सरायकेला:कांड्रा बस्ती में कोरोना वायरस महामारी के बाद प्रथम बार सार्वजनिक रूप से चड़क पूजा का किया गया आयोजन।
सरायकेला :- जिले के कांड्रा थाना अंतर्गत कांड्रा बस्ती में कोरोना वायरस महामारी के बाद प्रथम बार सार्वजनिक रूप से चड़क पूजा का आयोजन किया गया। भक्ता ठांगान में चैत्र महीना के अंतिम दिन रात्रि को जागरण के रूप छौ - नाच होता ओर सुबह कालिका घट लाने के बाद मन्नत के अनुसार श्रद्धालु भक्तो द्वारा चड़क पूजा में आपने पिट पर लोहे की दो आंकुस से फुड़ा कर पिट में आंकूस के सहारे १०० fit ऊंचाई में घूमते है।
साथ ही बजागजा के साथ लोगो द्वारा झूमते नजर आते ।यह चड़क पूजा आज शुरू होकर जेठ महीना के अंतिम दिन तक विभिन्न गांव के मंदिर में परिसर में चढ़क पूजा मनाते आए । सुदूर बर्त्री गांव क्षेत्र में यह चड़क पूजा भक्ता ठंगान पर्व बड़ी धूमधाम से मनाते आए ।
रात्रि छौ नाच द्वारा जागरण के बाद आज सुबह यह एक अटूट विश्वास ही है जहां पूजा अर्चना के बाद में अपनी भक्ति की शक्ति पर प्रदर्शन करने वाले भोक्ता ५० से १०० फीट ऊंचे लकड़ी के भक्ता ढांग के खंभे पर लटक कर परिक्रमा करते हैं ।
चड़क पूजा भगवान भोलेनाथ के साथ ग्राम देवता बूढ़ा बाबा की पूजा अर्चना करते हैं ।जानकारी देते हुए पूजा समिति के अध्यक्ष विजय महतो ने बताया ब्रिटिश काल 1931 से लगातार यह कार्यक्रम चल रहा था। लेकिन इस बार बहुत ही भव्य तरीके से हम बूढ़ा बाबा की पूजा को संपन्न कर रहे हैं ।
यह ईश्वर की कृपा ही है कि आज तक कोई भी हादसा नहीं हुआ है। प्रदर्शन करने वाले भक्तओ ने बताया यह शक्ति उन्हें कहां से मिलती है । यह किसी को नहीं पता है । भक्ता टंगांन में आयोजन मेले के रूप में दूर दराज गांव से ग्रामीणों पहुंचे और भक्ता टंगान देखा जहां कई सेकडो महिलाए पुरुष बूढ़े लोग अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ दिखने पहुंचे थे।ओर आनंद लिया ।
Apr 16 2023, 12:48