नियोजित शिक्षकों द्वारा किया गया धरना-प्रदर्शन उनकों पड़ा महंगा, होगी कार्रवाई
डेस्क : नियोजित शिक्षकों द्वारा किया गया धरना-प्रदर्शन उनकों महंगा पड़ने वाला है। विभिन्न मांगों को लेकर 11 जुलाई को पटना में आयोजित धरना-प्रदर्शन में शामिल नियोजित शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। इसको लेकर संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) नियोजन इकाई अनुशंसा करेंगे। इसके तहत निलंबन तक की कार्रवाई की जा सकती है। ऐसे शिक्षकों की पहचान वीडियो और फोटो के माध्यम से की जा रही है।
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बीते बुधवार 12 जुलाई को शाम में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा की। इसमें सभी डीईओ ने शिक्षकों पर की जाने वाली कार्रवाई से संबंधित जानकारी दी।
अब तक प्राप्त सूचना के अनुसार सबसे अधिक पश्चिम चंपारण जिले के 50 से ज्यादा शिक्षक धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए थे। मालूम हो कि विधानसभा के घेराव कार्यक्रम को लेकर सभी पटना पहुंचे थे। विभाग ने सभी जिलों को धरना-प्रदर्शन का वीडियो और फोटो भेजा था। इसी के आधार पर शिक्षकों की पहचान कर कार्रवाई करने की पहल डीईओ द्वारा शुरू की गई। सभी जिलों के डीईओ ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों और प्रधानाध्यापकों से ऐसे शिक्षकों की सूची मांगी गई, जो पटना में आयोजित धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए थे। शिक्षकों की सूची देने के लिए डीईओ ने बुधवार को अपराह्न तीन बजे तक का समय दिया था।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में विभाग के पदाधिकारियों ने साफ किया कि शिक्षकों ने नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति नियमावली में दर्ज आचारसंहिता के खिलाफ कार्य किया है। इसी के आधार पर उनसबों पर कार्रवाई होगी।
मुजफ्फरपुर डीपीओ स्थापना डॉ. प्रफुल्ल कुमार मिश्र ने परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के नेता सह उत्क्रमित मध्य विद्यालय रक्सा पूर्वी मड़वन के शिक्षक वंशीधर व्रजवासी को तस्वीर से चिह्नित करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।













Jul 13 2023, 12:56
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