दुमका : आस्था पर जमीन या पेड़ भारी! क्यों चर्चा में बना ग्रांट स्टेट में पीपल का यह पेड़..
दुमका :- नगर थाना अंतर्गत ग्रांट स्टेट मोहल्ले में एक पीपल का पेड़ चर्चा में है। आस्था व विश्वास का हवाला देते हुए स्थानीय लोग इस पेड़ को बचाने में जुट गए है। स्थानीय लोगों को आशंका है कि जमीन मालिक द्वारा जमीन की बाउंड्रीवाल देने के नाम पर पेड़ को काटने की तैयारी की जा रही है। स्थानीय लोग जमीन मालिक की कार्रवाई का विरोध कर रहे है और जरूरत पड़ने पर धरना व अनशन शुरू करने की बात कह रहे है।
स्थानीय लोगों ने मामले को लेकर उपायुक्त से मिलकर न्याय की गुहार लगाने की बात कही है। वहीं जमीन मालिक के मुताबिक वो अपनी जमीन की घेराबंदी करना चाह रहे है। पीपल की पेड़ की पूजा होती है तो वे लोग क्यों उक्त पेड़ को काटेंगे। सिर्फ झूठ मूठ का यह दुष्प्रचार किया जा रहा है।
दरअसल, ग्रांट स्टेट स्थित लाल पोखर के सामने संदीप रक्षित एवं अमिता रक्षित की एक पुश्तैनी जमीन है। जमीन का बाउंड्रीवाल टूट चुका है। बाउंड्रीवाल से सटा एक पीपल का पेड़ है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह पेड़ सड़क किनारे है और जमीन से पेड़ का कोई कनेक्शन नहीं है। चाहे तो जमीन मालिक जमीन की मापी भी करवा सकते है। पूर्व वार्ड पार्षद सोनी हेम्ब्रम ने कहा कि साल 2009 में स्थानीय लोगों ने विधिवत पूजा अर्चना कर यह पेड़ लगाया था। पूर्व में जमीन मालिक ने पेड़ को काटने का प्रयास किया था लेकिन मोहल्लेवासियों के विरोध की वजह से जमीन मालिक अपने प्रयास में विफल रहे।
उन्होंने कहा कि अब जमीन मालिक अपनी जमीन के अलावा सरकारी भूमि का अतिक्रमण कर पीलर का निर्माण करवा रहे है। पेड़ की जड़ को जेसीबी से काटने की वजह से यह कभी भी गिर सकता है। इस पेड़ की रोजाना लोग पूजा करते है। मोहल्ले के चंद्रेश्वर सिंह ने कहा कि किसी सूरत में इस पेड़ को लोग काटने नही देंगे। यह पेड़ लोगों के आस्था व विश्वास से जुड़ा हुआ है। जरूरत पड़ी तो मोहल्लेवासी पेड़ को बचाने के लिए धरना व अनशन पर बैठेंगे।
मीरा देवी एवं पीयूष कुमार ने कहा कि पेड़ सड़क किनारे है और जमीन से उसका कोई कनेक्शन नहीं है। जमीन मालिक मापी भी करवा सकते है। इधर पूरे मामले में जमीन मालिक अमिता रक्षित का कहना है कि एक राजनीति के तहत उनकी जमीन के पास पेड़ लगाया गया। जब पेड़ लगाया जा रहा था तो हमने आस्था व विश्वास से जुड़ा मामला देखकर कोई विरोध नही किया जबकि यह हमारी पुश्तैनी जमीन है। पेड़ को काटने की उनलोगों की कोई योजना नहीं है क्योंकि इस पेड़ की पूजा होती है और लोगों को छांव देती है। कहा कि अपनी जमीन पर हम पीलर दिलवा रहे है और तार से उसकी घेराबंदी की जाएगी।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Jun 18 2023, 12:57