निर्माणाधीन बीटीएमसी के नए भवन का जायजा लेने पहुंचे DM, 13 कमरों में टाइल्स नहीं लगने और टूटे-फूटे टाइल्स को तत्काल बदलवाने का दिए निर्देश
गया। जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम द्वारा निर्माणाधीन बीटीएमसी के नए भवन का जायजा लिया है। नए भवन के स्ट्रक्चर निर्माण के संबंध में कार्यपालक अभियंता पुल निर्माण निगम ने बताया कि भवन के स्ट्रक्चर का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। 13 कमरों में टाइल्स लगाना बाकी है।
भवन के कमरों में फॉर सेलिंग का कार्य चल रहा है। ए०सी० का पाइप फिटिंग का कार्य पूर्ण हो गया है। बिजली वायरिंग 2 दिनों में पूर्ण कर ली जाएगी। जहां-तहां छूटा हुआ वॉल पर पुट्टी का कार्य चल रहा है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि फ़ॉर सेलिंग का कार्य अगले 10 दिनों के अंदर पूर्ण करना सुनिश्चित करें। भवन के ऊपर लगने वाले टॉप ग्लास की जानकारी लेने पर बताया गया कि अलमुनियम का फ्रेमिंग 22 मई तक पूर्ण कर लिया जाएगा तथा 23 मई को टॉप ग्लास के लिए कंपनी में ऑर्डर किया जाएगा तथा 10 जून तक टॉप ग्लास का डिलीवरी दिया जाएगा एवं 15 जून तक टॉप ग्लास लगाने का कार्य पूर्ण कर ली जाएगी।
निर्माणाधीन नए भवन के चारों ओर बाउंडरी वाल की जानकारी लेने पर जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि अलग-अलग टीम लगाकर तेजी से एक साथ समानांतर कार्य करवाना सुनिश्चित करें। बाउंडरी वॉल भी नए सिरे से समानांतर बनवाना सुनिश्चित करें। बाउंड्री वाल के नीचे रेड पेडेस्टल से बीटीएमसी के नए भवन के नीचे नाला होने की बात कार्यपालक अभियंता ने बताया। सचिव बीटीएमसी ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि बाउंड्री वाल निर्माण के दौरान नाला क्षतिग्रस्त होने की संभावना है। इस पर जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पुल निर्माण निगम एवं बीटीएमसी के अभियंता को संयुक्त रूप से नाला का ड्रेनेज सिस्टम का प्रारूप तैयार करने का निर्देश दिए।
साथ ही उन्होंने कहा कि नाला को बाहर से किस तरह निकासी कराया जाए। इस पर पूरी अच्छी तरीके से डायग्राम बनाएं तथा डायग्राम बनाने के पश्चात उसका एस्टीमेट तैयार करने का निर्देश दिए, ताकि नए सिरे से नाला का निर्माण करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि रेड पेडेस्टल पर बने पब्लिक टॉयलेट की निकासी बाधित ना हो, इसके लिए बाउंड्री वाल निर्माण के साथ-साथ ड्रेनेज सिस्टम को भी बनाना आवश्यक है। भवन के चारों ओर बने पगडंडी में टूटे-फूटे टाइल्स को तुरंत बदलवाने का निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि 17 जून तक सभी कार्यों को पूर्ण करते हुए हर हाल में 20 जून तक इस नए भवन को बीटीएमसी को हैंड ओवर करना सुनिश्चित करें। कार्यपालक अभियंता पुल निर्माण निगम को निर्देश दिया कि नियमित तौर पर प्रतिदिन स्वयं विजिट कर कार्यों का सत्यापन करते रहे। कार्यो की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। इसके उपरांत जिलाधिकारी द्वारा घूम घूमकर एक एक कर सभी कमरों का निरीक्षण किया गया। उन्होंने एक-एक चीजों को बारीकी से देखा तथा आवश्यक निर्देश दिए।
भवन के साथ-साथ एक सोख्ता निर्माण करने को कहा। नए भवन पूरी तरह एन्टी फायर भवन के रूप में बनाया जाएगा। फायर सेफ्टी से यह भवन पूरी लैस रहेगी। जिलाधिकारी ने सचिव बीटीएमसी एवं बीटीएमसी के अभियंता को निर्देश दिया कि नए भवन में बिजली कनेक्शन लेने हेतु अभी से ही कार्य करना सुनिश्चित करें ताकि निर्धारित समय के अंदर ही नया कनेक्शन उपलब्ध हो सके। नए भवन में सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के लिए एक कर्मी को नोडल कर्मी बनाए, जिससे सफाई व्यवस्था का पूरी बारीकी से निगरानी हो सके। नए भवन में लगने वाले फर्नीचर, टीवी, कंप्यूटर से इत्यादि के लिए 2 दिनों के अंदर लिस्ट तैयार करने का निर्देश दिए ताकि जैसे ही भवन हैंड ओवर होते ही तुरंत फर्नीचर लगवाया जा सके।
130 कैपेसिटी के बनने वाले मीटिंग हॉल में अच्छी गुणवत्ता का फर्नीचर लगवाने का निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि मीटिंग हॉल को पूरी तरीके से साउंडप्रूफ बनाएं। नए भवन में बनने वाले वीआईपी रूम को पूरी सौंदर्यीकरण रखने का निर्देश दिए। वीआईपी रूम के दीवारों को वुड फ्रेमिंग करवाने का निर्देश दिए ताकि और आकर्षक देख सके। निरीक्षण में सचिव बीटीएमसी, चीफ मोंक, केअर टेकर मौंक, सदस्य बीटीएमसी डॉ अरविंद कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता पूल निर्माण निगम, असिस्टेंट इंजीनियर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
May 18 2023, 19:34