अपनी मांगों के लिए गरजे विद्युत कर्मी
रायबरेली। संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले जिले सभी विद्युत कर्मियों ने कार्य बहिष्कार किया। इसमें अधीक्षण अभियन्ता, अधिषासी अभियन्ता, उपखण्ड अधिकारी, अवर अभियन्ता, टी जी-2 कार्यालय कर्मचारी तथा संविदा स्टाफ ने सुबह 10 बजे से 5 बजे तक गोराबाजार, कार्यालय के प्रागंण में एक दिन के कार्य बहिष्कार में बढ़ चढ़कर शामिल हुए।
पदाधिकारियों ने एक स्वर में यह अपील की कि मुख्यमंत्री तथा ऊर्जामंत्री व नामित शासन के सदस्य के साथ तथा प्रबन्धन व संयुक्त संघर्ष समिति के मध्य हुये समझौते को लागू किया जाय। हमारी मांगे न तो अपनी वेतन वृद्धि के लिये है न ही सरकार पर कोई अतिरिक्त बोझ डालने के लिये है।ये सारी मांगे 3 दिसम्बर को हुये समझौते को लागू कराने के लिये है।
जेई संगठन के सचिव तथा विद्युत संघर्ष समिति के सह-संयोजक इं युद्धवीर ने कहा कि जब 3 दिसम्बर को ऊर्जामंत्री की अध्यक्षता में लिखित समझौता हो गया है। तथा उसे 15 दिन में लागू करने की बात थी लेकिन 100 दिन बीत जाने के बाद भी उस पर कोई कार्य नही हुआ।
कैशलेस इलाज की सुविधा मांगना कहां से सरकार के अहित की बात है।धर्मेन्द्र कुमार संविदाकर्मी ने सभी संविदाकार्मियों को समान कार्य के एवज में समान वेतन दिया जाय तथा संविदा की आउटसोर्सिंग समाप्त किया जाय। संविदा स्टाफ का उत्पीड़न बन्द किया जाय।
संविदाकर्मी अनुज ने बताया कि बिजली कर्मचारी अपने हित को सुरक्षित रखने तथा विभाग को बचाने के लिये प्रबन्धन को ईट-से-ईट बजा देंगे।विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक इं सौरभ प्रजापति के कहा कि सरकार विद्युत पारेषण तथा विद्युत उत्पादन के निजीकरण की सारी प्रक्रिया तुरन्त वापस की जाये तथा प्रबन्धन हमारी जायज मांगों को मानने में देरी न करते हुए हमें हड़ताल पर जाने को विवष न करें।
अवर अभियन्ता हरेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रबन्धन के जो अधिकारी जो विभाग तथा कर्मचारी हित में कार्य करने में सक्षम हैं तुरन्त अपना पद छोड़ देना चाहिये।
कर्मचारी विनोद कुमार ने कहा कि यह लड़ाई कर्मचारियों के साथ-साथ माननीय ऊर्जामंत्री के सम्मान की लड़ाई है। अतः ऊर्जामंत्री जी को प्रभावी हस्तक्षेप कर 3 दिसम्बर के समझौते को लागू कराने की कार्यवाही करने की अपील की।
मनोज मिश्रा ने कहा कि प्रषासन के बल पर पावर हाउस चलाने की प्रबन्धन की मंषा कभी सफल नहीं होगी। बिजली अपने आप में एक बहुत ही विषेष योग्यता से चलने वाली युक्ति हैं, जो कि प्रशासन के लोगों के माध्यम से चलवाना दुर्घटना को दावत देने जैसा है।
अवर अभियन्ता प्रवीण पाण्डेय ने कहा कि हमारे सभी स्टाफ,कर्मचारी तथा अधिकारी पूर्ण मनोयोग से काम करते हैं तथा हमारी मांगे जायज व न्योचित हैं जिसपर मुख्यमंत्री व ऊर्जामंत्री को सहानुभूतिपूर्वक विचार कर लागू करना चाहिये।
उक्त कार्य बहिष्कार स्थल पर सभी कर्मचारी,अधिकारी संघो के समस्त पदाधिकारी तथा सदस्य उपस्थित रहे। उक्त कार्यक्रम का संचालन इं युद्धवीर ने किया।तथा इं पीसी भारतीय, इं सौरभ, इं प्रवीण पाण्डेय, अनुज, विनोद कुमार, इं वीके सिंह, कैलाष सिंह यादव, धर्मेन्द्र, हरेन्द्र सिंह, बड़े बाबू मनोज मिश्रा, राज कुमार द्विवेदी, जी समेत तमाम कर्मचारियों ने अपने विचार रखें।संघर्ष समिति के संयोजक ने बताया कि आज की रात्रि 10 बजे से समिति के समस्त घटको के सदस्य 72 घण्टें की पूर्ण हड़ताल पर रहेंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी ऊर्जा प्रबन्धन व सरकार की होगी।
Mar 19 2023, 20:35