जमशेदपुर: फादर स्टैन स्वामी की शहादत दिवस पर अर्पित की गई श्रद्धांजली
जमशेदपुर: फादर स्टैन स्वामी की शहादत दिवस पर श्रद्धांजली अर्पित करने सभी वर्ग के लोगों ने, मित्र और सहयोगियों ने फादर स्वामी को याद करते हुए उनको सम्मान किया। फादर स्वामी एक कर्मठ आदिवासी सामाजिक कार्यकर्ता थे और उनकी आज दूसरी पुण्य तिथि है।
इस पृष्ठभूमि में, इन्फेंट जीसस पैरिश के सदस्य, समाज के सभी क्षेत्रों के लोग, और शुभचिंतकों ने लोयोला गेट से बेल्डीह त्रिकोण तक बुधवार शाम को प्रार्थना में मोमबत्तियां और तख्तियां लेकर एक मौन मानव श्रृंखला का आयोजन किया।
इनका विश्वास है कि फादर स्टेन की मृत्यु एक अंत नहीं है, यह हमारे देश के संविधान में विश्वास की पुष्टि करने एवं जागृति लाने का एक और क्षण है। फादर स्टेन आदिवासी शहीदों और हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताने-बाने और विविध संस्कृतियों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले उन सभी लोगों की संगति में शामिल हो गये हैं।
फादर स्टेन की मृत्यु से एक नई आशा की किरण और लोगों में नयी ऊर्जा जमगी है, क्योंकि उन्होंने विभिन्न संस्कृतियों, धर्मों, और राष्ट्रीयताओं को मानव परिवार, सृष्टि और न्याय के मार्ग पर साहसपूर्वक चलने के लिए एकजुट किया।
दिवंगत फादर की याद में इस मौन मोमबत्ती प्रकाश अनुष्ठान में काफ़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। साथ ही लोगों ने जेलों में बंद राजनीतिक, सामाजिक कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए और उनको सही न्याय मिलने के लिए आज लोगों ने प्रार्थना में मोमबत्तियां और तख्तियां लेकर एक मौन मानव श्रृंखला बनायी और सरकार का ध्यान आकर्षित किया ।
हम केंद्र सरकार से पुरजोर आग्रह करते हैं कि वे मानवाधिकार रक्षकों और जेलों में बंद पड़े विचाराधीन कैदियों को सही न्याय दिलाकर जल्द ही उनकी रिहा करे और आगे बढ़कर लोकतंत्र की रक्षा करे।
इसके साथ-साथ राजद्रोह कानून, गैरकानूनी अत्याचार (रोकथाम) अधिनियम और दमनकारी राज्य कानूनों को निरस्त करे एवं असहमति के नागरिक अधिकार को बहाल करे ।
हम सब देश के नागरिक होने के नाते ईश्वर की भी अपार शक्ति पर भरोसा रखते हुए एवं सद्भावना वाले सभी लोगों के साथ मिलकर एक स्वर में रवींद्रनाथ टैगोर के शब्दों को गाते हैं ‘स्वतंत्रता के उस स्वर्ग में, मेरे पिता, मेरे देश को जागने दो ।’
Jul 06 2023, 13:07