दुमका : कृषि मंत्री का एक्शन, सुलगते सवालों के बीच आज बनेगी जांच टीम, सीएस ने जुटाई कई अहम जानकारियां
दुमका :- जरमुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टोर रूम में बीते शनिवार को हुई आगलगी की घटना की जांच एक स्पेशल टीम करेगी। घटना की जांच के लिए आज टीम का गठन किया जाएगा।
आगलगी की घटना की शुरुआती जांच के बाद सिविल सर्जन डॉ0 बच्चा प्रसाद सिंह ने पूरे मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम बनाने की बात कही है। वही कृषि मंत्री और जरमुंडी से कांग्रेस विधायक बादल पत्रलेख ने भी मामले को गंभीरता से लिया है। मंत्री बादल पत्रलेख ने अधिकारियों को पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि 22 अप्रैल की सुबह जरमुंडी के पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टोर रूम में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गयी थी जिसे फायर ब्रिगेड की टीम ने काफी मशक्कत के बाद काबू किया था।
स्टोर रूम में अटल मोहल्ला क्लिनिक के साथ ही सरकारी अस्पताल की कई दवा, ऑक्सीजन सिलेंडर, जरूरी कागजात, मास्क, पीपीई किट सहित अन्य सामान मौजूद था जो आग की चपेट में आने से जलकर राख हो गयी जबकि किसी बड़ी अप्रिय घटना की आशंका से वहाँ रखे गए ऑक्सीजन सिलेंडर को हटा लिया गया।
स्टोर रूम में रखी गयी कई दवाएँ एक्सपायरी थी तो कई नई दवाएं भी थी जिसकी अनुमानित कीमत लाखों में बतायी जा रही है हालांकि आगलगी की इस घटना में कितने का नुकसान हुआ, इसे लेकर रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। आगलगी की इस घटना के बाद एक नया मोड़ तब आया जब 22 अप्रैल की रात को ही विभाग द्वारा घटनास्थल में जली हुई दवाएं, कागजात एवं अन्य सामानों के अवशेष और स्टोर रूम में बची कई दवाओं को अस्पताल के नए परिसर में स्थित एक पुराने गड्ढे में डिस्पोजल करने का प्रयास किया गया।
हालांकि बाद में जब विभाग को अपनी गलतियों का अहसास हुआ तो आनन-फानन में गड्ढे से सभी अवशेषों को उठाकर सुरक्षित रखा गया। रात के अंधेरे में जली हुई दवाओं और कागजात के अवशेषों के डिस्पोजल को लेकर कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हालांकि स्ट्रीटबज न्यूज इन वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता।
इधर इस पूरे घटनाक्रम पर सवाल उठ रहे है। स्थानीय लोगों ने पूरी घटना को विभागीय लापरवाही का अंजाम बताया है और किसी बड़ी गड़बड़ी की ओर संकेत दिया है। स्थानीय लोग मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे है।
हालांकि अब जांच टीम के गठन और टीम की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि आखिर स्टोर रूम में आग कैसे लगी, किसने लगायी, किस मंशा से लगायी गयी और दवा एवं जले हुए अवशेषों को रात के अंधेरे में डिस्पोजल करने की ऐसी क्या जरूरत आ पड़ी। ऐसे कई सवाल है जिसपर सबकी नजर टिकी हुई है।
दुमका के सिविल सर्जन डॉ0 बच्चा प्रसाद सिंह ने घटनास्थल की जांच के बाद कहा कि जांच के दौरान कई जरूरी जानकारियां जुटाई गयी है। मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया जाएगा। जांच टीम की रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि हमारी पूरी नजर इस मामले में है। मामला संदिग्ध है लेकिन जांच के बाद ही कुछ साफ हो पायेगा।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
May 01 2023, 19:38