आज साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानिए कहां-कहां ओर कब लगेगा यह ग्रहण, सूतक का कहां रहेगा प्रभाव...?
आज सुबह करीब 7 बजकर 4 मिनट से शुरू हो गया है, लेकिन इस सूर्य ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। जिसके कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
यह इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। हमेशा से ही ग्रहण की घटना को बहुत ही महत्व दिया जाता है। खगोल विज्ञान और ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण का खास महत्व होता है। साल 2023 का यह पहला सूर्य ग्रहण खास रहेगा।
यह सूर्य ग्रहण कंकणाकृति ग्रहण होगा। इसे हाइब्रिड सूर्य ग्रहण भी कहा जा रहा है। खगोल शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण की घटना तब घटित होती है जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है। वहीं धार्मिक नजरिए के अनुसार जब राहु-केतु नाम के पापी ग्रह सूर्य को ग्रसित कर लेते हैं तो इस सूर्य ग्रहण कहा जाता है। ग्रहण के दौरान और सूतक काल लगने पर किसी भी तरह का शुभ काम नहीं किया जाता है। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी होती है।
आज सूर्य ग्रहण पर दो अशुभ योगों का रहेगा साया
शास्त्रों में ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना जाता है। जब भी ग्रहण की घटना होती है तब कुछ इसका नकारात्मक प्रभाव जरूर पड़ता है। आज लगने वाले साल के पहले सूर्य ग्रहण पर कुछ अशुभ संयोग भी बनेगा। वैसे तो सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में मौजूद रहेंगे। लेकिन सूर्य साथ मेष राशि में ही राहु विराजमान होंगे। इसके अलावा मेष राशि में बुध और मिथुन राशि में मंगलदेव होंगे। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को मेष जबकि बुध ग्रह को मिथुन राशि का स्वामी माना गया है। इस तरह से मंगल और बुध के एक दूसरे की राशि में होने से ग्रहण योग का निर्माण हो रहा है। ग्रहण योग बहुत ही अशुभ माना जाता है। ऐसे में यह कुछ राशि के जातकों के लिए अशुभ हो सकता है।
आज का ग्रहण एक हाइब्रिड सूर्य ग्रहण होगा
आज लगने वाला सूर्य ग्रहण एक दशक बाद दोबारा से एक हाइब्रिड ग्रहण देखने को मिलेगा। खगोलशास्त्र के मुताबिक सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं पहला आंशिक, दूसरा वलयाकार और तीसरा पूर्ण सूर्य ग्रहण। आज का सूर्य ग्रहण एक हाइब्रिड ग्रहण होगा। इसको हाइब्रिड ग्रहण इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह ग्रहण एक कुंडलाकार सूर्य ग्रहण के रूप में शुरू होगा फिर समय के साथ यह पूर्ण सूर्य ग्रहण में बदल जाएगा और अंत में दोबारा से कुंडलाकार सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देने लगेगा।
आज कब से शुरू होगा सूर्य ग्रहणसाल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण
साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। भारतीय समय के अनुसार यह सूर्य ग्रहण सुबह 07 बजकर 4 मिनट से शुरू हो जाएगा जो दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर खत्म हो जाएगा। भारत में ग्रहण नहीं होने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। ऐसे में आम दिनों की तरह सभी तरह के काम किया जा सकता है। साल का यह पहला सूर्य ग्रहण बहुत ही खास रहने वाला है क्योंकि करीब एक दशक के बाद कंकणाकृति सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इसे हाईब्रिड सूर्य ग्रहण भी कहते हैं। दरअसल खगोल विज्ञान के अनुसार जब भी कंकणाकृति ग्रहण लगता है तो उस दौरान सूर्य ग्रहण आंशिक, कुंडलाकार और पूर्ण सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देता है। साल 2023 का यह पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा लेकिन दुनिया के कई हिस्सों में इस खगोलीय घटना को देखा जा सकता है। खासतौर पर साल का पहला सूर्य ग्रहण सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर, दक्षिण प्रशांत सागर, न्यूजीलैंड, कंबोडिया, चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी और जापान में देखा जाएगा।
Apr 21 2023, 09:20