गिरिडीह में शराब विक्रय में हुए गबन पर पूर्व सीएम बाबूलाल ने कसा तंज
गिरिडीह:राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सब भाजपा नेता बाबूलाल मराठी गिरिडीह जिले में सरकारी शराब दुकानों द्वारा एक करोड़ इक्कीस लाख रुपए के गबन पर तंज कसा है। इस मामले पर उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि मेरे गृह ज़िले गिरिडीह में शराब कंपनी और सेल्समैन की साठगांठ से करोड़ों रुपए के गबन का मामला प्रकाश में आया है।दिलचस्प बात यह है कि इसमें भी उसी “छत्तीसगढ़ी कंपनी" की संलिप्तता सामने आई है जो वहाँ जाँच के आँच में फँस चुकी है। आगे श्री मरांडी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने शराब नीति के नाम पर घोटाले का ऐसा जाल बुना कि इसमें झारखंड और सोरेन राज परिवार के “झारखंडी राजकुमार” को भी फंसा लिया।
यहां बता दें कि इससे पूर्व भी वे दिल्ली के मंत्री मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद से सीएम पर उंगलियां उठाने तथा आरोप लगाते रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक गिरिडीह के उत्पाद निरीक्षक जॉय हेमब्रोम के अनुसार साल 2022 और 2023 का ऑडिट जब किया गया तो यह बात सामने आई कि इस वित्तीय वर्ष में हर रोज जिले के 81 शराब दुकान में 30 लाख की बिक्री होती थी।लेकिन जिस अनुपात में बिक्री हुई उस अनुपात में दुकान के सेल्समैन ने सरकार के खाते में राशि जमा नहीं कराया।करीब एक करोड़ 21 लाख का सरकारी राशि गबन किया गया।उत्पाद निरीक्षक के अनुसार शराब दुकान में सेल्समैन को रखकर ग्राहकों को शराब बेचने की व्यस्था राज्य सरकार द्वारा की गई थी और इस नई व्यस्था के तहत गिरिडीह के शराब दुकानों में शराब विक्रय करने हेतु निजी एजेंसी सुमित फैसिलिटी को जिम्मा दिया गया था।अब जाकर गिरिडीह डीसी नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देश पर मामला दर्ज किया गया है।
इधर श्री मरांडी ने अपने ट्वीट में लिखा कि हेमंत सोरेन जी किस लालच में "छत्तीसगढ़ मॉडल" को अपनाने के लिए लालायित थे?राजस्व की हो रही भारी क्षति की जिम्मेदारी कौन लेगा?सरकार का माय बाप कौन है?मैं फिर कह रहा हूँ, आने वाले दिनों में झारखंड में भी शराब घोटाले का बहुत बड़ा मामला सामने आएगा।हाँ, जाँच एजेंसियों का हाथ "साहब" के गले तक भी जाना तय मानिये। बस इंतज़ार करिये और आगे-आगे देखते जाईये।
Jun 13 2023, 14:48