औरंगाबाद सदर अस्पताल की व्यवस्था भगवान भरोसे, बिजली गुल होने पर इस तरह से मरीजों को देखते है डॉक्टर
औरंगाबाद : सदर अस्पताल की व्यवस्था भगवान भरोसे है। स्वास्थ्य विभाग अस्पताल की व्यवस्था सुदृढ़ करने के लाख दावे क्यों न कर ले लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। इसकी बानगी आज रात्रि 9 बजे देखने को मिली जब बिजली गुल हो जाने के बाद हिट वेब से ग्रसित मरीजों को मोबाइल की रोशनी में देखने के लिए चिकित्सकों को मजबूर होना पड़ा।
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हालांकि बिजली विभाग भी निर्बाध गति से बिजली आपूर्ति करने में असमर्थ हो रहा है। लेकिन अस्पताल की जनरेटर व्यवस्था भी शायद इस भीषण गर्मी में दम तोड़ते नजर आ रही है। रात्रि में बिजली के कटने से अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया और हर तरफ अंधेरे ने अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया।
सबसे ज्यादा परेशानी हीट स्ट्रोक के लिए बने वार्ड में थी जहां मरीज को 24 घंटे एसी में रखना था। वहां बिना एसी के रह रहे थे।
इस संबंध में अस्पताल के वरीय अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र







रामचरितमानस और अन्य ग्रंथ ही नही छापती बल्कि इस्लाम और उर्दू की किताबें भी छापती है। जयराम रमेश का गीता प्रेस को देखने का नजरिया गलत है। वें इसे किस चश्में से देखते है,
Jun 20 2023, 17:51
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