों से आने वाले 1000 सालों का भविष्य तय होगा-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे पास लोकतंत्र और विविधता है। दुनिया के देश बूढ़े हो रहे हैं, लेकिन भारत युवा हो रहा है। आज के फैसलों से आने वाले 1000 सालों का भविष्य तय होगा। सामर्थ्य देश के भाग्य को बदल देता है। अब न रुकना है और ना ही दुविधा में जीना है।

लालकिले से पीएम मोदी ने की 2024 की भविष्यवाणी, कहा-अगले 15 अगस्त को फिर आऊंगा, अगले 5 सालों के लिए लिया वादा


लाल किले से आज अपने भाषण के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। इस साल लालकिले से 10वीं बार तिरंगा लहराने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से अगले साल फिर आने का वादा कर डाला। पीएम ने कहा, 'अगले 15 अगस्त को फिर आऊंगा।'2024 के आम चुनाव से पहले लाल किले से पीएम मोदी की यह आखिरी स्पीच थी। ऐसे में उन्होंने जो कहा, उसके मायने बड़े हैं। 

पीएम मोदी ने कहा कि मैं 10 साल का हिसाब तिरंगे की साक्षी में लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को दे रहा हूं। दस साल पहले राज्यों को 30 लाख करोड़ भारत सरकार की तरफ से ज्यादा थे, लेकिन पिछले 9 साल में ये आंकड़ा 100 लाख करोड़ पर पहुंचा है। इसके बाद कहा कि पहले स्थानीय निकाय के विकास के लिए भारत सरकार से 70 हजार करोड़ जाता था, लेकिन अब वो 3 लाख करोड़ से ज्यादा है। पहले गरीबों के घर के लिए 90 हजार करोड़ रुपये खर्च होता था और अब 4 लाख करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।

देश को पहली तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में पहुंचाने की दी गारंटी

पीएम मोदी ने कहा कि हम 2014 में दुनिया की अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे, लेकिन आज हम पांचवें नंबर पर पहुंच चुके हैं। आने वाले पांच साल में मोदी की गारंटी है कि देश पहली तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में जगह ले लेगा। पिछले साढ़े 5 सालों में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं और मध्यमवर्ग की शक्ति बन रहे हैं। जब गांव की शक्ति बढ़ती है तो शहरों की आर्थिक अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती है।हमें इस बल देकर आगे चलना चाहते हैं। हमने टास्कफोर्स बना दिया है। हमारे देश में 25 साल से चर्चा हो रही थी कि देश में नई संसद बने। ये मोदी है जो समय से पहले नई संसद बनाकर दे दिया।ये काम करने वाली सरकार है। निर्धारित लक्ष्यों को पार करने वाली सरकार है।

पीएम ने बताया अगले चुनाव में उन्हें मौका देना क्यों जरूरी

प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के बाद देश में आए बदलाव की चर्चा करते हुए समझाया कि अगले चुनाव में उन्हें मौका देना क्यों जरूरी है।उन्होंने कहा, 'मेरे शब्द लिखकर रख लीजिए इस कालखंड में जो त्याग और तपस्या हम करेंगे। सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय एक के बाद एक फैसले लेंगे उससे 1000 साल का देश का स्वर्णिम काल लिखा जाएगा।' उनका साफ तौर पर कहना था कि इस अमृतकाल में लिए गए फैसले 1000 साल तक प्रभाव पैदा करेंगी। इसके लिए उन्होंने एक और कार्यकाल मांगा।

देशवासियों को कहा परिवारजनों

पीएम ने कहा कि सपने अनेक हैं, संकल्प भी साफ और नीतियां भी स्पष्ट हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी नीयत के सामने कोई सवालिया निशान नहीं है, लेकिन कुछ सच्चाइयों को हमें स्वीकार करना होगा और उसके समाधान के लिए मेरे परिवारजनों मैं आज लाल किले से आपकी मदद मांगने आया हूं। मैं लाल किले से आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं। अनुभव के आधार पर मैं कह रहा हूं कि आज गंभीरतापूर्वक उन चीजों को लेना होगा।

अगले 15 अगस्त के लिए ले लिया देश से वादा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- 2047 में देश जब स्वतंत्रता के 100 साल का जश्न मनाए तो हमारे भारत का तिरंगा दुनिया में विकसित देश की पहचान के साथ लहराए। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम क्षण आने वाले पांच साल हैं। अगले 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने रखूंगा।