केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी का निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार
#former_kerala_cm_oommen_chandy_passes_away
केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमान चांडी का निधन हो गया है। 79 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। चांडी काफी समय से बीमार चल रहे थे।केरल कांग्रेस के अध्यक्ष के सुधाकरन ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी।
सुधाकरन ने ट्वीट किया कि उस राजा की कहानी जिसने प्रेम की शक्ति से दुनिया पर विजय प्राप्त की, उसका मार्मिक अंत हुआ। मैं एक दिग्गज ओमन चांडी के निधन से बहुत दुखी हूं। उन्होंने अनगिनत व्यक्तियों के जीवन को प्रभावित किया और उनकी विरासत हमेशा हमारी आत्माओं में गूंजती रहेगी।
26 साल की उम्र में पहला चुनाव जीता
ओमान चांडी का जन्म 31 अक्टूबर 1943 को हुआ था। वह दो बार केरल के मुख्यमंत्री रहे। छात्र जीवन से राजनीति में आए चांडी करीब 50 साल तक राजनीति में सक्रिय रहे। 26 साल की उम्र में उन्होंने पहला चुनाव जीता था। वह पहली बार 1970 में पुथुपपल्ली से केरल विधानसभा में चुने गए। इस दौरान उन्होंने सीपीआई (एम) के ईएम जॉर्ज को हराया था।
चांडी दो बार केरल के मुख्यमंत्री रहे
ओमन चांडी दो बार 2004-06 और 2011-16 तक केरल के मुख्यमंत्री रहे। ओमान चांडी पहली बार साल 2004 में केरल के मुख्यमंत्री बने। 30 अगस्त 2004 को वह विधायक दल के नेता चुने गए। 31 अगस्त से उन्होंने सीएम के रूप में अपना कार्यभार संभाला था। मगर दो साल तक ही वह इस पद पर बने रहे। 2006 में उन्हें विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। दरअसल, उस साल केरल में संसदीय चुनाव हुआ था। इस चुनाव में कांग्रेस को केरल में एक भी सीट नहीं मिली थी। इसके बाद हार की जिम्मेदारी लेते हुए तत्कालीन सीएम ए के एंटनी ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद चांडी को केरल का मुख्यमंत्री बनाया गया था। इसके बाद वो 2011 से 2016 तक केरल के मुख्यमंत्री बने। 18 मई 2016 को उन्होंने दूसरी बार केरल के सीएम के रूप में शपथ ली थी। इस बार उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया था।
50 साल तक एक ही सीट का किया प्रतिनिधित्व
ओमन चांडी लगातार 11 चुनाव जीते। चांडी ने पिछले पांच दशकों में केवल अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र पुथुप्पल्ली का प्रतिनिधित्व किया।50 साल तक पुथुप्पल्ली में एक भी चुनाव नहीं हारे। चांडी ने 1970, 1970, 1977, 1980, 1982, 1987, 1991, 1996, 2001, 2006, 2011, 2016 और 2021 में यहां से चुनाव लड़ा।यही वजह है कि 5 दशकों तक पुथुपल्ली सीट लगातार कांग्रेस के पास रही। हालांकि, फिलहाल इस सीट पर कांग्रेस की स्थिति उतनी मजबूत नहीं है, जितनी ओमान चांडी के समय पर थी। चंडी ने 2021 में उन्होंने अपना आखिरी चुनाव लड़ा था।
दो घोटालों में भी नाम आया
अपने राजनीतिक सफर के दौरान दो घोटालों में भी ओमान चांडी का नाम सामने आया। केरल के वित्त मंत्री रहते हुए उनका नाम पामोलेन स्कैम में सामने आया था। 1991 के इस घोटाले ने केरल की सियासत में भूचाल मचा दिया था। इस मामले में दो करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले का आरोप था।इसके अलावा, केरल के सोलर स्कैम में भी उनका नाम सामने आया था।
Jul 18 2023, 10:05