श्रम अधीछक चाईबासा और झारखण्ड जेनरल कामगार यूनियन जॉन मिरन मुंडा ने अन्न अमृता एजेंसी मे काम करने वाले मजदूरों से की मुलाकात
चाईबासा: आज मिड डे मिल अन्न अमृता एजेंसी मे काम करने वाले मजदूरों के बीच श्रम अधीछक चाईबासा और झारखण्ड जेनरल कामगार यूनियन सह जिला परिषद सदस्य जॉन मिरन मुंडा संयुक्त रूप से मजदूरों का बयान लेने के लिए जिला स्कूल पहुंचे।
पूर्व में मजदूरों ने धरना प्रदर्शन कर जिला प्रशासन उपायुक्त, श्रम अधीछक और माननीय मुख्यमंत्री को आवेदन किया था।
जाँच मे मजदूरों ने बताया की जब हमलोग धरना देकर सरकार द्वारा तय मजदूरी और सुबिधा का मांग किये तो कुछ मजदूरों को चिन्हित कर बैठा दिया और यंहा से लोहरदगा काम करने के लिए भेज चिट्ठी थमा दिया। कुछ महिला मजदूरों को तो बाहर झाड़ी कटवाने का काम कराने लगा।
श्रम अधीछक जाँच मे पाया की एजेंसी द्वारा मजदूरों से 12-12 घंटे का काम ले रहा है और मात्र 4500₹खाना बनाने वाला को और ड्राइबर को 5500₹ दिया जा रहा है जिसके हिसाब से मजदूरी नही दिया जा रहा है। और फुडिंग के नाम पर 2200₹ काटा जा रहा है।श्रम अधीछक ने गेट रजिस्टर, अपॉइंटमेंट लेटर, का मांग किया एजेंसी दिखा नही पाया। श्रम अधीछक ने कहा की 15 दिनो के अंदर एजेंसी मजदूरों का हक दें अन्यथा दावा पत्र बनाकर मामले पर कार्यवाही शुरू की जाएगी।
जॉन मिरन मुंडा ने एजेंसी को कहा की झारखण्ड बनने के बाद मजदूरों का शोषण और डराने का काम नहीं होना चाहिए और सरकार का नियम का पालन होना चाहिए वरना आंदोलन को तेज किया जायेगा।
जॉन मिरन मुंडा ने कहा की आप फूडिंग के लिए महीना 2200 ₹ काट रहें हैं जबकि प्रति दिन खाना बचता है और आपलोग सुवर को खिलाने के लिए बेच देते हैं।फुडिंग के रूप मे एजेंसी हर माह 2 लाख रु से ज्यादा पैसा मजदूरों से वसूला जा रहा है जो एक गरीब मजदूर के लिए बहुत बड़ा बात है।
एजेंसी ने श्रम अधीछक और यूनियन के अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा को बताया की आगे सुधार किया जायेगा और जिसको काम से निकाल दिया गया है उसे कल से ही काम लिया जायेगा। और मजदूरों को सरकार का नियम के हिसाब से ही मजदूरों को उनका हक दिया जायेगा। मजदूर इसके बाद काफी खुश दिखें और जॉन मिरन मुंडा जिंदाबाद का नारा लगाए।
जॉन मिरन मुंडा ने कहा की मजदूरों का लड़ाई इतना ही नही होना चाहिए मजदूरों को शासन पर कब्जा करने के लिए भी होना चाहिए तभी मजदूर खुशहाल होंगे।
Apr 26 2023, 21:05