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ब्रेकिंग/आज चयनित सहायक लोक अभियोजकों को सीएम हेमंत सोरेन नियुक्ति पत्र सौंपेंगे


राँची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को झारखंड अभियोजन सेवा हेतु चयनित सहायक लोक अभियोजकों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे. 

साथ ही बता दें कि यह कार्यक्रम दोपहर एक बजे से रांची के धुर्वा स्थित प्रोजेक्ट भवन में होना है.

मुख्यमंत्री के निर्देश से, मणिपुर में फंसे झारखंड के छात्रों की आज होगी घर वापसी


रांची: मणिपुर में फंसे झारंखड के छात्रों को शहर वापसी की जा रही हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर मणिपुर से झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, बोकारो, धनबाद और रांची के 34 छात्रों की सुरक्षित वापसी की जा रही है। श्रम विभाग की ओर से संचालित राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष-कंट्रोल रूम में मणिपुर में फंसे कुल 34 छात्रों की सूची प्राप्त हुई हैं। 

गौरतलब है कि 34 में से 22 विद्यार्थियों का टिकट सोमवार 8 मई को श्रम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के सहयोग से पुष्टि कर दी गई। ये सभी विद्यार्थी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सेंट्रल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और आईआईटी-टी मणिपुर में अपनी पढाई कर रहे थे। बता दे कि इससे बिहार के भी कई छात्र मणिपुर में फंसे हैं। दोनों राज्य के छात्रों को साथ में लाने की तैयारी चल रही है।

अधिक जानकारी के लिए श्रम विभाग के कंट्रोल रूम के 0651-2481055, 0651-2480058, 0651-248008, 0651-2481188,0651-248202 एवं व्हाट्सएप नंबर 9470132591, 9431336398, 9431336472, 9470132591, 9431336398 और 9431336432 पर संपर्क किया जा सकता है।

झारखंड की आईएस पूजा सिंघल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, अब चार महीने बाद 25 सितंबर को बेल पिटीशन पर होगी सुनवाई


झारखंड में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी पूजा सिंघल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। उनके द्वारा दाखिल बेल पिटीशन पर शीर्ष अदालत चार महीने बाद 25 सितंबर को सुनवाई करेगी। बता दें कि पूजा सिंघल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर जमानत दिए जाने की गुहार लगाई थी। सर्वोच्च न्यायालय ने तत्काल सुनवाई करने के बजाय इसके लिए 25 सितंबर की तिथि का निर्धारण किया। इस आधार पर कहा जा रहा है कि सिंघल के बेल पिटीशन पर चार महीने बाद सुनवाई होगी तब उनके लिए राहत का रास्ता निकलेगा।

 

ज्ञातव्य है कि मनी लांड्रिंग के मामले में ईडी ने उन्हें गत 11 मई को गिरफ्तार किया था। वे अंतरिम जमानत के आधार पर बीते 03 जनवरी को जेल से बाहर निकली। इसके बाद फिर 04 मई को जेल गई। सुप्रीम कोर्ट ने पुनः दो महीने की अंतरिम जमानत की सुविधा प्रदान की। हाल ही में ईडी कोर्ट ने पूजा सिंघल सहित अन्य पर आरोप गठित किया है। अब इस मामले में सभी के खिलाफ ट्रायल चलेगा।

जमीन घोटाला मामले: अब आम लोग भी पहुंच रहे हैं ईडी कार्यालय अपनी फरियाद लेकर

रांची:- रांची जमीन घोटाले मामले में रोज नए नए खुलासे होते जा रहे हैं। जिससे जनता में ED के प्रति विशवास बढ़ता जा रहा है इसी के तहत पिस्का नगरी के केसारो और बैंसला स्थित 4 एकड़ जमीन का मामला लेकर ईडी कार्यालय पहुंचा। 

उसने मीडिया से बात करते हुए बताया की जमीन कारोबारी जुबेर आलम, सद्दाम और उसके 4 साथी मिलकर पिस्का नगरी के केसारो और बैंसला स्थित 4 एकड़ जमीन कब्जा कर रहे हैं और विरोध करने पर उनके साथ मारपीट भी की है।

बाबूलाल मरांडी ने एक फेसबुक पर एक पोस्टर जारी किया, शीर्षक दिया ''द झारखंड स्टोरी' : करप्शन के किरदार''


राँची। बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर हेमंत सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने अपने फेसबुक पर एक पोस्टर जारी की है। इस पोस्टर में उन्होंने उन 10 लोगों के नाम जारी किए हैं जो इन दिनों ईडी की रडार में है। 

कुछ को ईडी गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है तो कईयों से अब भी पूछताछ कर रही है। बाबूलाल मरांडी ने इसे 'द झारखंड स्टोरी' : करप्शन के किरदार नाम दिया है। उन्होंने लिखा है कि ये कवर पोस्टर किरदारों की बस एक झांकी है। इंतजार कीजिए..बाकि किरदारों के नाम आने बाकीं है।

बाबूलाल मरांडी ने एक फेसबुक पर एक पोस्टर जारी किया, शीर्षक दिया ''द झारखंड स्टोरी' : करप्शन के किरदार''


राँची। बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर हेमंत सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने अपने फेसबुक पर एक पोस्टर जारी की है। इस पोस्टर में उन्होंने उन 10 लोगों के नाम जारी किए हैं जो इन दिनों ईडी की रडार में है। 

कुछ को ईडी गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है तो कईयों से अब भी पूछताछ कर रही है। बाबूलाल मरांडी ने इसे 'द झारखंड स्टोरी' : करप्शन के किरदार नाम दिया है। उन्होंने लिखा है कि ये कवर पोस्टर किरदारों की बस एक झांकी है। इंतजार कीजिए..बाकि किरदारों के नाम आने बाकीं है।

झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ को मिली बढ़ी सफलता: भारी मात्रा में हथियार के साथ पांच नक्सलियों का आत्मसमर्पण


रांची:- झारखंड में सुरक्षा बलों को लगातार कामयाबी मिल रही है। झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ की सयुक्त कार्रवाई से अब झारखंड से नक्सलियों का खात्मा होते नजर आ रहा है। इसी कड़ी में आज एक साथ पांच बड़े माओवादियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष हथियार डाल दिये। सभी पांच नक्सलियों का स्वागत CRPF आईजी और आईजी अमोल होमकर ने माला पहना कर किया है।

रांची में झारखंड सरकार आत्मसमर्पण एवं पुनर्वासनीति के तहत बड़ी सफलता मिली है। भाकपा माओवादी संगठन के 5 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इसमें 10 लाख के इनामी जोनल कमांडर अमरजीत यादव उर्फ 'टिंगू' और 5 लाख के इनामी सहदेव यादव उर्फ 'लटन' शामिल है।

वहीं, सब जोनल कमांडर नीरू यादव उर्फ 'सलीम', सब जोनल कमांडर संतोष भुईया उर्फ 'सुकन', दस्ता सदस्य अशोक बैगा उर्फ 'अशोक परहिया' ने भी सरेंडर किया है। ये 20 साल से नक्सली संगठन के लिए काम कर रहा था। इसके साथ ही पुलिस को कई हथियार भी मिले है। जिसमे 2 एके 56 रायफल, 1 एसएलआर, एक इंसास राइफल, दो 3नोट3 राइफल, एक .03 एमएम यूएस राइफल, एक एयर गन, एक पिस्टल, दो देसी बंदूक, 1855 जिंदा कारतूस 16 वायरलेस सेट के साथ कई सामान बरामद हुए।

आईजी अमोल होमकर के बताया कि आज का दिन इतिहासिक है। झारखंड को लाल आतंक के खौफ से मुक्त कराने की कार्रवाई चल रही है। चतरा लातेहार गया के माओवादियों के गढ़ में लगातार सुरक्षा बल कार्रवाई कर रहे है। इस क्षेत्र में लगभग माओवादी खात्मे की ओर है। 

अभियान के डर से पांच माओवादी ने एक साथ आत्म समर्पण कर दिया है। उन्होंने बताया कि नए वर्ष में चार माह में चार से अधिक मुठभेड़ हई। इस मुठभेड़ में सैक सदस्य समेत जोनल कमांडर को मार गिराया है।साथ ही रीजनल कमांडर इंदल गंझू ने आत्म समर्पण किया। और अब पांच नक्सली में 10 लाख से लेकर 05 लाख तक के इनाम है। इनके आत्म समर्पण से माओवादी की कमर टूट गयी है।

झारखंड ब्रेकिंग/ 10 लाख का इनामी जोनल कमांडर सहित 5 नक्सलियों ने किया सरेंडर

झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर झारखंड-बिहार के शीर्ष नक्सल क्षेत्र के 10 लाख के इनामी, जोनल कमांडर अमरजीत यादव उर्फ टिंगू, 05 लाख के इनामी , सब - जोनल कमांडर सहदेव यादव उर्फ लटन, सब-जोनल कमांडर नीरू यादव उर्फ सलीम जनरल कमांडर सहदेव भाकपा मओवादी, सब जोनल कमांडर संतोष भुंइया, दस्ता सदस्य अशोक परहिया ने आत्मसमर्पण किया.

रांची के रियल स्टेट कारोबारी विष्णु अग्रवाल हाजिर हुए ED ऑफिस: छवि रंजन से संबंध की जानकारी लेगी ED


जमीन घोटाला से संबंधित जांच का दायरा और बढ़ता ही जा रहा है। इसी मामले में आज कारोबारी विष्णु अग्रवाल की पेशी हुई है। वह सुबह 10:45 बजे रांची के ED कार्यालय पहुंचे।

 

वहीं आज विष्णु अग्रवाल और छवि रंजन को आमने सामने बैठाकर ED पूछताछ कर सकती है। गौरतलब है की ईडी ने गत चार नवंबर 2022 को विष्णु अग्रवाल के ठिकाने पर छापेमारी के दौरान उनका मोबाइल जब्त किया था। जिसके डेटा से ईडी को बहुत जानकारियां हाथ लगी। जिसमें छवि रंजन के गोवा टूर का ब्यौरा भी था। लिहाजा रियल इस्टेट कारोबारी विष्णु कुमार अग्रवाल से छवि रंजन का गोवा टूर की भी जानकारी ले लगी। 

बता दे कि रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को छह दिन की रिमांड पर लिया। उनसे ईडी 12 मई तक पूछताछ करेगा। अब तक की जांच में ईडी को यह जानकारी मिली है कि बरियातू रोड स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री के लिए हुए फर्जीवाड़े सहित कई जमीनों के दस्तावेजों की हेराफेरी में छवि रंजन ही मास्टर माइंड हैं।

फर्जी दस्तावेज के सहारे जमीन की खरीद-बिक्री के मामले ईडी ऑफिस पहुंचे विष्णु अग्रवाल

राँची: फर्जी दस्तावेज के सहारे जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में समन के बाद कारोबारी विष्णु अग्रवाल ईडी दफ्तर पहुंचे हैं. 

इस दौरान विष्णु अग्रवाल चलने में असमर्थ दिखे, वे दो लोगों के साथ ईडी ऑफिस पहुंचे. एक ने विष्णु अग्रवाल को पकड़ रखा था तो दूसरे ने एक थैला ले रखा था.