भूमि विवाद में पुलिस ने नही किया सहयोग तो पूर्व विधायक के पोते ने खाया जहर, गंभीर हालत में बेहरतर इलाज के लिए रेफर
औरंगाबाद : भूमि विवाद का समाधान किये जाने के बजाय विवादित जमीन पर पुलिस द्वारा कब्जा दिलाने की कार्रवाई से क्षुब्ध होकर पूर्व विधायक के पोते द्वारा आत्महत्या का प्रयास किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मामला औरंगाबाद मुफ्फस्सिल थाना क्षेत्र के सैनिक चतरा गांव का है।
बताया जाता है कि भ-माफिया द्वारा पुलिस के सहयोग जमीन पर कब्जा किया जा रहा था। इस जमीन पर पूर्व विधायक स्व. रामनरेश सिंह सैनिक के पौत्र व स्व. जितेंद्र यादव के पुत्र सुशील यादव(30) अपना हक जताते हुए जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराने की कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे लेकिन जब कही से कोई सहयोग नहीं मिला तो उसका धैर्य जवाब दे गया। उसने अजीज हो जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश कर डाली।
युवक द्वारा जहर खाने के बाद परिजन आनन-फानन में उसे लेकर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल पहुंचे, जहां प्रारंभिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गया रेफर कर दिया।
इलाज के दौरान सुशील ने बताया कि भू-माफियाओं द्वारा उसकी जमीन का फर्जी तरीके से कागज बना लिया गया। उस कागज को औरंगाबाद के अंचलाधिकारी द्वारा भी सत्य करार दे दिया गया। इसी आधार पर पुलिस की मिलीभगत से भू -माफिया द्वारा जमीन पर कब्जा किया जा रहा था। इसे लेकर उसने दो बार एसपी को भी कारवाई के लिए आवेदन भी दिया लेकिन कोई कारवाई नहीं हुई। आज उस जमीन पर पुलिस की मौजूदगी में नापी कराकर पाइलिंग कराई जा रही थी। इस दौरान सुशील ने आपत्ति जताई लेकिन वहां मौजूद पुलिस अधिकारी ने उसकी एक नही सुनी।
सुशील ने इसकी जानकारी देने के लिए एसपी को कई बार कॉल किया, लेकिन कॉल नहीं उठा तो उसका धैर्य जवाब दे दिया और उसने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की।
परिजनों का कहना है कि बिना दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की मौजूदगी में कैसे जमीन को कब्जा कराने की कोशिश की गई। परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। इलाज के दौरान सुशील ने बताया कि इस मामले में उसी पर छेड़खानी का आरोप लगाकर फर्जी मुकदमा कर दिया गया।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक स्वपना गौतम मेश्राम ने कहा कि मामले को संज्ञान में लेकर जांच की जाएगी और कार्रवाई होगी।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Jul 14 2023, 12:14