दुमका : 60:40 नियोजन नीति के खिलाफ 10 व 11 जून को आर्थिक नाकेबंदी, पढ़िए बंद समर्थकों की क्या है तैयारी..
दुमका :- हेमंत सरकार के 60 : 40 नियोजन नीति के खिलाफ शनिवार एवं रविवार को दो दिनों तक 'झारखण्ड बंद' का आह्वान किया गया है। इन दो दिनों तक राज्य में पूरी तरह से आर्थिक नाकेबंदी रहेगी। दुमका में शुक्रवार को आदिवासी छात्रों ने 'सखुआ' का पत्ता लहराकर और नगाड़ा बजाकर दो दिवसीय बंदी का बिगुल फूंक दिया।
छात्रों ने लोगों से हेमंत सरकार के नियोजन नीति के खिलाफ बुलाये गए आंदोलन में शामिल होने और बंद को सफल बनाने की अपील की।
दुमका के एसपी कॉलेज से छात्र समन्वय समिति के नेतृत्व में छात्रों ने सखुआ के पत्ता के साथ शहर में जुलूस निकाला और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बंदी का बिगुल फूंका।
हेमंत सरकार के स्थानीय नियोजन नीति के खिलाफ छात्रों में काफी आक्रोश दिखा और उन्होंने झारखण्ड बंद में कई संगठनों के शामिल होने की बात कही। छात्र नेता श्यामदेव हेम्ब्रम ने कहा कि झारखंड के वीर शहीद सिदो कान्हू ने सखुआ के पत्ता के साथ ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आंदोलन फूँकते हुए लोगों को जगाने का काम किया था।
आज उसी सखुआ के पत्ता के साथ हम झारखण्ड की जनता को हेमंत सरकार के नियोजन नीति के खिलाफ संदेश देने और आंदोलन का बिगुल फूंकने का काम कर रहे है। हेमंत सरकार बाहरी लोगो को नौकरी बांटने में तुली हुई है जिसे झारखण्ड के आदिवासी मूलवासी कभी सफल नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि यहाँ की जनता को अपने हक व अधिकार के लिए संघर्ष करना होगा और इस आंदोलन को सफल बनाना होगा अन्यथा बाहरी लोगों को नौकरियां और रेवड़ियां बंटती रहेगी और यहाँ के लोगों का हक व अधिकार छीन जाएगा। छात्र नेता राजीव बास्की ने कहा कि बंदी के दौरान आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी। पूरे जिले में जगह जगह पर यहाँ के आदिवासी व मूलवासी छात्र, विभिन्न संगठन और आमलोग सड़क पर उतरेंगे। पूरे 48 घंटा तक आर्थिक नाकेबंदी रहेगी।
दुमका शहर के महत्वपूर्ण चौक चौराहों पर सुबह से ही आवागमन ठप कर दिया जाएगा। कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार जिस तरह से यहाँ की खनिज संपदा को बेचने पर तुली हुई है उसी तरह यहाँ के लोगों की नौकरियां भी बाहरी लोगों को बेचा जा रहा है। सरकार के 60:40 स्थानीय नियोजन नीति को हम सफल नहीं होने देंगे।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Jun 10 2023, 13:24