*श्रद्धालुओं को कथा व्यास ने अपनी अमृतमयी वाणी से किया मंत्रमुग्ध*
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। क्षेत्र के ग्राम धौराहरा में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में कथा व्यास पंडित ओमप्रकाशानंद सरस्वती महाराज ने कंस वध एवं रुक्मणी विवाह की कथा की अमृत वर्षा करते हुए उपस्थित श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराया उन्होंने कहा कि, भक्तों की रक्षा और दुष्टों का संहार करने के लिए ही भगवान समय-समय पर अवतार लेते हैं। इस पावन अवसर पर उन्होंने अत्याचारी राजा कंस के बध की कथा करते हुए उन्होंने कहा कि यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत ।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् अर्थात जब जब धरती पर अत्याचार, अनाचार, अन्याय और पापकर्म बढ़ जाते हैं, दुराचारियों के कुकर्मों से धरती कराह उठती है तो सज्जनों की रक्षा के लिए, धर्म, न्याय और सत्य की स्थापना के लिए अनेक रूपों मे अवतार लेकर भगवान विश्व का कल्याण करते हैं । इस मौक पर कथा व्यास ने कंस के अत्याचारों की कथा कहते हुए कहा निरंकुश और अत्याचारी कंस के अत्याचारों से जब पृथ्वी पर चारों ओर हाहाकार मच गया तब उसके अत्याचारों से पृथ्वी को मुक्ति दिलाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने अवतार लिया और कंस के साथ अनेक अत्याचारी राजाओं का संहार कर पृथ्वी को कंस और उसके अत्याचारी सहयोगियों से मुक्त कराया। इस मौके पर भारी संख्या में उपस्थिति श्रद्धालुओं को कथा व्यास ने अपनी अमृतमयी वाणी से मंत्रमुग्ध कर दिया ।
Jun 12 2023, 17:11