दुमका : नार्वे के राजदूत ने संथाली भाषा के संरक्षण व विकास पर दिया जोर, कहा - संताल परगना का अनोखा इतिहास
दुमका :- नॉर्वे के राजदूत हंस याकोब फ्रीडनलुंद ने संथाली भाषा के संरक्षण और विकास पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि संथाली भाषा को संरक्षित, विकसित एव बढ़ावा देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि भारत मे संथाली भाषा माइनॉरिटी लैंग्वेज के रूप में है लेकिन लगभग सात से आठ मिलियन भारत के लोग संथाली भाषा का उपयोग करते हैं। श्री फ्रीडनलुंद सोमवार को दुमका के कन्वेंशन सेंटर में उच्च शिक्षा एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान के विषय पर आयोजित परिचर्चा को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नॉर्वे के राजदूत हंस याकोब फ्रीडनलुंद ने कहा कि नार्वे तथा संताल परगना का इतिहास बहुत ही अनोखा इतिहास है। संताल परगना आकर मुझे यहाँ के लोगों से मिलने का मौका मिला। कहा कि नार्वे एक छोटा देश है जिसकी आबादी 5.5 मिलियन है।
उन्होंने कहा कि संथाली भाषा को प्रमोट करने की आवश्यकता है। भाषा को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास करना होगा। भाषा का प्रचार प्रसार होगा तो उसे जानने वालों की संख्या भी बढ़ेगी। बड़ा बाजार पुस्तक और साहित्य लिखने वालों को मिलेगा।
शिक्षा में भी भाषा का बहुत बड़ा योगदान है।
उन्होंने कहा कि संथाल साहित्य एवं संस्कृति को लोगों तक पहुचाने के लिए भाषा को बढ़ावा देने की जरूरत है।
सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो सोना झरिया मिंज ने कहा कि सिदो कान्हू विश्वविद्यालय में संथाल परगना के 90 हज़ार छात्र हैं जो विभिन्न विषयों में अध्ययन कर रहे हैं। साथ ही 25619 ट्राइबल छात्र हैं जो वर्तमान में अध्ययन कर रहे हैं और मैं उनका प्रतिनिधित्व कर रही हूं।
इस दौरान पीपीटी के माध्यम से सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के इतिहास, अध्ययन कर रहे छात्रों की संख्या, विश्वविद्यालय द्वारा चलाये जा रहे कोर्स, संताल एकेडमी आदि से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गयी।
कुलपति ने कहा कि वर्तमान में नॉर्वे के किसी भी विश्वविद्यालय में अध्ययन करने के लिए किसी प्रकार का स्कॉलरशिप उपलब्ध नहीं है। कहा कि अगर इस दिशा में कार्य किया जाता है तो शोध करने वाले छात्रों तथा संताल साहित्य में काम करने वालों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय की ओर से इस संबंध में प्रपोजल तैयार किया जाएगा। कहा कि संताल समुदाय से जुड़े छात्रोंके प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।वर्तमान में संताल समाज से जुड़े छात्र ही संताली साहित्य, भाषा और संस्कृति पर शोध कर रहे हैं जो इस समाज के लिए एक बड़ी बात है।
एनईएलसी की तरफ से लूसिया टुडू, एसएमएनसी के तरफ से शिवा मुर्मू, पीओ बोडिंग मेमोरियल ट्रस्ट के तरफ से जॉय रॉय मुर्मू, रेड क्रॉस सोसाइटी की ओर से अमरेंद्र यादव, लायंस क्लब की ओर से रमन कुमार वर्मा, चैम्बर ऑफ कॉमर्स की तरफ से संजय भालोटिया, मनोज घोष ने अपनी बात रखी।
ट्रस्ट की ओर से निर्मला मुर्मू ने पंची, चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष मुस्ताक अली, संजय भालोटिया एव मनोज घोष ने अंग वस्त्र, रेड क्रॉस सोसाइटी के राज कुमार उपाध्याय, मनोज घोष एव अमरेंद्र यादव ने पंची एवं लायंस क्लब की ओर से अंग वस्त्र देकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
इससे पूर्व उपायुक्त द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हंस याकोब फ्रीडनलुंद को पौधा देकर स्वागत किया गया। इस दौरान मंच पर उपस्थित अन्य अतिथियों का स्वागत पौधा देकर किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सहित उपस्थित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन किया गया।
इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा, पुलिस अधीक्षक अम्बर लकड़ा सहित जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
May 23 2023, 20:15