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भगदड़ के बाद शव पानी में डाल दिए गए हैं...’ महाकुंभ पर ये क्या बोल गईं जया बच्चन

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समाजवादी पार्टी की नेता जया बच्चन ने नए विवाद को जन्म दि दिया है। महाकुंभ भगदड़ को लेकर सपा सांसद जया बच्चन ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कुंभ में पानी सबसे ज्यादा प्रदूषित है। भगदड़ में मरने वाले लोगों के शव नदी में फेंके गए हैं, इससे पानी दूषित हो गया है। उनके इस बयान पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इस दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। साथ ही साथ बयान को अस्थिरता पैदा करने वाला बताया है।

जया बच्चन ने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, अभी सबसे ज्यादा दूषित पानी कहां है? कुंभ में… वहां मची भगदड़ में जिन लोगों की मौत हुई, उनके शव नदी में फेंक दिए गए हैं, जिससे पानी दूषित हो गया है।यही पानी वहां लोगों तक पहुंच रहा है, इस पर कोई सफाई नहीं दे रहा है। असली मुद्दों पर कोई बात नहीं कर रहा। सपा सांसद ने कहा कि मैं मीडिया से आग्रह करूंगी कि वह आम आदमी की आखिरी उम्मीद है। महाकुंभ में क्या हुआ. इसकी तस्वीर को दुनिया के सामने लाए। कुंभ में हजारों लोग चले गए। सरकार को सच्‍चाई जनता बतानी होगी।

महाकुंभ आने वालों की संख्या पर भी उठाया सवाल

सपा सांसद ने इसके साथ ही महाकुंभ में आने वाले लोगों की संख्या पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, कुंभ में आने वाले आम लोगों को कोई विशेष सुविधा नहीं दी जा रही, उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है। यह झूठ बोला जा रहा है कि वहां करोड़ों लोग आ चुके हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोग किसी भी समय एक जगह पर कैसे इकट्ठा हो सकते हैं?’

बीजेपी और धार्मिक संगठनों की तीखी प्रतिक्रिया

जया बच्चन के इस बयान पर बीजेपी नेताओं और धार्मिक संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।वीएचपी के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि उच्च पद पर बैठे सांसद का ऐसा बयान देश में अस्थिरता पैदा करने वाला है। झूठे बयान देकर सनसनी फैलाने के लिए जया बच्चन को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। महाकुंभ आस्था और भक्ति की रीढ़ है, जहां धर्म, कर्म और मोक्ष की प्राप्ति होती है। करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाएं इस महान अनुष्ठान से जुड़ी हैं।

अखिलेश भी भगदड़ में हुई मौतों पर उठा चुके हैं सवाल

इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ में हुई मौतों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि सरकार महाकुंभ में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़े दे। अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए मांग की थी कि दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम का प्रबंधन तुरंत सेना को सौंप दिया जाना चाहिए।

स्वीडन में कुरान जलाने वाले इराकी ईसाई सलवान मोमिका की हत्या, फैसले के दिन गोलियों से भूना

#salwan_momika_who_burned_the_quran_in_sweden_in_2023_was_shot_dead

स्वीडन में कुरान की कई प्रतियां जलाने वाले इराकी व्यक्ति की हत्या हो गई है। स्वीडन में कई बार कुरान जलाने के एक मामले में कोर्ट को गुरुवार के दिन सलवान पर फैसला सुनाना था। सलवान मोमिका की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। साल 2023 में ईद-उल-अजहा (बकरीद) से ठीक पहले उसने स्वीडन में इस्लाम के पवित्र ग्रंथ कुरान को जलाया था। मोमिका ने 2023 में स्वीडन में इस्लाम की पवित्र पुस्तक को जलाने और अपवित्र करने की कई घटनाएं कीं। कुरान जलाने के वीडियो को दुनिया भर में वायरल हुआ और कई मुस्लिम देशों में इसके प्रति गुस्सा देखने को मिली, जिससे कई जगहों पर दंगे हुए।

स्वीडिश मीडिया ने गुरुवार को बताया है, कि पुलिस ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी है। पुलिस ने कहा है, कि एक दिन पहले सलवान मोमिका की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। सलवान मोमिका को उस वक्त गोली मारी गई, जब स्टॉकहोम की एक अदालत गुरुवार को यह फैसला सुनाने वाली थी, कि क्या सलवान मोमिका ने कुरान जलाकर जातीय घृणा भड़काया था या नहीं।

पुलिस ने बताया कि उन्हें स्टॉकहोम के पास सोडरतालजे में बुधवार रात को गोलीबारी की सूचना मिली थी और उन्हें एक व्यक्ति मिला जिसके शरीर पर गोली लगी थी। थोड़ी देर बाद में उसकी मौत हो गई और हत्या की प्रारंभिक जांच शुरू की गई। प्रसारक एसवीटी ने सूत्रों का नाम लिए बिना बताया कि मृतक सलवान मोमिका था। उन्होंने आगे बताया कि मोमिका 2018 में इराक से स्वीडन आया थी और उसे 2021 में तीन साल का निवास परमिट दिया गया था।

स्टॉकहोम जिला न्यायालय ने कहा कि गुरुवार को एक मुकदमे में फैसला सुनाया जाना था जिसमें मोमिका एक प्रतिवादी था, इसलिए उसे स्थगित कर दिया गया क्योंकि प्रतिवादियों में से एक की मृत्यु हो गई थी। न्यायालय के एक न्यायाधीश गोरान लुंडाहल ने पुष्टि की कि मृतक मोमिका था। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि मोमिका की मृत्यु कब और कैसे हुई। मोमिका और एक सह-प्रतिवादी पर स्टॉकहोम की अदालत में नस्लीय घृणा भड़काने का आरोप लगाया गया क्योंकि उन्होंने कुरान जलाने के संबंध में बयान दिए थे। गुरुवार सुबह फैसला सुनाया जाना था।

इराक के रहने वाले सलवान मोमिका इस्लामिक विचारों और मान्यताओं के आलोचक था। मोमिका का कहना था कि वह स्वीडन के नाटो में शामिल होने के विरोधी नहीं है बल्कि इस्लाम का विरोध करने के लिए कुरान जलाना चाहते थे। कुरान जलाने से पहले उसने कहा था, स्वीडन जागो। ये लोकतंत्र है। मोमिका के कुरान जलाने के बाद कई मुस्लिम देशों ने इसकी कड़ी निंदा की थी।

लेबनान में हिजबुल्लाह के टॉप लीडर हमादी की हत्या, घर के बाहर गोलियों से भूना, शक के घेरे में इजराइल

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इजरायल और हमास के सीजफायर डील के बीच हमास को तगड़ा झटका लगा है। ईस्ट लेबनान में हिजबुल्लाह के एक टॉप लीडर शेख मुहम्मद अली हमादी की किसी अज्ञात ने हत्या कर दी है। द जेरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक बेका वैली में स्थित अपने घर के बाहर वह खड़े था, तभी दो गाड़ियों में आए आतंकियों ने उसपर हमला कर दिया। इसके बाद उसे पास के हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बच पाई।

हिजबुल्लाह कमांडर मोहम्मद हम्मादी की उनके घर के ठीक सामने गोली मारी गई। हमलावर दो गाड़ियों में आए थे, जिन्होंने हम्मादी पर अंधाधुंध फायरिंग की। मोहम्मद हम्मादी की हत्या के बाद लेबनानी सेना की इकाइयों ने मछघरा की घेराबंदी कर दी है। सुरक्षाबल पश्चिमी बेका के शहरों में मोबाइल चेकपॉइंट स्थापित किए और हमलावरों की तलाश में व्यापक पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। हिजबुल्लाह की ओर से अभी तक हत्या के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

अभी तक हमादी की हत्या की वजह का पता नहीं चला है। न ही अभी तक किसी ने इसकी जिम्मेदारी ली है। लेबनान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह हत्या पॉलिटिकल नहीं है ,बल्कि चार साल पुराना पारिवारिक विवाद इसकी वजह हो सकती है। वहीं, कुछ रिपोर्ट्स में इस हत्या के पीछे इजराइल का हाथ भी बताया जा रहा है।

ये हत्या ऐसे समय हुई है, जब हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच लेबनान में संघर्ष विराम की समयसीमा भी नजदीक आ रही है। इजराइल-हिजबुल्लाह के बीच 27 नवंबर को 60 दिन की सीजफायर डील हुई थी। यह डील 25 जनवरी 2025 को खत्म हो रही है। इस सीजफायर को और आगे बढ़ाने के लिए बातें चल रही हैं।

*ISL :Mohammedan Sporting Club clinches a crucial 1-0 victory against Bengaluru FC in an away clash*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: Mohammedan Sporting Club secured a hard-fought 1-0 victory against Bengaluru FC at the Sree Kanteerava Stadium, thanks to a moment of brilliance from Mirjalol Kasimov in the dying minutes of the game. The Uzbek midfielder’s stunning free kick in the 88th minute broke the deadlock, earning the team three valuable points in their 15th game of the season.

The win marks a sweet revenge for Mohammedan SC, who had previously suffered a defeat at the hands of Bengaluru FC in their earlier home encounter.

This win marks the second win of the season for MSC, taking their tally to 10 points from 15 matches.

The backline, led by French defender Florent Ogier, stood firm against a determined Bengaluru FC attack, ensuring a crucial clean sheet.

This victory not only boosts Mohammedan SC’s morale but also reinforces their determination to climb the league standings. The team will now shift focus to their upcoming matches, aiming to build on this momentum and secure more positive results.

Goal scorer for MSC,Mirjalol Kasimov 88'.

पाकिस्तान में मिला जर्मन रायजनिक का शव, दो दिन से ऑफिस नहीं आए थे, आखिर किसने ली जान?

#pakistan_german_diplomat_found_dead_in_his_islamabad_apartment

पाकिस्तान में एक जर्मन डिप्लोमैट का शव मिला है। जर्मन दूतावास में दूसरे सचिव के तौर पर काम करने वाले जर्मन राजनयिक सोमवार को इस्लामाबाद स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए। जर्मन डिप्लोमैट का नाम थॉमस फील्डर था। वह इस्लामाबाद के डिप्लोमेटिक एन्क्लेव स्थित काराकोरम हाइट्स के फ्लैट में रहते थे। उनकी मौत कैसे हुई या फिर उनकी हत्या हुई है, इसकी डिटेल पाकिस्तान ने दुनिया को नहीं दी है।

जर्मन दूतावास के दूसरे सचिव थॉमस जुर्गेन बिएलेफेल्ड के 2 दिनों तक काम से गायब रहने के दौरान सोमवार को उनकी खोज शुरू की गई, तब वो अपने अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक जुर्गेन की आँखों, नाक और मुँह से खून निकल रहा था। पुलिस के अनुसार, जुर्गेन दो दिनों से काम पर नहीं आ रहे थे और फोन कॉल्स का भी जवाब नहीं दे रहे थे। इसके बाद दूतावास के कुछ अधिकारी उनके अपार्टमेंट का ताला तोड़कर घर में घुसे, जहाँ उन्हें मृत पाया गया।

जर्मन डिप्लोमैट की पाकिस्तान में मौत कैसे हुई, वजह फौरन पता नहीं चल पाई है। हालांकि, थाने के ड्यूटी अफसर इरशाद के मुताबिक, राजनयिक पहले से दिल के मरीज थे और उनका इलाज इस्लामाबाद के कुलसुम अस्पताल में चल रहा था. उनका इशारा हार्ट अटैक को लेकर है। मगर जांच के बाद ही यह सामने आएगा कि आखिर उनकी मौत संयोग है या उनकी हत्या की गई?

జాయ్ రైడ్ లో మరణించిన బాలుడు

పార్క్ లో సరదాగా గడిపేందుకు వెళ్లిన ఓ బాలుడు భారీ టవర్ పైనుంచి పడిపోయాడు. తీవ్ర గాయాలతో అక్కడికక్కడే చనిపోయాడు. అమెరికాలోని ఫ్లోరిడాలో జరిగిన ఈ ప్రమాదంలో జాయ్ రైడ్ తయారీ సంస్థతో పాటు నిర్వాహకుల నిర్లక్ష్యం ఉందని నిర్ధారించిన కోర్టు భారీ జరిమానా విధించింది. మరణించిన బాలుడి తల్లిదండ్రులకు 310 మిలియన్ డాలర్లు (రూ.2,624 కోట్లు) చెల్లించాలంటూ తీర్పు చెప్పింది. రైడ్ తయారీ సమయంలో భద్రతకు పెద్ద పీట వేయడం జవాబుదారీతనం కోసమే ఈ తీర్పు వెలువరించినట్లు వ్యాఖ్యానించింది.

ఓర్లాండోలోని ఐకాన్ పార్క్ కు స్థానిక స్కూలుకు చెందిన ఫుట్ బాల్ టీమ్ సభ్యులు వెళ్లారు. పిల్లలంతా అక్కడి రైడ్ లను ఎంజాయ్ చేశారు. ఈ క్రమంలోనే టైర్ సాంప్సన్ (14) అనే బాలుడు ఫ్రీ పాల్ రైడ్ ఎక్కాడు. నిబంధనల ప్రకారం 129 కిలోల లోపు బరువున్న వారినే రైడ్ ఎక్కేందుకు అనుమతించాలి. సాంప్సన్ మాత్రం 173 కిలోల బరువున్నాడు. అయినప్పటికీ నిర్వాహుకులు అతడిని రైడ్ కు అనుమతించారు. సాంప్సన్ లావుగా ఉండడంతో సీటు బెల్ట్ సరిగా ఫిట్ కాలేదు.

దీంతో టవర్ పైకి వెళ్లాక అది ఊడిపోయి సాంప్సన్ కిందపడి చనిపోయాడు. దీనిపై సాంప్సన్ తల్లిదండ్రులు న్యాయస్థానాన్ని ఆశ్రయించగా.. పార్క్ నిర్వాహకులతో పాటు ఫ్రీ పాల్ తయారీదారుల నిర్లక్ష్యం ఉందని కోర్టు నిర్ధారించింది. నిర్వాహకులు, తయారీదారులలో జవాబుదారీతనం తీసుకురావాలనే ఉద్దేశంతో సాంప్సన్ తల్లిదండ్రులకు భారీ మొత్తంలో పరిహారం చెల్లించాలని తీర్పు చెప్పింది.

अपनी ही साड़ी के फंदे पर लटक कर महिला ने दे दी जान, भाई ने बहनोई पर लगाया हत्या का आरोप

धनबाद : प्रीतम ने बताया कि दस दिन पहले वह बहन को छोड़ने के लिए आया था। तब पूरण दत्ता ने उसे काट कर फेंकने की धमकी दी थी।

सोमवार को धनबाद के ईस्ट बसुरिया ओपी क्षेत्र की रंगुनी बस्ती में पूरण दत्ता की पत्नी शिल्पी कुमारी की Dead Body कमरे में साड़ी के फंदे पर लटकी हुई मिली।

घटना की सूचना पाकर शिल्पी का भाई प्रीतम कुमार ने आरोप लगाया कि बहनोई पूरण दत्ता ने ही उसकी बहन की मर्डर कर शव को फंदे पर लटका दिया।

प्रीतम ने बताया कि दस दिन पहले वह बहन को छोड़ने के लिए आया था। तब पूरण दत्ता ने उसे काट कर फेंकने की धमकी दी थी।

सूचना मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी पति पूरण दत्ता को गिरफ्तार कर लिया है।

7 साल का बेटा, 2 साल की बेटी

उससे पूछताछ की जा रही है। ईस्ट बसुरिया पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया।

बताया गया कि मृतका शिल्पी कुमार के दो बच्चे हैं। बड़ा बेटा सात साल का है। बेटी ढाई साल की है।

ईस्ट बसुरिया ओपी प्रभारी रूपेश कुमार दुबे ने कहा कि लिखित शिकायत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

जिंदा शख्स का कर दिया पोस्टमार्टम, चिता के आग लगते ही हिलने लगा शरीर, अब लापरवाही के आरोप में 3 डॉक्टर्स सस्पेंड
#man_found_alive_in_funeral_after_doctors_declared_him_dead_and_postmortem
* राजस्थान के झुंझुनूं जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक शख्स की मौत के बाद उसे अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट लाया गया, लेकिन चिता पर लिटाने के दौरान उसकी धड़कन लौट आई और शरीर में हरकत होने लगी। मौके पर मौजूद लोग ये नजारा देखकर डर गए और आनन-फानन में एंबुलेंस बुलाकर शख्स को अस्पताल पहुंचाया गया। इसके साथ ही जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों ने घोर लापरवाही खुलकर सामने आ गई। जिले के राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल में डॉक्टरों ने एक जिंदा आदमी का तथाकथित पोस्टमार्टम करके उसे मृत घोषित कर डीप फ्रीजर में रखवा दिया। मां सेवा संस्थान के आश्रय गृह के लोग जब उसे दाह संस्कार के लिए श्मशान घाट ले गए और चिता पर लिटाया तो वहां उसकी सांसें चलने लगीं और मामले का खुलासा हुआ। बगड़ थाना इलाके में स्थित मां सेवा संस्थान में रहने वाले रोहिताश नाम के युवक के साथ यह पूरा घटनाक्रम घटित हुआ है। रोहिताश पच्चीस साल का है और वह इसी आश्रय स्थल में रह रहा है। गुरुवार दोपहर अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई और उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके बाद उसके अंतिम संस्कार की तैयारी करनी शुरू कर दी गई। उसके शव को मुर्दाघर में रखवाया गया और उधर पुलिस अन्य रिपोर्ट्स तैयार करने में जुट गई। अंतिम संस्कार की तैयारी होने लगी। लेकिन इस बीच उसके शव को डीप फ्रीज में करीब तीन घंटे तक रखा गया। उसके बाद पुलिस और डॉक्टर्स ने पूरी रिपोर्ट तैयार कर दी और शव को एंबुलेंस के जरिये शमशान घाट ले जाया गया। वहां चिता सजाई गई और रोहिताश को उस पर लेटा दिया गया। जैसे ही आग लगाने की तैयारी की जाने लगी तो रोहिताश में हलचल हुई, वह उठने की कोशिश करने लगा। वहां अचानक भगदड़ जैसे हालात हो गए। बाद में पता चला कि रोहिताश जिंदा है तो उसी एंबुलेंस में उसे फिर से अस्पताल ले जाया गया। वहां उसका इलाज जारी है। इधर, कलेक्टर ने पूरे मामले की जांच के लिए समिति गठित की है। वहीं, देर रात को जिला कलेक्टर रामावतार मीणा की अनुशंसा पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव निशा मीणा ने बीडीके के पीएमओ डॉ. संदीप पचार, डॉ. योगेश कुमार जाखड़ व डॉ. नवनीत मील को निलंबित कर दिया।
मणिपुर के जिरीबाम में दो बच्चों समेत तीन लोगों के शव मिले, इंफाल में तनाव बढ़ा

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मणिपुर में हिंसा की आग और धधक सकती है। दरअसल, मणिपुर-असम बॉर्डर के पास शुक्रवार को एक शिशु समेत दो बच्चों और एक महिला के क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया है। कुछ दिन पहले ही जिरीबाम में उग्रवादियों ने एक परिवार के छह सदस्यों का अपहरण किया था। ऐसे में चर्चा है कि ये शव उन्हीं का हो सकता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि हिंसा की लपटें और तेज हो सकती हैं।

जिरीबाम जिले के अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि जिरीबाम जिले के बोरोबकरा से करीब 16 किलोमीटर दूर एक महिला और दो बच्चों के शव शुक्रवार रात बरामद किए गए। जिरीबाम से सोमवार को छह लोग लापता हो गए थे। हालांकि उन्होंने बताया कि अभी शवों की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन संदेह है कि ये तीन शव उन छह लोगों में से ही हैं जो लापता हुए थे। असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएमसीएच) में शुक्रवार रात को इन अज्ञात शवों को लाया गया है और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखा गया।

मुख्यमंत्री ने हालात पर की चर्चा

अधिकारियों ने बताया कि शवों के बरामद होने की खबर मिलने के बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शुक्रवार रात वरिष्ठ मंत्रियों के साथ स्थिति पर चर्चा की। इस बीच तीन शव बरामद होने की खबर इंफाल घाटी में फैलने पर सभी पांच जिलों में तनाव बढ़ गया। राज्य प्राधिकारियों ने शनिवार को विद्यालयों तथा कॉलेजों के लिए अवकाश घोषित कर दिया।

अलग-अलग इलाकों में विरोध प्रदर्शन

इस बीच शनिवार को इंफाल घाटी के अलग-अलग इलाकों में सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर महिलाएं थीं। उन्होंने इंफाल पश्चिम जिले के क्वाकेथेल इलाके और इंफाल पश्चिम जिले के सागोलबंद तेरा में मुख्य सड़कों को टायर जलाए और मार्ग अवरुद्ध कर दिया, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। पुलिस ने बताया कि मणिपुर के मुख्य बाजार ख्वाइरामबंद में महिला विक्रेताओं ने हत्या के खिलाफ विरोध रैली निकाली। बिष्णुपुर जिले के निंगथौखोंग और इंफाल पूर्वी जिले के लामलोंग में स्थानीय लोग भी हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतर आए।

क्या है पूरा मामला?

सोमवार को संदिग्ध कुकी उग्रवादियों द्वारा तीन महिलाओं और तीन बच्चों को बंधक बनाया गया था, जिसके बाद जिरीबाम जिले में तनाव बढ़ गया। बंधक बनाए गए तीन बच्चों में एक नवजात और ढाई साल का बच्चा शामिल था। वहीं, तीन महिलाओं में से दो छोटे बच्चों की मां थीं। सभी महिलाएं मणिपुर के मैतेई समुदाय से हैं। जिरीबाम के बोकोबेरा इलाके से संदिग्ध कुकी आतंकवादियों के एक समूह ने इन महिलाओं और बच्चों का अपहरण किया था, जबकि एक अन्य आतंकवादी समूह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ मुठभेड़ में लगा हुआ था। इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ ने 10 संदिग्ध कुकी उग्रवादियों को मार गिराया था।

इस बार झारखंड विधानसभा चुनाव में चार सीटों पर महिला प्रत्याशी दे रहा एक दूसरे को चुनौती


झा. डेस्क 

इस बार झारखंड विधानसभा चुनाव में 4 सीटों पर इंडी गठबंधन की महिला उम्मीदवारों से सीधा मुकाबला है.इन सीटों पर कड़ा मुकाबला में जो भी उम्मीदवार जीतेगी बहुत कम वोटों से जीतेगी.

अगर हम बात करें रामगढ़ में इंडी गठबंधन की ममता देवी का मुकाबला सुनीता चौधरी से है. यहां पूर्व में ममता देवी विधायक रह चुकी है. एक मामले में जेल जाने के बाद कांग्रेस से विधायक रही ममता देवी की विधायकी चली गयी उसके बाद यहां उपचुनाव होने पर आजसू की सुनीता चौधरी विधायक बनी. इस बाऱ वर्तमान विधायक सुनीता चौधरी का ममता देवी के साथ कड़ा मुकाबला है.

इसी तरह गांडेय सीट पर वर्तमान विधायक कल्पना सोरेन को मुनिया देवी चुनौती दे रहीं है.एनडीए उम्मीदवार मुनिया देवी और कल्पना सोरेन के बीच सीधा मुकाबला है, यहां JKLM प्रत्याशी नॉमिनेशन के बाद झामुमो में शामिल हो गए जिससे कल्पना की राह आसान हो गयी. अब सीधा मुकाबला मुनिया देवी और कल्पना सोरेन के बीच रह गया है.

 अब डुमरी की बात करें तो झामुमो प्रत्यशी और राज्य की मंत्री बेबी देवी के विरुद्ध इस बाऱ यशोदा देवी चुनाव लड़ रहीं है 

इसी तरह झरिया में सिंह मैनसन की 2 बहुएं आमने-सामने हैं, वर्तमान विधायक पूर्णिमा देवी का सीधा मुकाबला रागनी देवी के साथ है.रागनी देवी भाजपा की उम्मीदवार है जबकि पूर्णिमा देवी कांग्रेस से वर्तमान विधायक है.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में कुछ ऐसी सीटें हैं, जहां प्रमुख पार्टियों ने महिलाओं को टिकट दिया है. इन सीटों पर महिलाओं के बीच ही मुख्य मुकाबला है. एक सीट पर कांग्रेस की उम्मीदवार का आजसू से मुकाबला है. एक सीट पर झामुमो प्रत्याशी का भाजपा से है, तो एक सीट पर झामुमो प्रत्याशी की भिड़ंत आजसू की प्रत्याशी से है. एक सीट पर कांग्रेस और बीजेपी की उम्मीदवार आमने-सामने हैं.

भगदड़ के बाद शव पानी में डाल दिए गए हैं...’ महाकुंभ पर ये क्या बोल गईं जया बच्चन

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समाजवादी पार्टी की नेता जया बच्चन ने नए विवाद को जन्म दि दिया है। महाकुंभ भगदड़ को लेकर सपा सांसद जया बच्चन ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कुंभ में पानी सबसे ज्यादा प्रदूषित है। भगदड़ में मरने वाले लोगों के शव नदी में फेंके गए हैं, इससे पानी दूषित हो गया है। उनके इस बयान पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इस दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। साथ ही साथ बयान को अस्थिरता पैदा करने वाला बताया है।

जया बच्चन ने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, अभी सबसे ज्यादा दूषित पानी कहां है? कुंभ में… वहां मची भगदड़ में जिन लोगों की मौत हुई, उनके शव नदी में फेंक दिए गए हैं, जिससे पानी दूषित हो गया है।यही पानी वहां लोगों तक पहुंच रहा है, इस पर कोई सफाई नहीं दे रहा है। असली मुद्दों पर कोई बात नहीं कर रहा। सपा सांसद ने कहा कि मैं मीडिया से आग्रह करूंगी कि वह आम आदमी की आखिरी उम्मीद है। महाकुंभ में क्या हुआ. इसकी तस्वीर को दुनिया के सामने लाए। कुंभ में हजारों लोग चले गए। सरकार को सच्‍चाई जनता बतानी होगी।

महाकुंभ आने वालों की संख्या पर भी उठाया सवाल

सपा सांसद ने इसके साथ ही महाकुंभ में आने वाले लोगों की संख्या पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, कुंभ में आने वाले आम लोगों को कोई विशेष सुविधा नहीं दी जा रही, उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है। यह झूठ बोला जा रहा है कि वहां करोड़ों लोग आ चुके हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोग किसी भी समय एक जगह पर कैसे इकट्ठा हो सकते हैं?’

बीजेपी और धार्मिक संगठनों की तीखी प्रतिक्रिया

जया बच्चन के इस बयान पर बीजेपी नेताओं और धार्मिक संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।वीएचपी के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि उच्च पद पर बैठे सांसद का ऐसा बयान देश में अस्थिरता पैदा करने वाला है। झूठे बयान देकर सनसनी फैलाने के लिए जया बच्चन को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। महाकुंभ आस्था और भक्ति की रीढ़ है, जहां धर्म, कर्म और मोक्ष की प्राप्ति होती है। करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाएं इस महान अनुष्ठान से जुड़ी हैं।

अखिलेश भी भगदड़ में हुई मौतों पर उठा चुके हैं सवाल

इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ में हुई मौतों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि सरकार महाकुंभ में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़े दे। अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए मांग की थी कि दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम का प्रबंधन तुरंत सेना को सौंप दिया जाना चाहिए।

स्वीडन में कुरान जलाने वाले इराकी ईसाई सलवान मोमिका की हत्या, फैसले के दिन गोलियों से भूना

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स्वीडन में कुरान की कई प्रतियां जलाने वाले इराकी व्यक्ति की हत्या हो गई है। स्वीडन में कई बार कुरान जलाने के एक मामले में कोर्ट को गुरुवार के दिन सलवान पर फैसला सुनाना था। सलवान मोमिका की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। साल 2023 में ईद-उल-अजहा (बकरीद) से ठीक पहले उसने स्वीडन में इस्लाम के पवित्र ग्रंथ कुरान को जलाया था। मोमिका ने 2023 में स्वीडन में इस्लाम की पवित्र पुस्तक को जलाने और अपवित्र करने की कई घटनाएं कीं। कुरान जलाने के वीडियो को दुनिया भर में वायरल हुआ और कई मुस्लिम देशों में इसके प्रति गुस्सा देखने को मिली, जिससे कई जगहों पर दंगे हुए।

स्वीडिश मीडिया ने गुरुवार को बताया है, कि पुलिस ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी है। पुलिस ने कहा है, कि एक दिन पहले सलवान मोमिका की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। सलवान मोमिका को उस वक्त गोली मारी गई, जब स्टॉकहोम की एक अदालत गुरुवार को यह फैसला सुनाने वाली थी, कि क्या सलवान मोमिका ने कुरान जलाकर जातीय घृणा भड़काया था या नहीं।

पुलिस ने बताया कि उन्हें स्टॉकहोम के पास सोडरतालजे में बुधवार रात को गोलीबारी की सूचना मिली थी और उन्हें एक व्यक्ति मिला जिसके शरीर पर गोली लगी थी। थोड़ी देर बाद में उसकी मौत हो गई और हत्या की प्रारंभिक जांच शुरू की गई। प्रसारक एसवीटी ने सूत्रों का नाम लिए बिना बताया कि मृतक सलवान मोमिका था। उन्होंने आगे बताया कि मोमिका 2018 में इराक से स्वीडन आया थी और उसे 2021 में तीन साल का निवास परमिट दिया गया था।

स्टॉकहोम जिला न्यायालय ने कहा कि गुरुवार को एक मुकदमे में फैसला सुनाया जाना था जिसमें मोमिका एक प्रतिवादी था, इसलिए उसे स्थगित कर दिया गया क्योंकि प्रतिवादियों में से एक की मृत्यु हो गई थी। न्यायालय के एक न्यायाधीश गोरान लुंडाहल ने पुष्टि की कि मृतक मोमिका था। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि मोमिका की मृत्यु कब और कैसे हुई। मोमिका और एक सह-प्रतिवादी पर स्टॉकहोम की अदालत में नस्लीय घृणा भड़काने का आरोप लगाया गया क्योंकि उन्होंने कुरान जलाने के संबंध में बयान दिए थे। गुरुवार सुबह फैसला सुनाया जाना था।

इराक के रहने वाले सलवान मोमिका इस्लामिक विचारों और मान्यताओं के आलोचक था। मोमिका का कहना था कि वह स्वीडन के नाटो में शामिल होने के विरोधी नहीं है बल्कि इस्लाम का विरोध करने के लिए कुरान जलाना चाहते थे। कुरान जलाने से पहले उसने कहा था, स्वीडन जागो। ये लोकतंत्र है। मोमिका के कुरान जलाने के बाद कई मुस्लिम देशों ने इसकी कड़ी निंदा की थी।

लेबनान में हिजबुल्लाह के टॉप लीडर हमादी की हत्या, घर के बाहर गोलियों से भूना, शक के घेरे में इजराइल

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इजरायल और हमास के सीजफायर डील के बीच हमास को तगड़ा झटका लगा है। ईस्ट लेबनान में हिजबुल्लाह के एक टॉप लीडर शेख मुहम्मद अली हमादी की किसी अज्ञात ने हत्या कर दी है। द जेरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक बेका वैली में स्थित अपने घर के बाहर वह खड़े था, तभी दो गाड़ियों में आए आतंकियों ने उसपर हमला कर दिया। इसके बाद उसे पास के हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बच पाई।

हिजबुल्लाह कमांडर मोहम्मद हम्मादी की उनके घर के ठीक सामने गोली मारी गई। हमलावर दो गाड़ियों में आए थे, जिन्होंने हम्मादी पर अंधाधुंध फायरिंग की। मोहम्मद हम्मादी की हत्या के बाद लेबनानी सेना की इकाइयों ने मछघरा की घेराबंदी कर दी है। सुरक्षाबल पश्चिमी बेका के शहरों में मोबाइल चेकपॉइंट स्थापित किए और हमलावरों की तलाश में व्यापक पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। हिजबुल्लाह की ओर से अभी तक हत्या के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

अभी तक हमादी की हत्या की वजह का पता नहीं चला है। न ही अभी तक किसी ने इसकी जिम्मेदारी ली है। लेबनान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह हत्या पॉलिटिकल नहीं है ,बल्कि चार साल पुराना पारिवारिक विवाद इसकी वजह हो सकती है। वहीं, कुछ रिपोर्ट्स में इस हत्या के पीछे इजराइल का हाथ भी बताया जा रहा है।

ये हत्या ऐसे समय हुई है, जब हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच लेबनान में संघर्ष विराम की समयसीमा भी नजदीक आ रही है। इजराइल-हिजबुल्लाह के बीच 27 नवंबर को 60 दिन की सीजफायर डील हुई थी। यह डील 25 जनवरी 2025 को खत्म हो रही है। इस सीजफायर को और आगे बढ़ाने के लिए बातें चल रही हैं।

*ISL :Mohammedan Sporting Club clinches a crucial 1-0 victory against Bengaluru FC in an away clash*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: Mohammedan Sporting Club secured a hard-fought 1-0 victory against Bengaluru FC at the Sree Kanteerava Stadium, thanks to a moment of brilliance from Mirjalol Kasimov in the dying minutes of the game. The Uzbek midfielder’s stunning free kick in the 88th minute broke the deadlock, earning the team three valuable points in their 15th game of the season.

The win marks a sweet revenge for Mohammedan SC, who had previously suffered a defeat at the hands of Bengaluru FC in their earlier home encounter.

This win marks the second win of the season for MSC, taking their tally to 10 points from 15 matches.

The backline, led by French defender Florent Ogier, stood firm against a determined Bengaluru FC attack, ensuring a crucial clean sheet.

This victory not only boosts Mohammedan SC’s morale but also reinforces their determination to climb the league standings. The team will now shift focus to their upcoming matches, aiming to build on this momentum and secure more positive results.

Goal scorer for MSC,Mirjalol Kasimov 88'.

पाकिस्तान में मिला जर्मन रायजनिक का शव, दो दिन से ऑफिस नहीं आए थे, आखिर किसने ली जान?

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पाकिस्तान में एक जर्मन डिप्लोमैट का शव मिला है। जर्मन दूतावास में दूसरे सचिव के तौर पर काम करने वाले जर्मन राजनयिक सोमवार को इस्लामाबाद स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए। जर्मन डिप्लोमैट का नाम थॉमस फील्डर था। वह इस्लामाबाद के डिप्लोमेटिक एन्क्लेव स्थित काराकोरम हाइट्स के फ्लैट में रहते थे। उनकी मौत कैसे हुई या फिर उनकी हत्या हुई है, इसकी डिटेल पाकिस्तान ने दुनिया को नहीं दी है।

जर्मन दूतावास के दूसरे सचिव थॉमस जुर्गेन बिएलेफेल्ड के 2 दिनों तक काम से गायब रहने के दौरान सोमवार को उनकी खोज शुरू की गई, तब वो अपने अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक जुर्गेन की आँखों, नाक और मुँह से खून निकल रहा था। पुलिस के अनुसार, जुर्गेन दो दिनों से काम पर नहीं आ रहे थे और फोन कॉल्स का भी जवाब नहीं दे रहे थे। इसके बाद दूतावास के कुछ अधिकारी उनके अपार्टमेंट का ताला तोड़कर घर में घुसे, जहाँ उन्हें मृत पाया गया।

जर्मन डिप्लोमैट की पाकिस्तान में मौत कैसे हुई, वजह फौरन पता नहीं चल पाई है। हालांकि, थाने के ड्यूटी अफसर इरशाद के मुताबिक, राजनयिक पहले से दिल के मरीज थे और उनका इलाज इस्लामाबाद के कुलसुम अस्पताल में चल रहा था. उनका इशारा हार्ट अटैक को लेकर है। मगर जांच के बाद ही यह सामने आएगा कि आखिर उनकी मौत संयोग है या उनकी हत्या की गई?

జాయ్ రైడ్ లో మరణించిన బాలుడు

పార్క్ లో సరదాగా గడిపేందుకు వెళ్లిన ఓ బాలుడు భారీ టవర్ పైనుంచి పడిపోయాడు. తీవ్ర గాయాలతో అక్కడికక్కడే చనిపోయాడు. అమెరికాలోని ఫ్లోరిడాలో జరిగిన ఈ ప్రమాదంలో జాయ్ రైడ్ తయారీ సంస్థతో పాటు నిర్వాహకుల నిర్లక్ష్యం ఉందని నిర్ధారించిన కోర్టు భారీ జరిమానా విధించింది. మరణించిన బాలుడి తల్లిదండ్రులకు 310 మిలియన్ డాలర్లు (రూ.2,624 కోట్లు) చెల్లించాలంటూ తీర్పు చెప్పింది. రైడ్ తయారీ సమయంలో భద్రతకు పెద్ద పీట వేయడం జవాబుదారీతనం కోసమే ఈ తీర్పు వెలువరించినట్లు వ్యాఖ్యానించింది.

ఓర్లాండోలోని ఐకాన్ పార్క్ కు స్థానిక స్కూలుకు చెందిన ఫుట్ బాల్ టీమ్ సభ్యులు వెళ్లారు. పిల్లలంతా అక్కడి రైడ్ లను ఎంజాయ్ చేశారు. ఈ క్రమంలోనే టైర్ సాంప్సన్ (14) అనే బాలుడు ఫ్రీ పాల్ రైడ్ ఎక్కాడు. నిబంధనల ప్రకారం 129 కిలోల లోపు బరువున్న వారినే రైడ్ ఎక్కేందుకు అనుమతించాలి. సాంప్సన్ మాత్రం 173 కిలోల బరువున్నాడు. అయినప్పటికీ నిర్వాహుకులు అతడిని రైడ్ కు అనుమతించారు. సాంప్సన్ లావుగా ఉండడంతో సీటు బెల్ట్ సరిగా ఫిట్ కాలేదు.

దీంతో టవర్ పైకి వెళ్లాక అది ఊడిపోయి సాంప్సన్ కిందపడి చనిపోయాడు. దీనిపై సాంప్సన్ తల్లిదండ్రులు న్యాయస్థానాన్ని ఆశ్రయించగా.. పార్క్ నిర్వాహకులతో పాటు ఫ్రీ పాల్ తయారీదారుల నిర్లక్ష్యం ఉందని కోర్టు నిర్ధారించింది. నిర్వాహకులు, తయారీదారులలో జవాబుదారీతనం తీసుకురావాలనే ఉద్దేశంతో సాంప్సన్ తల్లిదండ్రులకు భారీ మొత్తంలో పరిహారం చెల్లించాలని తీర్పు చెప్పింది.

अपनी ही साड़ी के फंदे पर लटक कर महिला ने दे दी जान, भाई ने बहनोई पर लगाया हत्या का आरोप

धनबाद : प्रीतम ने बताया कि दस दिन पहले वह बहन को छोड़ने के लिए आया था। तब पूरण दत्ता ने उसे काट कर फेंकने की धमकी दी थी।

सोमवार को धनबाद के ईस्ट बसुरिया ओपी क्षेत्र की रंगुनी बस्ती में पूरण दत्ता की पत्नी शिल्पी कुमारी की Dead Body कमरे में साड़ी के फंदे पर लटकी हुई मिली।

घटना की सूचना पाकर शिल्पी का भाई प्रीतम कुमार ने आरोप लगाया कि बहनोई पूरण दत्ता ने ही उसकी बहन की मर्डर कर शव को फंदे पर लटका दिया।

प्रीतम ने बताया कि दस दिन पहले वह बहन को छोड़ने के लिए आया था। तब पूरण दत्ता ने उसे काट कर फेंकने की धमकी दी थी।

सूचना मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी पति पूरण दत्ता को गिरफ्तार कर लिया है।

7 साल का बेटा, 2 साल की बेटी

उससे पूछताछ की जा रही है। ईस्ट बसुरिया पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया।

बताया गया कि मृतका शिल्पी कुमार के दो बच्चे हैं। बड़ा बेटा सात साल का है। बेटी ढाई साल की है।

ईस्ट बसुरिया ओपी प्रभारी रूपेश कुमार दुबे ने कहा कि लिखित शिकायत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

जिंदा शख्स का कर दिया पोस्टमार्टम, चिता के आग लगते ही हिलने लगा शरीर, अब लापरवाही के आरोप में 3 डॉक्टर्स सस्पेंड
#man_found_alive_in_funeral_after_doctors_declared_him_dead_and_postmortem
* राजस्थान के झुंझुनूं जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक शख्स की मौत के बाद उसे अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट लाया गया, लेकिन चिता पर लिटाने के दौरान उसकी धड़कन लौट आई और शरीर में हरकत होने लगी। मौके पर मौजूद लोग ये नजारा देखकर डर गए और आनन-फानन में एंबुलेंस बुलाकर शख्स को अस्पताल पहुंचाया गया। इसके साथ ही जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों ने घोर लापरवाही खुलकर सामने आ गई। जिले के राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल में डॉक्टरों ने एक जिंदा आदमी का तथाकथित पोस्टमार्टम करके उसे मृत घोषित कर डीप फ्रीजर में रखवा दिया। मां सेवा संस्थान के आश्रय गृह के लोग जब उसे दाह संस्कार के लिए श्मशान घाट ले गए और चिता पर लिटाया तो वहां उसकी सांसें चलने लगीं और मामले का खुलासा हुआ। बगड़ थाना इलाके में स्थित मां सेवा संस्थान में रहने वाले रोहिताश नाम के युवक के साथ यह पूरा घटनाक्रम घटित हुआ है। रोहिताश पच्चीस साल का है और वह इसी आश्रय स्थल में रह रहा है। गुरुवार दोपहर अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई और उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके बाद उसके अंतिम संस्कार की तैयारी करनी शुरू कर दी गई। उसके शव को मुर्दाघर में रखवाया गया और उधर पुलिस अन्य रिपोर्ट्स तैयार करने में जुट गई। अंतिम संस्कार की तैयारी होने लगी। लेकिन इस बीच उसके शव को डीप फ्रीज में करीब तीन घंटे तक रखा गया। उसके बाद पुलिस और डॉक्टर्स ने पूरी रिपोर्ट तैयार कर दी और शव को एंबुलेंस के जरिये शमशान घाट ले जाया गया। वहां चिता सजाई गई और रोहिताश को उस पर लेटा दिया गया। जैसे ही आग लगाने की तैयारी की जाने लगी तो रोहिताश में हलचल हुई, वह उठने की कोशिश करने लगा। वहां अचानक भगदड़ जैसे हालात हो गए। बाद में पता चला कि रोहिताश जिंदा है तो उसी एंबुलेंस में उसे फिर से अस्पताल ले जाया गया। वहां उसका इलाज जारी है। इधर, कलेक्टर ने पूरे मामले की जांच के लिए समिति गठित की है। वहीं, देर रात को जिला कलेक्टर रामावतार मीणा की अनुशंसा पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव निशा मीणा ने बीडीके के पीएमओ डॉ. संदीप पचार, डॉ. योगेश कुमार जाखड़ व डॉ. नवनीत मील को निलंबित कर दिया।
मणिपुर के जिरीबाम में दो बच्चों समेत तीन लोगों के शव मिले, इंफाल में तनाव बढ़ा

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मणिपुर में हिंसा की आग और धधक सकती है। दरअसल, मणिपुर-असम बॉर्डर के पास शुक्रवार को एक शिशु समेत दो बच्चों और एक महिला के क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया है। कुछ दिन पहले ही जिरीबाम में उग्रवादियों ने एक परिवार के छह सदस्यों का अपहरण किया था। ऐसे में चर्चा है कि ये शव उन्हीं का हो सकता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि हिंसा की लपटें और तेज हो सकती हैं।

जिरीबाम जिले के अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि जिरीबाम जिले के बोरोबकरा से करीब 16 किलोमीटर दूर एक महिला और दो बच्चों के शव शुक्रवार रात बरामद किए गए। जिरीबाम से सोमवार को छह लोग लापता हो गए थे। हालांकि उन्होंने बताया कि अभी शवों की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन संदेह है कि ये तीन शव उन छह लोगों में से ही हैं जो लापता हुए थे। असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएमसीएच) में शुक्रवार रात को इन अज्ञात शवों को लाया गया है और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखा गया।

मुख्यमंत्री ने हालात पर की चर्चा

अधिकारियों ने बताया कि शवों के बरामद होने की खबर मिलने के बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शुक्रवार रात वरिष्ठ मंत्रियों के साथ स्थिति पर चर्चा की। इस बीच तीन शव बरामद होने की खबर इंफाल घाटी में फैलने पर सभी पांच जिलों में तनाव बढ़ गया। राज्य प्राधिकारियों ने शनिवार को विद्यालयों तथा कॉलेजों के लिए अवकाश घोषित कर दिया।

अलग-अलग इलाकों में विरोध प्रदर्शन

इस बीच शनिवार को इंफाल घाटी के अलग-अलग इलाकों में सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर महिलाएं थीं। उन्होंने इंफाल पश्चिम जिले के क्वाकेथेल इलाके और इंफाल पश्चिम जिले के सागोलबंद तेरा में मुख्य सड़कों को टायर जलाए और मार्ग अवरुद्ध कर दिया, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। पुलिस ने बताया कि मणिपुर के मुख्य बाजार ख्वाइरामबंद में महिला विक्रेताओं ने हत्या के खिलाफ विरोध रैली निकाली। बिष्णुपुर जिले के निंगथौखोंग और इंफाल पूर्वी जिले के लामलोंग में स्थानीय लोग भी हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतर आए।

क्या है पूरा मामला?

सोमवार को संदिग्ध कुकी उग्रवादियों द्वारा तीन महिलाओं और तीन बच्चों को बंधक बनाया गया था, जिसके बाद जिरीबाम जिले में तनाव बढ़ गया। बंधक बनाए गए तीन बच्चों में एक नवजात और ढाई साल का बच्चा शामिल था। वहीं, तीन महिलाओं में से दो छोटे बच्चों की मां थीं। सभी महिलाएं मणिपुर के मैतेई समुदाय से हैं। जिरीबाम के बोकोबेरा इलाके से संदिग्ध कुकी आतंकवादियों के एक समूह ने इन महिलाओं और बच्चों का अपहरण किया था, जबकि एक अन्य आतंकवादी समूह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ मुठभेड़ में लगा हुआ था। इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ ने 10 संदिग्ध कुकी उग्रवादियों को मार गिराया था।

इस बार झारखंड विधानसभा चुनाव में चार सीटों पर महिला प्रत्याशी दे रहा एक दूसरे को चुनौती


झा. डेस्क 

इस बार झारखंड विधानसभा चुनाव में 4 सीटों पर इंडी गठबंधन की महिला उम्मीदवारों से सीधा मुकाबला है.इन सीटों पर कड़ा मुकाबला में जो भी उम्मीदवार जीतेगी बहुत कम वोटों से जीतेगी.

अगर हम बात करें रामगढ़ में इंडी गठबंधन की ममता देवी का मुकाबला सुनीता चौधरी से है. यहां पूर्व में ममता देवी विधायक रह चुकी है. एक मामले में जेल जाने के बाद कांग्रेस से विधायक रही ममता देवी की विधायकी चली गयी उसके बाद यहां उपचुनाव होने पर आजसू की सुनीता चौधरी विधायक बनी. इस बाऱ वर्तमान विधायक सुनीता चौधरी का ममता देवी के साथ कड़ा मुकाबला है.

इसी तरह गांडेय सीट पर वर्तमान विधायक कल्पना सोरेन को मुनिया देवी चुनौती दे रहीं है.एनडीए उम्मीदवार मुनिया देवी और कल्पना सोरेन के बीच सीधा मुकाबला है, यहां JKLM प्रत्याशी नॉमिनेशन के बाद झामुमो में शामिल हो गए जिससे कल्पना की राह आसान हो गयी. अब सीधा मुकाबला मुनिया देवी और कल्पना सोरेन के बीच रह गया है.

 अब डुमरी की बात करें तो झामुमो प्रत्यशी और राज्य की मंत्री बेबी देवी के विरुद्ध इस बाऱ यशोदा देवी चुनाव लड़ रहीं है 

इसी तरह झरिया में सिंह मैनसन की 2 बहुएं आमने-सामने हैं, वर्तमान विधायक पूर्णिमा देवी का सीधा मुकाबला रागनी देवी के साथ है.रागनी देवी भाजपा की उम्मीदवार है जबकि पूर्णिमा देवी कांग्रेस से वर्तमान विधायक है.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में कुछ ऐसी सीटें हैं, जहां प्रमुख पार्टियों ने महिलाओं को टिकट दिया है. इन सीटों पर महिलाओं के बीच ही मुख्य मुकाबला है. एक सीट पर कांग्रेस की उम्मीदवार का आजसू से मुकाबला है. एक सीट पर झामुमो प्रत्याशी का भाजपा से है, तो एक सीट पर झामुमो प्रत्याशी की भिड़ंत आजसू की प्रत्याशी से है. एक सीट पर कांग्रेस और बीजेपी की उम्मीदवार आमने-सामने हैं.