गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का पलटवार, बीजेपी को बताया बड़का झूट्ठा पार्टी
डेस्क : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज एकदिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे। जहां उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के संसदीय क्षेत्र मुंगेर लखीसराय में जनसभा में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा।
अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पैदाईश भ्रष्टाचार के विरोध से हुई थी। इंदिरा गांधी का विरोध कर नीतीश कुमार राजनीति में आए थे। लेकिन अब तो पीएम बनने के लिए कांग्रेस की चौखट पर बैठे हैं। शाह ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार के लिए कुछ भी नहीं किया।
इधर गृह मंत्री के हमले पर जदयू की ओर से पलटवार किया गया है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने सोशल मीडिया के ट्वीटर अकाउंट के जरिए बीजेपी और गृह मंत्री अमित शाह पर करारा पलटवार किया है।
ललन सिंह ने बीजेपी को बड़का झूट्ठा पार्टी बताते हुए लंबे-चौड़े ट्वीट में लिखा है...बड़का झुट्ठा पार्टी (B.J.P) के बड़का झुट्ठा गृह मंत्री माननीय अमित शाह जी, लखीसराय में जुमलेबाज़ी करने से पहले आपको अपना ज्ञानवर्धन करना चाहिए था...! आपको चुनौती है- साबित कीजिए कि मुंगेर में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज खुलवाने में केंद्र सरकार का एक रुपया भी लगा है ! मुंगेर इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज श्री नीतीश कुमार जी की सरकार की योजना का प्रतिफल है और इसमें सत् प्रतिशत राज्य सरकार का रुपया लगा है, इसमें केंद्र सरकार का एक रुपया भी नहीं लगा है। श्री नीतीश कुमार जी की सरकार की उपलब्धि भी श्री नरेंद्र मोदी जी के नाम करने का साहस कोई झुट्ठा व्यक्ति ही कर सकता है !
यदि साहस है तो बताइए कि "हर घर नल का जल योजना" में केंद्र सरकार का कितना रुपया लगा है ? इस योजना के लिए केंद्र सरकार के ऑफर को नीतीश सरकार ने ठुकरा दिया और एक ₹ भी केंद्र की सरकार से नहीं लिया। अपने धन से राज्य सरकार ने 2015 में सात निश्चय योजना के तहत इसे बिहार में करवाया। मुंगेर और बेगूसराय को जोड़ने वाला पुल श्री नरेंद्र मोदी सरकार की नहीं बल्कि श्रद्धेय अटल जी की सरकार की देन है।
पुलवामा में सीआरपाएफ़ के 40 जवानों की शहादत पर जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन लेफ़्टिनेंट गवर्नर श्री सत्यपाल मल्लिक जी के खुलासे पर आप मौन क्यों हैं ? शायद आज आप अधिक तनाव में थे, इसलिए नीतीश सरकार की उपलब्धियों को भी अपने खाता में डाल रहे थे। ऐसा आप ही कर सकते हैं और यही देश के साथ भी कर रहे हैं। आखिर आप इतने घबराए हुए क्यों थे कि लगातार आपके मुंह से 'लखीसराय' की जगह 'मुंगेर' निकल रहा था...? माना कि आपको आगामी लोकसभा चुनाव में अपने हश्र का अंदाजा है, लेकिन इतना घबराना देश के गृह मंत्री के स्वास्थ के लिए अच्छा नहीं है...!
Jun 30 2023, 09:10