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दुमका : महिलाएं हमेशा सक्षम रही बस दायरे को सीमित रखा गया - अनुकृति


दुमका : जिला प्रशासन द्वारा कन्वेंशन सेंटर में आयोजित स्टेट लाइब्रेरी लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन रविवार को पहले सत्र में अविस्मरणीय महिलाओं की कहानियां विषय पर लेखक अनुकृति उपाध्याय ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे गर्व है कि मुझे प्रकृति के गोद में बसे इस वीरों की भूमि में आने का सौभाग्य मिला। 

उन्होंने कहा कि आज हम सभी को अपनी परंपरा और संस्कृति को बचाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि मध्यम वर्ग में पैदा होने के बाद शिक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता रही।शिक्षा प्राप्त करने के बाद दुनिया मे अलग अलग जगह पर काम करने निकल पड़ी।

दुनिया घूम कर देखा तो पाया कि लोगों में अंतर नहीं है परिस्थितियों में अंतर है।

उन्होंने बताया कि घर छोड़ा अपने परिवेश को छोड़ा।पिछले तीन वर्षों से पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाली से संस्था से जुड़ी हूँ। जितना पर्यावरण मैंने नष्ट किया है उसका कुछ अंश भरण करने का प्रयास कर रही हूं।

बताया कि मैंने अंग्रेजी में 4 किताबें प्रकाशित हुए हैं। 2 छोटे उपन्यास लिखे हैं। दौरा और भौंरी। राजस्थान की ग्रामीण और बंजारा संस्कृति से जुड़े 2 उपन्यास लिखे हैं।इन उपन्यास में उनके जीवन, सौंदर्य उनके संघर्ष पर लिखा है। कहानियां की संकलन से संबंधित पुस्तक द ब्लू वीमेन हाल में प्रकाशित हुई है।उन्होंने कहा कि हम सभी का जीवन एक दूसरे से जुड़ा हैं।हर पीढ़ी अपने पुराने पीढ़ी से कुछ अंश लेकर आगे बढ़ती है। 

स्त्रियों को किसी ने सक्षम नहीं बनाया वो हमेशा सक्षम थी। उनके दायरे को सीमित रखा गया था। उन्होंने अपने क्षेत्र का विस्तार किया। समाज मे स्त्रियों का अपना एक अलग महत्व है। किसी उत्सव की कल्पना स्त्रियों के बिना संभव नहीं है। स्त्रियों का दो परिवार होता है। एक जहां उनकी भावना जुड़े होते है और दूसरा जहां उन्हें जोड़ना होता है। कोई भी विधा उतनी ही सीमित है, जितना उसे लिखने वाला होता है। किसी भी विधा की कोई सीमा नहीं होती है। अपने सीमा को पहचानने की जरूरत है।लिखना भी एक तरह का योग है। जितना करेंगे उतना आसान होता जाएगा।

मोडरेटर के रूप में अच्युत चेतन ने कहा कि अनुकृति उपाध्याय के उपन्यास के बारे में कहा जाता है कि महिलाओं के जीवन के उन कोनों में चली जाती है जहां साधारण रूप से इंसान का मन नहीं जा पाता है। इनकी कहानियों में राजस्थान की झलक देखने को मिलती है। राजस्थान का मरुस्थल भी इनके उपन्यास में पात्र है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

देवघर: पुरोहितों का पांचवा दिन भी आमरण अनशन जारी

देवघर: पंडा धर्म रक्षणि सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर के नेतृत्व में पांचवा दिन भी अनशन पर पुरोहित डटे हुए है. वहीं आज पांचवे दिन के अनशन को लेकर कार्तिक नाथ ठाकुर के द्वारा आवाहन किया गया था कि आज देवघर को बंद रखा जाए जिसको लेकर आज देवघर बाजार लोग स्वत: अपनी दुकानें बंद करके इस अनशन आंदोलन का समर्थन किया है. बताते चलें कि बीते दिन देवघर अंचल अधिकारी और थाना प्रभारी अनशन स्थल पर पहुंचे और अनशन समाप्त करने का निवेदन भी किया था, लेकिन महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर ने बताया कि यह इनकी पुश्तैनी जमीन है और इस जमीन पर अपना अधिकार मांग रहे हैं.

इस जमीन पर ना सिर्फ पुरोहित बल्कि बनिया, मारवाड़ी, मुसलमान और अन्य समुदाय के लोग भी रहते हैं, और पुरोहित समाज इन सब की लड़ाई लड़ रहा है, महामंत्री ने कहा कि इस बार आर पार की लड़ाई लड़ रहे हैं और किसी भी हालत में यह झुकने को तैयार नहीं है.

 महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर ने कहा की मंदिर और आसपास की जमीन लखराज प्रवृत्ति की है, और इसका निबंधन नहीं कराया जा रहा है. जबकि इसके पहले लखराज जमीन की रजिस्ट्री और हस्तांतरण हुआ करता था, यहां के अधिकारियों की मनमानी और भूमि माफियाओं की सांठगांठ से इस जमीन की रजिस्ट्री बंद कर दी गई. 

विधानसभा चुनाव के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पुरोहितों को आश्वस्त दिया था कि चुनाव जीतने के बाद लखराज जमीन की रजिस्ट्री शुरू कर दी जाएगी, लेकिन अब तक सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है.

पटना जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस के एक कोच में अचानक उठा धुआं, धुएं का गुब्बार देख रेल यात्रियों के बीच मचा हड़कंप

मधुपुर : खबर है मधुपुर से जहां उस वक़्त हड़कंप मच गया जब धनबाद से पटना जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस के एक कोच में अचानक धुआं उठने लगा। चलती ट्रेन में धुएं का गुब्बार देख रेल यात्रियों के बीच हड़कंप मच गया।

सभी अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे। इस दौरान कुछ यात्रियों ने पूरे मामले की जानकारी रेल अधिकारियों को दी। 

मामला आसनसोल रेल मंडल के मधुपुर का बताया जा रहा है जहां मधुपुर-जसीडीह स्टेशन के बीच शंकरपुर हॉल्ट के समीप पटना- धनबाद डाउन इंटरसिटी ट्रेन एक डब्बे के नीचे से अचानक धुआं निकलने लगा। तेज धुआं देख रेल यात्रियों के बीच अफरातफरी मच गई। जिसके बाद रेल डिब्बे में सवार यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका। और फिर ट्रेन के रुकते ही सभी यात्री डब्बे से बाहर हो गए।

रेल के डिब्बे से धुआं निकलने के कारणों का पता नहीं चल पाया। इसकी जानकारी नजदीकी रेलवे स्टेशन को दी गई है। फिलहाल रेलवे के अधिकारी व अभियंता इसकी जांच पड़ताल कर रहे हैं। वहीं इस घटना में किसी भी प्रकार की कोई हताहत होने की सूचना नहीं है।

देवघर सदर अस्पताल से पोस्टमार्टम कराने के डर से मृत अवस्था मे आये मरीज को परिजन उसे ठेले पर लादकर ले गए घर


देवघर सदर अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद परिजन उसे ठेले पर लादकर घर ले गए जब उस व्यक्ति से पूछा गया कि यह परिस्थिति कैसे पैदा हुई तो इसका कहना था कि मृतक का नाम विशाल धपरा है जो कि बस स्टैंड के समीप रहता था इसे बीमारी थी और देवघर सदर अस्पताल लाने पर इसे मृत घोषित कर दिया गया ।

जब अस्पताल से शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस मांगा तो नहीं दिया गया इसलिए मजबूरी में ठेले पर शव को ले जा रहे हैं इस मामले की पड़ताल शुरू जब मीडिया कर्मियों ने शुरू की तो देवघर सदर अस्पताल के अस्पताल उपाधीक्षक प्रभात रंजन ने कहा कि इस मामले की तहकीकात की गई तो बात सामने आई है कि यह व्यक्ति मृत अवस्था में ही देवघर सदर अस्पताल आया था और जब डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया और इसे पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा तो यह सभी वहां से ठेले पर शव को लादकर वहां से बिना किसी अनुमति लिए चले गए ।

अस्पताल उपाधीक्षक प्रभात रंजन ने कहा कि देवघर सदर अस्पताल के पास एंबुलेंस और मोक्ष वाहन दोनों है अगर किसी मरीज के द्वारा जरूरत पड़ने पर इसकी मांग की जाती है तो यह मरीजों को दिया जाता है लेकिन कोई मांग नहीं की गई थी और पोस्टमार्टम नहीं कराने को लेकर यह सभी शव को बिना अनुमति लिए यहां से लेकर चले गए।

देवघर: अपराध की योजना बना रहे 4 अपराधी को देवघर पुलिस ने किया गिरफ्तार,उसके पास से लोडेड कट्टा बरामद

देवघर: किसी अपराध को अंजाम देने की योजना बना रहे देवघर से पुलिस ने लोडेड कट्टा के साथ चार युवकों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया है कि ये सभी युवक. अपराध के लिए योजना बना ही रहे थे तभी पुलिस ने इन्हें धर दबोचा. पुलिस ने बताया है कि गुप्त सूचना के आधार पर नगर थाना की पुलिस टीम ने मंगलवार देर रात करीब 2 बजे इन लोगों को गिरफ्तार किया.

सूचना के आधार पर देवघर पुलिस की टीम ने सत्संग बसमत्ता मुहल्ले में छापेमारी की. अपराध की योजना बना रहे इन युवकों को पुलिस के आने की भनक मिल गयी. ऐसे में युवकों ने छत के रास्ते भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने खदेड़कर चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार युवकों से पुलिस ने एक लोडेड देशी कट्टा व दो मोबाइल बरामद किया है.

गिरफ्तार युवकों की पहचान बसमत्ता निवासी सोनू यादव, कुंडा थाना क्षेत्र के हाथी पहाड़ निवासी कौशल जायसवाल, रिखिया थाना क्षेत्र के उजाला चौक के समीप तरंगटील्हा बंधा निवासी मनीष रवानी व नगर थाना क्षेत्र के शिवगंगा लेन निवासी विकास पलिवार उर्फ भाकड़ के रूप में की गयी है. सभी आशीष मिश्रा गिरोह के सदस्य हैं.

डकैती और हत्या की योजना बना रहे थे आरोपी

नगर थाना में पत्रकार वार्ता बुलाकर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर विक्रम प्रताप सिंह ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उक्त सभी बसमत्ता में सोनू यादव के घर जुटकर डकैती व किसी की हत्या करने की योजना बना रहे थे. गिरफ्तार सभी आरोपी आशीष मिश्रा गिरोह से ताल्लुक रखते हैं.

छापेमारी टीम में थे ये सदस्य

इस सबंध में आशीष मिश्रा सहित इन चारों के खिलाफ नगर थाना में आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी. इन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए की गयी छापेमारी में एसआई केके कुशवाहा, संजीत कुमार, सुभाष रजक व अन्य सशस्त्र पुलिस बल के जवान शामिल थे.

देवघर में सैकड़ों साल पुरानी परंपरा को निभाते हुए आज हरि और हर का कराया गया मिलन


देवघर। देवघर में सैकड़ों साल पुरानी परंपरा को निभाते हुए आज हरि और हर काम मिलन कराया गया पुजारी और भक्तों ने जमकर भोलेनाथ के साथ होली खेली और अबीर गुलाल शिवलिंग पर अर्पित किया।

 इस परंपरा को निभाने के बाद अब कल बैद्यनाथ धाम देवघर में होली मनाई जाएगी सैकड़ों साल पुरानी यह परंपरा आज भी देवघर में उसी उत्साह और उमंग से मनाया जाता है l पूरी रात कृष्ण की मूर्ति को झूले पर झुलाया गया इसके बाद विधि विधान के साथ होलिका दहन कार्यक्रम संपन्न कराया गया ।

4 बजकर 58 मिनट पर होलिका दहन सुबह संपन्न हुआ इसके बाद डोली पर बैठा कर भगवान कृष्ण की मूर्ति को देवघर बाबा मंदिर लाया गया और गर्भ गृह में शिव के साथ मिलन कराया गया इसे हरि और हर काम मिलन कहते हैं जिसे स्थानीय भाषा में हरिहर मिलन कहा जाता है हरिहर मिलन के बाद भक्तों और पुरोहितों ने बाबा भोलेनाथ पर अबीर गुलाल चढ़ाया और भोलेनाथ के साथ जमकर होली खेली ।

हरिहर मिलन परंपरा को निभाने के बाद सरकारी पूजा संपन्न कराई गई और 8:00 बजे सुबह के बाद ही आम भक्तों के लिए जल अर्पण शुरू किया गया गौरतलब है कि हरिहर मिलन की यह परंपरा सैकड़ों साल से चली आ रही है और आज भी उसी उत्साह और उमंग के साथ या परंपरा होली के 1 दिन पहले निभाई जाती है हरिहर मिलन के बाद ही देवघर में 1 दिन के बाद होली खेलने की परंपरा रही है।

देवघर: रोज मौसी की पहल पर सभी किन्नर देवघर के नैयाडीह नारायण सेवा आश्रम पहुँची जहां अनाथ बच्चो के साथ खेली होली


देवघर। रंगों का त्यौहार होली जिसमे लोग अपने परिवार के साथ खुशियों के रंगों में डूब कर सराबोर रहते है लेकिन इससे हट कर भी एक ऐसा परिवार है।

 जिसका कोई नही होता उन बच्चों के लिए देवघर के किन्नर समाज की मुखिया रोज मौसी ने एक पहल की है जिसमे सभी किन्नर देवघर के नैयाडीह में स्थित नारायण सेवा आश्रम पहुँची जहा अनाथ बच्चो के साथ होंली खेली और होंली के गीतों पर बच्चो के साथ डांस भी किया।

 रोज़ मौसी ने कहा कि इन अनाथ बच्चो की तरह हम भी अनाथ है हमारा भी कोई नही होता ऐसे में इन बच्चों के साथ होंली खेल कर एक अपनापन का एहसास होता है इस वजह से हमलोग इन बच्चो के साथ सभी पर्व में उत्साह पूर्वक मानते है।

देवघर के गंगटी गांव के समीप एक महिला ने दो बच्चों के साथ ट्रेन से कटकर दे दी जान

देवघर : जसीडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत गंगटी गांव के समीप एक महिला ने दो बच्चों के साथ ट्रेन से कटकर जान दे दी. ट्रैक पर शव मिलने की सूचना पर जसीडीह थाना की पुलिस माैके पर पहुंची, तो ट्रैक पर क्षत-विक्षत अवस्था में महिला और उसके दोनों बच्चों का शव बरामद किया. 

शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. मृतका की पहचान जमुई जिला अंतर्गत चकाई थाना क्षेत्र के भितिया गांव निवासी चंदन कुमार ने अपनी बड़ी बहन प्रमिला देवी के रूप में की, जबकि उसके साथ मरने वाले दोनों बच्चे 12 वर्षीय नितेश कुमार और आठ वर्षीय अजीत कुमार थे. 

मृतका का ससुराल गिरिडीह जिला के देवरी थाना क्षेत्र अंतर्गत माधोपुर है. उसका पति मोहन यादव सूरत में मजदूरी करता है. तीन फरवरी की शाम वह अपने ससुराल माधोपुर से बच्चों के बाल कटवाने की बात कहकर निकली थी. देर शाम तक वह घर नहीं पहुंची, तो ससुराल वालों ने खोजबीन शुरू कर दी और सूचना मायके वालों को भी दी. मायके के लोग भी अपने स्तर से खोजबीन में जुट गये.

 इस बीच शनिवार की सुबह जसीडीह थाना में संपर्क साधा, तो ग्रामीणों की सूचना पर छोटे भाई चंदन कुमार ने अपनी बहन प्रमिला देवी, भगीना नितेश और अजित के तौर पर पहचान की.

ब्रेकिंग : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आर के मिशन के कार्यक्रम में देवघर पहुंचे, सांसद डॉ निशिकांत दुबे के घर जाकर उनके माता-पिता सेभी मिले


देवघर : गृह मंत्री अमित शाह आर के मिशन के कार्यक्रम से निकलने के बाद सीधे गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के आवास शिवधाम पहुंचे. यहां गृह मंत्री ने सांसद डॉ निशिकांत के पिता राधेश्याम दुबे और वीणा दुबे से मुलाकात कर काफी देर तक बातचीत की. 

इस दौरान सांसद के आग्रह पर गृह मंत्री ने चाय और नाश्ता भी किया. चाय पर चर्चा के दौरान सांसद ने गृहमंत्री को देवघर व आसपास के इलाकों में आध्यात्मिक स्थल व स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी कई इतिहास से अवगत कराया. 

गृह मंत्री ने सांसद के आवास में नाश्ते में बीकानेर स्वीट्स का समोसा व टिकिया चाट का सेवन किया.

*गुरुवार से पुनः सुचारू रूप से बहाल की गई अस्पतालों में ओपीडी सेवा, लगातार उठ रही है मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग*

देवघर-आईएमए और झासा के निर्णय के अनुसार गढ़वा जिला के सीएस और डीएस से किए गए अभद्रता को लेकर राज्य के सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में बीते बुधवार को ओपीडी सेवा बंद रखा गया था।कीन्तु पुनःगुरुवार से सभी अस्पतालों में ओपीडी सहित अन्य सभी सेवाओं को लागू कर दिया गया है।बुधवार को ओपीडी बंद रहने के कारण गुरुवार को अस्पताल परिसर में मरीजों की अच्छी भीड़ दिखी।

कुछ ऐसा ही नज़ारा देवघर सदर अस्पताल में भी देखने को मिला।वहीं कुछ मरीजों को ओपीडी सेवा बुधवार को बंद रहने के कारण परेशानी जरूर हुई थी किंतु इस वंदी के बावजूद इमरजेंसी सेवा सीएस डॉ युगल किशोर चौधरी और डीएस डॉ प्रभात रंजन के नेतृत्व में जारी रहा।जिससे इमरजेंसी पेसेंटो को कोई दिक्कत नहीं हुई।

बताते चलें कि बहुत दिनों से आईएमए और झासा के द्वारा मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग की जा रही है।वहीं इस सम्बंध में देवघर के डीएस डॉ प्रभात रंजन ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू हो गया है इसे झारखण्ड में भी अविलंब लागू किया जाए।