औरंगाबाद: जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव द्वारा किया गया औचक जेल निरीक्षण
औरंगाबाद: जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर द्वारा आज बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर मण्डल कारा औरंगाबाद का औचक निरीक्षण करते हुए भ्रमण किया गया।
औरंगाबाद मण्डल कारा में भ्रमण के दौरान मण्डल कारा औरंगाबाद में प्रतिनियुक्त जेल भ्रमण अधिवक्ता श्री गजेन्द्र कुमार पाठक एवं निवेदिता कुमारी भी साथ में उपस्थित थे तथा निरीक्षण के दौरान मण्डल कारा में पदस्थापित जेल अधीक्षक श्री सुजीत कुमार झा भी मौजूद थे। सचिव श्री प्रणव शंकर द्वारा जेल के प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण किया गया तथा बंदियों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त किया गया।
मण्डल कारा में निरीक्षण के दौरान पुरे समय तक जेल अधीक्षक उपस्थित रहें एवं सचिव ने कैदियों को कारा में उत्पन्न हो रही समस्याओं से अवगत होने के उपरान्त कैदियों के समक्ष ही तत्काल निदान करने का निर्देष जेल अधीक्षक को दिया।
साथ ही सचिव द्वारा जेल के निरीक्षण के क्रम में लगभग दस कैदी जो प्रथम दृष्टया नाबालिग प्रतीत हुए जो देखने से ऐसा प्रतीत हुआ पाए कि उनकी उम्र 18 वर्ष से कम है इसपर सचिव ने तत्काल कारा अधीक्षक को यह निदेशित किया कि इनकी सूची सम्बन्धित न्यायालयों में उनकी आयु के सत्यापन हेतु प्रेषित करें, ताकि विधि अनुसार उनके मामलों पर कार्रवाई हो सके तथा वैसे कैदियों की सूची तत्काल जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यालय को सुनिष्चित करें। सचिव ने अपने निरीक्षण के दौरान बंदियों से उनके जमानत एवं अधिवक्ता के सम्बन्ध में पूछताछ किया जिसमें एक महिला बंदी जिसने बताया कि उसकी जमानत हो गयी है।
इसपर तत्काल सचिव ने कार्रवाई करते हुए उसके परिजन से सम्पर्क स्थापित कर उन्हें कारा मुक्ति के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त किया एवं जमानत के शर्तो के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त किया एवं उन्हें जमानत की शर्तो को पुरा नहीं करने की स्थिति में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के आलोक में सम्बन्धित न्यायालय से सम्पर्क करने हेतु कहा गया एवं परेशानी होने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार में सम्पर्क करने को कहा गया।
निरीक्षण के क्रम में यह बात प्रकाश में आया कि कारा में पानी एवं स्थान की समस्या हो रही है जिसपर कारा अधीक्षक ने बताया कि बहुत जल्द कारा के बंदियों को नये जेल में स्थानान्तरित करने का कार्य जोर-शोर से चल रहा है जल्द ही उक्त समस्या का समाधान हो जायेगा। जिसपर सचिव ने कारा प्रशासन को आवष्यक दिशा-निर्देश दिया ताकि बंदियों की समस्या तत्काल समाप्त हो सके।
इसके उपरान्त सचिव ने जेल में स्थापित लिगल एड क्लिनिक में प्रतिनियुक्त कैदी पारा विधिक स्वयं सेवकों को प्रशिक्षण एवं उनके कार्यो का मूल्यांकन के दौरान उनके द्वारा पूर्व में बनाये गये पंजी का निरीक्षण किया| जेल भ्रमण में निरीक्षण के दौरान सचिव द्वारा जेल की साफ-सफाई हेतु आवष्यक निर्देश भी दिया गया ।
सचिव द्वारा सभी कैदियों से उनके अधिवक्ता के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त किया गया तथा कहा गया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा विधिक सहायता की आवश्यकता रखने वालो के लिए उन्हें मुफ्त पैनल अधिवक्ता की सेवा मुहैया करायी जाती है।
सचिव द्वारा यह भी निर्देश दिया गया कि जो भी नये कैदी जेल में आते हैं तो बंदी के दौरान उनके अधिकार एवं कर्तव्य के बारे में बतायें साथ ही साथ अगर उन्हें विधिक सहायता की आवश्यकता है तो किस प्रकार उन्हें विधिक सहायता मिल सकती है के बारे में भी बतायें।
मण्डल कारा, औरंगाबाद में लिगल एड क्लिनिक अपना कार्य सुचारू रूप से कर रहा है जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से उन्हें विधिक सहायता मुहैया कराने में भरपुर मदद की जा रही ।
Apr 15 2023, 21:01