गिरीडीह: प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण व प्रदूषण को कम करने हेतु मिशन लाईफ के उन्मुखीकरण हेतु कार्यशाला
गिरिडीह:आज डीआरडीए सभागार कक्ष में उप विकास आयुक्त, श्री शशि भूषण मेहरा की अध्यक्षता में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण एवं प्रदूषण को कम करने हेतु मिशन लाईफ (लाईफ स्टाईल फॉर इन्वायरोमेंट) के क्रियान्वयन से संबंधित जिला स्तरीय उन्मुखीकरण हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त, श्री शशि भूषण मेहरा ने कहा कि लाईफ मिशन अंतर्गत बताये गये कार्यों को पूरा करना है। सभी पदाधिकारी अपने कार्यालय में जल संरक्षण, पौधरोपण आदि कार्यों को अवश्य करें। यह सिर्फ आज नहीं बल्कि आनेवाले भविष्य के लिए भी अच्छा होगा। इसमें मनरेगा अंतर्गत भी कार्य किये जाने हैं उन्हें अवश्य कर लें। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी जल संरक्षण और पंर्यावरण बचाव की दिशा में कार्य करने के लिए कार्ययोजना तैयार करें।
डीआरडीए निदेशक ने कहा कि सौर उर्जा से संचालित पेयजलापूर्ति में कई स्थानों पर नल टूटे हुए हैं जिससे पानी बर्बाद होता है, इसे ठीक करा लें। हर गांव में एक मिशन चलायें और ग्रामीणों को इसके लिए प्रेरित करें। मनरेगा में मानव दिवस की स्थिति ठीक करें। ग्रामीणों के सहयोग से तालाबों की सफाई करायें ताकि बारिश के पानी का ज्यादा से ज्यादा संधारण हो सके। पंचायतों में बने नाडेप का इस्तेमाल करने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करें। साथ ही, मॉडल नाडेप तैयार कराएं।
कार्यक्रम में जिला समन्वयक के द्वारा मिशन लाईफ के उदेश्यों की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि मिशन लाईफ अंतर्गत माह मई, 2023 से 05 जून, 2023 तक वृहद जागरूकता एवं मोबिलाइजेशन कार्यक्रम चलाया जाना है। वर्ष 2023-28 सौ करोड़ भारतीय एवं विदेशी नागरिकों तक इस मिशन को पहुंचाना है। लोगों में जल संग्रहण, वृक्षारोपण, सिंगल यूज प्लास्टिक के खपत को कम करने, गीले एवं सूखे कचरे का उचित प्रबंधन, बिजली का आवश्यकतानुसार समुचित उपयोग करने के साथ-साथ जैविक खेती को बढ़ावा देना है। वर्ष 2028 तक भारतवर्ष के 80 प्रतिशत गांव को पर्यावरण समृद्धि बनाना इस मिशन का उदे्श्य है। जिला समन्वयक द्वारा कार्यक्रम में बागवानी, नाडेप/वर्मी कंपोस्ट, जल संरक्षण, बायो गैस प्लांट की उपयोगिता, उर्जा की बचत, ई-कचरा कम करने, स्थायी खाद्य प्रणाली विकसित करने, कचरा प्रबंधन, स्वस्थ जीवन शैला के विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के दौरान उप विकास आयुक्त ने सभी पदाधिकारियों व कर्मियों को हरित एवं स्वस्थ पर्यावरण की रक्षा एवं संरक्षण, प्रदूषण को कम करने, पर्यावरण पर मानवीय गतिविधियों के प्रभाव को कम करने, कचरा प्रबंधन, सिंगल यूज प्लास्टिक की खपत कम करने, जल संरक्षण, जैविक खेती के तरीके अपनाने, बिजली की खपत कम करने, वायु प्रदूषण को कम करने, पौधरोपण, वन व वन्य जीव संरक्षण, पर्यावरण के मुद्दों पर अन्य लोगों को जागरूक करने आदि की शपथ दिलायी गयी।
उक्त कार्यक्रम में निदेशक, डीआरडीए, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, सभी कार्यक्रम पदाधिकारी, डीआरडीए की परियोजना अर्थशास्त्री समेत अन्य उपस्थित थे।
May 27 2023, 13:23