संसद में उठा “न्यूज क्लिक” का मामला, बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा, कहा-चीन से आया फंड, पीएम मोदी के खिलाफ बनाया गया माहौल
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लोकसभा में आज मीडिया पोर्टल न्यूज क्लिक का मुद्दा उठा। सांसद निशिकांत दुबे ने सोमवार को लोकसभा में मीडिया में चाइनीज फंडिंग का मुद्दा उठाया।बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने संस्थान को देश विरोधी बताया और कांग्रेस की साजिश करार दिया। दुबे ने दावा किया संस्थान को चीन से फंडिंग मिलती है।निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि देश में चीन के पैसे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ माहौल बनाया गया।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि न्यूज क्लिक वेबसाइट में चीन का पैसा लगा है। उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि न्यूज क्लिक पर रेड पड़ी थी उसके बारे में न्यूयॉर्क टाइम्स ने बड़ा खुलासा किया है। इसमें पता चला है कि न्यूज क्लिक में चीन का पैसा लगा था और ये पैसे कहां-कहां दिए गए थे। उन्होंने कांग्रेस पर चीन के साथ साठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि जब चीन में ओलंपिक हुआ तो सोनिया गांधी को बुलाया गया था। 2017 में जब डोकलाम हुआ था तो राहुल गांधी चीन के अधिकारी के साथ बातचीत कर रहे थे।
इस मामले पर आईटी मंत्री मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अब तो ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ भी मान रहा है कि नेविल राय सिंघम और उनका न्यूजक्लिक चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का एक खतरनाक उपकरण है, जो दुनिया में चीनी एजेंडे को बढ़ावा दे रहा है। अनुराग ठाकुर ने बताया कि भारत में संस्थान के खिलाफ जो पांच दिनों तक रेड चली उसमें विदेश फंडिंग का पता चला। नेविल सिंघम का चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ संपर्क है। न्यूजक्लिक एक देश विरोधी संस्थान है। 2021 में सरकार ने खुलासा किया कि कैसे विदेशी प्रोपेगेंडा भारत के खिलाफ है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस एंटी-इंडिया मूवमेंट्स में विपक्ष भी उनके साथ जुड़ गए। उन्होंने कांग्रेस, बड़े पत्रकारों और टीएमसी सांसदों तक के ट्वीट शेयर किए। चीन के नैरेटिव को बनाने के लिए वे लोग साथ मिल गए। भारत के खिलाफ दुष्प्रचार किया गया।ये फ्री न्यूज के नाम पर फेक न्यूज परोसने वाले हैं। इनका समर्थन कर कांग्रेस और बाकी अन्य दलों ने किया।
*राहुल की नकली मोहब्बत की दुकान में चीनी सामान-अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस की मोहब्बत की दुकान न्यूज क्लिक से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की नकली मोहब्बत की दुकान में चीनी सामान है।उन्होंने कहा, न्यूज क्लिक जब शुरू हुआ, उसके बाद करोड़ों रुपये की फंडिंग मिली।अनुराग ठाकुर ने कहा, चीन के प्रति प्यार दिखता था और भारत के खिलाफ दुष्प्रचार विदेशी जमीन से, विदेशी न्यूज एजेंसियों के माध्यम से भी प्रोपेगेंडा के तहत होता था
अनुराग ठाकुर का जोरदार हमला
अनुराग ठाकुर ने कहा, न्यूयॉर्क टाइम्स से बहुत पहले, भारत लंबे समय से दुनिया को बताता रहा है कि न्यूजक्लिक चीनी प्रचार का एक खतरनाक वैश्विक जाल है। ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के लिए नेविल और न्यूज़क्लिक का बचाव करना स्वाभाविक है क्योंकि उसके नेतृत्व के लिए राष्ट्रीय हित कभी मायने नहीं रखता। उन्होंने साल 2008 में कथित सीपीसी के साथ एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया था। केंद्रीय मंत्री ने का कि ये वो ही कांग्रेस पार्टी नहीं है जिसने चीनी दूतावास से राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए दान स्वीकार किया था? केंद्रीय मंत्री ने कहा कि घमंडिया गठबंधन और इसके नेता और इससे पोषित-समर्थित लोग कभी भारत का हित नहीं सोच सकते। भारत कैसे कमजोर हो, कैसे भारत के हितों को नुकसान पहुंचाया जाए और कैसे भारत विरोधी अजेंडे को हवा दी जाए, ये सब चिंता इस गठबंधन से जुड़े लोग करते हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर से सनसनीखेज खुलासा
बता दें कि न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट से सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि चीन न्यूज क्लिक को फंडिंग करता है। न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी खबर में बताया गया कि भारत के खिलाफ माहौल बनाने के लिए पैसे दिए गए। चीन की ओर से 38 करोड़ रुपए दिए गए। न्यूज क्लिक के प्रमोटर के ईमेल से खुलासा हुआ है।
क्या है पूरा मामला?
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दो साल पहले अपनी जांच में मीडिया पोर्टल न्यूज क्लिक को विदेशों से लगभग 38 करोड़ रुपये की फंडिंग का पता लगाया था। जांच में पता चला कि कैसे नेविल रॉय सिंघम ने न्यूज क्लिक को 38 करोड़ रुपये दिए थे। ये पैसे साल 2018 से 2021 के बीच दिए गए। नेविल रॉय सिंघम अमेरिका का नागरिक है लेकिन वो क्यूबा-श्रीलंका मूल का है। जांच में पता चला है कि नेविल रॉय सिंघम दरअसल चीन की प्रोपेगंडा पार्टी सीपीसी यानी क्म्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के साथ जुड़ा हुआ है। ईडी ने इस मामले में फरवरी महीने में न्यूज क्लिक के गुरुग्राम दफ्तर और एडिटर प्रबीर पुरकायस्था के यहां छापेमारी कर अहम दस्तावेज भी जुटाए थे। ईडी ने मनी लॉड्रिंग का ये मामला दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा में अगस्त 2020 में दर्ज एफआईआर पर किया था।
अब इसे लेकर 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' की रिपोर्ट में भी एक्टिविस्ट ग्रुप्स, गैर-लाभकारी संगठनों, शेल कंपनियों और चीन के साथ उनके नेटवर्क का पता चला है।इस पूरे नेटवर्क के केंद्र में नेविल रॉय सिंघम हैं। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कॉर्पोरेट फाइलिंग से पता चलता है, सिंघम के नेटवर्क ने एक समाचार साइट, न्यूजक्लिक को फंडिंग दी है। इसमें जरिए चीनी सरकार के मुद्दों को कवर किया गया।
Aug 07 2023, 16:27