/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png StreetBuzz वज्रपात से मरने वाले व्यक्ति को मिलने वाले मुआवजा से कम कीमत पर बचाई जा सकती है लोगों की जन्दगी,कैसे..?जानने के लिए पढिये पूरी खबर...? Jharkhand
वज्रपात से मरने वाले व्यक्ति को मिलने वाले मुआवजा से कम कीमत पर बचाई जा सकती है लोगों की जन्दगी,कैसे..?जानने के लिए पढिये पूरी खबर...?


राँची: बज्रपात के कारण मारने वाले को सरकार की कार्यशैली और उचित प्रबंधन से कई समस्याओं का हल हो सकता है।लेकिन सरकारें कोई भी हो इस दिशा में कोई काम ही नही करना चाहता है।आइये ऐसे हीं एक मिस मैनेजमेंट की बात करए हैं।

झारखंड में लगातार वज्रपात से मौत हो रही है। मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को सरकार 4 लाख रुपए मुआवजा तो देती है। एक मृतक के परिवार को जितना मुआवजा बांटा जाता है, उतने में 2 तड़ित चालक लगाकर सैकड़ों की जान बचाई जा सकती है।

मौत में मुआवजे से कम कीमत पर बच सकती है सैकड़ों जिंदगी, वज्रपात से निजात का ये है उपाय

झारखंड में मानसून की आहट के साथ वज्रपात का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। बचाव के उपाय और जागरुकता की कमी के कारण इसकी चपेट में आकर लोगों की जान तक चली जा रही है। राज्य में पिछले 1 पखवाड़े में 50 लोगों की मौत हो चुकी है। वज्रपात से मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को सरकार 4 लाख रुपए मुआवजा तो देती है। लेकिन, एक मृतक के परिवार को जितना मुआवजा बांटा जाता है, उतनी ही राशि में 2 तड़ित चालक लगाकर सैकड़ों लोगों की जान बचाई जा सकती है। वज्रपात से बचाव के लिए लगाए जाने वाले तड़ित चालक पर मात्र 1.5 से 2 लाख ही खर्च आता है। राज्य में अभी खेतीबाड़ी का समय है। किसान जब खेतों में उतरेंगे तो उनकी वज्रपात की चपेट में उनके आने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में वज्रपात से बचाव के लिए जागरुक करने का यही सही समय है।

सरकारी प्रतिष्ठानों में अनिवार्य है तड़ित चालक

राज्य के सरकारी भवनों, देवालयों व स्कूल भवनों पर तड़ित चालक लगाना आवश्यक है। तभी ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाने में तड़ित चालक मददगार साबित हो सकता है। लेकिन राज्य का आपदा प्रबंधन विभाग और प्राधिकार इस पर गंभीर नहीं है। लोगों को सर्तक करना जिला प्रशासन का काम मौसम विभाग वज्रपात को लेकर भी पूर्वानुमान जारी करता है। इस पूर्वानुमान को आम लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेवारी जिला प्रशासन की है। यह सूचना जितनी जल्दी और तेजी से संभावित इलाके के लोगों तक पहुंचाए जाने पर वज्रपात की चपेट में लोगों को आने से रोका जा सकता है। इससे उनकी जान बच सकती है।

वज्रपात से बचाव पर विशेषज्ञों की राय

झारखंड संग कई राज्यों में ठनका से बचाव पर काम करने वाले विशेषज्ञ कर्नल संजय श्रीवास्तव ने कहा कि जागरुकता से ही लोगों की जान बचायी जा सकती है। झारखंड की टीम ने विशेष ऐप विकसित किया है। इससे माध्यम से वज्रपात होने के 4-6 घंटे पूर्व इसकी सूचना मिल जाती है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में भी इस जानकारी का उल्लेख रहता है। जिला प्रशासन जागरुकता रथा निकालता है। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को वज्रपात से बचने के उपाय बताए जाते हैं।

मानसून से पहले नहीं की जाती है तैयारी

1. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की मौसम पूर्वानुमान की जानकारी जिलों के माध्यम से ग्रामीणों और किसानों तक पहुंचाने की फौरी व्यवस्था बंद हो गयी।

2. अखबारों और अन्य संचार माध्यमों से लोगों को वज्रपात से बचने के उपायों की जानकारी नहीं दी जा रही है।

3. राज्य के 18 जिलों में आपदा प्रबंधन अधिकारी नहीं हैं। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ही प्रभार में है। इस विभाग को स्वतंत्र रूप से काम करना चाहिए।

हेल्थ टिप्स: लिवर है आपके शरीर का रिमोट कंट्रोल,स्वस्थ लिवर हीं आपके सम्पूर्ण स्वास्थ्य को करता है नियंत्रित,जानिए कैसे रखें लिवर को स्वस्थ

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी अंगों का ठीक तरीके से काम करते रहना आवश्यक माना जाता है। किडनी, लिवर जैसे अति-महत्वपूर्ण अंगों को स्वस्थ रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहने की आवश्यकता होती है। हालांकि देखने को मिला है कि जीवनशैली और आहार से संबंधित कई प्रकार की गड़बड़ी के कारण इन अंगों पर नकारात्मक असर हो रहा है। यही कारण है कि कम उम्र में हो लोगों में लिवर से संबंधित कई प्रकार के विकारों का जोखिम काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी उम्र के लोगों के लिए शरीर के इस अति महत्वपूर्ण अंग की देखभाल करते रहना बहुत आवश्यक है।

डॉक्टर्स कहते हैं, खान-पान में गड़बड़ी के कारण लिवर की सेहत बिगड़ सकती है, ऐसे में समय-समय पर इसकी सफाई करते रहना जरूरी हो जाता है। वैसे तो शरीर स्वाभाविक रूप से सभी अंगों की साफ-सफाई स्वयं करता रहता है पर अगर हम दिनचर्या और आहार को ठीक कर लें तो इन अंगों को बेहतर ढंग से डिटॉक्स करना आसान हो जाता है। सभी लोगों के लिए इस बात का ख्याल रखना जरूरी है। आइए जानते हैं कि लिवर डिटॉक्स करना क्यों जरूरी है और इसके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?

लिवर को डिटॉक्स करना इस महत्वपूर्ण अंग की साफ-सफाई के साथ संपूर्ण शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी जरूरी है। लिवर डिटॉक्स करने से पेट की चर्बी को कम करने में मदद मिल सकती है। डिटॉक्स करने से शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद मिलती है, जिससे कई प्रकार की गंभीर बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है। शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने, खून को साफ रखने और पाचन को बढ़ावा देने के लिए भी लिवर को डिटॉक्स करना आवश्यक माना जाता है। आइए लिवर को स्वस्थ रखने और डिटॉक्स करने के तरीकों के बारे में जानते हैं।

शराब से दूरी बनाना जरूरी

लिवर को स्वस्थ रखने के लिए शराब छोड़ना सबसे जरूरी माना जाता है, शराब का सेवन कई प्रकार से शरीर के आवश्यक अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है। मादक पेय को संसाधित करने के लिए लिवर को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। शराब छोड़कर लिवर को साफ रखने में मदद मिल सकती है। अधिक शराब पीने वाले लोगों में फैटी लिवर से संबंधित समस्याओं का जोखिम अधिक होता है। 

आहार में फाइबर की बढ़ाएं मात्रा

साबुत अनाज, फल और सब्जियां, लीन प्रोटीन, डेयरी आदि स्वस्थ चीजों का सेवन नियमित रूप से शरीर के लिए आवश्यक होता है। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए भी आहार को संतुलित रखना जरूरी होता है। आहार में फाइबर वाली चीजों को शामिल करने से लिवर को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद मिलती है। फाइबर वाली चीजों का सेवन करना पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है।

दवाइयों के सेवन को लेकर बरतें सावधानी

अधिक दवाइयों के सेवन का लिवर पर दुष्प्रभाव हो सकता है, इस अंग को स्वस्थ रखने के लिए दवाइयों के सेवन को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। बिना डॉक्टरी सलाह के दवाइयों का सेवन नहीं करना चाहिए। ओवर द काउंटर दवाओं के खुद से सेवन करना लिवर के लिए दिक्कतें बढ़ाने वाला हो सकता है। विशेषतौर पर अधिक पेन किलर को लिवर-किडनी के लिए नुकसानदायक माना जाता है।

स्ट्रीटबज़्ज़ ब्यूटी टिप्स:अपने व्यक्तित्व में निखार लाने के लिए अपनाएं ये घरेलू टिप्स....!


आकर्षक और स्वच्छ चेहरा आपके व्यतित्व में और निखार ला देता है।सुंदर व्यक्तित्व ना सिर्फ आप के चेहरे को आकर्षक बनाता है बल्कि आप के व्यक्तित्व का प्रभाव सोशल स्टेटस बढ़ाने,आपके प्रोफेशनल लाइफ को बेहतर बनाने और आप के अंदर के आत्म विश्वास जगाने में भी उपयोगी होता है। आपके व्यक्तित्व में निखार लाने के लिए स्ट्रीटबज़्ज़ के ब्यूटी टिप्स में आज आप को बताते हैं कुछ घरेलू नुस्खे जिस से आप अपने चेहरे को आकर्षक बना सकते हैं....!

 1. त्वचा की सफाई के लिए कभी-कभी कच्चा प्याज खाना चेहरे के लिए अच्छा होता है। इससे चेहरे के दाग-धब्बों के कम होने में भी मदद मिलती है।

 

2. फ्रेश दिखने के लिए आंखों को आराम देना भी बेहद जरूरी है। ज्यादा देर तक कम्प्यूटर के सामने बैठने वालों को थोड़ी-थोड़ी देर बाद खिड़की के बाहर या देखना चाहिए व आंखों की हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करना चाहिए, इससे आंखों को आराम मिलता है।

3. चेहरे पर मास्क लगाने से चेहरे की त्वचा पर मौजूद मृत कोशिकाएं हट जाती हैं। इससे चेहरा सुंदर होता है व स्किन टाइट होती है और झुर्रियां भी कम होती जाती हैं।

4. स्नान करने से भी चेहरे पर रौनक आती है। हालांकि 10 मिनट से ज्यादा देर तक नहीं नहाना चाहिए। ज्यादा देर तक नहाने से भी त्वचा की नमी घटती है। गर्म पानी से देर तक नहाने से त्वचा पर लाल धब्बे भी पड़ सकते हैं।

5. दोपहर के समय लगभग हर किसी को नींद आने लगती है। काम के बीच समय में से 5 मिनट निकालकर भी आंखें बंद करें, तो यह फायदेमंद होता है। इससे न सिर्फ ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है बल्कि रक्त में सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है। यह हार्मोन खुशी के एहसास के लिए जिम्मेदार होता है।

 

6. दिनभर की थकान उतारने में ताजा हवा मदद करती है। थोड़ी देर चलना या हल्की-फुल्की एक्सरसाइज से भी चेहरे पर रौनक आती है। ब्रिटेन की एसेक्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक इससे इंसान हल्का भी महसूस करता है। नीले आसमान और हरियाली के बीच दिमाग में ताजगी आती है।

स्ट्रीटबज़्ज़ हेल्थ टिप्स: गर्मी में डायरिया से आप हो सकते हैं परेशान बचाव और उपचार के लिए आइये जानते हैं हमें क्या करना चाहिए...?


गर्मी में अक्सर जहा डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है। वैसे बढ़ते तापमान की वजह से क्या बच्चे क्या बड़े-बूढ़े सब बीमार पड़ जाते हैं। दरअसल गर्मियों में खाना जल्दी खराब हो जाता है और कई बार लोग इसे नजरअंदाज कर ऐसे ही खा लेते हैं, तो इससे खाने में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया उनके शरीर में प्रवेश कर जाता हैं, जिससे पेट में तेज दर्द के साथ लूज मोशन होने लगता है। इसे ही डायरिया कहा जाता है।

डायरिया जीवाणुओं और वायरस की वजह से होता है। रोटावायरस बच्चों में होने वाले एक्यूट डायरिया की कॉमन वजह है। दूषित खाने या पानी से बैक्टीरिया व पैरासाइट्स पेट में पहुंचने पर डायरिया का कारण बनता है।

डायरिया के लक्षण क्या है...?

डायरिया में पतले पानी की तरह मल आता है। पेट में मरोड़, ऐंठन, दर्द की समस्या भी होती है। दिन में कई बार पानी की तरह मल आने से शरीर में पानी की कमी होने लगती है, जिससे व्यक्ति डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकता है।

 डायरिया होने का कारण....?

गर्मी में स्ट्रीट फूड्स के ज्यादा सेवन से डायरिया की प्रॉब्लम हो सकती है। इसके साथ ही बासी और दूषित भोजन करना, कुछ दवाओं का लगातार सेवन, कुछ वायरस, अपच, छोटी या बड़ी आंतों में कोई समस्या होने पर भी दस्त लग सकता है।

कैसे करें डायरिया की पहचान

- लूज मोशन

- सिर दर्द व थकान

- कम पेशाब जाना

- चक्कर आने के साथ चिड़चिड़ापन

- बच्चे के पेट में मरोड़ होने की शिकायत करना

- मुंह का सूखना

- जी मिचलाना व डिहाइड्रेशन होना

- सुस्ती व ज्यादा नींद आना

डायरिया होने पर इन बातों का रखें ध्यान

- जूस व तरल पदार्थ का सेवन कराएं

- ओआरएस का घोल देते रहें

- फाइबर युक्त सब्जियों का सेवन करें

- खाना खाने से पहले बच्चों का हाथ साबुन से अच्छी तरह साफ करा लें

- सफर के दौरान बंद बोतल का पानी ही बच्चों को दें

- आरओ का पानी ही पिलाएं।

अन्य उपाय

- डायरिया से बचने के लिए बाहर की चीज़ें खाने से परहेज करें।

- दिन में कम से कम तीन लीटर पानी पीएं। जिससे बॉडी हाइड्रेट रहें।

- बासी खाना खाना अवॉयड करें।

- नारियल और नींबू पानी का सेवन भी डायरिया से राहत दिलाने में कारगर होता है। इससे शरीर हाइड्रेटेड रहेगा।

दुमका : पिकअप वैन ने मारी ट्रक को ठोकर,पिकअप वैन के चालक खलासी की घटनास्थल पर मौत


दुमका पाकुड़ मुख्य मार्ग स्थित आमतल्ला गांव के पास दर्दनाक सड़क हादसे में 2 की मौत हो गयी. पाकुड़ की दिशा से आ रहे आम लदे पिकअप ने आगे चल रहे ट्रक में जबरदस्त टक्कर मार दी.

 टक्कर कितनी जबरदस्त रही होगी,इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि, पिकअप वाहन के बर्नट का पूरा हिस्सा ट्रक के पीछे घुस कर पूरा चिपटा हो चुका था. इस दर्दनाक दुर्घटना में पिकअप वाहन के चालक व खलासी की मौके पर ही दब कर मौत हो गयी.

झारखंड नगरपालिका सेवा संवर्ग के 923 विभिन्न अराजपत्रित पदों पर नियुक्ति के लिए 20 जून से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित

रांची. झारखंड नगरपालिका सेवा संवर्ग के 923 विभिन्न अराजपत्रित पदों पर नियुक्ति के लिए 20 जून से ऑनलाइन आवेदन जमा होगा. 

झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की ओर से जारी विज्ञापन में कहा गया है कि आवेदन की अंतिम तिथि 19 जुलाई की मध्य रात्रि निर्धारित की गयी है. 21 जुलाई की मध्य रात्रि तक परीक्षा शुल्क का भुगतान किया जा सकेगा. 

वहीं फोटो व हस्ताक्षर अपलोड कर समर्पित आवेदन पत्र का प्रिंट आउट लेने के लिए 23 जुलाई की मध्य रात्रि तक लिंक उपलब्ध रहेगा.

पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मंडल के अंतर्गत विकास कार्य के लिए ट्रैफिक व पावर ब्लॉक,कई ट्रेन होगी प्रभावित


आसनसोल-वाराणसी-आसनसोल मेमू एक्सप्रेस आज व 24 को रद्द धनबाद. पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मंडल के अंतर्गत विकास कार्य के लिए ट्रैफिक व पावर ब्लॉक लिया जायेगा. इस कारण गोमो होकर चलने वाली ट्रेन संख्या 12801 पुरी-नयी दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस सोमवार को पुरी से दो घंटे विलंब से प्रस्थान करेगी.

 ट्रेन संख्या 13553 व 13554 आसमानसोल-वाराणसी-आसनसोल मेमू एक्सप्रेस 20 जून को रद्द रहेगी. वहीं ट्रेन संख्या 12802 नयी दिल्ली-पुरी एक्सप्रेस नयी दिल्ली से ढाई घंटे विलंब से खुलेगी. 24 जून को गोमो होकर चलने वाली ट्रेन संख्या 18625 पूर्णिया कोर्ट-हटिया एक्सप्रेस डेढ़ घंटे विलंब से पूर्णिया कोर्ट से रवाना होगी. गाेमो होकर चलने वाली ट्रेन संख्या 18104 अमृतसर-टाटा जलियावालाबाग एक्सप्रेस डेढ़ घंटे विलंब से चलेगी. वहीं 24 जून को ट्रेन संख्या 13553 व 13554 आसनसोल-वाराणसी-आसनसोल मेमू एक्सप्रेस रद्द रहेगी.

प्रभु जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ सोमवार को अज्ञातवास से लौटे

प्रभु जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ सोमवार को अज्ञातवास से लौट आये. भक्तों ने पूरे उत्साह और भक्ति-भाव से भगवान का स्वागत किया. जगन्नाथपुर मंदिर में पुजारियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तीनों विग्रहों का स्नान और नेत्रदान कराया. भव्य शृंगार और पूजा-अर्चना के बाद प्रभु अपने भाई-बहन के साथ विश्राम करने चले गये. मंगलवार को सभी पूजन विधान पूर्ण कर दोपहर में रथयात्रा निकाली जायेगी. भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर प्रभु जगन्नाथ अपनी मौसी के घर जायेंगे.

सीएम हेमंत सोरेन आज रथयात्रा मेला में शामिल होकर खीचेंगे प्रभु के रथ


रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सोमवार को जगन्नाथपुर मंदिर धुर्वा रांची के प्रथम सेवक-सह-मंदिर न्यास समिति के सदस्य ठाकुर सुधांशु नाथ शाहदेव एवं सेवक अमरदीप कौशल ने मुलाकात की.

 इस अवसर पर मुख्यमंत्री को उन्होंने ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मंदिर रथयात्रा महोत्सव में सम्मिलित होने हेतु सादर आमंत्रित किया. 

सीएम ने कहा कि वह मेला जरूर शामिल होंगे. बताया गया कि सीएम मेला में जाकर रथ भी खीचेंगे.

स्ट्रीटबज़्ज़ हेल्थ टिप्स: उम्र के साथ जरूरी है आपके सेहत का ख्याल रखना,तो इसके लिए करें ये उपाय....!

अक्सर माना जाता रहा है कि उम्र बढ़ने के साथ आंखों की रोशनी कम होती जाती है। इतना ही नहीं 50 की आयु के बाद सामान्य तौर पर मोतियाबिंद जैसी आंखों से संबंधित कई तरह की बीमारियों का जोखिम भी बढ़ जाता है। 

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक अगर कम आयु से ही स्वस्थ जीवनशैली और पौष्टिक आहार के सेवन की आदत बना ली जाए तो बुढ़ापे तक आंखों की रोशनी को बेहतर बनाए रखने में मदद मिल सकती है। नेत्र रोग विशेषज्ञों का मानना है कि आहार की समस्या आंखों की सेहत को अधिक प्रभावित कर सकती है, इसलिए सभी लोगों को नियमित आहार में जिंक, कॉपर, विटामिन सी, विटामिन ई और बीटा कैरोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को अवश्य शामिल करना चाहिए। 

स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, आंखों से संबंधित तमाम तरह की बीमारियों के खतरे से बचे रहने और लंबे समय तक आंखों की रोशनी को बेहतर बनाए रखने के लिए पौष्टिक चीजों का सेवन अवश्य सुनिश्चित किया जाना चाहिए। अमेरिकन ऑप्टोमेट्रिक एसोसिएशन (एओए) और अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी (एएओ) जैसे संगठन आंखों की सेहत के लिए पोषक तत्वों के सेवन की सिफारिश करते हैं। आइए आगे की स्लाइडों में ऐसे ही कुछ चीजों के बारे में जानते हैं जिनका सेवन करके आप आंखों की सेहत का ख्याल रख सकते हैं।

मछली खाना है फायदेमंद

आंखों को सेहतमंद रखने और लंबे समय तक रोशनी को बेहतर बनाए रखने के लिए आहार में तमाम तरह की मछलियों को शामिल करना विशेष लाभकारी हो सकता है। मछलियां ओमेगा-3 फैटी एसिड का समृद्ध स्रोत मानी जाती हैं। मछलियों की त्वचा और पेट में तेल होता है जो शरीर के लिए आवश्यक ओमेगा-3 की पूर्ति करने में सहायक हो सकता है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि मछली का तेल आंखों में सूखपेन की समस्या से राहत दिला सकती है। 

खट्टे फल और हरी पत्तेदार सब्जियां

खट्टे फल विटामिन-सी और हरी पत्तेदार सब्जियां एंटीऑक्सिडेंट्स और खनिजों से भरपूर होती हैं। आंखों की सेहत के लिए विटामिन-ई वाली चीजों का भी अधिक सेवन किया जाना चाहिए। इसके अलावा विटामिन-सी उम्र से संबंधित आंखों की क्षति को रोकने में कारगर मानी जाती है। पत्तेदार हरी सब्जियों में ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो आंखों की सेहत को बेहतरीन बनाए रखने में काफी सहायक मानी जाती हैं। इनका सेवन आंखों की कई तरह की बीमारियों के जोखिम को कम कर सकता है।

आंखों के लिए फायदेमंद है गाजर

गाजर खाना, आंखों के लिए सबसे फायदेमंद खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है। गाजर विटामिन-ए और बीटा कैरोटीन दोनों से भरपूर होती है। बीटा कैरोटीन गाजर को नारंगी रंग देता है। विटामिन-ए आंखों की रोशनी को बेहतर बनाए रखने में आवश्यक भूमिका निभाता है। यह रोडोप्सिन नामक प्रोटीन का एक घटक है, जो रेटिना को प्रकाश को अवशोषित करने में मदद करता है। आहार के माध्यम से विटामिन-ए वाली चीजों की पूर्ति करके आंखों से संबंधित बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।