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मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया, वीडियो वायरल होने के बाद फिर बिगड़े हालात, इलाके में तनाव

#situation_worsens_again_in_manipur_video_of_women_walking_naked_on_the_road 

मणिपुर में हालात फिर बिगड़ रहे हैं। देश के इस पूर्वोत्तर राज्य से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने और उनका यौन उत्पीड़न करने का मामला सामने आया है। जातियों के संघर्ष से जुड़ी लड़ाई राज्य में पूरी तरह से फैल गई और हर रोज़ उपद्रवियों का तांडव देखने को मिला। इसी क्रम में बुधवार को निर्ममता का वीडियो सामने आया, जहां 4 जुलाई को एक समुदाय के उपद्रवियों द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया जा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद काफी हंगामा हुआ है और एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं।

जानकारी के अनुसार वीडियो हिंसा भड़कने के एक दिन यानी 3 मई के एक दिन बाद चार मई का है। घटना कांगपोकपी जिले की बताई जा रही है। इस वीडियो में एक समुदाय की महिलाओं को दूसरे पक्ष द्वारा निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाया जा रहा है। इस घटना के प्रकाश में आते ही इलाके में तनाव फैल गया है। बताया जा रहा है कि ये वीडियो इस वजह से वायरल किया जा रहा है, ताकि उस समुदाय की दुर्दशा को उजागर किया जा सके। वीडियो में बताया गया कि महिलाओं के साथ ज्यादती की जा रही है और महिलाएं बंधक बनी हुई हैं। वे लगातार मदद की गुहार लगाती दिख रही हैं।  

घटना की तारीख 4 मई बताई गई है। हालांकि, एफआईआर 21 जून को थौबल जिले में दर्ज की गई थी। अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया था। मामले में दर्ज शिकायत में कहा गया है कि महिलाओं को भीड़ के सामने निर्वस्त्र कर दिया गया। महिलाएं पांच लोगों के एक समूह का हिस्सा थीं, जिनका एक दिन पहले हुई हिंसा के बाद भीड़ ने अपहरण कर लिया था। कहा जा रहा है कि भीड़ ने कथित तौर पर महिलाओं में से एक के साथ सामूहिक बलात्कार किया और जब उसके भाई ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो उसकी हत्या कर दी गई। एफआईआर में कहा गया है कि महिलाओं को शारीरिक रूप से अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया गया और भीड़ के सामने नग्न कर दिया गया।

इस मामले में मणिपुर पुलिस का बयान आया है। मणिपुर पुलिस ने बताया कि '2 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के वायरल वीडियो के संबंध में दोषियों की गिरफ्तारी के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। 4 मई, 2023 को अज्ञात सशस्त्र बदमाशों द्वारा 2 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के वायरल वीडियो के संबंध में, अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या आदि का मामला दर्ज किया गया है। अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ नोंगपोक सेकमाई पीएस (थौबल जिला) में मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू कर दी गई है। राज्य पुलिस दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का पूरा प्रयास कर रही है।

दो महीने से ज्यादा समय से जातीय हिंसा की चपेट में घिरे मणिपुर में हालात सामान्य करने की कोशिशें की जा रही हैं। बीते दिनों केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि बीते 10 दिनों में मणिपुर के हालात में सुधार आया है। वहीं, इन बयानों के बीच सोशल मीडिया पर मणिपुर की दो महिलाओं की न्यूड परेड कराने के वीडियो ने बवाल मचा दिया है।

आज से शुरू हो रहा है संसद का मानसून सत्र, मणिपुर के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष, हंगामे के आसार

#parliament_monsoon_session

संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। सत्र काफी हंगामेदार रहने की आशंका है। विपक्ष मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी चाहता है। ऑल पार्टी मीट में विपक्षी दलों ने पहले ही साफ कर दिया है। वे दो महीने से जारी हिंसा पर चर्चा की मांग कर रहे हैं।

कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनीष तिवारी और मणिकम टैगोर ने "मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष" पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। इसके अलावा एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है।वहीं, आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मणिपुर हिंसा के मामले में नियम 267 के तहत मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए संसद में नोटिस दिया है।

सीपीआई सांसद बिनॉय विसवम ने भी मणिपुर हिंसा के मामले पर चर्चा के लिए राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है। इस नोटिस के तहत राज्यसभा की दिन की अन्य कार्रवाई रोककर मणिपुर मामले पर प्राथमिकता से चर्चा की जाएगी। 

बता दें कि इस सत्र के दौरान 31 विधेयक पेश किए जाएंगे। संसद में लाए जाने वाले कुल विधेयकों में दिल्ली में ब्यूरोक्रेसी पर कंट्रोल को लेकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) अध्यादेश, 2023 भी शामिल है।

सत्र शुरू होने के पहले बुधवार को केंद्र ने सर्वदलीय बैठक की। बैठक में सरकारी की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी, विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल शामिल हुए। विपक्षी दलों की ओर से कांग्रेस के सांसद जयराम रमेश, अधीर रंजन चौधरी, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल समेत कई नेताओं ने हिस्सा लिया। मीटिंग के दौरान कांग्रेस, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की बीजू जनता दल सहित विभिन्न पार्टियों ने देश से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा की मांग की।

एशिया कप का शेड्यूल जारी, 2 सितंबर को होगी भारत-पाकिस्तान की टक्कर

#asia_cup_2023_schedule_out 

आखिरकार एशिया कप 2203 का शेड्यूल जारी हो गया है। श्रीलंका और पाकिस्तान में खेले जाने वाले एशिया कप 2203 का शेड्यूल का ऐलान एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष और बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने किया। एशिया कप 2203 आगाज 30 अगस्त से होगा। फाइनल मुकाबला 17 सितंबर को खेला जाएगा। टूर्नामेंट का सबसे अहम मुकाबला, जिस पर हर किसी की नजर है, यानी भारत – पाकिस्तान की टक्कर 2 सितंबर को होगी। ये मुकाबला श्रीलंका के कैंडी में खेला जाएगा।

एसीसी के अध्यक्ष जय शाह ने ट्वीट कर शेड्यूल जारी किया। उन्होंने लिखा, मुझे बहुप्रतीक्षित पुरुष वनडे एशिया कप 2023 के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जो विभिन्न देशों को एक साथ बांधने वाली एकता और एकजुटता का प्रतीक है। आइए क्रिकेट की उत्कृष्टता के जश्न में शामिल हों और हम सभी को जोड़ने वाले बंधनों को संजोएं।

इस बार टूर्नामेंट का आयोजन 'हाइब्रिड मॉडल' में होगा। एशिया कप के मैच पाकिस्तान और श्रीलंका में खेले जाएंगे। भारतीय टीम के पाकिस्तान दौरे से इनकार के बाद एसीसी ने पीसीबी के 'हाइब्रिड मॉडल' को स्वीकार कर लिया। टीम इंडिया अपने मैच श्रीलंका में खेलेगी। चार मुकाबले मेजबान देश पाकिस्तान में खेले जाएंगे। वहीं नौ मुकाबले श्रीलंका में आयोजित किए जाएंगे। इस बार एशिया कप का आयोजन टी20 के बजाय वनडे फॉर्मेट में किया जाएगा।

टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान की पहली भिड़ंत दो सितंबर को होगी। दोनों टीमो के बीच यह हाईवोल्टेज मुकाबला कैंडी में खेला जाएगा। ग्रुप स्टेज में अगर भारत और पाकिस्तान क्वालीफाई करने में कामयाब रहता है तो सुपर 4 में इनकी एक बार फिर भिड़ंत होगी। यहां भी दोनों टीमों को जीत मिलती है तो इनकी फाइनल मुकाबले में भी जंग देखने को मिलेगी।

*काठमांडू के होटल का कमरा नंबर 204 खोलेगा सीमा हैदर के राज, जहां 7 दिन तक सचिन के साथ रही*

# seema_haider_kathmandu_hotel_vinayak_room_number_204 

भारत में अवैध तरीके से घुसी पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। सीमा हैदर से यूपी एटीएस और जांच एजेंसियां कई बार पूछताछ कर चुकी हैं।जासूसी और प्यार के बीच फंसी सीमा और सचिन की लव स्टोरी से जुड़ा एक बड़ा खुलासा हुआ है। सीमा हैदर और सचिन काठमांडू के जिस होटल में ठहरे थे उसके मैनेजर ने दोनों को पहचान लिया है। दोनों के वहां सात दिनों तक रहने और शादी करने की बात सामने आई है।

सीमा के मुताबिक, वह और सचिन इससे पहले भी नेपाल में एक बार मिले थे। इस दौरान वे लोग काठमांडू के न्यू विनायक नाम के होटल रुके थे और वहीं उन दोनों ने हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार शादी भी की थी। विनायक होटल के कर्मचारी ने बताया कि सचिन मीणा और सीमा हैदर इसी साल मार्च में वहां आए थे। वहां कमरे की बुकिंग सचिन ने करवाई थी और पेमेंट भी उसी ने किया था। 

होटल मैनेजर का कहना है कि उसने खुद दोनों की होटल के रूम नंबर 204 में बुकिंग की थी। बताया जा रहा है कि सचिन ने होटल में यह बोलकर बुकिंग कराई थी कि सीमा उसकी बीवी है। कमरे में दोनों ने खूब रील्स बनाईं और यहीं दोनों ने शादी भी, रील्स में भी देखा जा सकता है। साथ ही मैनेजर के परिवार से भी दोनों अच्छे से घुल-मिलकर गए थे। साथ ही दोनों पशुपतिनाथ मंदिर भी जाया करते थे। 

मैनेजर के मुताबिक सचिन के यहां पहुंचने के एक दिन बाद सीमा वहां पहुंची थी। वे दोनों सुबह से शाम तक घूमते रहते थे और खाना भी बाहर ही खाते थे। इस दौरान उसने सीमा को ज्यादातर समय जींस पैंट में ही देखा। उसे देखकर उन्हें जरा भी शक नहीं हुआ कि सीमा पाकिस्तान से आई है।

दिल्ली में यमुना के रौद्र रूप के बाद भारी बारिश के कारण दो फीट तक यमुना के पानी में डूबी ताजमहल की दीवारें, आगरा के 28 मोहल्लों में बाढ़ का खतरा

देश के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश के कारण परेशानी बढ़ती जा रही है। मैदान से पहाड़ी राज्यों तक बारिश के चलते बाढ़ और लैंडस्लाइड की खबरें सामने आ रही हैं। देश की राजधानी दिल्ली में यमुना का रौद्र रूप देखने को मिला वहीं यूपी के कई शहरों में भी बाढ़ के हालात हैं। ताजनगरी आगरा में भी यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। ताजमहल की 02 फीट तक की दीवारें यमुना के पानी में डूब गई हैं। आगरा में मंगलवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर 497.30 फीट तक पहुंच गया है जो मीडियम फ्लड लेवल से महज 02 फ़ीट नीचे है। ताजमहल के पीछे बने ताज व्यू पॉइंट पर भी यमुना नदी का पानी पहुंच गया है। ताज व्यू पॉइंट में पानी के पहुंचने के बाद व्यू पॉइंट को आम पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। साथ ही ताज महल के पीछे महताब बाग के पास में बनी ताज सुरक्षा पुलिस चौकी में भी यमुना नदी का पानी भर गया है। यमुना का पानी चौकी में पहुंचने के बाद वहां सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी अपने - अपने सामान को लेकर पास में बनी अस्थाई चौकी पर जा रहे हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुना का जलस्तर आज से 13 साल पहले इतना देखा गया था। लेकिन इस बार यमुना का जलस्तर धीरे - धीरे बढ़ता जा रहा है। इसका बढ़ता जलस्तर लोगों को डराने लगा है। अगर इसी तरह जलस्तर बढ़ता रहा तो यमुना के पास बने दो दर्जन से अधिक गांव इसकी आगोश में आ जाएंगे। इस नदी का जलस्तर हर घंटे बढ़ रहा है।

ताजमहल के पास बना दशहरा घाट पानी में डूब चुका है। ताजमहल दशहरा घाट के किनारे पर बांस बलियां लगा दी गई हैं। पुलिस ने लोगों को घाट के किनारे जाने से रोक दिया है। यमुना किनारे बने प्राचीन कैलाश मंदिर के अंदर भी इस नदी का पानी प्रवेश कर गया है। इन नदी के किनारे बसे 28 मोहल्लों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यमुना नदी का हाई फ्लड लेवल 508 फीट पर है।

लगातार बढ़ रहे यमुना नदी के जलस्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। नदी किनारे बसी कॉलोनियों में प्रशासन ने मुनादी करा दी है। इसका पानी रिहायशी कॉलोनियों तक पहुंच गया है। नदी किनारे बनी तनिष्क राजश्री अपार्टमेंट कॉलोनी में भी प्रशासन ने नोटिस चस्पा किया है। लोगों से सावधान रहने की अपील की गई है। यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से यमुना किनारे रहने वाले परिवारों को पलायन का डर सताने लगा है। ओखला बैराज से आज 92035 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है , जबकि गोकुल बैराज से यमुना नदी में 148063 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। स्थिति भयावह बनी हुई है। प्रशासन नागरिकों को सजग और सचेत रहने का संदेश दिया है।

उत्तराखंड में भारी बारिश के अलर्ट के बीच पिथौरागढ़ में फटा बादल, गुंजी-कालापानी को जोड़ने वाला बैली ब्रिज मलबे में दबा, सड़क ध्वस्त, अगले तीन दिन की चेतावनी जारी



 उत्तराखंड में भारी बारिश के अलर्ट के बीच पिथौरागढ़ में देर रात बादल फट गया। इस दौरान गुंजी- कालापानी को जोड़ने वाला बैली ब्रिज मलबे में दब गया है, जबकि सड़क कई स्थान पर ध्वस्त हो गई। बृजेश होतियाल ने बताया कि मंगलवार की रात बादल फटने के कारण नाग पर्वत से निकलने वाले नचेती नाले का पानी एकाएक बढ़ गया। जिसके चलते पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा भी आ गया।

वाहनों की आवाजाही बंद

सड़क ध्वस्त होने से कालापानी से लिपुलेख तक वाहनों का आवाजाही बंद हो गई है। जिस स्थान पर पुल मलबे में दबा है वह कालापानी मंदिर से नीचे एक किलोमीटर दूर गुंजी की ओर है। घटना की सूचना मिलने पर बीआरओ की 65 आरसीसी यूनिट के अधिकारी, सेना, आईटीबीपी और एसएसबी के अधिकारी भी मौके में पहुंचे हैं। बीआरओ के अधिकारियों ने प्रशासन को घटना की सूचना दे दी है।

तीन दिन भारी बारिश की चेतावनी

उत्तराखंड में आज भी मौसम बिगड़ा हुआ है। राजधानी देहरादून समेत कई पहाड़ी इलाकों में सुबह की शुरुआत बारिश के साथ हुई। वहीं, मौसम विभाग ने उत्तराखंड के सभी जिलों में बुधवार और बृहस्पतिवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। जबकि, 21 जुलाई को प्रदेशभर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और देहरादून में कहीं-कहीं तेज गर्जना और बिजली चमकने के साथ भारी बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, 19 से 21 जुलाई तक प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन होने से सड़क और राजमार्ग अवरूद्ध हो सकते हैं।

राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, कहा, केंद्र सरकार मणिपुर हिंसा के मामले में चर्चा को तैयार

मानसून सत्र कल से शुरू हो रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक के दौरान सभी दलों को सूचित किया कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। वहीं, विपक्षी दलों के नए गठबंधन ‘इंडिया’ की कल सुबह बैठक होगी।

रक्षा मंत्री ने बैठक की अध्यक्षता

बता दें, संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से आरंभ होकर 11 अगस्त तक चलेगा। मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की। केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक के दौरान सभी दलों को सूचित किया कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।

आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 से पहले भारतीय टीम के चयन को लेकर भी तैयारियां शुरू, भारत में 5 अक्टूबर से वनडे वर्ल्ड कप की होगी शुरुआत

अब विश्व कप को लेकर कई तरह की चर्चा बीसीसीआी में हो रही है। बता दें कि बीसीसीआई ने आईसीसी विश्व कप से पहले एशियन गेम्स के लिए टीम का चयन कर उसका ऐलान कर दिया है।

आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 को शुरू होने में काफी कम समय शेष बचा है। वर्ल्ड कप से पहले अब भारतीय टीम के चयन को लेकर भी तैयारियां शुरू हो गई है। भारत में 5 अक्टूबर से वनडे वर्ल्ड कप की शुरुआत होगी। भारत का पहला मैच आठ अक्टबूर को ऑस्ट्रेलिया के साथ होना है।

इस विश्व कप को लेकर अब भारतीय टीम का चयन होने की तैयारियां होने लगी है। बीसीसीआई का मैनेजमेंट अब विश्व कप के लिए कौन से खिलाड़ियों का चयन कर टीम बनाएगा। इस सिलसिले में अब बीसीसीआई के चीफ सिलेक्टर अजित अगरकर वेस्ट इंडीज के लिए रवाना होने वाले है। कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर अजित अगरकर इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।

माना जा रहा है कि विश्व कप के लिए 20 सदस्यों की टीम फाइनल की जाएगी। इस सिलसिले में चर्चा करने के लिए भारत और वेस्टइंडीज के बीच वनडे सीरीज से पहले ही चर्चा की जाएगी। इसके लिए अजित अगरकर खुद वेस्टइंडीज जा रहे हैं जहां वो सदस्यों के चयन को लेकर चर्चा करेंगे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक व्हाइट बॉल सीरीज की शुरुआत से पहले ही अजीत अगरकर टीम से जुड़ेंगे और फिर विश्व कप को लेकर भी चर्चा होगी। गौरतलब है कि आने वाले दिनों में विश्व कप को लेकर कई तरह की चर्चाएं बीसीसीआी में होने वाली है। बता दें कि बीसीसीआई ने आईसीसी विश्व कप से पहले एशियन गेम्स के लिए टीम का चयन कर उसका ऐलान कर दिया है।

माना जा रहा है कि जसप्रीत बुमराह लंबे अर्से से टीम से बाहर चल रहे है। वर्तमान में वो एनसीए में रिहैब में है और टीम में अपनी वापसी सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे है। जसप्रीत बुमराह चोटिल होने के कारण लंबे अर्से से टीम में जगह नहीं बना सके थे। वहीं अब रिहैब के साथ ही जसप्रीत ने गेंदबाजी प्रैक्टिस की शुरुआत कर ली है, जिससे उनके फैंस उनकी वापसी को लेकर काफी उत्साहिस हो गए है। वहीं केएल राहुल जो आईपीएल में चोटिल हुए थे, उन्होंने भी बल्लेबाजी शुरू कर दी है। ऐसे में विश्व कप के लिए दो अहम खिलाड़ी उपलब्ध हो सकते है, जो राहत की बात होगी।

मोबाइल देखने से माता पिता ने मना किया तो छत्तीसगढ़ के चित्रकोट वाटरफॉल में कूदी युवती, किसी तरह बची जान

छत्तीसगढ़ में मिनी नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट वाटरफॉल के पास एक चौंका देने वाली घटना हुई। यहां एक युवती ने कूदकर जान देने की कोशिश की। हालांकि समय रहते उसे बचा लिया गया। इस घटना के पीछे की वजह ने सभी को दंग कर दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवोदिता पाल ने बताया कि 21 साल की युवती का नाम सरस्वती मौर्य है। वह अपना ज्यादातर समय मोबाइल पर बिताया करती थी। उसकी इस आदत से परिजन परेशान हो गए थे। वह सरस्वती को इसके लिए डाटते थे। इससे नाराज होकर सरस्वती चित्रकोट वाटरफॉल पहुंच गया।

पुलिस ने बताया कि वाटरफॉल देखने आए लोगों को जब यह एहसास हुआ कि वह आत्महत्या करने जा रही है। उन्होंने उसे रोकने की काफी कोशिश लेकिन सरस्वती ने किसी की नहीं सुनी और फॉल में छलांग लगा दी। हालांकि उसे तुरंत ही अपनी गलती का अहसास हो गया। इसके बाद वह खुद को डूबने से बचाने के लिए तैरकर बाहर आने की कोशिश करने लगी।

चित्रकोट चौकी प्रभारी तामेस्वर चौहान ने आजतक को बताया कि वाटरफॉल के पास सुरक्षा के लिए तैनात गांववाले नाव लेकर सरस्वती के पास पहुंच गए और उसे बचा लिया। पुलिस के अनुसार सरस्वती मौर्य चित्रकोट गांव की ही रहने वाली है।

जानकारी के मुताबिक बारिश के कारण इंद्रावती नदी का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है, जिस चित्रकोट वाटरफॉल में भी खूब पानी है। इस वाटरफॉल की ऊंचाई 90 फीट है।

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बिछने लगी बिसात, एनडीए के 38 में से 25 दलों के पास एक सांसद भी नहीं, डिटेल में पढ़िए, 38 बनाम 26 की दिलचस्प लड़ाई

2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को छोड़ दिया जाए तो अन्य 37 दलों का वोट शेयर सिर्फ 7 फीसदी था। इन 37 पार्टियों ने मिलकर लोकसभा की सिर्फ 29 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी। जबकि एनडीए की बैठक में 38 दल शामिल हुए थे। 

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस सभी छोटे-बड़े दलों को एक साथ लाकर लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कड़ी टक्कर देना चाहती है। 18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की बैठक में कुल 26 पार्टियों ने शिरकत की। वहीं बीजेपी ने भी दिल्ली में एनडीए की बैठक बुलाई। इस बैठक में 38 पार्टियों के नेता शामिल हुए। बीजेपी 38 दलों की बैठक बुलाकर अपने गठबंधन को विपक्षी गठबंधन से अधिक मजबूत दिखाने की कोशिश कर रहे है। कांग्रेस ने एनडीए की बैठक में बुलाए गए दलों पर तंज कस्ते हुए पूछा कि इनमें से सभी पार्टियों का रजिस्ट्रेशन हुआ भी है या नहीं? दरअसल एनडीए के अधिकांश दलों के पास लोकसभा की एक सीट भी नहीं है।

38 बनाम 26 की लड़ाई

राजनीति हमेशा से ही नजरिए का खेल रहा है और बीजेपी भी इस खेल में पीछे नहीं रहना चाहती है। मंगलवार को विपक्षी दल ने बेंगलुरु में बैठक बुलाई थी। इस बैठक में 26 छोटी-बड़ी पार्टियों ने भाग लिया था। विपक्षी दल ने अपने गठबंधन का नाम I.N.D.I.A रखा है। विपक्षी गठबंधन एक सीट- एक उम्मीदवार के समीकरण पर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है। वहीं बीजेपी भी अपने कुनबे को विपक्ष से बड़ा दिखाने के लिए एनडीए गठबंधन के सभी सहयोगियों को साथ लाकर विपक्ष को कड़ी टक्कर देना चाहती है।

एनडीए के 25 दलों के पास एक सांसद भी नहीं

एनडीए गठबंधन में कुल 38 पार्टियां है लेकिन अधिकांश दलों की राष्ट्रीय राजनीति में न तो कोई पकड़ है न ही उनकी कोई पहचान है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को छोड़ दिया जाए तो अन्य 37 दलों का वोट शेयर सिर्फ 7 फीसदी था। इन 37 पार्टियों ने मिलकर लोकसभा की सिर्फ 29 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी। वहीं बीजेपी की बात करें तो उसने अकेले 303 सीट पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी का वोट शेयर 37% से अधिक था। आपको बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में 37 में से 9 दलों ने अपने उम्मीदवार भी नहीं उतारे थे। वहीं 16 दलों के पास एक भी सांसद नहीं है। यानी 37 में से 25 दलों के पास ना तो कोई सांसद है और ना ही राष्ट्रीय राजनीति में कोई प्रतिनिधित्व है। वहीं एनडीए गठबंधन के 7 दलों के पास सिर्फ एक ही सांसद है। शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) 13 सांसद के साथ एनडीए का सबसे बड़ा सहयोगी दल है। वहीं लोजपा 6 सांसदों के साथ दूसरा सबसे बड़ा सहयोगी दल है। उत्तर प्रदेश में अपना दल के पास 2 सांसद हैं।

7 दलों के पास सिर्फ एक सीट

2019 लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन के 7 दलों ने सिर्फ एक-एक सीट पर ही जीत दर्ज की थी। इन दलों में मेघालय में एनपीपी, तमिलनाडु में एआईडीएमके, सिक्किम में एसकेएम, नागालैंड में एनपीएफ, झारखंड में एजेएसयू, मिजोरम में एमएनएफ शामिल है। बीजेपी दक्षिण भारत में खाता खोलने में नाकाम रही है। 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उम्मीद है कि एआईडीएमके एनडीए गठबंधन को अधिक सीटों पर जीत दिला पाएगी। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि बीजेपी आंध्रप्रदेश में टीआरएस के साथ गठबंधन कर दक्षिण भारत में अपना पकड़ मजबूत करेगी।

बीजेपी ने छोटे दलों पर खेला बड़ा दांव 

बीजेपी छोटे दलों पर बड़ा दाव खेल रही है इसका पहला कारण है कि बीजेपी नंबर गेम में पीछे नहीं रहना चाहती है। वह विपक्ष के 26 दलों के एक साथ आने के दावे को अपने 38 गठबंधन के सहयोगियों के साथ बौना दिखाना चाहती है। बाकि छोटे दल उन सभी सीटों पर अहम भूमिका निभा सकते है जहां जीत और हार का मार्जिन बहुत कम था। वहीं ये छोटे दल जिला स्तर पर बीजेपी को जीत में अहम भूमिका निभा सकते हैं।