/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz भीषण गर्मी में तप रहा पूरा भारत, देश का 90% हिस्सा डेंजर जोन में, अप्रैल में ही पारा 45 के पार India
भीषण गर्मी में तप रहा पूरा भारत, देश का 90% हिस्सा डेंजर जोन में, अप्रैल में ही पारा 45 के पार

#90_percent_of_india_and_entire_delhi_in_danger_zone_of_heatwave

पूरे भारत में प्रचंड गर्मी का कहर जारी है। अप्रैल महीने में ही गर्मी का रौद्र रूप लोगों के पसीने छुड़ा रहा है। तापमान का आलम देखकर लोग घबरा गए हैं कि अभी यह हालत है तो मई और जून में क्या होगा। कई शहरों में पारा बढ़कर 44 के पार चला गया है।भारत में लगातार लू खतरनाक होती जा रही है। देश का 90 प्रतिशत से अधिक हिस्सा इस वक्त हीटवेव की चपेट में है।

एक नए रिसर्च में कहा गया है कि देश का 90 प्रतिशत से अधिक हिस्सा और पूरी दिल्ली लू के प्रभावों के ‘खतरे के क्षेत्र’ में है। रिसर्च कैंब्रिज विश्वविद्यालय में रमित देबनाथ और उनके सहयोगियों द्वारा किया गया है। रिसर्च में कहा गया है कि ‘लू’ ने संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में भारत की प्रगति को पहले की तुलना में ज्यादा बाधित किया।

हीटवेव से भारत में बीते 50 सालों में 17,000 लोगों की मौत

मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंस के पूर्व सचिव एम राजीवन के अनुसार हीटवेव भारत में बीते 50 सालों में 17,000 लोगों की मौत का कारण बनी है। 2021 में पब्लिश एक पेपर में कहा गया था कि 1971 से लेकर 2019 तक देश में हीटवेव से 706 लोगों की जान गई। 

13 लोगों की मौत

बता दें कि रविवार को नवी मुंबई में महाराष्ट्र सरकार के एक पुरस्कार समारोह में लू की वजह से 13 लोगों की मौत हो गई थी। लू की यह घटना अबतक की सबसे बड़ी दर्दनाक घटनाओं में से एक है। वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हाल ही में उत्तर-पश्चिम और प्रायद्वीपीय क्षेत्रों को छोड़कर अप्रैल से जून तक देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान रहने की बात कही है।

यमन की राजधानी सना में रमजान महीने में वित्तीय सहायता वितरित करने के कार्यक्रम में मची भगदड़, 85 लोगों की मौत और दर्जनों अन्य घायल

यमन की राजधानी सना में बुधवार देर रात पवित्र रमजान महीने में वित्तीय सहायता वितरित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में भगदड़ मच गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यक्रम में भगदड़ मचने से 85 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। विद्रोही संगठन हूती के एक अधिकारी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि इस घटना में 73 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यह त्रासदी ईद-उल-फितर से ठीक पहले हुई है। हूती द्वारा संचालित यमन के आंतरिक मंत्रालय के अनुसार, घटना के समय सैकड़ों गरीब लोग कार्यक्रम में जमा हुए थे। हूती ने मृतकों के परिवारों को 2,000 डॉलर और घायलों को लगभग 400 डॉलर मुआवजा देने की घोषणा की है।

आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता ब्रिगेडियर अब्देल-खलीक अल-अघरी ने कहा कि स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय के बिना गलत तरीके से वित्तीय सहायता वितरित करने के कारण यह घटना हुई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सहायता वितरण कार्यक्रम एक स्कूल में आयोजित किया गया था। घटना के बाद विद्रोहियों ने स्कूल को सील कर दिया। साथ ही पत्रकारों सहित लोगों को यहां आने से रोक दिया गया है।

चश्मदीदों ने बताया कि भीड़ नियंत्रित करने के लिए हथियारबंद हूती विद्रोहियों ने हवा में गोली चलाई और बिजली के तार से टकराकर उसमें विस्फोट हो गया। इससे कार्यक्रम में मौजूद लोगों में दहशत फैल गई और लोगों ने भागना शुरू कर दिया। आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि उसने दो आयोजकों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच चल रही है।

ईरानी समर्थित हूती विद्रोहियों ने साल 2014 में यमन की राजधानी सना पर नियंत्रण कर लिया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था।

क्या राहुल गांधी को मिलेगी राहत?मोदी सरनेम मामले में सजा के खिलाफ अर्जी पर आएगा फैसला

#important_day_for_rahul_gandhi

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लिए आज अहम दिन है।राहुल गांधी पर मोदी सरनेम को लेकर दिए गए फैसले पर आज सूरत की ही अन्य अदालत अपना फैसला सुना सकती है।बता दें कि उस मामले में निचली अदालत ने राहुल गांधी को दोषी मानते हुए दो साल की सजा सुनाई थी। सजा सुनाए जाने के बाद राहुल गांधी को लोकसभा सचिवालय ने सांसदी के लिए अयोग्य माना और उनकी सांसदी खत्म कर दी।

राहुल को 15 हजार रुपए के मुचलके पर मिली थी अंतरिम जमानत

मोदी सरनेम केस में राहुल गांधी की 2 साल की सजा बरकरार रहेगी या रोक लगेगी, इस पर अब आज फैसला आएगा। सूरत के सेशन कोर्ट में बीते गुरुवार को दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। एडिशनल सेशन कोर्ट जज आरपी मोगेरा ने कोर्ट ने सुनवाई के दौरान राहुल गांधी को उपस्थित न रहने की छूट दी थी। राहुल के वकील आरएस चीमा ने कोर्ट में तर्क दिया कि टिप्पणी को लेकर मानहानि का केस उचित नहीं था। साथ ही केस में अधिकतम सजा की भी जरूरत नहीं थी। 

सजा के ऐलान के कुछ देर बाद ही मिलल गई थी 30 दिन की जमानत

बता दें कि बीते महीने सूरत की एक अदालत ने मोदी सरनेम से जुड़े एक मामले में कांग्रेस नेता को दोषी पाते हुए 2 साल केस की अधिकतम सजा सुना दी थी। 23 मार्च को मानहानि केस में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई गई थी। सजा का ऐलान होने के कुछ देर बाद ही उन्हें 30 दिन की जमानत दे दी गई थी। सजा सुनाए जाने के अगले ही दिन लोकसभा से उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी। राहुल केरल के वायनाड से सांसद थे।

क्या है मामला

आम चुनाव 2019 के दौरान कर्नाटक के कोलार में राहुल गांधी ने कहा था कि आखिर सभी मोदी सरनेम वाले चोर क्यों होते हैं। उनके बयान के खिलाफ सूरत से विधायक रहे पूर्णेश मोदी ने शिकायत दर्ज कराई और करीब चार साल बाद इस मामले में फैसला आया। सूरत की निचली अदालत ने राहुल गांधी के बयान को आपत्तिजनक माना और दो साल की सजा सुना दी, हालांकि फैसले को एक महीने के लिए सस्पेंड रखने का भी फैसला किया। विवाद तब शुरू हुआ जब लोकसभा सचिवालय ने दो साल की सजा को आधार बनाकर राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म कर दी।

यह साबित हुआ तो इस्तीफा दे दूंगी', अमित शाह को फोन करने वाले शुभेंदु अधिकारी के दावे पर बोलीं सीएम ममता बनर्जी

#mamata_banerjee_told_will_resign_if_proved_she_had_called_amit_shah

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि अगर यह साबित हो जाता है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा गंवाने के बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया, तो वह इस्तीफा दे देंगी। दरअसल, पश्चिम बंगाल के नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया था कि टीएमसी का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खत्म किए जाने के बाद ममता बनर्जी ने अमित शाह को फोन किया था। 

पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत में बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी का नाम ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस बना रहेगा। ममता बनर्जी ने शुभेंदु अधिकारी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि अगर यह साबित होता है कि मैंने टीएमसी के राष्ट्रीय दर्जे को लेकर अमित शाह को फोन किया था तो मैं इस्तीफा दे दूंगी। अधिकारी ने मंगलवार को दावा किया था कि निर्वाचन आयोग ने जब टीएमसी का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खत्म कर दिया था तो बनर्जी ने अमित शाह को फोन कर उनसे फैसले को निरस्त करने का अनुरोध किया था।

वहीं, बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि वह (भाजपा) 2024 के लोकसभा चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें नहीं जीत पाएगी।

बंगाल की सीएम ने मुकुल रॉय मामले में भी अपनी बात रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुभवी राजनेता मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु द्वारा उनके पिता के लापता होने की शिकायत पर राज्य प्रशासन गौर करेगा। रॉय के परिवार का कहना है कि वे मनोभ्रंश और पार्किंसंस रोग से पीड़ित हैं।मुकुल रॉय गुमशुदगी की शिकायत दर्ज होने के बाद दिल्ली में नाटकीय रूप से सामने आए और दावा किया कि वह ‘भाजपा सांसद और विधायक’ हैं और अमित शाह से मिलना चाहते हैं।बनर्जी ने कहा, ‘मुकुल रॉय भाजपा के विधायक हैं और अगर वह दिल्ली जाना चाहते हैं तो यह उनका मामला है।

कांग्रेस ने जारी की राहुल गांधी समेत 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट, सचिन पायलट, दिग्विजय सिंह और नवजोत सिद्धू का नाम नहीं

#congress_list_of_40_star_campaigners 

कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस ने स्टार प्रचारक की लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में 40 नेताओं के नाम है। प्रमुख नामों में काग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, डीके शिवकुमार, पूर्व सीएम सिद्दारमैया हैं। हालांकि, कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में दिग्विजय सिंह, नवजोत सिद्धू और सचिन पायलट का नाम नहीं है।

पार्टी ने निर्वाचन आयोग को अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची सौंपी है। इसमें खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और रणदीप सुरजेवाला, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कई अन्य नेताओं के नाम शामिल हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार, अभिनेता एवं पूर्व सांसद राज बब्बर, पूर्व किक्रेटर एवं पूर्व सांसद मोहम्मद अजहरुद्दीन, भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. और कुछ अन्य नेताओं को भी स्टार प्रचारक बनाया गया है।

बता दें कि कर्नाटक की सभी 224 विधानसभा सीट के लिए 10 मई को मतदान होगा और मतगणना 13 मई को होगी।

कल लगेगा साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण, भारत में नहीं दिखेगा, 100 साल बाद दिखेगा अद्भुत नजारा, एक ही दिन में तीन तरह के दिखेंगे ग्रहण

साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण कल यानी 20 अप्रैल को लगने वाला है। गुरुवार की सुबह 07 : 05 बजे से शुरू होकर सूर्य ग्रहण अपराह्न 12 : 29 बजे खत्म होगा। यह सूर्य ग्रहण बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि 19 साल बाद मेष राशि में सूर्य ग्रहण लगने वाला है। साथ ही साथ यह सूर्य ग्रहण तीन रूपों में अर्थात आंशिक , पूर्ण और कुंडलाकार में दिखेगा। 100 साल बाद ऐसा संयोग बना है जब एक ही दिन में तीन तरह के सूर्य ग्रहण दिखेंगे।

 

साल का पहला सूर्य ग्रहण 05 घंटे 24 मिनट का होगा। सूर्य ग्रहण का शुभ और अशुभ प्रभाव पूरे देश - दुनिया पर पड़ता है। सूर्य ग्रहण में 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। जहां सूर्य ग्रहण का प्रभाव नहीं होता वहां सूतक काल भी मान्य नहीं रहता है। कल लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। ऐसे में इस दौरान मंदिर के कपाट बंद नहीं होंगे और सभी धार्मिक कार्य किए जा सकेंगे।

साल का पहला सूर्य ग्रहण इसलिए खास माना जा रहा है क्योंकि यह मेष राशि में और अश्विनी नक्षत्र में लग रहा है। ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव मेष राशि के जातकों पर दिखाई देगा।  

 भारत को छोड़कर कंबोडिया , चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया , फिजी , जापान , समोआ , सोलोमन , बरूनी , सिंगापुर , थाईलैंड , अंटार्कटिका , ऑस्ट्रेलिया , वियतनाम , ताइवान , पापुआ न्यू गिनी , इंडोनेशिया , फिलीपींस , दक्षिण हिंद महासागर , दक्षिण प्रशांत महासागर और न्यूजीलैंड में ग्रहण को देखा जा सकेगा। इस सूर्य ग्रहण के बाद इस वर्ष एक और सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर दिन शनिवार को लगेगा। साल 2023 का यह अंतिम सूर्य ग्रहण होगा।

सूडान में फंसे भारतीयों को लेकर सरकार चिंतित, अपनों को सुरक्षित निकालने के लिए इन देशों की ले रहा मदद भारत

#jaishankar_in_action_mode_regarding_stranded_indians_in_sudan 

सूडान पर नियंत्रण को लेकर देश की सेना तथा एक शक्तिशाली अर्द्धसैनिक बल के बीच लगातार संघर्ष जारी है। शनिवार से शुरू हुई हिंसक झड़प बुधवार को चौथे दिन भी जारी रही।संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, इस झड़प में अब तक कुल 185 लोग मारे जा चुके हैं जबकि घायलों की संख्या 1800 है। हिंसाग्रस्त सुडान में कई भारतीय भी फंसे हुए हैं। इस हमले में एक भारतीय की मौत भी हो चुकी है। इसके बाद सूडान स्थित भारतीय मिशन ने वहां रह रहे भारतीयों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

सूडान में हिंसा की स्थिति पर भारत करीबी नजर रखे हुए है और वहां खास तौर से भारतीयों की सुरक्षा को लेकर विभिन्न देशों के संपर्क में है। इन दोनों देशों ने सूडान में हर संभव भारत की मदद करने का भरोसा दिया है। यही नहीं, वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास एवं लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारी वहां की सरकारों के साथ संपर्क में हैं। इन सभी देशों के सामने सूडान से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने की चुनौती है। केंद्र सरकार संयुक्त राष्ट्र की भी मदद ले रही है

इसकी कड़ी में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हिंसाग्रस्त सूडान की स्थिति पर सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विदेश मंत्रियों के साथ बातचीत की है।विदेश मंत्री जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नह्यान के साथ टेलीफोन पर बातचीत के बाद कहा कि उन्होंने यूएई के अपने समकक्ष के साथ सूडान की स्थिति को लेकर चर्चा की। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायेद अल नह्यान का सूडान की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए धन्यवाद. हमारा लगातार समन्वय मददगार है।’

विदेश मंत्री जयशंकर ने सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान से भी बातचीत की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फहरान से अभी-अभी बात की। हम करीबी सम्पर्क कायम रखेंगे।

बता दें कि सूडान पर नियंत्रण को लेकर वहां की सेना और पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्स (आऱएशएफ) में संघर्ष हो रहा है। हिंसा और हमलों के शुरू हो जाने के बाद बाहरी देशों के लोग वहां फंस गए हैं। सूडान में स्थितियां बिगड़ने के बाद विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में एक कंट्रोल रूम बनाया। यहां से फंसे नागरिकों के बारे में सूचना एवं उन्हें मदद दी जा रही है। सूडान की राजधानी खार्तूम में जारी व्यापक हिंसा के बीच वहां भारतीय दूतावास ने सोमवार को जारी परामर्श में भारतीयों से घरों से बाहर नहीं निकलने व शांत रहने को कहा था। विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि वह खारतूम स्थित भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क बनाए हुए है और अपने नागरिकों के हालात पर पल-पल की जानकारी ले रहा है। दूतावास वाट्सएप सहित कई माध्यमों के जरिए अपने नागरिकों एवं भारतीय समुदाय के साथ संपर्क में है। मंत्रालय ने कहा कि सूडान में हालात अभी काफी गंभीर है। सड़कों पर हिंसा हो रही है। सूडान में फंसे भारतीयों के बारे में खास जानकारी सुरक्षा वजहों के चलते साझा नहीं की जा सकती

देश के कई राज्य हिट वेव की चपेट में, मौसम विभाग की ओर से ब्लैकआउट की चेतावनी, इन राज्यों में बदल सकता है मौसम का मिजाज

#get_ready_to_face_heat_wave 

भारत में अधिकतर राज्यों में पारा लगातार चढ़ रहा है। इसके साथ ही कई इलाकों में हीटवेव यानी लू का प्रकोप शुरू हो गया है। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मौसम को लेकर अपने ताजा अनुमान में कई राज्यों में लू चलने की बात कही है। मौसम विभाग की ओर से ब्लैकआउट की चेतावनी दी गई है। कहा जा रहा है कि लाखों लोगों पर हीट स्ट्रोक और गर्मी से बेसुध होने का खतरा मंडरा रहा है।मौसम विभाग की मानें तो भारत इस साल सामान्य से अधिक गर्मी का सामना कर सकता है।

मौसम विभाग ने हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और ओडिशा सहित कई क्षेत्रों के लिए लू को लेकर अलर्ट जारी किया है। देश के कई राज्यों में तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। ओडिशा के कई इलाकों में भी सोमवार को तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया था।

दिल्ली-एनसीआर के लोगों को बीते कुछ दिनों से तपती गर्मी से राहत मिली है। बुधवार सुबह से चलने वाली तेज हवाओं ने मौसम का मिजाज बदल दिया। मौसम विभाग ने भी अच्छी खबर दी है। विभाग ने 19 और 20 अप्रैल को दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश का अनुमान जताया है।दिल्ली और एनसीआर के अलावा इस दौरान पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ इलाकों में भी हल्की बारिश होने का अनुमान जताया गया है। जबकि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में भारी बारिश होने का अनुमान है। रविवार शाम को दक्षिणी दिल्ली, दक्षिण पश्चिमी दिल्ली एवं मध्य दिल्ली में हल्की बारिश हुई। इसके बाद मौसम विभाग ने दिल्ली में अगले चार दिनों के भीतर हल्की से हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है।

बताया गया कि एक चक्रवाती परिसंचरण निचले क्षोभमंडल में दक्षिण पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्र में मौजूद है। उनके संयुक्त प्रभाव के परिणामस्वरूप अगले तीन दिनों में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम व्यापक से व्यापक वर्षा पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हो सकती है।नतीजतन, जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में 19 अप्रैल को भारी बारिश हो सकती है।इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 19-21 अप्रैल के बीच गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ छिटपुट वर्षा संभव है।

चारधाम यात्रा, केदारनाथ हेली सेवा के लिए एक दिन में 5275 टिकट बुक, एक से दो मई की यात्रा के लिए सभी स्लॉट फुल


केदारनाथ हेली सेवा के लिए मंगलवार को एक दिन में 5275 टिकटों की बुकिंग की गई। आईआरसीटीसी का पोर्टल खुलते ही ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए मारामारी दिखने लगी। एक से दो मई तक की यात्रा के लिए सभी टिकटें फुल हो गईं हैं। कई घंटे तक प्रयास करने के बावजूद कई लोग टिकट बुक करने से रह गए।

मंगलवार को 12 बजे हेली टिकटों की बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी का पोर्टल खुला। जिससे 1 से 7 मई तक की यात्रा के लिए हेली टिकटों की बुकिंग की गई। चारधाम यात्रा में हेलिकॉप्टर से केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्री पोर्टल खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।

पोर्टल खुलते ही कुछ ही घंटों में सभी स्लॉट फुल हो गए। जिससे कई यात्री टिकट बुक नहीं कर पाए। कई लोग दो से तीन घंटे के प्रयास के बाद किसी तरह पेमेंट मोड तक पहुंचे, तो तब तक स्लॉट फुल हो गए।

मंगलवार को 1 से 7 मई की यात्रा के लिए हेली टिकटों की बुकिंग की गई। एक दिन में ही 5275 हेली टिकटों की बुकिंग हो गई। हेली टिकटों की बुकिंग में पूरी पारदर्शिता अपनाई जा रही है। टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए आईआरसीटीसी को बुकिंग का जिम्मा दिया गया है।

जनसंख्या के मामले में भारत ने चीन को पछाड़ा, बना दुनिया की सबसे ज्य़ादा आबादी वाला देश, यूएन ने जारी किए नए आंकड़े

#india_vs_china_population_comparison

भारत और चीन दुनिया के सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले देश हैं। सालों से चीन में विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाले देश के पहले पायदान पर खड़ा है।हालांकि, बीते कुछ सालों से इस तरह की बातें कही जा रही है कि भारत जल्द ही चीन को जनसंख्या के मामले में पछाड़ देगा। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) की ताजा रिपोर्ट की माने तो भारत ने जनसंख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश अब चीन नहीं है, बल्कि भारत है।

भारत में चीन की तुलना में 2.9 मिलियन अधिक लोग

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) के लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक भारत अब चीन की तुलना में 2.9 मिलियन अधिक लोगों के साथ दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है।यूएनएफपीए की ‘द स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन रिपोर्ट, 2023’, जिसका शीर्षक ‘8 बिलियन लाइव्स, इनफिनिट पॉसिबिलिटीज: द केस फॉर राइट्स एंड चॉइस’ है, ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट जारी की है।

एक साल में भारत की जनसंख्या 1.56 फीसदी तक बढ़ी

यूएन की रिपोर्ट के अनुसार एक साल में भारत की जनसंख्या 1.56 फीसदी तक बढ़ गई है। रिपोर्ट के अनुसार अब भारत की आबादी 142.86 करोड़ हो गई है जबकि 142.57 करोड़ के साथ चीन दूसरे नंबर पर खिसक गया है। इस रिपोर्ट में बताया गया कि भारत की कुल प्रजनन दर 2.0 है। यहां एक एक भारतीय पुरुष के लिए औसत जीवन 71 साल है महिलाओं का 74 साल है।

भारत की 25 प्रतिशत आबादी 0 से 14 साल के बीच

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की 25 प्रतिशत आबादी 0 से 14 साल के बीच है।इसके अलावा 18 फीसदी लोग 10 से 19 की उम्र के हैं। 10 से 24 साल तक के लोगों की संख्या 26 प्रतिशत है। वहीं 15 से 64 साल तक के लोगों की संख्या 68 प्रतिशत है और 65 से ऊपर के 7 प्रतिशत लोग हैं।चीन की बात करें तो 0 से 14 साल के बीच 17%, 10 से 19 के बीच 12%, 10 से 24 साल 18%, 15 से 64 साल 69% और 65 से ऊपर के लोगों की संख्या 14% है।

1950 के बाद पहली बार भारत की जनसंख्या चीन से ज्यादा

बता दें कि साल की शुरूआत में ही ग्लोबल एक्सपर्ट्स ने अनुमान लगाया था कि 2023 में भारत सबसे जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। यूएनएफपीए के नए आंकड़ों ने इस पर मुहर भी लगा दी है। 

रिपोर्ट में नए आंकड़े 'डेमोग्राफिक इंडिकेटर्स' की कैटेगरी में दिए गए हैं।यूएन 1950 से दुनिया में आबादी से जुड़ा डेटा जारी कर रहा है। तब से ये पहला मौका है जब भारत ने जनसंख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ा है। पिछले साल जारी एक रिपोर्ट में सामने आया था कि पिछले 6 दशकों में पहली बार चीन की जनसंख्या में गिरावट दर्ज की गई है। चीन में बच्चे पैदा करने की दर भी कम हुई है, और वो इस साल माइनस में दर्ज की गई।