कार्यकर्ता की मौत के लिए भाजपा को जिम्मेवार ठहराए जाने संबंधी जेडीयू एमएलसी के बयान पर भड़के बीजेपी सांसद सुशील सिंह
औरंगाबाद: बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह ने पटना में प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ता की मौत के लिए बीजेपी को ही जिम्मेदार ठहराने संबंधी बयान के लिए जेडीयू के एमएलसी नीरज कुमार को आड़े हाथों लिया है।
सांसद ने तल्ख लहजे में कहा कि नीरज को बोलना नही आता है। बोलने का लुर नही है। उनकी बात पर क्या कहे। वह नीतीश कुमार के डफली है। सरकार उनकी है, पुलिस उनकी है, डॉक्टर उनके है, जो रिपोर्ट करवा ले, जो कहवा ले लेकिन सच्चाई यही है कि भाजपा के जहानाबाद जिला मंत्री विजय सिंह की मौत आंदोलन के दौरान पुलिस की बर्बरतापूर्ण पिटाई से ही हुई है। इसे उजागर करने वाली मीडियाकर्मी भी पिटाई के शिकार हुए है और मीडियाकर्मियों को भी बचने के लिए भागना पड़ा। कहा कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ता विजय सिंह शहीद हुए है।
कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने हमारी पार्टी के वैसे कार्यकर्ता की हत्या की है, जिसने विधानसभा चुनाव में संयोजक के रूप में जहानाबाद में जेडीयू के उम्मीद वारों को जी जान लगाकर जिताने का काम किया। ऐसे लगनशील कार्यकर्ता की शहादत व्यर्थ नही जाएंगी। उन्होने कहा कि 27 अक्टूबर 2013 को पटना के गांधी मैदान में भाजपा की हुंकार रैली के दौरान पांच बम विस्फोट हुए थे, जिसमें छः कार्यकर्ता शहीद हुए थे। उनकी शहादत व्यर्थ नही गई। 2014 में एनडीए को बिहार की 40 में से अधिकतम सीटें मिली और जेडीयू को मात्र दो सीट मिली।
इस बार भी हमारी पार्टी के कार्यकर्ता विजय सिंह की शहादत व्यर्थ नही जाएंगी। हमारे कार्यकर्ता के खून का एक-एक बूंद उनके लिए बारूद का काम करेगा। सांसद ने कहा कि 1974 में जेपी पर भी कांग्रेस ने लाठी चलवाई थी।
बाद में इसका नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस का सुपड़ा साफ हो गया। बिहार की जनता राजनीतिक रूप से जागरूक है और जनता नीतीश कुमार को माकूल जवाब देगी। कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी रही है और खुद नीतीश कुमार के गुरू जेपी लाठीतंत्र के विरोधी थी लेकिन जेपी के शिष्य और आंदोलन के उपज की सरकार में ही बिहार में लोकतंत्र की हत्या हो रही है।
राजनीतिक कार्यकर्ताओं को आंदोलन करने से रोका जा रहा है। उनको बर्बरता के साथ लाठी से पीटा जा रहा है। पीटकर हत्या की जा रही है। बिहार में अब लोकतंत्र नही लाठी तंत्र चल रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी बानगी यह भी है कि विधानसभा में विधायक, विधानसभा के कर्मी, मार्शल और रिपोर्टर जा सकते है।
विधानसभा के अंदर बाहरी पुलिस नही जा सकती लेकिन नीतीश कुमार ने विधानसभा कक्ष के अंदर पुलिस को बुलवाकर विधायकों को पीटवाने का काम किया। ऐसी बर्बर और जालिम सरकार को एक मिनट भी सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार नही है लेकिन वें जानते है कि नीतीश कुमार इस्तीफा देने वाले नही है। इस कारण वें उनसे ऐसी अपेक्षा भी नही करते है।
उन्होने कहा कि नीतीश सरकार ने जो बर्बरता और तत्परता भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठी चलाने में दिखाई, उसका थोड़ा सा भी बल प्रयोग अपराधियों के खिलाफ कर दे तो बिहार में बेलगाम अपराध नियंत्रण में आ जाए लेकिन ऐसा करने के बजाय यह सरकार शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों और आंदोलनकारियों पर करती है, जो कायरतापूर्ण और बेहद निंदनीय है। इस मौके पर एमएलसी दिलीप सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष मकेश शर्मा, महामंत्री मुकेश सिंह एवं कोषाध्यक्ष आलोक सिंह भी मौजूद रहे।
Jul 17 2023, 16:08