DRDO साइंटिस्ट ने पाकिस्तान भेजी ब्रह्मोस-अग्नि और यूसीवी जैसी मिसाइलों की जानकारी, हनी ट्रैप के जाल में फंसे
डेस्क: पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ खुफिया जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार डीआरडीओ वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को लेकर चार्जशीट में बड़े खुलासे हुए हैं. एटीएस ने 30 जून को एक विशेष अदालत को अपनी चार्जशीट सौंपी, जिसमें कहा गया है कि प्रदीप कुरुलकर ने पाकिस्तानी महिला खुफिया ऑपरेटर के साथ भारत के मिसाइल, ड्रोन और रोबोटिक्स कार्यक्रमों से संबंधित जानकारी साझा की.
चार्जशीट में क्या चीजें हैं शामिल
चार्जशीट के मुताबिक, पाकिस्तानी एजेंट ने कुरुलकर से सोशल मीडिया पर जुड़ने के लिए अलग-अलग नामों से फेक अकाउंट बनाए. इनमें से दो नाम जारा दासगुप्ता और जूही अरोड़ा थे. दरअसल, जारा दासगुप्ता के नाम से आईडी बनाकर प्रदीप से जुड़ने वाली पाकिस्तीन एंजेट ने कहा था कि वो वह ब्रिटेन में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. इतना ही नहीं जारा ने प्रदीप से दोस्ती कर ब्रह्मोस लॉन्चर,अग्नि मिसाइल लॉन्चर और मिलिट्री बिजिंग सिस्टम, ड्रोन, यूसीवी समेत अन्य चीजों के बारे में जानकारी मांगी. जिसके बाद प्रदीप ने ये सारी जानकारियां इकठ्ठी कर पाकिस्तानी एजेंट को भेज दी.
इसके अलावा चार्जशीट में कहा गया है कि प्रदीप जारा के सामने अपने काम को लेकर काफी डींगे मारता था. 1837 पेज के इस आरोप पत्र में शामिल चैट के एक जिक्र में जब पाकिस्तानी एजेंट ने पूछा कि क्या अग्नि -6 लॉन्चर परीक्षण सफल रहा है, जिस पर उन्होंने जवाब दिया: "लॉन्चर मेरा डिजाइन है. यह एक बड़ी सफलता थी. कुरुलकर और पाकिस्तानी एजेंट के बीच की ये चैट सितंबर 2022 और फरवरी 2023 के बीच की है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वायड (एटीएस) ने हनी ट्रैप के एक संदिग्ध मामले में कथित जासूसी और पाकिस्तान की खुफिया ऑपरेटरों के साथ सपंर्क के आरोप में 3 मई को गिरफ्तार किया था. कुरुलकर कई बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा रह चुके हैं, वो ग्राउंड सिस्टम और भारत के शस्त्रागार में लगभग सभी मिसाइलों की लॉन्चिंग में लॉन्चर के तौर पर शामिल रह चुके हैं.
Jul 10 2023, 17:09