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नीतीश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद बोले डॉ. संतोष कुमार सुमन, जदयू की ओर से बनाया जा रहा था यह दबाव

डेस्क ; केन्द्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में जुटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आज बड़ा झटका लगा। हम पार्टी से उनके कैबिनेट में मंत्री रहे पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। 

इधर संतोष मांझी के इस्तीफे के बाद प्रदेश की सियासत गरम हो गई है। विपक्ष भाजपा इसे लेकर जहां नीतीश सरकार पर हमलावर है। वही सत्ताधारी दल के निशाने पर हम सुप्रीमो व पूर्व सीएम जीतन राम मांझी आ गए है। दोनो ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।  

वहीं इस्तीफे के बाद संतोष सुमन ने जदयू पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल जदयू की तरफ से उनकी पार्टी हम के विलय का लगातार दबाव दिया जा रहा था। अब यह असहनीय हो गया था, इसलिए इस्तीफा देकर अलग होना ही विकल्प बचा था। उन्होंने यह भी कहा कि वह महागठबंधन में बने रहना चाहते हैं। लेकिन, यह महागठबंधन के दलों को तय करना है कि हमारा साथ चाहते हैं या नहीं। 

वहीं महागठबंधन के तीन वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव, ललन सिंह और विजय चौधरी ने एक सुर में कहा कि सुमन के इस्तीफे का मतलब साफ है, अब यह पार्टी महागठबंधन का हिस्सा नहीं है। उधर, ‘हम’ के एनडीए के साथ जाने की संभावना है। अटकलें हैं कि मांझी राज्यपाल बनेंगे जबकि पुत्र गया सुरक्षित सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

बताते चलें कि बीते मंगलवार सुबह 10.30 बजे पहले जीतन राम मांझी और फिर आधे घंटे बाद संतोष सुमन जदयू के वरीय नेता तथा राज्य के वित्तमंत्री विजय कुमार चौधरी से मिलने उनके आवास गये। करीब आधे घंटे पिता पुत्र उनके साथ रहे। इसी दौरान संतोष सुमन ने मंत्री पद से अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया। जानकारी के मुताबिक मांझी ने चौधरी से कहा कि हमलोग अब साथ नहीं चल सकते हैं। इस मुलाकात के बाद हम के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक प्रफुल्ल मांझी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जदयू में हमारे दल के विलय का दबाब था जिसके लिए जीतन राम मांझी तैयार नहीं थे।

पूर्व सीएम मांझी के बेटे संतोष मांझी द्वारा मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद गरमाई प्रदेश की सियासत, राजद के वरिष्ठ नेता ने मांझी पर कसा यह तंज

डेस्क ; केन्द्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में जुटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आज बड़ा झटका लगा। हम पार्टी से उनके कैबिनेट में मंत्री रहे पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

इधर संतोष मांझी के इस्तीफे के बाद प्रदेश की सियासत गरम हो गई है। विपक्ष भाजपा इसे लेकर जहां नीतीश सरकार पर हमलावर है। वही सत्ताधारी दल के निशाने पर हम सुप्रीमो व पूर्व सीएम जीतन राम मांझी आ गए है।

इसी कड़ी में राजद के वरिष्ठ ने शिवानंद तिवारी ने जीतन राम मांझी पर निशाना साधते हुए कहा है कि, मंत्री मंडल से हटने के लिए इस्तीफ़ा किसको दिया जाता है यह जीतन बाबू ने सुमन को शायद नहीं बताया था। विजय कुमार चौधरी को इस्तीफ़ा देने का क्या मतलब था। इस उम्मीद में कि नीतीश कुमार मनावन करेंगे। लेकिन उल्टा हो गया। इस्तीफ़ा मंज़ूर हो गया।

शिवानंद तिवारी ने कहा कि, सुमन कह रहे हैं कि जदयू में ‘हम’ को विलीन करने के लिए कहा जा रहा था। हम के नेतृत्व से जबरन यह कोई कैसे करा सकता था। यह तो कहने की बातें हैं। जो कुछ हुआ उसकी पटकथा कहां और किसके द्वारा लिखी गई है। यह बात भी छीपी रहने वाली नहीं है। कहीं ऐसा नहीं हो कि जीतन बाबू ‘चौबे’ से ‘छब्बे’ बनने के चक्कर में ‘दूबे’ भी नहीं बन पाएं।

श्री तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार की कृपा से मुख्यमंत्री बनने के बाद जीतन बाबू आसमान में पहुँच गए हैं। उनका उतावलापन रोज़ाना उनके अखबारी बयानों में नज़र आता है। लगता है कि अपने उतावले पन का शिकार उन्होंने अपनी दूसरी पीढ़ी को ही बना दिया है।

उन्होंने कहा कि, सुमन विधान सभा का चुनाव हारने के बाद राजद सुप्रीमो लालू यादव की कृपा से विधान परिषद के सदस्य हैं। उसी हैसियत से नीतीश मंत्रिमंडल के सदस्य थे। जीतन बाबू की बेचैनी की वजह दूसरी है। अभी गया में इनकी बेटी मेयर का चुनाव लड़ी थीं। शायद ज़मानत बचाने लायक़ वोट भी नहीं पा सकीं। अभी अभी दो तीन दिन पहले गया नगर निगम के उप चुनाव में इनके निकटस्थ को मात्र तेरह वोट मिल पाया।

बिहार कैबिनेट की बैठक खत्म, इन 12 महत्वपूर्ण एजेंडो पर लगी मुहर

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में चल रही कैबिनेट की खत्म हो गई है। इस बैठक में कुल 12 एजेंडे पर मुहर लगी है।

इस कैबिनेट बैठक की सबसे खास बात यह रही कि विधायकों-विधान पार्षदों को हर साल मिलने वाले फंड में बढ़ोतरी कर दी गई है।

अब सभी विधायक हर साल चार करोड़ रू की योजनाओं की अनुशंसा कर सकेंगे। अब तक सभी विधायक-विधान पार्षद तीन करोड़ तक की योजनाओं की अनुशंसा करते थे।

दक्षिण और उत्तर बिहार के कुल 61 किमी सड़क निर्माण को लेकर 234 करोड़ तीस लाख रू की स्वीकृति दी गई है।

दाखिल खारिज और परिमार्जन को लेकर आ रही शिकायत सुनकर परेशान हो उठे सीएम नीतीश कुमार, फौरन मुख्य सचिव को किया तलब

डेस्क : आज महीने का दूसरा सोमवार को सीएम नीतीश कुमार का जनता दरबार लगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में पहुंचे फरियादियों की शिकायत सुनने के बाद सीएम उन शिकायतों का त्वरित निष्पादन किया। जनता दरबार में विभिन्न विभागों के सभी बड़े अधिकारी मौजूद रहें। 

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के दरबार में दाखिल खारिज और परिमार्जन को लेकर आ रही शिकायत सुनकर परेशान हो उठे। लगातार मिल रही शिकायतों से टेंशन में आये सीएम नीतीश ने बड़े हाकिमों को तलब किया। मुख्यमंत्री की नजर जैसे ही मुख्य सचिव आमिर सुबहानी पर पड़ी तो कहा, इधर आइए। इसके बाद मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी समेत सीएम सचिवालय के तमाम बड़े अधिकारी नीतीश कुमार के सामने लाइन लगाकर खड़े हो गए। हालांकि बातचीत के क्रम में मुख्यमंत्री ने माइक बंद कर दिया। फिर सीएम नीतीश ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए। 

वहीं सहरसा से आये एक बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से कहा कि जमीन हमारी है और कब्जा कर रहे दबंग। फरियाद लेकर हर जगह गए कहीं से न्याय नहीं मिल रहा। दबंग पांच लाख रू रंगदारी मांगता है, थाना कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। दबंग थाने को पैकेट में रखने का दावा करता है। हमें न्याय दीजिए।फरियादी की शिकायत को सुनकर मुख्यमंत्री ने अधिकारी को फोन लगाया और कहा कि इस मामले को देखिए। बजाप्ता ये नाम भी बता रहे हैं। तुरंत देखिए और एक्शन लीजिए।

बिहार के सीवान से होता था मनी लॉन्ड्रिंग का खेल, सउदी अरब से करोड़ों रुपये मंगवा पाकिस्तान, बांग्लादेश व इजरायल समेत अन्य देशों को विदेशी मुद्रा में बदलकर भेजने वाले गिरोह का पर्दाफाश, तीन शातिर धराए

सीवान जिले में हवाला कारोबार के एक बड़े अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा हुआ है। पुलिस ने भगवानपुर हाट थाने के ब्रह्मपुर गांव में छापेमारी कर इस रैकेट से जुड़े तीन शातिर को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह सउदी अरब से करोड़ों रुपये मंगवाकर पाकिस्तान, बांग्लादेश व इजरायल समेत अन्य देशों को विदेशी मुद्रा में बदलकर भेजा करता था। पकड़े गए लोगों में शेख कलीम, राजेश कुमार व मनु कुमार सिंह शामिल हैं। युवकों के पास से हथियार, गोली, चार पहिया वाहन, डेबिट-क्रेडिट कार्ड, नकदी आदि बरामद किए गए हैं।

सीवान के एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि सूचना मिली कि ब्रह़्मस्थान निवासी हरेंन्द्र सिंह के घर पर गोपालगंज जिले से आए कई लोग विदेशी मुद्रा का हिसाब कर रहे हैं। इसके बाद महाराजगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पोलस्त कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने छापेमारी की। इस दौरान पता चला कि इन लोगों ने एक दिन में केवल पाकिस्तान एक करोड़ रुपए भेजे हैं। एसपी ने बताया कि इस रैकेट के सरगना समेत तीन लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

मास्टरमाइंड फरार 

पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि हवाला करोबार का मास्टर माइंड राजकुमार व विश्वजीत कुमार हैं। हालांकि दोनों फिलहाल पुलिस की गिरफ्तार से दूर हैं। पुलिस राजकुमार, विश्वजीत व हरेन्द्र की तलाश कर रही है। पुलिस को विश्वास है कि तीनों की गिरफ्तारी के बाद इस घटना का अहम राज खुल सकेगा। सामान की बरामदगी और युवकों की गिरफ्तारी हरेंन्द्र सिंह के घर से हुई है।

राइफल-5 गोलियां, पासबुक, क्रेडिट कार्ड जब्त

पुलिस ने छापेमारी के दौरान एक राइफल व पांच गोलियां, एक रिवाल्वर व 13 गोलियां, एक कार, 19 डेबिट कार्ड, एक क्रेडिट कार्ड, दो लाख 67 हजार नकदी, छह मोबाइल, विभिन्न लोगों के बैंक पासबुक, एक स्वाइप मशीन, एक लैपटॉप, एक डिजिटल कैमरा, 18 सिमकार्ड, एक पैन कार्ड आदि मिले हैं। जब्त हथियार का लाइसेंस अरुणाचल से लिया हुआ है।

6% कमीशन पर काम करता था गिरोह

पूछताछ में गिरफ्तार युवकों ने पुलिस को बताया है कि सभी हवाला के काम करते हैं। मास्टरमाइंड राज कुमार व विश्वजीत गांव के भोले-भाले लोगों को रुपये का प्रलोभन देकर उनके नाम पर खाता व डेबिट कार्ड फर्जी तरीके से बनवाते हैं। उन्हीं के खातों में विदेशों से करोड़ों रुपये मंगवाया जाता है और दूसरे देशों में भेजा जाता है। इसके बदले में गैंग छह फीसदी कमीशन वसूल करता हे। एसपी शैलेश कुमार ने बताया कि पुलिस इस मामले में यह भी जांच कर रही है कि इनका संबंध किसी अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन से तो नहीं है। विभिन्न जांच एजेंसियों की मदद भी ली जाएगी।

23 जून को विपक्षी एकता की महाबैठक, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी बोले, न किसी को पीएम बनना है न ही किसी को सीएम, मकसद 2024 का लोकसभा चुनाव जीतना है


बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता की मुहिम में जुटे हैं। वहीं दूसरी तरफ 23 जून को विपक्षी एकजुटता की महाबैठक होने वाली है। जिसमें तमाम सियासी दलों के दिग्गज शामिल होंगे। वहीं इस बीच डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि ना किसी को पीएम बनना है और ना ही किसी को सीएम बनना है। हमारा मकसद 2024 का लोकसभा चुनाव जीतना है। और फिरकापरस्त ताकतों को खत्म करना है। उन्होने कहा कि जो लोग देश के संविधान को बदलना चाहते हैं, जो देश खा इतिहास बदलना चाहते हैं, दंगा फसाद कराना चाहते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ हमारी लड़ाई है। 

नीतीश पीएम कैंडिडेट नहीं- ललन सिंह

इससे पहले जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने साफ कर दिया था कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं होंगे। साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं अपील करते हुए कहा था कि नीतीश कुमार को लेकर पीएम पद का नारा न लगाएं। क्योंकि इससे विपक्षी एकता कमजोर पड़ेगी। ललन सिंह ने कहा कि 23 जून को होने वाली बैठक में 18 विपक्षी दल शामिल होंगे। जिसमें फारुख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने भी सहमति दे दी है। 

ना पीएम, ना सीएम बनना है- तेजस्वी यादव

बता दें इससे पहले नीतीश कुमार खुद पार्टी कार्यकर्ताओं से हाथ जोड़कर अपील कर चुके हैं कि उनका नाम लेकर पीएम पद का नारा न लगाएं। और अब ललन सिंह ने भी एक बार फिर से पार्टी कार्यकर्ताओं से वही अपील की है। जेडीयू के कार्यकर्ता अक्सर नीतीश फॉर पीएम के नारे लगाते रहते हैं। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी साफ कर दिया है। कि ना किसी को पीएम बनना है और ना ही किसी को सीएम बनना है। विपक्षी एकता का मकसद सिर्फ बीजेपी को हराना है।

23 जून को विपक्षी एकता की महाबैठक

23 जून को होने वाली विपक्षी एकजुटता की बैठक में कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होंगे। तो वहीं आप की तरफ से अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, एनसीपी चीफ शरद पवार, शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन समेत कई नेता इस महाबैठक में शामिल होंगे।

*सीएम नीतीश कुमार का लगा जनता दरबार, मुख्य़मंत्री फरियादियों की सुन रहे शिकायत*

डेस्क : आज महीने का दूसरा सोमवार को सीएम नीतीश कुमार का जनता दरबार लगा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में पहुंचे फरियादियों की शिकायत सुनने के बाद सीएम उन शिकायतों का त्वरित निष्पादन कर रहे है। जनता दरबार में विभिन्न विभागों के सभी बड़े अधिकारी मौजूद रहेंगे। 

मुख्यमंत्री आज जनता दरबार में आज शिक्षा विभाग समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग, कल्याण विभाग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, वित्त विभाग श्रम संसाधन विभाग तथा सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित मामलों की शिकायत सुन रहे है।

*जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कार्यकर्ताओं से देश का पीएम नीतीश कुमार जैसा हो का नारा नहीं लगाने का किया आह्वान, बताया यह कारण*

डेस्क : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने जदयू कार्यकर्ताओं को देश का पीएम कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो का नारा नहीं लगाने की अपील की है। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा है कि ऐसा करने से विपक्षी एका के किये जा रहे प्रयास पर रुकावट पैदा होती है। 

बीते रविवार को जदयू कार्यालय में मिलन समारोह के दौरान ‘देश का पीएम कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो, का नारा लगाने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को रोकते हुए ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार देश के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं। वे भाजपामुक्त देश के निर्माण के लिए आगे बढ़े हैं और विपक्षी पार्टियों को एक करने में लगे हैं। आपलोग इस तरह का नारा लगाते हैं, इससे विपक्षी एकता में रुकावट पैदा होती है। ऐसा कभी मत करिएगा।

जब 2024 चुनाव हो जाएगा और देश भाजपामुक्त हो जाएगा तो जिस तरह अभी पटना में बैठकर सभी पार्टी आगे की रणनीति तय करेंगे, उसी तरह सभी पार्टी बैठकर तय करेंगे कि इस देश का मुखिया कौन होगा। देश का मुखिया जो भी होगा इस देश में लोकतंत्र को पुन स्थापित करेगा। यही संकल्प है हमारे नेता का।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ललन ने कहा कि 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होने 18 पार्टियों के नेता पटना आ रहे हैं। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला भी विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होंगे। 2024 की रणनीति पर विचार करेंगे। 23 जून को पटना की ऐतिहासिक भूमि से भाजपा मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया जाएगा।

*48 घंटे के अंदर बिहार में दस्तक देगा मानसून, भीषण गर्मी से मिलेगी राहत*

डेस्क : राजधानी पटना समेत पूरा प्रदेश में इनदिनों भीषण गर्मी व लू की चपेट में है। प्रदेश के तकरीबन सभी जिलों में पारा 40 के पार होने से लोगों का जीना मुहाल हो रखा है। इसबीच प्रदेशवासियों के लिए एक बढ़ी राहत भरी खबर है। भीषण गर्मी और लू से लोगों को राहत जल्द मिलेगी। 

सिक्किम व पश्चिम बंगाल होते हुए पूर्णिया और किशनगंज के रास्ते प्रदेश में मानसून की 48 घंटों के भीतर दस्तक होगी। मानसून अब बिहार में अपने मानक समय 13 जून को प्रवेश करेगा। राज्य के कई जिलों में पुरवा पांव पसार चुकी है। इससे मानसून के आगमन की राह तेजी से तैयार हो रही है। पुरवा के प्रभाव से अगले कुछ दिन तक पटना समेत राज्य भर के लोगों को पसीने वाली गर्मी का सामना कर पड़ सकता है। 

ताजा आकलन के अनुसार पटना व गया में 15 जून और छपरा में 18 जून तक मानसून के प्रसार के आसार हैं। 20 जून तक यह पूरे राज्य में प्रसार पा जाएगा। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक आशीष कुमार ने बताया कि प्रदेश में मानसून के प्रसार के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई है। 13 जून तक इसके आगमन के आसार हैं।

प्रचंड तापमान के बीच नमी के हो रहे प्रसार से राज्य के पूर्वी भाग में थंडरस्टॉर्म गतिविधियां अगले दो दिनों में तेज होंगी। प्रदेश के उत्तरी भागों में वर्षा की गतिविधियां शुरू हो गई हैं। पटना के आसपास के इलाके में भी रविवार की देर शाम आंशिक बारिश हुई।

अतिपिछड़ों को जूते की नोक पर रखती है भाजपा, नहीं मिल रहा मोर्चा अध्यक्ष के लिए दावेदार : राजीव रंजन

डेस्क : भाजपा पर पलटवार लेते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है किमीडिया के सामने भाजपा के नेता भले ही खुद को अतिपिछड़े समाज का हितैषी बताने का दिखावा कर लें लेकिन हकीकत में यह आज भी अतिपिछड़ों से घृणा करते हैं और उन्हें आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते. खुद को राजनीतिक सामंत समझने वाले भाजपा के यह लोग आज भी इस समाज को हेय दृष्टि से देखते हैं और उन्हें जूते की नोक पर रखना चाहते हैं. इनकी मंशा अभी भी अतिपिछड़े समाज को पहले के जमाने की तरह बंधुआ मजदूर बना कर रखने की है, इसीलिए यह अपने पार्टी के अतिपिछड़े नेताओं को गुलामों से अधिक तवज्जो नहीं देते. 

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि अतिपिछड़े समाज से घृणा करने की ही वजह से, इन्होने इतने वर्षों तक सत्ता में रहने के बाद भी इस समाज के नेताओं को कभी भी कोई महत्वपूर्ण मंत्रालय नहीं दिया. जिन्हें दिखावे के लिए मंत्रिपद दिया गया, उन्हें इन्होने ढंग से काम नहीं करने दिया. दरअसल भाजपा चाहती ही नहीं कि अतिपिछड़े समाज का नेतृत्व सशक्त हो. 

उन्होंने कहा कि भाजपा में अतिपिछड़ा समाज के महापुरुषों की जयंती मनाने की अनुमति भी नहीं दी जाती. इनके लोग खुद बताते हैं किउन्हें कर्पूरी ठाकुर जैसी महान हस्ती की जयंती मनाने की भी मनाही है. उनके बजाए उन्हें दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर मनाने पर ज़ोर दिया जाता है. भाजपा बताये कि किस मामले में कर्पूरी ठाकुर का योगदान इनसे कमतर है.

उन्होंने कहा कि भाजपा पर कुंडली मारे नेताओं से पीड़ित होकर ही इनके अतिपिछड़ा समाज के सबसे बड़े नेता और अतिपिछड़ा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी अपना त्यागपत्र देकर चले गये. उसके बाद आज तक यह पद खाली है. लोग बताते हैं कि अतिपिछड़ा समाज के भाजपाई अपने शीर्ष नेताओं की जमींदारी मनोवृत्ति से इतने आजिज आ गये हैं कि कोई भी इस पद को लेना नहीं चाहता. इसी कारण इनकी नयी टीम की भी घोषणा रुकी पड़ी है. 

जदयू नेता ने कहा कि दरअसल अतिपिछड़ों की बड़ी तादाद देखते हुए भाजपा उन्हें झुनझुना पकड़ा कर अपने साथ रखना तो चाहती है लेकिन उन्हें वाजिब सम्मान देना उन्हें पसंद नहीं है. इनके निगाह में अतिपिछड़े समाज का महत्व सिर्फ वोट बैंक तक सीमित है. इन्हें अतिपिछड़े समाज का वोट तो चाहिए लेकिन उन्हें उनका अधिकार देना उन्हें सख्त नापसंद है.

नालंदा से राज