गिरिडीह: बनवासी विकास आश्रम के पहल पर एक नाबालिग लड़की की बाल विवाह होने से बची
गिरिडीह। एक ओर जहां सरकार द्वारा बाल विवाह उन्मूलन को लेकर कई कार्यक्रम संचालित कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।वहीं अपनी रूढ़िवादी सोच के कारण लोग अल्पव्यस्क बच्चों के विवाह करने के प्रयास से बाज नहीं आ रहे हैं।
बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत एक्सेस इधर टू जस्टिस कार्यक्रम के अंतर्गत बनवासी विकास आश्रम, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन युएस द्वारा बाल विवाह को रोक कर एक तेरह वर्षीय बालिका के भविष्य को बर्बाद होने से बचाया गया।
विदित हो कि समुदाय स्तरीय सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका कुमारी को सूत्रों से जानकारी मिली कि बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत ग्राम पतारी पंचायत,सोनबाद, प्रखंड बेंगाबाद के एक परिवार के घर मे 11 जून को एक नाबालिग बच्ची का विवाह जमुआ प्रखंड मे होना तय हुआ है।
सूचना मिलते ही अभियान के सदस्यों द्वारा उक्त बच्ची के घर जाकर बच्ची को रेस्क्यू कर सीडब्लूसी के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
नाबालिग बच्ची के पिता ने अभियान के सदस्यों को एक अंडरटेकिंग दिया। जिसमे कहा कि हम अपनी बेटी का विवाह अब अठ्ठारह साल की उम्र के बाद ही करेंगे।समाचार भेजे जाने तक़ बच्ची के अभिवावक सीडब्लूएस मे उपस्थित थी।
बाल विवाह रेस्क्यू टीम का नेतृत्व महिला प्रवेक्षिका सह बाल विवाह निषेध पदाधिकारी, बेंगाबाद सुषमा कुमारी, बनवासी विकास आश्रम सचिव सुरेश कुमार शक्ति, बचपन बचाओ अभियान, नीति आयोग के कौर्डिनेटर अंजलि बिन,पुलिस अवर निरीक्षक बेंगाबाद राजेंद्र प्रसाद,बिनोद कुमार यादव, प्रियंका कुमारी कर रहे थे।
Jun 11 2023, 15:24