दुमका : प्रेमी के लिए पति व 7 बच्चों का मोह त्यागा, घर छोड़ा पर प्यार करने की सजा मिली मौत..आशिक ही निकला बेरहम कातिल
दुमका :- बिहार के पटना जिले के मनेर की रहनेवाली जीरा देवी उर्फ गुड़िया देवी का हत्यारा आखिरकार उसका प्रेमी ही निकला। सात बच्चों की मां जीरा देवी ने अपने पति व बच्चों का मोह त्यागकर जिस प्रेमी के साथ पिछले दो सालों से साथ-साथ जीने का सपना संजोए हुई थी, उसी प्रेमी ने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।
मामले का खुलासा शनिवार को एसडीपीओ शिवेंद्र ने सरैयाहाट थाना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया।बता दे कि सरैयाहाट थाना क्षेत्र के तेलहदमगी पहाड़ से पुलिस ने चार दिन पूर्व एक महिला का शव बरामद किया था। जब शव की शिनाख्त कर पुलिस मामले की जांच में जुटी और जब मामले का खुलासा हुआ तो सभी के होश उड़ गए।
दरअसल मनेर की 45 वर्षीय जीरा देवी की शादी विनोद महतो से हुई थी। दोनों के सात बच्चे है। जीरा देवी की जान पहचान मनेर थाना में दैनिक मानदेय पर वाहन चलाने वाले तालाक और शादीशुदा सुबोध कुमार से हुई।
12 मार्च 2023 को महिला अपनी सबसे छोटी बेटी जिसकी उम्र पांच साल है को लेकर ससुराल से फरार हो गयी। बाद में जीरा देवी का शव सरैयाहाट थाना क्षेत्र के तेलहदमगी पहाड़ से चार दिन पूर्व बरामद किया गया। उस समय मृतिका की पहचान नहीं हो पायी थी लेकिन शनिवार को सरैयाहाट थाना परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में जरमुंडी एसडीपीओ शिवेंद्र ने हत्याकांड का उद्भेदन करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। एसडीपीओ में जब पूरे मामले से पर्दा उठाया तो सभी चौक गए।
जीरा देवी ससुराल से अपनी बच्ची को लेकर फरार होने के बाद पटना स्टेशन पर सुबोध से मिली। तय कार्यक्रम के अनुरूप महिला अपनी छोटी बेटी को पटना स्टेशन पर छोड़ कर दुमका जिला के सरैयाहाट थाना के बभनी गांव पहुच गयी। बभनी गांव में मिथुन दास नामक युवक सुबोध का मित्र है।
सुबोध जीरा देवी के साथ वहीं रहने लगी। महिला सुबोध पर शादी करने का दबाब बनाने लगी। सुबोध ने जब शादी से इनकार कर दिया तो महिला द्वारा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने की धमकी दी जाने लगी। महिला की यह धमकी उसकी जान का दुश्मन बन बैठा। 23 मार्च की रात जब महिला सोयी हुई थी तो सुबोध ने अपने मित्र मिथुन के साथ मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद शव को बोरी में बंद कर सायकल पर लोड कर पहाड़ की चोटी पर छिपा दिया। शव को ठिकाने लगाने में मिथुन के चाचा, दादा और चचेरे दादा ने सहयोग किया।
जब चार दिन पूर्व ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने पहाड़ से शव को बरामद किया। तकनीकी सेल और गुप्तचर की मदद से पुलिस ने 72 घंटे में हत्या कांड का उद्भेदन कर सभी आरोपी को जेल भेज दिया। एसडीपीओ शिवेंद्र ने बताया कि कांड के संदिग्ध अभियुक्त सुबोध कुमार को मनेर थाना पुलिस के सहयोग से रामपुर दियारा गांव से हिरासत में लिय। पुलिसिया पूछ ताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने पटना स्टेशन लावारिश अवस्था में बरामद मृतिका की पांच साल की बेटी को भी बरामद करते हुए परिजन को सौप दिया।
जानकारी के मुताबिक मृतका जीरा देवी पहले भी दो बार घर से भाग चुकी थी। इसलिए उसके पति और परिवारवालों ने उसकी कोई खोज खबर नहीं ली। सरैयाहाट थाना की पुलिस ने शव की पहचान के लिए पति को बुलाया और पहचान के बाद पति के हवाले कर दिया। इस कांड के अनुसंधान में जरमुंडी एसडीपीओ शिवेंद्र, सरैयाहाट थाना प्रभारी विनय कुमार, सब इंस्पेक्टर आनंद कुमार साहा, एएसआई कामता राम, अनिरुद्ध सिंह, हवलदार वकील यादव, आरक्षी शैलेंद्र कुमार मिश्रा, अन्धयसन भेगरा, अभिषेक मुर्मू तकनीकी शाखा, मनजीत किस्को शामिल थे।
(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
Apr 12 2023, 19:56