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इलाज के लिए सिप्स हॉस्पिटल भेजे गए कटे-फटे होंठ व तालू वाले 8 बच्चे

फर्रुखाबाद। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से सोमवार को 8 बच्चों को सिप्स हॉस्पिटल लखनऊ रेफर किया गया। यह सभी बच्चे एक एम्बुलेंस से अपने जन्म से कटे होंठ एवं तालू जैसी विकृति का इलाज कराने के लिए राजधानी गए। स्माइल ट्रेन संस्था के सहयोग से इन बच्चों का इलाज राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत होगा। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनीन्द्र कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य 19 वर्ष तक के जन्मजात दोष से ग्रसित बच्चों को चिकित्सा सुविधा देना है l इसके तहत आज कटे-फटे होंठ, तालू से ग्रसित बच्चों को इलाज के लिए भेजा गया l जब इन बच्चों का इलाज हो जाएगा तब इन बच्चों के चेहरे पर अलग ही मुस्कान होगी। साथ ही इनके माता पिता को इस समस्या से निजात मिल जाएगीl

सीएमओ ने बताया कि जिन बच्चों को ऑपरेशन के लिए लखनऊ भेजा जा रहा है, उनके वापस घर आने तक आने-जाने, रहने व खाने की व्यवस्था निशुल्क रहेगी। उन्होंने अधिकाधिक लोगों से इस कार्यक्रम का लाभ लेने की अपील की है।

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि कटे हुए होंठ वाले बच्चों का आपरेशन होने के समय उनकी उम्र कम से कम 3 से 6 महीने व वजन 5 किलोग्राम होना चाहिए। तालू की समस्या वाले बच्चों की उम्र 9 से 12 महीने व वजन 5 किलोग्राम होना चाहिए।

 कार्यक्रम के जिला समन्वयक डी.ई.आई.सी. मैनेजर अमित शाक्य ने बताया कि जांच के बाद सभी 8 बच्चों का विशेषज्ञ चिकित्सक ऑपरेशन करेंगे।

वित्तीय वर्ष 2022 23 में जिले में योजना के तहत 26 कटे-फटे होंठ तालू कटे वाले बच्चों का, 3 जन्मजात मोतियाबिंद से पीड़ित बच्चों का, 32 टेढ़े मेढे पैर वाले बच्चों का, 6 न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट, और 6 कंजेनाइटल डेफलेस का इलाज करवाया गया है l उन्होंने बताया कि आज 3 बच्चे कमालगंज ब्लॉक से, 2 नवाबगंज, 2 राजेपुर और 1 बच्चा बढ़पुर ब्लॉक से इलाज के लिए भेजा गया है l

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मोबाइल हेल्थ टीम बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर जन्मजात दोषों वाले बच्चों को चिन्हित करती है। इसके अलावा प्रसव केंद्रों पर प्रशिक्षित स्टाफ, जन्में बच्चों का गृह भ्रमण के दौरान आशा द्वारा भी ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है l

इस दौरान नवाबगंज ब्लॉक के ग्राम कुतुबुद्दीनपुर की रहने वाली 8 वर्षीय दिव्यांशी की मां निशा ने बताया कि जब यह पैदा हुई थी तो इसका तालू कटा हुआ था जिससे जो भी यह खाती वह नाक द्वारा निकल जाता साथ ही इसके दिल में भी छेद था जिसका इलाज मैंने लगभग 4 वर्ष पहले दिल्ली में कराया था उस समय मेरी बेटी को बैठने और चलते समय बहुत परेशानी होती थी जो अब ठीक हो गई है अब इसका तालू कटे का इलाज़ और हो जाए तो मेरी यह परेशानी भी दूर हो जायेगी l

कमालगंज ब्लॉक के रहने वाले 11 दिन के पियूष के पिता बृजेंद्र ने बताया कि बच्चे के जन्म पर हम सभी बहुत खुश थे लेकिन जब पता चला कि उसका होंठ और तालू दोनों कटे हैं तो सारी खुशी एक दम से चली गई आज जब मेरे बच्चे को इलाज के लिए लखनऊ भेजा जा रहा है तो लग रहा है कि मेरा बेटा भी स्वस्थ हो जायेगा l

 इस दौरान उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर सी माथुर, डॉ दीपक कटारिया सहित बच्चों के माता पिता मौजूद रहे l

*मेरठ में ट्रैक्टर से कार टकराने के विवाद में खूनी संघर्ष, मारपीट में दोनों पक्ष से पांच घायल, गॉव में पुलिस तैनात*


मेरठ। नंगला शेखू गांव में रास्ते से ट्रैक्टर हटाने पर दो पक्ष आमने-सामने आ गए। कहासुनी के बाद उनमें संघर्ष हो गया। जिसमे दोनों पक्ष की और से मारपीट में पांच लोग घायल हो गए। चीख पुकार सुनकर अन्य ग्रामीण आ गया। उन्होंने पुलिस के साथ मिलकर घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

इंचौली थाना क्षेत्र के नंगला शेखू गांव निवासी अंशु मलिक अपने बड़े भाई अजीत, चाचा भूरे मलिक और आजाद वीर मलिक के साथ रविवार को रिश्तेदारी में गए थे। उन्हें लौटने में देरी हो गई। वे रात में कार से घर लौट रहे थे। तभी गांव में रहने वाले महेंद्र सैनी के परिवार के लोग ट्रैक्टर लेकर आ रहे थे। ट्रैक्टर हटाने को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। जिसके बाद दोनों पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले। महेंद्र पक्ष के लोगों ने अंशु की गाड़ी तक तोड़ दी। तभी अंशु की ओर से भी अन्य लोग आ गए। दोनों पक्षों की भिड़ंत की वजह से गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने किसी तरह पुलिस को सूचना दी। पुलिसकर्मियों ने लाठी फटकार का दोनों पक्षों को अलग किया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।

एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि दोनों पक्षों से घायल हुए पांच लोगों का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए तहरीर दिए हैं। जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

न्यूरोलाजी विभाग का स्थापना दिवस और पार्किंसंस रोग जागरूकता कार्यक्रम

लखनऊ। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरोलॉजी विभाग की ओर से 15 अप्रैल को सुबह 7 बजे पार्किंसंस जागरूकता वॉक का आयोजन किया गया। इसे न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर संजीव झा ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया, जिसके बाद अपराह्न 1:00 बजे संस्थान के लेक्चर थियेटर में एक वैकल्पिक चिकित्सा सत्र आयोजित किया गया।

 न्यूरोलॉजी विभाग के स्थापना दिवस कार्यक्रम और पार्किंसंस रोग पर दूसरे जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के कार्यवाहक निदेशक प्रो. एस.पी. अंबेश ने किया, जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने बढ़ती उम्र की आबादी के कारण पार्किंसंस रोग के बढ़ते प्रसार के बारे में बात की और इस तरह के और अधिक जागरूकता कार्यक्रमों की आवश्यकता पर बल दिया।

प्रोफेसर संजीव झा ने पार्किंसंस रोग में तनाव की भूमिका के बारे में बात की और सकारात्मक सोच पर जोर दिया। डॉ रुचिका टंडन ने कहा कि पार्किंसंस रोग में मस्तिष्क के बेसल गैन्ग्लिया में डोपामाइन की कमी शामिल है और सुझाव दिया कि दवाओं से संबंधित कुछ साइड इफेक्ट वाले रोगियों में डीप ब्रेन स्टिमुलेशन की भूमिका उत्पन्न होती है।न्यूरोसर्जरी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर राजकुमार ने कहा कि कुछ आयुर्वेदिक दवाएं भी हैं, जो पार्किंसंस के लक्षणों से राहत दिला सकती हैं।

 प्रोफेसर नवनीत कुमार, पूर्व प्राचार्य, जीएसवीएम, मेडिकल कॉलेज, कानपुर ने संस्थान के न्यूरोलॉजी विभाग को बधाई दी और पार्किंसंस रोग के रोगियों में प्राकृतिक उपचार और जीवन शैली प्रबंधन की भूमिका पर भी जोर दिया।

प्रोफेसर दीपिका जोशी, विभागाध्यक्ष न्यूरोलॉजी, आईएमएस, बीएचयू, वाराणसी ने मरीजों को समय पर दवा लेने और जरूरत पड़ने पर डीबीएस से परहेज न करने की सलाह दी। उन्होंने प्राकृतिक उत्पादों पर शोध पर भी जोर दिया। प्रोफेसर आर.के. गर्ग ने हंसी को थेरेपी के तौर पर बहुत प्रभावी बताया।डॉ जफर नियाज, प्रोफेसर, रेडियोलॉजी, एसजीपीजीआई ने पार्किंसंस रोग के निदान हेतु एम आर आई की आवश्यकता के विषय में जानकारी दी। 

डाक्टर पवन कुमार वर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर, न्यूरोसर्जरी विभाग, एसजीपीजीआई ने कहा कि डीबीएस में एक बहुत छोटा चीरा शामिल होता है और जरूरत पड़ने पर इसे उलटा भी किया जा सकता है। तत्पश्चात विभाग के रेजिडेन्ट चिकित्सकों द्वारा इस बीमारी से पीड़ित उन रोगियों के मामले पर चर्चा की गई, जो डीबीएस से लाभान्वित हुए हैं।डॉ. शिल्पी त्रिपाठी द्वारा इस रोग के प्रबंधन की दिशा में आहार से संबंधित विशिष्टताओं को बताया गया और श्री रितेश सिंह द्वारा एक न्यूरोस्टिम्यूलेशन के रूप में संगीत की भूमिका पर जोर दिया गया। 

  

इस अवसर पर डॉ. वी के पालीवाल, प्रोफेसर, न्यूरोलॉजी व विभाग के अन्य संकाय सदस्य भी उपस्थित थे।धन्यवाद ज्ञापन डॉ रुचिका टंडन द्वारा किया गया ।इस अवसर पर संस्थान के निदेशक ने रोगियों के बीच पार्किंसंस सप्ताह प्रतियोगिता के विजेताओं को स्मृति चिन्ह भी वितरित किए। कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रत्येक रोगी को भी स्मृति चिन्ह प्रदान किये गये ।

शादी की डेट नजदीक आते ही प्रेमिका प्रेमी संग हुई फरार

रायबरेली। ऊंचाहार के पयागपुर नदौरा गांव निवासी युवती की मई महीने में शादी तय थी। तारीख नजदीक आते ही वह अपने प्रेमी संग फरार हो गई। भाई ने कोतवाली में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई है।

   

गांव निवासी भोला नाथ की पुत्री कंचन अग्रहरि की 11 मई को बारात आनी थी। जैसे जैसे शादी की तारीखें नजदीक आ रही थी पारिवारिक जन हर्षोल्लास के साथ व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटे हुए थे। युवती के भाई रमन ने बताया कि शादी में देने वाले सारे सामान की खरीद भी की जा चुकी है। पारिवारिक जन डीजे, लाइट, रोड लाइट से लेकर सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगे हुए थे।

 इसी बीच शनिवार की शाम युवती जगतपुर के महेश पटेल के साथ घर से भाग गई। युवती के भाई रमन कुमार ने रविवार को कोतवाली में तहरीर देकर प्रेमी महेश पटेल के खिलाफ बहन के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई है। कोतवाल बालेंदु गौतम ने बताया कि रमन की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर युवक संग युवती की तलाश की जा रही है। जिसे जल्द ही पकड़ कर परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

अतीक और अशरफ को आज ही दफनाया जाएगा


उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद पुलिस द्वारा सुरक्षा कड़ी की गई है। प्रदेश के सभी जिलों में सीआरपीसी की धारा-144 लागू की गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अतीक और अशरफ को आज ही दफनाया जाएगा। कसारी मसारी कब्रिस्तान में दोनों को दफनाया जाएगा।

अफवाह फैलाने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई : सीएम योगी

प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को फील्ड में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी ना आए इसका ध्यान रखने को भी कहा गया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी ने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री योगी ने हर दो घंटे में रिपोर्ट मांगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतीक और अशरफ की हत्या के बाद आज के लिए तय बैठक टाल दी है। पहले से तय सभी कार्यक्रम रोक दिए हैं। सीएम योगी ने हर दो घंटे में रिपोर्ट मांगी है। अधिकारियों को हर दो घंटे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

कानून व्यवस्था को बनाए रखना मुश्किल है: सीएम गहलोत

अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो हो रहा है वह देश देख रहा है। क़ानून का राज नहीं रहेगा तो यह घटनाएं किसी के भी साथ हो सकती हैं। यूपी में जो हुआ वह आसान है लेकिन कानून व्यवस्था को बनाए रखना मुश्किल है।

लवलेश का हमसे लेना-देना नहीं था: पिता

हत्याकांड के शूटर लवलेश तिवारी के पिता का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि लवलेश का हमसे लेना-देना नहीं था। पांच से छह दिन पहले लवलेश बांदा स्थित घर आया था। पहले भी वो कभी-कभी घर आता था। पहले भी वो एक मामले में जेल गया था। लवलेश नशा करता है।

प्रयागराज में अतीक-अशरफ के शव का पोस्टमार्टम शुरू

अतीक अहमद और अशरफ का पोस्टमार्टम शुरू हो गया है। अतीक के बहनोई और उसके चचेरे भाई को दोनों का शव सौंपा जाएगा। उधर हत्याकांड की रिपोर्ट लेकर डीजीपी सीएम हाउस पहुंचे हैं।

पुलिस ने तीनों हत्यारोपियों के खिलाफ दर्ज की रिपोर्ट

अतीक और अशरफ हत्याकांड में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 307 के तहत एफआईआर दर्ज की है। आर्म्स एक्ट की धारा 3,7, 25, 27 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। अतीक और अशरफ को मारने वाले आरोपियों से पुलिस पूछताछ में जुटी है। आरोपियों ने पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी दी हैं। आरोपियों का कहना है कि हम अतीक गैंग का सफाया करना चाहते थे। हम प्रदेश में अपना नाम कमाना चाहते हैं। दोनों को मारने के लिए हम पत्रकार बनकर आए थे। हम हत्या करके भाग नहीं पाए।

अतीक और अशरफ की हत्या पर मायावती, अखिलेश व ओवैसी ने दी कड़ी प्रतिक्रिया,जानिए कौन क्या कहा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या के बाद बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस मामले में सरकार पर सवाल उठाए हैं।

एक ट्वीट में मायावती ने कहा- गुजरात जेल से अतीक अहमद व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।

बसपा प्रमुख ने कहा- देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में ’’कानून द्वारा कानून के राज के बजाय, अब इसका इण्काउण्टर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात।

उत्तर प्रदेश में अपराध की पराकाष्ठा : अखिलेश यादव

 

इससे पहले समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी सरकार से सवाल पूछा था। उन्होंने कहा था- उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है।

जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।

यूपी के मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए: ओवैसी

 

एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि मारने वाले आतंकवादी थे। कल जो हत्या हुई उसकी पूरी जिम्मेदारी यूपी के मुख्यमंत्री है। यूपी के मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। इस पूरे घटना में यूपी की बीजेपी सरकार की भूमिका है।

साल 1989 से एनकाउंटर का सिलसिला चल रहा है। ओवैसी ने कहा- उतरप्रदेश में बीजेपी की सरकार कानून से नहीं चला रही है। बंदूक के दम पर सरकार चला रही है। बीजेपी की सरकार को कानून पर भरोसा नहीं है। कल का जो मर्डर हुआ है वह सोची समझी साजिश थी। लोकसभा सांसद ने कहा कि हथियार चलाने का तरीका देखिये उन्हें मालूम था की हमें किस जगह पर मारना है।

प्रयागराज में माफिया अतीक व अशरफ की हत्या मामले में 17 पुलिसकर्मी सस्पेंड

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से माफिया साम्राज्य हासिल करने वाले अतीक अहमद और अशरफ की प्रयागराज में ही रात साढ़े दस बजे के बाद हत्या कर दी गई। दोनों की हत्या के बाद अतीक के माफिया राज का साम्राज्य खत्म हो गया।

हालांकि इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई करते हुए 17 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।राजधानी के संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। ताकि किसी प्रकार की वाद विवाद की स्थिति न उत्पन्न होने पाए। इसके अलावा कानपुर को भी हाई अलर्ट कर दिया गया है।

घटना के बाद से अधिकारी गश्त पर निकले

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले में न्यायिक जांच के आदेश। तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की टीम अतीक व अशरफ की हत्या का जांच करेंगा। प्रयागराज में धारा 144 लागू कर दी गई है। संवेदनशील जिलों में वरिष्ठ अधिकारी खुद गश्त करेंगे। ताकि कहीं कोई कानून व्यवस्था न खराब होने पाए।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद प्रयागराज जाने के दिए निर्देश। जांच में पता चला कि पहले अतीक के सिर पर गोली मारी गई। इसके बाद फिर ताबड़तोड़ फायरिंग अतीक व अशरफ पर शुरू कर दी। वैसे इस घटना को जो भी देखा वह स्तब्ध रह गया है। 

घटनास्थल छावनी में तब्दील, एसटीएफ ने बटोरे सुबूत

घटनास्थल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

प्रयागराज पुलिस के अलावा एसटीएफ भी घटनास्थल से सुबूत बटोर रहे हैं। मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स और पीएसी बल की तैनाती भी की गई है। साथ मौके से हत्यारोपियों के लिए कैमरे और बाइक कब्जे में ले लिया है। डीजीपी आरके विश्वकर्मा और स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार पूरे घटनाक्रम की गहनता से मॉनीटरिंग कर रहे हैं।

वहीं अतीक और अशरफ को गोली मारने वालों की पहचान उजागर हो गई है। बताया गया है कि इस घटना को अंजाम देने वालों के नाम लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्या हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले अतीक का बेटा असद अहमद 13 अप्रैल को झांसी में एक मुठभेड़ में मारा गया था, इसके साथ यूपी एसटीएफ ने शूटर गुलाम को भी मार गिराया था। जिन्हें आज प्रयागराज में दोनों को सुपुर्द खाक कर दिया गया।

मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी ने रात बुलाई थी हाई लेवल मीटिंग

माफिया अतीक और अशरफ की सरेआम हत्या को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी द्वारा हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई है। इसमें यूपी के डीजीपी आरके विश्वकर्मा, स्पेशल डीजी क़ानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद एवं अन्य अफसर मौजूद हैं।

माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज की घटना पर उच्च स्तरीय बैठक की है और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं। इसी के साथ सीएम योगी ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन के निर्देश भी दिये हैं। 17 को सस्पेंड किये जाने को पुलिस विभाग के किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है। 

सीएम योगी ने सभी कार्यक्रम किये रद्​द

शनिवार को देर रात अधिकारियों के साथ सीएम योगी ने बैठक करने के बाद बहुत सारे निर्णय लिया। देर रात में मीटिंग समाप्त होने के बाद बड़े अधिकारी प्रयागराज के लिए रवाना हो गए। अब रविवार को बताया जा रहा है कि सीएम योगी ने अपने सभी कार्यक्रम को रद्​द कर दिये है। साथ ही वह इस मामले में लगातार अधिकारियों से बात चीत करने के साथ-साथ घटनाक्रम में लगातार नजर बनाएं है।

अतीक व अशरफ की गोली मारकर हत्या के बाद यूपी में धारा 144 लागू, सभी जिलों में अलर्ट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शनिवार रात अतीक अहमद और उसके भाई अरशद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों को पुलिस मेडिकल टेस्ट के लिए दोनों को अस्पताल लेकर जा रही थी।

इसी दौरान मीडियाकर्मी बनकर आए तीन हमलावरों ने पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए दोनों को गोली मार दी। इस घटना के बाद प्रदेश में अलर्ट है। शासन ने ऐहतियातन पूरे प्रदेश में धारा-144 लगा दी है। साथ ही सभी जिलों को अलर्ट कर दिया है। 

प्रयागराज की सीमाएं सील कर दी गई हैं। आस-पास के जिलों से सुरक्षाबलों को प्रयागराज भेजा जा रहा है। गश्त बढ़ा दी गई है। रविवार सुबह डीएम-कमिश्नर वारदात वाले इलाके में गश्त कर रहे है।

यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार देर रात सीएम योगी से मिलने पहुंचे। इसके बाद सीएम योगी ने आपातकालीन बैठक की। बैठक खत्म होते ही अधिकारी प्रयागराज के लिए रवाना हुए। संवेदनशील इलाकों में रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की जा रही है।

सीएम योगी ने अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए। आम लोगों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। इसका ध्यान रखें।

सीएम ने कहा कि कानून के साथ कोई भी खिलवाड़ न करें। उन्होंने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

*सुपुर्द-ए-खाक हुआ असद, न अतीक अहमद पहुंचा न शाइस्ता, नाना ने निभाए रिवाज*

#asadahmedfuneralinprayagraj

माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद का शव कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया है।असद को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में खाक-ए-सुपुर्द कर दिया गया। वहीं उसके साथी गुलाम को भी दफना दिया गया।मेहंदौरी स्थित कब्रिस्तान में शूटर गुलाम हसन को दफनाया गया।असद और उसके सहयोगी गुलाम को 13 अप्रैल को यूपी एसटीएफ ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था।

असद के शव को घर नहीं ले जाया गया

एनकाउंटर में मारे गए और गुलाम के शव को झांसी से प्रयागराज लाया गया था। दोनों के शव को लेने उनके परिजन शुक्रवार की शाम झांसी पहुंचे थे। असद का शव लेने उसके फूफा उस्मान ने लिया, जबकि गुलाम का शव लेने उसका साला नूर आलम पहुंचा। असद का शव दफनाने के लिए कसारी मसारी कब्रिस्तान में तैयारी कर ली गई थी। असद के शव को घर नहीं ले जाया गया। उसके शव को सीधे कब्रिस्तान ले जाया गया। सुरक्षा कारणों से असद के शव को पैतृक आवास पर ले जाने की अनुमति नहीं दी गई।

परिवार के 20-25 करीबी यहां मौजूद रहे-एसीपी

प्रयागराज के एसीपी आकाश कुल्हारी ने कहा कि असद के परिवार के 20-25 करीबी यहां मौजूद रहे। असद के नाना ने असद के दाह संस्कार की प्रक्रिया को अंजाम दिया। कब्रिस्तान के अंदर भी केवल पांच से छह बेहद करीबी लोगों को ही जनाजे में शामिल होने की अनुमति दी गई। आज सुबह ही परिजन शव लेकर कब्रिस्तान पहुंचे। जहां महज आधे घंटे के अंदर ही शव को दफन कर दिया गया। इसके लिए एक दिन पहले ही परिजनों ने कब्रिस्तान में कब्र खुदवा लिया था। असद के शव को उसके दादा फिरोज के बगल में दफनाया गया।।

दफन के वक्त ना तो पिता पहुंचा ना मां

बड़ी बात यह रही कि असद के दफन के वक्त ना तो उसके पिता अतीक अहमद पहुंचा और ना ही चाचा अशरफ। जबकि दोनों इस समय प्रयागराज में ही पुलिस के कस्टडी रिमांड पर हैं। दोनों ने दफन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोर्ट में अर्जी भी लगाई थी। वहीं थोड़ी देर पहले तक दावा किया जा रहा है कि बेटे के दफन के वक्त शाइस्ता परवीन आ सकती है। इसके लिए पुलिस ने पूरे सुरक्षा इंतजाम भी किए थे। लेकिन अंतिम वक्त तो उसकी भी कोई खबर नहीं मिली है।

ड्रोन से निगरानी

वहीं, पुलिस ने कब्रिस्तान के बाहर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए थे। कब्रिस्तान के बाहर ड्रोन से भी निगरानी की जा रही थी। कब्रिस्तान में कुछ दूर पहले ही मीडिया के एंट्री भी रोक दी गई।

कोरोना वायरस से बचाव के लिए किया दवा का छिड़काव

रायबरेली। राष्ट्रीय सैनिक छात्र सेवा परिषद संस्थापक व अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने भीड़-भाड़ वाले विभिन्न स्थानों पर कोरोना वायरस बढ़ते संक्रमण से बचाव को लेकर दवा का छिड़काव का अभियान चलाया।

इस अभियान के तहत भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर आइसो प्रोफाइल एल्कोहल स्प्रे करवाया गया। अंकित शुक्ला ने बताया कि प्रदेश भर में कोरोना वायरस बढ़ते संक्रमण को नजर में रखते हुए बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। अंकित शुक्ला ने कहा कि मैने 30 केंद्र भी बनाए है।

जहां से लोगों को निशुल्क मार्क्स सैनिटाइजर उपलब्ध होगा रोजाना हजारों लोगों का आना जाना रहता है। जिसके चलते यहां पर टीम से दवा छिड़काव का कार्य कराया जा रहा है। केंद्र के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर थर्मल स्कैनर का इस्तेमाल किया जा रहा है और यहां आने जाने वाले सभी लोगो की स्कैनर्स के जरिए जांच की जा रही है।

अंकित शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार को जिले में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, न्यायायिक परिसर, शॉपिग मॉल, कम्युनिटी सेंटर, पुलिस आयुक्त कार्यालय, डीआरडीए, एसडीएम कार्यालयों, तहसीलों सहित विभिन्न स्थानों पर आइसो प्रोफाइल एल्कोहल स्प्रे करवाया गया।

कोरोना से बचाव को लेकर स्प्रे के लिए मेरी टीम निरंतर सेवा में लगी हैं। ये टीमें विभिन्न स्थानों पर जाकर कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण से बचाव को लेकर दवा का छिड़काव करेंगी ताकि इसके प्रभाव को कम किया जा सके।संक्रमण से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग नगर निगम को भी हमारी कि जरूर पडें तो अवश्य मदद ले सकती है।

लोगों को जागरूक भी कर रहे है कि मार्क्स का प्रयोग करें आपस में उचित दूरी बनाए रखें भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाकर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए स्प्रे का छिड़काव करें। इस मौके पर मनोज शुक्ला, मोहित शुक्ला, जतिन, अमन, आलोक, सोनू, सत्यम ,अनिल, अनीश, आयुष, रोहन,मोहन,अंकुश, आदित्य, अक्षय, अर्पित आदि मौजूद रहे।