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आजादी के बाद आज तक पान समाज को कोई राजनीतिक भागीदारी किसी पार्टी ने नहीं दिया : इं0 आई. पी. गुप्ता

गया। शहर के दंडीबाग स्थित एक निजी भवन में पान समाज विकास समिति के द्वारा 4 जून 2023 को बापू सभागार पटना में होने वाले सम्मेलन को लेकर एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता नंदकिशोर प्रसाद और मंच का संचालन डॉ0 राजेंद्र तांती ने किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इं0 आई पी गुप्ता पान एवं विशिष्ट अतिथि शशि भूषण तांती शामिल हुए। 

इस समीक्षात्मक बैठक को अखिल भारतीय पान महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर आई. पी. गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद आज तक पान समाज को कोई राजनीतिक भागीदारी किसी पार्टी ने नही दिया है। जबकी पान समाज की आबादी पुरे बिहार मे 70 से 80 लाख है। इसलिए हम पान समाज सरकार को बताना चाहता हूं कि हक और अधिकार के लिए बापू सभागार पटना के महासम्मेलन में पान समाज की बैठक की आहूत की गई है। जिसका उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव करेंगे। 4 जून को पटना के बापू सभागार में पान को जानो, पान पहचानो और पान को मानो महासम्मेलन की तैयारी को लेकर आज समीक्षात्मक बैठक की जा रही है.

जिले के विभिन्न जगहों से आए पान समाज के लोगों ने संघ में मजबूती और एकजुटता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अगर भीड़ हमारी है तो मंच पर भी पान समाज के लोग बैठेंगे। अगर वोट हमारा है तो नेता भी हमारा बनेगा, उसी अधिकार के लिए महा सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बिहार के हरेक जिले के पान समाज को अनुरोध किया गया है कि अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर बापू सभागार को भरने का काम करेंगे और अपनी ताकत को दिखाने का सही समय है। इस कार्यक्रम में विजय कुमार पान, डॉक्टर सुमन इंद्रजीत, हरे कृष्णा, जयंत, संजय जी अर्जुन जी, द्वारिका जी, प्रह्लाद जी मनोज, शंकर एवं अन्य गन्यमान्य लोग उपस्थित थे। 

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

मुख्यमंत्री की विपक्षी एकजुटता से घबराहट में हैं विपक्षी : कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा

गया। देश की राजनीति को नई दिशा देने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगाता विपक्षी एकजुटता के लिए काम कर रहे हैं। इसमें इनको पूरा समर्थन भी मिल रहा है। बिहार जैसे ड्राई प्रदेश को हरित व स्वावलंबी प्रदेश बनाकर पूरी दुनिया के समक्ष एक उदाहरण करने वाले बिहार के प्रणेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश के लिए विकास का एक लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। जो विकास करेगा वही देश की सत्ता को संभालेगा। ये बातें युवा जदयू के प्रदेश सचिव कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने कही।

उन्होंने आगे कहा कि देश में महंगाई चरम पर है। जातिगत, धार्मिक उन्माद के पचड़े में देश की जनता न पड़े और भारत विकसित होकर विश्वगुरु बने इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काम कर रहे हैं। कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने मुख्यमंत्री की विपक्षी एकजुटता पर कहा कि मुख्यमंत्री पद या कुर्सी के लिए नहीं बल्कि देश की जनता के हक औऱ हकूक के लिए लड़ाई लड़ने के लिए निकल पड़े हैं। देश के अब तक 18 दलों का उन्हें समर्थन मिल चुका है, जहां राज्य सरकार अपने बूते पर चलायी जा रही हैं। उनलोगों ने नीतीश कुमार के साथ आने का न्योता स्वीकार कर सहयोग भी करने लगे हैं।

अगर इसी तरह नीतीश कुमार के विकास मॉडल, सामाजिक परिवर्तन मॉडल, महिला-पुरुष साथ कदम ताल करें जैसी मॉडल को अपनाएगी तो भारत एकबार फिर से दुनिया की नजर में सोने की चिड़िया की तरह जाना जाएगा। नीतीश कुमार की विपक्षी एकजुटता से सत्तारुढ़ दल काफी घबराहट में है। उसे लग रहा है कि कहीं न कहीं से नीतीश कुमार कार्य करने के लिए जाने जाते हैं। साफ सुथरी छवि के साथ विकास जिनका मुद्दा हो उनसे किसी भी विपक्षी का घबराना लाजिमी है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

एक जून से काम बंद आंदोलन : गांधी मैदान परिसर में गया जिला इंजीनियरिंग श्रमिक संघ की बैठक

गया। शहर के गाँधी मैदान परिसर में भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध गया जिला इंजीनियरिंग श्रमिक संघ की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता उपाध्यक्ष पप्पू सिंह ने की। बैठक में दया इंजीनियरिंग वर्क्स (स्लीपर) लिमिटेड, मानपुर के प्रबंधन की हठधर्मिता पर नाराजगी जाहिर की गयी।

इस अवसर पर संघ के महामंत्री बिनेशर पंडित ने कहा है कि प्रबंधन अपनी जिद पर अड़ा हुआ है और श्रमिकों की आवाज़ को अनसुनी कर रहा है। फलतः मजदूरों के पास आंदोलन के सिवाय कोई और रास्ता नहीं बचा है। प्रबंधन की हठधर्मिता को लेकर एक जून, 2023 से प्रस्तावित 'काम बंद आंदोलन' पर चर्चा की गयी। वहीं, भारतीय मजदूर संघ, बिहार प्रदेश के मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा है कि प्रबंधन को संघ द्वारा कई बार अनुरोध पत्र भेजा गया है, किंतु प्रबंधन की ओर से कोई सार्थक पहल नहीं की जा रही है।

उन्होंने कहा है कि संघ का मूल मंत्र है-राष्ट्रहित, उद्योगहित और अंत में श्रमिक हित। आंदोलन करना संघ का उद्देश्य नहीं है, किंतु जब प्रबंधन बातों को मानने के लिए तैयार नहीं है, तो आंदोलन करना अंतिम उपाय बन गया है। उन्होंने कहा कि संघ श्रमिकों के हित में प्रबंधन से वार्ता को हमेशा तैयार है। इस अवसर पर अर्जुन यादव, हरदीप पासवान, राजेश पासवान, राम ध्यान सिंह आदि श्रमिक उपस्थित थे।

एक जून से काम बंद आंदोलन : गांधी मैदान परिसर में गया जिला इंजीनियरिंग श्रमिक संघ की बैठक

गया। शहर के गाँधी मैदान परिसर में भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध गया जिला इंजीनियरिंग श्रमिक संघ की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता उपाध्यक्ष पप्पू सिंह ने की। बैठक में दया इंजीनियरिंग वर्क्स (स्लीपर) लिमिटेड, मानपुर के प्रबंधन की हठधर्मिता पर नाराजगी जाहिर की गयी।

इस अवसर पर संघ के महामंत्री बिनेशर पंडित ने कहा है कि प्रबंधन अपनी जिद पर अड़ा हुआ है और श्रमिकों की आवाज़ को अनसुनी कर रहा है। फलतः मजदूरों के पास आंदोलन के सिवाय कोई और रास्ता नहीं बचा है। प्रबंधन की हठधर्मिता को लेकर एक जून, 2023 से प्रस्तावित 'काम बंद आंदोलन' पर चर्चा की गयी। वहीं, भारतीय मजदूर संघ, बिहार प्रदेश के मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा है कि प्रबंधन को संघ द्वारा कई बार अनुरोध पत्र भेजा गया है, किंतु प्रबंधन की ओर से कोई सार्थक पहल नहीं की जा रही है।

उन्होंने कहा है कि संघ का मूल मंत्र है-राष्ट्रहित, उद्योगहित और अंत में श्रमिक हित। आंदोलन करना संघ का उद्देश्य नहीं है, किंतु जब प्रबंधन बातों को मानने के लिए तैयार नहीं है, तो आंदोलन करना अंतिम उपाय बन गया है। उन्होंने कहा कि संघ श्रमिकों के हित में प्रबंधन से वार्ता को हमेशा तैयार है।

इस अवसर पर अर्जुन यादव, हरदीप पासवान, राजेश पासवान, राम ध्यान सिंह आदि श्रमिक उपस्थित थे।

आसमा-एनीमिया की रोकथाम कर सुरक्षित मातृत्व के लिए एक प्रयास कार्यक्रम का DM ने किया शुभारंभ, आसमा एक नई पहल के रूप में जाना जाएगा

गया। जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय सभागार में आसमा-एनीमिया की रोकथाम कर सुरक्षित मातृत्व के लिए एक प्रयास कार्यक्रम का शुभारंभ किया। आसमा (AASMA- An attempt for safed motherhood by preventing anemia) कार्यक्रम के तहत गर्भावस्था के दौरान आयरन फोलेट और आयोडीन जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी विशेष रूप से पाई जाती है। मां और नवजात शिशु की पोषक तत्वों की बढ़ती जरूरतों के कारण, ये कमियां मां एवं नवजात शिशु के स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।

एक गर्भवती महिला को एनीमिया तब माना जाता है जब गर्भावस्था के दौरान उसकी हेमोग्लोबिन एकाग्रता की 11 ग्राम से कम हो जाती है। गर्भावस्था के दौरान कम हेमोग्लोबिन सांद्रता माध्यम या गंभीर एनीमिया का संकेत समय से पहले प्रसव, मातृ और शिशु मृत्यु दर और संक्रामक रोगों को बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है। सूक्ष्म पोषक तत्वों की आवश्यकता केवल बहुत कम मात्रा में होती है, लेकिन सामान्य शारीरिक क्रिया, वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक है। आसमा कार्यक्रम का उद्देश्य यह है कि गया जिले में 9 ग्राम से कम हेमोग्लोबिन वाली गर्भवती महिलाओं को अतिरिक्त आयरन युक्त आहार एवं आई०एफ०ए० गोली का सेवन शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराना है। इस कार्यक्रम अंतर्गत गया जिला में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की कमी लाने के उद्देश्य से संचालित किया गया है। गर्भवती महिलाओं में खानपान में व्यवहार परिवर्तन ला कर उनमें एनीमिया की रोकथाम की जानी है ताकि एनीमिया से ग्रसित महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सके एवं जन्म लेने वाले बच्चे का स्वास्थ्य को भी बेहतर किया जा सके।

आसमा कार्यक्रम का क्रियान्वयन में प्रथम चरण में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 9 ग्राम से कम हेमोग्लोबिन वाले गर्भवती महिलाओं (एनीमिया से ग्रसित) का वी०एच० एस०एन०डी०/ वंडर कैंप/ आंगनवाड़ी केंद्र/ स्वास्थ्य केंद्र पर कैंप के माध्यम से लाइन लिस्ट तैयार करना है। पंचायत स्तर पर चयनित जीविका के सी०एल०एफ के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को संबंधित आंगनवाड़ी केंद्र पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। एनीमिया से ग्रसित चयनित गर्भवती महिलाओं को आई०एफ०ए अनुपूरक टेबलेट पूरी देखरेख में खिलाया जाएगा। आंगनबाड़ी केंद्र पर चयनित गर्भवती महिलाओं के साथ बैठक कर एनीमिया के दुष्प्रभाव, गर्भावस्था के दौरान पोषण, आयरन टेबलेट के सेवन और फायदे की जानकारी, प्रसव की तैयारी से संबंधित विषय पर सलाह देने का कार्य किया जाएगा।

आसमा प्रोजेक्ट के तहत गया जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तहत तीन प्रखंड यथा कोच प्रखंड के 10 पंचायत के 178 गर्भवती महिलाएं, मानपुर प्रखंड के 8 पंचायत के 89 गर्भवती महिलाएं तथा बोधगया के 8 पंचायत के 233 गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया गया है। जिनका होमो ग्लोबिन 9 ग्राम से कम है। इस प्रकार कुल 26 पंचायत के 500 गर्भवती महिलाओं को लाइन लिस्टिंग कर उन्हें चिन्हित की गई है। आज के कार्यक्रम का शुभारंभ जिला धिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके पश्चात जिलाधिकारी को डीपीओ आईसीडीएस द्वारा मोमेंटो एवं पौधा भेंट कर उनका हार्दिक स्वागत किया गया।

स्वागत भाषण डीपीओ आईसीडीएस द्वारा देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के तमाम पदाधिकारियों, आईसीडीएस के पदाधिकारियों, जीविका के समन्वयक, यूनिसेफ, पिरामल सहित अन्य लोगो को आज के उद्घाटन कार्यक्रम में स्वागत करती हूं। जिलाधिकारी के अद्भुत प्रयासों से गया ज़िला में मॉडल के रूप में शुरू किए गए श्रवण श्रुति के कार्यों को सभी जगह में सराहा जा रहा है। उसी प्रकार आसमा कार्यक्रम के तहत सभी के सहयोग से शत-प्रतिशत एनीमिया का रोकथाम पर काबू किया जाएगा। आसमा एक नई पहल के रूप में गया जिला जाना जाएगा। आसमा कार्यक्रम का शुभारंभ के अवसर पर आसमा नामक पंपलेट का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए जिला प्रोग्राम पदाधिकारी स्वास्थ्य डीपीएम ने संबोधित करते हुए इस नवाचार कार्यक्रम के संबंध में बताया कि सभी स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी का आज के कार्यक्रम में स्वागत है। आसमा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह है कि गर्भवती महिलाओं में एनीमिया की कमी के कारण किसी गर्भवती महिला का क्रिटिकल कंडीशन ना हो उसके लिए उनका भरपूर इलाज करवाया जाना है। 9 ग्राम से कम हेमोग्लोबिन वाले गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर उन्हें खाना खिलाने के साथ-साथ आयरन की दवा भी पूरी देखरेख में नियमित 100 दिनों तक खिलाया जाएगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने कार्यक्रम में उपस्थित सिविल सर्जन, डीपीओ आईसीडीएस, डीपीएम स्वास्थ, जिला जनसंपर्क, सभी स्वास्थ्य विभाग के एमओआईसी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के पदाधिकारी गण, यूनिसेफ, पीरामल, जीविका, पत्रकार मित्रों सभी का अभिनंदन करते हुए कहा कि आज एक नयाचार पहल जिला प्रशासन गया द्वारा प्रारंभ की गई है,

जिसका नाम आसमा, एनीमिया मुक्त करने का एक नई पहल अनोखा पहल प्रारंभ करने जा रहा है। एनीमिया ऐसी चीज है कि गर्भवती महिलाओं में हम लोगों ने जो पाया खास कर दरभंगा में व्यापक पैमाने पर वंडर ऐप चलाया जिसमें पाया है 60% महिलाएं एनीमिया से प्रभावित होती है। 11 ग्राम से नीचे 60% एवं 09 ग्राम हेमोग्लोबिन से नीचे 25 से 30% महिलाएं प्रभावित रहती हैं। अगर वैसी स्थिति में थोड़ा सा भी हेमरेज की स्थिति उत्पन्न होती है डिलीवरी के समय तो वैसे स्थिति में महिलाओं को बचाना और उनको समय पर उपचार कराकर शिशु को बचाना काफी मुश्किल हो जाता है। डिलीवरी के दौरान हीमोग्लोबिन कम होने से अगर सामान महिलाएं 6 घंटे जीवित रह सकती है तथा एनीमिया से ग्रसित महिला 4 घंटे से भी कम जीवित रखना मुश्किल हो जाती है। मातृत्व मृत्यु का मुख्य कारण हेमराज है ब्लीडिंग है। गर्भवती अवधि के दौरान महिलाएं थोड़ा थकान महसूस करती हैं। अच्छा स्वास्थ्य महसूस नहीं करती हैं। कमजोरी होती है। कई प्रकार की समस्याएं होती है। उसका भी सुधार करने के लिए यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। गया जिला थोड़ा सा अलग करके एक कार्यक्रम चलाएं आयरन फोलिक एसिड टेबलेट मुफ्त में वितरण होता है। आयरन टैबलेट लगातार 90 दिन गर्भवती महिलाओं को खाना होता है परंतु किसी कारण से गर्भवती महिला नियमित तौर पर दवा का सेवन नहीं करती है।

एक व्यवहार परिवर्तन की आवश्यकता को देखते हुए एक कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। पायलट प्रोजेक्ट के तहत गया जिला में यह प्रोग्राम प्रारंभ किया गया जिसमें 9 ग्राम से कम हेमोग्लोबिन वाले 500 महिला को स्क्रीनिंग की गई। इन महिलाओं का लगातार 100 दिन लगातार हमारे कर्मी के सामने, जीविका के माध्यम से बनाए जाने वाले खाना जो गांव की स्वयं सहायता समूह द्वारा पोषण सहित खाना बनाएगी और खाना खिलाया जाएगा इसके साथ साथ आयरन की गोली भी खिलाया जाएगा। महिलाओं को व्यवहार परिवर्तन काफी आवश्यक है। सीडीपीओ अपने देखरेख में खाना खिलाएंगे एवं दबा के खिलाएंगे। 100 दिन नियमित तौर पर लगातार आयरन की गोली खाने से उनके हिमोग्लोबिन में सकारात्मक सुधार निश्चित तौर पर होगी। ऐसे होने से उनकी सेहत एवं शिशु के सेहत में काफी सुधार रहेगा। इसका परिणाम पूरे परिवार समाज में पड़ेगा। स्वस्थ शिशु एवं स्वस्थ बच्चा आने वाले समाज का निर्माण करता है। जिलाधिकारी ने इस कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए सिविल सर्जन, डीपीओ आईसीडीएस को धन्यवाद दिया साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से श्रवण श्रुति कार्यक्रम में आप सबों का बढ़-चढ़कर सहयोग रहा उसी प्रकार आसमा प्रोजेक्ट में भी आप सभी का सहयोग अपेक्षित है। श्रवण श्रुति में गया ज़िला को एक मॉडल के रूप में विकसित किया है। इसको राज्य स्तर पर 9 जिला में श्रवण श्रुति को फॉलो किया गया है विस्तार किया गया है। उसी तरह आसमा प्रोजेक्ट को भी मॉडल की तरह बनाना चाहते हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि इस कार्यक्रम के लाने से आपसी समन्वय के साथ एनीमिया मुक्त गया जिला को बनाया जाएगा।

श्रवण श्रुति के जो सफलता मिली है और जो मिल रही है उसके बारे में भी बताया कि लोगों ने काफी मेहनत से कार्य किया है। उसे आज सम्मानित किया जाएगा। जिला प्रशासन के सकारात्मक एवं नवाचार पहल को प्रमुखता से प्रचार-प्रसार के लिए मीडिया बंधुओं को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि मीडिया में प्रकाशित खबरों को देखकर के काफी लोगों को सहयोग मिला है, जो अपने बच्चों को इलाज करवाया है। 41000 बच्चे को श्रवण श्रुति के तहत जांच किया है। इस साल के अंत तक एक लाख बच्चे को जांच करने का लक्ष्य रखा गया है। जो पूरी उम्मीद है कि इस अचीवमेंट को भी पूरा किया जाएगा। बच्चे को ट्रीटमेंट करने के लिए संस्थान पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि आसमा कार्यक्रम जो 500 महिला को पायलट के रूप में प्रारंभ की गई है। इसका परिणाम 90 दिन के बाद देखने को मिलेगा। सकारात्मक परिणाम मिलने से और बड़े पैमाने पर इसपर कार्य की जाएगी। इसके पश्चात श्रवण श्रुति कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पदाधिकारियो, कर्मियों को सम्मान पत्र जिला पदाधिकारी के हाथों दी गई। कार्यक्रम के बाद जिलाधिकारी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज गया जिला में गर्भवती महिलाओं के बीच एनीमिया को समाप्त करने के उद्देश्य से एक नवाचार कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है, जो क्षेत्र में महसूस किया गया उसमें आयरन और फोलिक एसिड का वितरण जो हमलोग करते थे, उसका जो उपयोग में एक व्यवहार परिवर्तन का जरूरत महसूस किया गया। इसलिए क्योंकि वह महिला आयरन की दवा खाने के बाद उल्टियां होती है। और गर्भवती अवस्था में ऐसे ही उल्टी अमूमन आती है।

महिलाओं का एक प्रवृत्ति रहता है कि आयरन फ्लोरिक एसिड की टेबलेट को टाइमली नहीं खाए। लेकिन यदि एक सौ दिन महिला लगातार टेबलेट नहीं ले तो तो एनिमिया के सुधार करने में कठिनाई होती है। इसलिए खाना खाने के बाद आयरन फ्लोरिक का दवा लिया जाए तो काफी फायदा देखने को मिलेगा इसलिए 500 गर्भवती महिला को चिन्हित किया गया उन लोगों को पोषण युक्त खाना पहले उन्हें जीविका के द्वारा खिलाया जाएगा उसके बाद आयरन फोलिक एसिड अपने देखरेख में लगातार 100 दिन तक खिलाएंगे इसमें पूरा उम्मीद है कि होमो ग्लोबिन में सकारात्मक परिणाम मिलेगा उनके स्वास्थ्य अवस्था में एक सकारात्मक परिणाम आएगा और शिशु का स्वास्थ्य में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा इसी उद्देश्य के साथ यह नवाचार पहल शुरू किया गया इसमें आईसीडीएस, जीविका तथा स्वास्थ्य विभाग को आपसी समन्वय कर रहे हैं। जीविका के माध्यम से खाना बनाने का कार्य किया जा रहा है। श्रवण श्रुति के सफलता पर सभी विभागों के आज धन्यवाद एवं शुभकामनाएं देने के साथ एवं नए चुनौतियों के अब बनाने का संकल्प लिया गया है तथा अच्छे काम करने वालों को प्रशस्ति पत्र तथा सम्मानित एने का कार्य किया गया है। मीडिया मित्रों को भी काफी धन्यवाद दिया है कि एनीमिया के विरुद्ध सरकार द्वारा भी बड़े स्तर पर कार्यक्रम चलाया जा रहा है इसके साथ ही गया जिला में अतिरिक्त व्यवहार परिवर्तन का कार्य करवाया जा रहा है। कार्यक्रम में सिविल सर्जन, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जीविका के पदाधिकारियों, कर्मचारियों एवं 3 प्रखंड के 9ग्राम से कम हेमोग्लोबिन वाले गर्ववती महिला उपस्थित थे। अंत में जिलाधिकारी ने एनीमिया ग्रसित गर्ववती महिलाओं को अपने हाथों से पोषण युक्त खाना, केला, आयरन की टैबलेट एवं सम्मान पत्र दिया।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया में बीएमपी कैंप में ट्रेनिंग ले रहे पटना में पोस्टेट बिहार पुलिस के जवान की SLR से गोली मारकर हत्या, साथी ने की ही घटना

गया। बिहार के गया में बड़ी वारदात हुई है. बोधगया स्थित बीीमपी 3 के अधीन ट्रेनिंग ले रहे पटना में पोस्टेड बिहार पुलिस के जवान की उसके साथी जवान द्वारा ही गोली मारकर हत्या कर दी गई. सर्विस हथियार एसएलआर से गोली मारी गई. घटना के बाद बीएमपी 3 में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. जानकारी के अनुसार पटना में पोस्टेड बिहार पुलिस का जवान सोनू कुमार की ट्रेनिंग बोधगया स्थित बीएमपी कैंप में चल रही थी. बीएमपी 3 के अधीन बिहार पुलिस के कई जवानों की ट्रेनिंग की जा रही है.

इसी क्रम में रविवार को प्रशिक्षु सिपाही सोनू कुमार की उसके ही साथी प्रशिक्षु सिपाही ने एसएलआर से गोली मारकर हत्या कर दी. घटना का कारण स्पष्ट रूप से ज्ञात नहीं हो सका है, लेकिन बताया जा रहा है कि संभवत कुछ विवाद होने के बाद सोनू कुमार की उसके साथी प्रशिक्षु सिपाही ने अपने सर्विस हथियार एसएलआर से गोली मार दी. बीएमपी कैंप में प्रशिक्षण ले रहे बिहार पुलिस के जवान को गोली लगने की घटना की जानकारी के बाद कैंप में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. तुरंत उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. प्रशिक्षु सिपाही सोनू कुमार गया जिले के ही छोटकी नवादा का रहने वाला था.

इस तरह से हत्या की घटना की जानकारी के बाद छोटकी नवादा से परिवार के लोग पहुंचे. परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल हुआ है. वही इस तरह की घटना के बाद काफी संख्या में लोगों के मेडिकल में होने की जानकारी के बाद विधि व्यवस्था डीएसपी मोहम्मद खुर्शीद आलम और मगध मेडिकल थाना अध्यक्ष शैलेश कुमार पहुंचे थे. वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोली मारने वाले प्रशिक्षु सिपाही का नाम राहुल कुमार बताया जाता है. फिलहाल जानकारी के अनुसार उसकी गिरफ्तारी कर ली गई है और बोधगया पुलिस पूछताछ कर रही है. बीएमपी के एक अधिकारी ने बताया कि एक प्रशिक्षु सिपाही की उसके ही साथ ही प्रशिक्षु सिपाही ने एसएलआर से गोली मारकर हत्या कर दी है. हालांकि उन्होंने मृतक और गोली मारने वाले प्रशिक्षु सिपाही का नाम की जानकारी से अनभिज्ञता जताई. बताया कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है.

वहीं, परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है. मृतक सोनू कुमार के भाई मुकेश कुमार ने बताया कि इस तरह की घटना होने के बाद कोई देखने वाला नहीं था. गोली लगने के बाद अधिक रक्त बह जाने के कारण मेरे भाई की मौत हो गई है. विधि व्यवस्था डीएसपी मोहम्मद खुर्शीद आलम ने बताया कि बीएमपी कैंप में एक प्रशिक्षु सिपाही की उसके साथी प्रशिक्षु सिपाही द्वारा गोली मारे जाने की घटना हुई है, जिसमें प्रशिक्षु सिपाही की मौत हो गई है. शव को मेडिकल लाया गया है. इस मामले में उन्हें विस्तृत जानकारी फिलहाल नहीं है.

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

समेकित जाँच चौकी से तीन इंट्री माफिया सहित पूर्व कांड में फरार चल रहे एक अभियुक्त गिरफ्तार

गया/बाराचट्टी। बाराचट्टी थाना अंतर्गत समेकित जाँच चौकी सूरज मंडल से पुलिस टीम ने छापेमारी कर तीन इंट्री माफिया को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। इस मामले की जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष राम लखन पंडित ने बताया कि बाराचट्टी पुलिस के द्वारा समेकित जाँच सुरजमण्डल से रंगदारी एवं वाहनों को बगैर रसीद कटाये गाड़ी पास कराने के मामले में तीन लोंगो को गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार तीनो अभियुक्त की पहचान उदय कुमार निवासी गणेशचक, श्याम सुंदर साह निवासी सुंदर कुम्हारी, शिव कुमार निवासी पड़ोसी राज्य झारखंड के हंटरगंज का रहने वाला है।गिरफ्तार लोंगो को पूछताछ के लिए थाना लाया गया है। जहाँ उसे न्यायायिक हिरासत में भेजने की तैयारी किया जा रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार इन दिनो सुबह से शाम तक चेकपोस्ट पर बड़े पैमाने पर बाइक सवार युवक झारखंड एवं बिहार से आ रहे वाहनों को अवैध तरीके से पास करवाते है,जिससे राजस्व की काफी हानि होता है।आगे उन्होंने बताया कि पूर्व कांड में फरार चल रहे एक अभियुक्त बबलू यादव पिता- नरेश यादव बाराचट्टी थाना क्षेत्र के मसौंधा निवासी के घर से शनिवार को देर बाराचट्टी पुलिस ने छापेमारी कर गिरफ्तार किया है।

रिपोर्ट: संजय सुमन केशरी।

गया में अठारह अवैध नर्सिंग होम में मात्र दो अवैध नर्सिंग होम हुआ सील, मची अफरा-तफरी

गया : जिले के सीएचसी गुरुआ के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने अठारह अवैध नर्सिंग होम एवं सात पैथोलैव के संचालक पर एफआईआर दर्ज किया था। अवैध अठारह नर्सिंग होम एवं सात पैथोलैव में मात्र दो अवैध नर्सिंग होम को शील किया गया।

अधिकारियो की टीम आने की भनक लगते ही अवैध नर्सिंग होम एवं पैथोलैव के संचालक हुए फरार गुरुआ एक संवाददाता अधिकारियो के टीम ने शनिवार को गुरुआ में संचालित दो अवैध नर्सिंग होम को शील कर दिया। 

अधिकारियो की टीम को देख अन्य अवैध नर्सिंग होम एवं पैथोलैव के संचालक फरार हो गए। 

गुरुआ के बीडीओ मनीष कुमार ने बताया कि अधिकारियो की जांच टीम ने गुरुआ में संचालित नर्सिंग होम एवं पैथोलैव में छापेमारी की थी। छापेमारी में अठारह अवैध नर्सिंग होम एवं सात अवैध पैथोलैव को चिन्हित किया गया था। 

इस मामले में गुरुआ सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर तनवीर आलम ने गुरुआ थाना में अवैध नर्सिंग होम एवं पैथोलैव के संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। 

इसी मामले में गुरुआ बाईपास सड़क में एवं गुरुआ बाजार के डोम टोली में स्थित सचिन प्लाई एंड ग्लास हाउस के बगल में संचालित अवैध नर्सिंग होम को शील कर दिया गया। 

इस मौके पर सीओ मनोज दुब्बे, बीडीओ मनीष कुमार,थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, एसआई कन्हैया कुमार, सीएचसी गुरुआ के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर तनवीर आलम, प्रबंधक अजित कुमार सिंह आदि मौजूद थे।

गया से दिलीप कुमार पांडेय

खादिम ने लॉन्च किया द परफेक्ट पेयर, फॉर ए परफेक्ट पेयर, इस कैंपेन के तहत शादियों के लिए विशेष तौर पर सेलिब्रेशन रेंज की पेशकश की जा रही है

देश के दूसरे सबसे बड़े रिटेल फुटवियर ब्रांड, खादिम इंडिया, ने शादियों के लिए विशेष तौर पर डिज़ाइन की गई अपनी रेंज की पेशकश करते हुए बिहार में एक विशेष अभियान की शुरुआत की है, जिसे 'द परफेक्ट पेयर, फॉर ए परफेक्ट पेयर' नाम दिया गया है। इस ब्रांड द्वारा दूल्हा और दुल्हन दोनों के लिए फुटवियर के खूबसूरत पेयर्स लॉन्च किए गए हैं, जिन्हें शादी के खास मौके के लिए डिज़ाइन किया गया है।

खादिम ने फुटवियर की वेडिंग रेंज की पेशकश अनेक प्रकार के डिज़ाइन्स और आकर्षक रंगों में की है, जिससे कि दूल्हा और दुल्हन दोनों के लुक्स एक-दूसरे के पूरक हो सकें। यह कलेक्शन बेहद स्टाइलिश और आरामदायक है। इन आकर्षक और किफायती प्रोडक्ट्स की कीमत 599/- रुपए से शुरू होती है। इस लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, ऋतिक रॉय बर्मन, होल-टाइम डायरेक्टर, खादिम इंडिया लिमिटेड, ने कहा, "हमने शादियों के लिए विशेष रूप से 'द परफेक्ट पेयर, फॉर ए परफेक्ट पेयर' कैंपेन की शुरुआत की है। यह वेडिंग रेंज श्रेष्ठ गुणवत्ता और उपयुक्त बजट के लिए सबसे उत्तम विकल्प है और किसी भी विशेष पोशाक की पूरक होने का वादा करती है।

खास बात यह है कि यह रेंज सिर्फ दूल्हा और दुल्हन के लिए ही सीमित नहीं है, परिवार के अन्य सदस्य भी इस शानदार रेंज में से अपनी पसंद की पेयर का चयन कर सकते हैं। हमें उम्मीद है कि हमारी सेलिब्रेशन रेंज के लिए ग्राहकों की प्रतिक्रिया सकारात्मक होगी और इसके लिए जबरदस्त माँग देखने को मिलेगी। खादिम ने बिहार राज्य में 80 स्टोर्स के साथ अपनी उपस्थिति को सुदृढ़ किया है। ये स्टोर्स पटना, मुजफ्फरपुर, जहानाबाद, दरभंगा, मोतिहारी, गया, बेतिया, नरकटियागंज, मधुबनी, बक्सर, भागलपुर, समस्तीपुर, छपरा, बेगूसराय, खगड़िया, रोसरा, हाजीपुर, बगहा, चकिया, सकरी, मोहनिया, भभुआ, नौगछिया, पूर्णिया, गोपालगंज, मुंगेर, नवादा, जमुई, बिहारशरीफ, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा, ढाका, सीवान, लखीसराय, आरा, सीतामढ़ी, मानपुर, शिवहर, डुमरांव, पकड़ीबरवां, सुपौल, बांका, मोतीपुर, मीनापुर, बैरगनिया, बिरौल, कमतौल, बेनीपट्टी और अन्य शहरों व जिलों में स्थित हैं। इस अभियान को कई मायनों में गति प्रदान की जा रही है, जिनमें प्रिंट कैंपेन, आउट-ऑफ-होम (ओओएच), स्टोर कम्युनिकेशन और डिजिटल प्रमोशन्स शामिल हैं।

घर के सदस्य सोते रहे और चोर उड़ा ले गए 4 लाख के जेवर व नकदी

       

गया/गुरुआ: गुरुआ थाना अंतर्गत शुक्रवार की रात अज्ञात चोरो एक घर को निशाना बनाते हुए नगदी व जेवरात सहित लाखो का माल पार कर दिया।

सुबह गृहस्वामियों को जब चोरी की जानकारी हुई तो उनके होश उड़ गए। सूचना पर पहुँची पुलिस जाँच पड़ताल कर वापस चली आई। थाना क्षेत्र के केंदुआ गांव बीती रात सुबोध सिंह के घर मे अज्ञात चोर घुस कर बक्से में रखी 32 हजार की नगदी व लाखों के जेवरात लेकर रफूचक्कर हो गए। 

घटना के समय घर के सदस्य गहरी नींद में थे।

चोरो ने घर से बक्सा उठा कर गांव के बाहर खेत में डाल कर उसमें रखा सामान निकाल ले गए। घटना से पूरे परिवार में दहसत का माहौल बन गया।

 पीड़ित सुबोध सिंह ने शनीवार की सुबह अज्ञात चोरों के खिलाफ थाने में अवेदन दी सूचना पर पहुँची पुलिस ने गांव पहुँच कर घटना की जांच पड़ताल कर वापस चली आई।

बता दे की आए दिन गुरूआ प्रखंड भर में लगातार चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही है

इधर पुलिस चोरी की घटनाओं का खुलासा करने में विफल साबित हो रही है.