*सिर्फ एक मुलाकात पर ही चेहरा और नाम से पुकारते थे,किसी को भी मायूस ना करने वाले सभी को निराश कर चल दिए दुनियां से*
दिलीप उपाध्याय
संतकबीरनगर/ खलीलाबाद। दुःखद अत्यंत दुखद समाचार जब लोगों को मिला कि शेरे पूर्वांचल पंडित हरिशंकर तिवारी जी का उनके आवास पर निधन हो गया किसी को भरोसा नही हो रहा था सभी के मुख पर एक ही बात कि एक युग का सूरज ढल गया वह अपने पीछे भरा पुरा परिवार छोड़ कर गोलोकवासी हो गये। अब वह इस लोक में नहीं रहे वह ग रीबों व दिन दुखियों के मसीहा रहे पंडित हरिशंकर तिवारी अपने संघर्षों के बल पर देश में माने जानें लोगों में से एक थे जो चाहा।
उन्होंने हर वह मुकाम हासिल किया दुनिया में उनका नाम बड़े अदब से लोग बाबा जी कहते थे। वे जिस मोहल्ले में रहते थे तिवारी जी के हाता के नाम से गोरखपुर धर्मशाला के रूप में वह मोहल्ला प्रसिद्ध है उनका राजनीतिक उंचाई असीमित थी। जिनका पकड़ सभी राजनीतिक दलों पार्टियों में पी यम,सी यम से लेकर राष्ट्रपति तक सभी दलों के केंद्रीय नेतृत्व के लोग सम्मान करते रहे हैं और उन्होंने अपने बल पर लोकतांत्रिक कांग्रेस के रूप में एक दल का स्थापना भी किया।
जिसके कारण सभी दलों में मंत्री भी रहे और चिल्लूपार विधानसभा से लगभग छः बार विधायक रहे उनके दो बेटे कुशल उर्फ भीष्म शंकर तिवारी जी दो बार सांसद थे विनय शंकर तिवारी जी पूर्व विधायक हैं जो सपा के वर्तमान में राष्ट्रीय महासचिव हैं । उनके भांजे गणेश शंकर पाण्डेय जी कई बार विधान परिषद सदस्य रहे हैं जो विधान परिषद के पूर्व सभापति हैं आज राजनीति का एक युग का सूर्य अस्त हुआ है पूरे देश के साथ साथ संत कबीर नगर के वासियों ने ने कहा कोई शब्द नही जिससे दुःख व्यक्त किया जा सके और रोते हुए उनके चरणों में नमन किया और श्रद्धांजलि दिया।
May 17 2023, 16:22