चार पहिया वाहन के लिए ससुराल वालों ने दो बेटियों की मां को उतारा मौत के घाट, लाश को किया गायब
औरंगाबाद :- जिले के हसपुरा थाना क्षेत्र के बरेलीचक गांव में दहेजलोभियों द्वारा विवाहिता की निर्ममतापूर्वक हत्या कर शव को गायब कर देने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मामले में हत्या का आरोप मृतका के पति, सास एवं ससुर पर लगाया गया है। प्रारंभिक जांच में ब्लेड से नस काटकर व लाठी से पिटाई कर विवाहिता की हत्या की आशंका जतायी जा रही है। घटना बुधवार की देर रात की है।
मामले में विवाहिता के पिता ओबरा थाना के भरूब गांव निवासी योगेंद्र सिंह ने हसपुरा थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। आवेदन में कहा है कि उन्होने अपनी बेटी बबिता कुमारी उर्फ संध्या कुमारी की शादी हसपुरा थाना के बरेलीचक निवासी राजेन्द्र सिंह के छोटे बेटे विमल प्रकाश उर्फ चुन्नु से 2017 में की थी। शादी के कुछ महीने तक सबकुछ ठीक ठाक रहा। बबिता ने दो पुत्रियों को भी जन्म दिया। बड़ी बेटी श्रेया 5 वर्ष व छोटी बेटी सृष्टि 3 वर्ष की है। इसके बाद ससुरालवाले बेटी को पढ़ाने लिखाने के लिए पैसे व फोर व्हीलर गाड़ी के लिए पांच लाख रुपये की मांग करने लगे। इसे लेकर दोनों पक्षों में कई बार समझौता भी हुआ।
घटना के दिन विवाहिता के फूफा बेल्हाड़ी निवासी संजय सिंह भी ससुरालियों को समझाने-बुझाने आये थे लेकिन बबिता को उनसे नहीं मिलाया गया। विवाहिता के पिता ने बताया कि उन्हे गांव के लोगो से जानकारी मिली कि उनकी बेटी की हत्या कर दी गयी है। जब वें अपने सारे परिवार के साथ बेटी के घर पहुंचे तो वहां घर में ताला लगा हुआ पाया। आस-पड़ोस के लोगों से पता चला कि बुधवार की शाम 7 बजे काले रंग के स्कार्पियो गाड़ी में शव को लादकर घर के सारे सदस्य कहीं चले गए है।
विवाहिता के पिता ने हसपुरा थाना को दिए आवेदन में कहा है कि बेटी की हत्या कर शव को छुपा दिया गया है। मामले में विवाहिता के पति चुन्नु, ससुर राजेन्द्र सिंह, सास विजांति देवी सहित अन्य लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मकान को सील कर दिया है। वही गुरुवार को पटना से आई फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांचकर कई सबूत इकट्ठे किए है।
खून से सने कपड़े और ब्लेड बरामद
गुरूवार को पटना से आई फ़ॉरेंसिक टीम ने घर की बारीकी से जांच की। उनके साथ हसपुरा थानाध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद व एसआइ श्रीपति मिश्रा ने भी घर मे रखे हर समान की बारीकी से जांच की। पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना स्थल से खून से सने विवाहिता सहित अन्य कपड़े, खून साफ किया हुआ जुट का बोरा, ब्लेड, खून लगा लाठी, चूड़ी समेत कई सामान बरामद किया गया है। फोरेंसिक टीम नमूना एकत्र कर जांच के लिए अपने साथ ले गई है।
थानाध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने बताया कि पर्याप्त सबूत मिल गया है। जल्द ही पूरे मामले का उद्भेदन हो जाएगा।
बुधवार के दोपहर ढाई बजे तक विवाहिता से हुई थी बात
बबिता के फूफा संजय सिंह ने बताया कि बुधवार को विवाहिता के ससुर राजेन्द्र सिंह ने फोन कर कहा कि मेरा बेटा और पुत्रवधू बहुत झगड़ा कर रहें है। आप आकर समझाइए। चूंकि संजय पहले भी समझौता करा चुके थे। इसलिए उन्होने इसे गंभीरता से नहीं लिया।इसी बीच लगातार उनकी पत्नी बबिता की बात होती रही। ढाई बजे के बाद बात नहीं हुई। संजय जब समझाने उनके घर पहुंचे तो चुन्नु ने कहा कि बबिता आपसे बहुत डरती है। इसलिए सामने नहीं आना चाहती है। उसके बाद चुन्नु और राजेंद्र सिंह ने उन्हे दूसरे घर पर ले जाकर उनसे बातचीत की, जहां चुन्नु ने अब से झगड़ा नहीं करने का आश्वासन भी दिया। इसके बाद संजय अपनी बहन के घर मोहन बिगहा चले गए, जहां रात 8 बजे सूचना मिली कि बबिता की हत्या हो गई है। बबिता के ससुराल वालों ने मोबाईल भी बंद कर लिया था। इसके बाद सभी हसपुरा पहुंचे।
पहेली बना हुआ है शव गायब होना
विवाहिता की हत्या की गई है या नहीं सारा राज विवाहिता के गायब शव में छुपा हुआ है। पुलिस की पहली प्राथमिकता शव को बरामद करना है। पुलिस अभी तक शव के बारे कुछ भी बताने में सक्षम नहीं है। पुलिस लगातार प्रयास कर रही है कि शव को कहा ठिकाना लगाया गया है, यह पता करना है।
थानाध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान कर मामले का खुलासा किया जाएगा। आवास पर जदयू के बड़े नेता का लगा है नेमप्लेट-हत्या के आरोपी राजेन्द्र सिंह के आवास पर जदयू श्रमिक प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य का नेमप्लेट लगा हुआ है। हालांकि जदयू का श्रमिक प्रकोष्ठ फिलहाल भंग है।
चर्चा है कि इतने बड़े नेता होकर भी वें ऐसा कार्य कैसे कर सकते है।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय की रिपोर्ट
Mar 31 2023, 11:20